चंद रुपए के लिए इंसानी जिंदगी को छीन लेने वाले दरिंदों ने एक युवक को ऐसी मौत दी जिससे इंसानियत भी शर्मसार हो गई. जुए के विवाद में युवक का चाकू से पेट फाड़ दिया और हाथ-पैर बांध कर उसकी बॉडी खेत में फेंक दी. हैरत की बात यह है कि दो नहीं बल्कि चार आंखों के सामने जघन्य हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस हत्यारों को पकड़ नहीं सकी. वारदात को अंजाम देकर पति-पत्नी मौके से भाग निकले. उन्होंने चश्मदीद को भी गवाही देने पर हत्या की धमकी दी.
भट्ठे पर हुआ था विवाद
चिलुआताल के सोनबरसा निवासी पप्पू (फ्ख्) बोगा खजनी स्थित अजय सिंह के ईट भट्ठे पर काम करता था. वह वहीं भट्ठे पर बने एक कमरे में रहता भी था. वेंस्डे मार्निग दो मीटर दूर खेत में उसकी डेडबॉडी पड़ी देखी गई. उसके हाथ-पैर गमछा और बनियान से बांधा गया था और चाकू से पेट फाड़ दिया गया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पप्पू की हत्या के छानबीन कर रही पुलिस की निगाह भट्ठे में काम करने वाले झारखंड के गुमला विशुनपुर निवासी पवन और सोनू पर पड़ी.
चश्मदीद गवाह है साथी
पवन और सोनू दोनों पप्पू के साथ ईट भट्ठे में काम करने वाले सहयोगी हैं. पप्पू की मौत के वह चश्मदीद गवाह भी हैं. पूछताछ में पहले तो वह डरे और सहमे रहे लेकिन पुलिस ने उनकी हिम्मत बढ़ाई तो एक के बाद एक कई राज खोलने शुरू कर दिए. दोनों ने बताया कि पप्पू की हत्या उनके आंखों के सामने हुई है. हत्या के बाद हत्यारों ने गवाही देने या किसी को इसके बारे में बताए पर जान से मारने की धमकी दी थी जिसके चलते वह डर हुए थे.
जुआ बना मौत का कारण
पवन, सोनू और मृतक पप्पू के साथ एक चौथा शख्स भी है जो उनके साथ काम करता था. वह है झारखंड का जनक. पवन और सोनू ने बताया कि ट्यूज्डे नाइट पप्पू और जनक अपने कमरे में जुआ खेल रहे थे. जीत हार में जनक 8 सौ रुपए हार गया था. हार की बराबरी के लिए वह और जुआ खेलने के लिए पप्पू पर दबाव बना रहा था. बिना पैसे के पप्पू ने जुआ खेलने से इंकार कर दिया. जनक और पैसे लेने अपने कमरे में पत्नी के पास भी गया था लेकिन पत्नी ने पैसा देने से इंकार कर दिया. जनक वापस लौटा और उधार खेलने का दबाव बनाने लगा. जिस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई. इसी दौरान जनक की पत्नी भी मौके पर पहुंच गई. हाथापाई के दौरान पप्पू सिर पर चोट लगने से बेहोश गया.
हाथ-पैर बांधा और फाड़ दिया पेट
पप्पू के बेहोश होने के बाद जनक और उसकी पत्नी ने उसी के गमछे और बनियान से उसका हाथ-पैर बांधा और खेत में ले गए. जहां चाकू से उसका पेट फाड़ दिया. वापस लौटने पर पवन और सोनू को देख कर जनक ने उन्हें किसी से घटना का जिक्र करने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद जनक और उसकी पत्नी मौके से फरार हो गए. पुलिस का कहना है कि दोनों झारखंड के रहने वाले हैं लेकिन दोनों का पता भट्ठे में भी नहीं है. उनके बारे में छानबीन की जा रही है. पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
भट्ठे पर हुआ था विवाद
चिलुआताल के सोनबरसा निवासी पप्पू (फ्ख्) बोगा खजनी स्थित अजय सिंह के ईट भट्ठे पर काम करता था. वह वहीं भट्ठे पर बने एक कमरे में रहता भी था. वेंस्डे मार्निग दो मीटर दूर खेत में उसकी डेडबॉडी पड़ी देखी गई. उसके हाथ-पैर गमछा और बनियान से बांधा गया था और चाकू से पेट फाड़ दिया गया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पप्पू की हत्या के छानबीन कर रही पुलिस की निगाह भट्ठे में काम करने वाले झारखंड के गुमला विशुनपुर निवासी पवन और सोनू पर पड़ी.
चश्मदीद गवाह है साथी
पवन और सोनू दोनों पप्पू के साथ ईट भट्ठे में काम करने वाले सहयोगी हैं. पप्पू की मौत के वह चश्मदीद गवाह भी हैं. पूछताछ में पहले तो वह डरे और सहमे रहे लेकिन पुलिस ने उनकी हिम्मत बढ़ाई तो एक के बाद एक कई राज खोलने शुरू कर दिए. दोनों ने बताया कि पप्पू की हत्या उनके आंखों के सामने हुई है. हत्या के बाद हत्यारों ने गवाही देने या किसी को इसके बारे में बताए पर जान से मारने की धमकी दी थी जिसके चलते वह डर हुए थे.
जुआ बना मौत का कारण
पवन, सोनू और मृतक पप्पू के साथ एक चौथा शख्स भी है जो उनके साथ काम करता था. वह है झारखंड का जनक. पवन और सोनू ने बताया कि ट्यूज्डे नाइट पप्पू और जनक अपने कमरे में जुआ खेल रहे थे. जीत हार में जनक 8 सौ रुपए हार गया था. हार की बराबरी के लिए वह और जुआ खेलने के लिए पप्पू पर दबाव बना रहा था. बिना पैसे के पप्पू ने जुआ खेलने से इंकार कर दिया. जनक और पैसे लेने अपने कमरे में पत्नी के पास भी गया था लेकिन पत्नी ने पैसा देने से इंकार कर दिया. जनक वापस लौटा और उधार खेलने का दबाव बनाने लगा. जिस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई. इसी दौरान जनक की पत्नी भी मौके पर पहुंच गई. हाथापाई के दौरान पप्पू सिर पर चोट लगने से बेहोश गया.
हाथ-पैर बांधा और फाड़ दिया पेट
पप्पू के बेहोश होने के बाद जनक और उसकी पत्नी ने उसी के गमछे और बनियान से उसका हाथ-पैर बांधा और खेत में ले गए. जहां चाकू से उसका पेट फाड़ दिया. वापस लौटने पर पवन और सोनू को देख कर जनक ने उन्हें किसी से घटना का जिक्र करने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद जनक और उसकी पत्नी मौके से फरार हो गए. पुलिस का कहना है कि दोनों झारखंड के रहने वाले हैं लेकिन दोनों का पता भट्ठे में भी नहीं है. उनके बारे में छानबीन की जा रही है. पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
Source: Gorakhpur City News & Hindi ePaper
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