नगर व देहात क्षेत्र में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. कुछ जगह बहनों ने भाई के घर पहुंचकर उनका तिलक करते हुए राखी बांधी, वहीं कई भाई राखी बंधवाने के लिए बहन के घर पहुंच गए. रक्षाबंधन पर्व को लेकर सुबह से ही लोगों के चेहरे पर खुशी और उत्साह दिख रहा था. मुहूर्त की चिंता किये बगैर ही सुबह से ही बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधना शुरू कर दिया. घरों में बेसब्री के साथ बहनों के आने का इंतजार होता रहा. जिन घरों में बहन भाई के घर नहीं पहुंच पाई तो भाई खुद ही बहन के पास पहुंचे और राखी बंधवाकर बहन की रक्षा करने का संकल्प लिया.
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पुरोहितों ने बांधे रक्षा सूत्र
पुरोहितों ने भी रक्षाबंधन पर्व के मौके पर अपने यजमानों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी मंगल कामना की. इसके एवज में यजमानों की ओर से पुरोहितों को यथा संभव दान आदि किया गया. मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने राखी बांधकर ईश्वर से सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की.
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बाजारों में रही जबरदस्त भीड़
रक्षाबंधन के पर्व पर शहर के विभिन्न मिष्ठान भंडारों पर सुबह से ही जबरदस्त भीड़ रही. मेन बाजार में तो रक्षा बंधन के मौके पर इस कदर भीड़ रही कि यहां पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रही.
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फोटो संख्या-10आरयूकेपी-7
फोटो 3,4,11,12..
भाइयों की कलाई पर बहनों ने बांधी स्नेह की डोर
HARIDWAR : धर्मनगरी में भाई-बहनों के पारस्परिक स्नेह का पर्व रक्षाबंधन उल्लास के साथ मनाया गया. सुबह से ही इसको लेकर बहनों में विशेष उत्साह देखा गया. उन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ भाई का तिलक किया और कलाई पर स्नेह की डोर बांधी. इस अवसर पर भाइयों ने बहनों को तरह-तरह के उपहार भी दिये. धर्मनगरी में सुबह से ही रक्षा बंधन का उल्लास दिखने लगा. सुबह से ही रक्षा बंधन के गीत बजते रहे. घर-घर पूजा अर्चना हुई और एक दूसरे की सुख समृद्धि की कामना की गई. दोपहर क्.फ्8 पर भद्रा खत्म होने और शुभ मुहूर्त शुरू हुआ. पूजा-अर्चना के बाद बहनों ने थाल सजाई और भैया की आरती उतारकर तिलक किया. बहनों ने भाई की कलाई बांधी स्नेह की डोर और भाई ने बहना को गले लगा सुरक्षा का वचन किया. एक-दूसरे का मुंह भी मीठा कराया. भाइयों ने बहनों को कई तरह के उपहार भेंट किए. सामर्थ्य के अनुसार नगदी, कपड़े और जेवरात आदि भी दिये. इधर रक्षाबंधन पर पुरोहितों ने यजमानों के घर पहुंचकर रक्षासूत्र का संधान किया. यजमानों ने भी पुरोहितों का गर्मजोशी से स्वागत कर जमकर खातिरदारी की. यजमान पक्ष की ओर से पुरोहितों का यथोचित दक्षिणा दी गई.
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पुरोहितों ने बांधे रक्षा सूत्र
पुरोहितों ने भी रक्षाबंधन पर्व के मौके पर अपने यजमानों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी मंगल कामना की. इसके एवज में यजमानों की ओर से पुरोहितों को यथा संभव दान आदि किया गया. मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने राखी बांधकर ईश्वर से सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की.
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बाजारों में रही जबरदस्त भीड़
रक्षाबंधन के पर्व पर शहर के विभिन्न मिष्ठान भंडारों पर सुबह से ही जबरदस्त भीड़ रही. मेन बाजार में तो रक्षा बंधन के मौके पर इस कदर भीड़ रही कि यहां पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रही.
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फोटो संख्या-10आरयूकेपी-7
फोटो 3,4,11,12..
भाइयों की कलाई पर बहनों ने बांधी स्नेह की डोर
HARIDWAR : धर्मनगरी में भाई-बहनों के पारस्परिक स्नेह का पर्व रक्षाबंधन उल्लास के साथ मनाया गया. सुबह से ही इसको लेकर बहनों में विशेष उत्साह देखा गया. उन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ भाई का तिलक किया और कलाई पर स्नेह की डोर बांधी. इस अवसर पर भाइयों ने बहनों को तरह-तरह के उपहार भी दिये. धर्मनगरी में सुबह से ही रक्षा बंधन का उल्लास दिखने लगा. सुबह से ही रक्षा बंधन के गीत बजते रहे. घर-घर पूजा अर्चना हुई और एक दूसरे की सुख समृद्धि की कामना की गई. दोपहर क्.फ्8 पर भद्रा खत्म होने और शुभ मुहूर्त शुरू हुआ. पूजा-अर्चना के बाद बहनों ने थाल सजाई और भैया की आरती उतारकर तिलक किया. बहनों ने भाई की कलाई बांधी स्नेह की डोर और भाई ने बहना को गले लगा सुरक्षा का वचन किया. एक-दूसरे का मुंह भी मीठा कराया. भाइयों ने बहनों को कई तरह के उपहार भेंट किए. सामर्थ्य के अनुसार नगदी, कपड़े और जेवरात आदि भी दिये. इधर रक्षाबंधन पर पुरोहितों ने यजमानों के घर पहुंचकर रक्षासूत्र का संधान किया. यजमानों ने भी पुरोहितों का गर्मजोशी से स्वागत कर जमकर खातिरदारी की. यजमान पक्ष की ओर से पुरोहितों का यथोचित दक्षिणा दी गई.
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