Friday, August 22, 2014

E Rickshaw

 बनारस की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और ग्रीन बनारस का कॉन्सेप्ट लेकर पिछले दिनों शहर में ई रिक्शों का संचालन शुरू किया गया था. सीएम के निर्देश पर शुरू हुए इस इको फ्रेंडली रिक्शे को महज पांच से छह घंटे की चार्जिग के बाद सड़क पर दौड़ाया जा रहा था लेकिन इन दिनों ई रिक्शा चलाने वाले परेशान हैं और उसी सरकार को कोस रहे हैं जिसने उन्हे रोजी कमाने के लिए ये रिक्शे मुहैया कराये. दरअसल पिछले दो तीन दिनों से अपने शहर में बिजली की हालत कुछ ज्यादा ही बिगड़ गई है. दो घंटे के नाम पर होने वाली कटौती 12 से 14 घंटे में तब्दील हो चुकी है और बिजली कंटीन्यू मिल ही नहीं रही है. इस वजह से ई रिक्शे की बैटरी चार्ज नहीं हो रहे हैं और इसे चलाने वाले परेशान हैं.

कम से कम छह घंटे

ई रिक्शा चलाने वाले विनोद ने बताया कि पिछले दिनों जब सीएम अखिलेश ने चौबीस घंटे बिजली देने का वादा बनारस के साथ किया तो हम लोग बहुत खुश थे. चकाचक बिजली मिलने के कारण रिक्शे की बैटरी कभी भी चार्ज कर लेते थे लेकिन बिजली कटौती ने एक बार फिर से हमारे सामने रोजी का संकट खड़ा कर दिया है. क्योंकि ई रिक्शे की बैटरी को चार्ज करने के लिए कम से कम छह से सात घंटे कंटीन्यू बिजली होनी जरुरी है लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है और हर दस पन्द्रह मिनट पर बिजली कट जा रही है. जलालीपुरा के मुस्लिम हाशमी का कहना है कि कंटीन्यू बिजली न रहने से रिक्शे की बैटरी दो-दो दिनों तक चार्ज नहीं हो पा रहा है. इस वजह से घर में चूल्हा जलाने का संकट पैदा होने लगा है.

हाई लाइट्स

- ई रिक्शे चार्जेबल बैटरी से चलते हैं

- इसमें 12-12 बोल्ट की चार बैटरियां लगी हैं

- इन चार बैटरियों को चार्ज करने के लिए एक चार्जर भी रिक्शे में है मौजूद

-फुल चार्ज करने के बाद 70 से 80 किमी की दूरी तय करते हैं ई रिक्शे

- लेकिन बिजली कटौती के कारण रिक्शे की बैटरी नहीं हो पा रहे हैं चार्ज

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ई रिक्शे की बैटरी को चार्ज करने के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है. इस वजह से काफी परेशानी हो रही है.

मुस्लिम हाशमी, ई रिक्शाचालक

बिजली कटौती के कारण रोजी का संकट पैदा होने लगा है. ये बड़ी दिक्कत की बात है कि रिक्शा की बैटरी चार्ज ही नहीं हो पा रहा है.

मोहम्मद सलीम, ई रिक्शा चालक

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