बसेज का खस्ताहाल होना व उनमें एसी न होने की वजह से कई पैसेंजर्स इनमें ट्रेवल करना पसंद नहीं करते हैं. ऐसे में वे ट्रेन्स की एसी कोचेज को प्रिफरेंस देते हुए उन्हें अपनी जर्नी का साथी बना लेते हैं. इसके अलावा कई पैसेंजर्स प्राइवेट एसी कार रेंट पर लेकर सफर करते हैं. लेकिन अगर आपको बनारस के नजदीकी डिस्ट्रिक्ट्स की जर्नी करनी है तो आप बहुत ही जल्द एसी बसेज में ट्रेवल कर सकते हैं. कुछ ही दिनों में एसी बसेज बनारस से अदर डिस्ट्रिक्ट्स के लिए फर्राटा भरने लगेंगी. ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर दुर्गा प्रसाद यादव ने इसके लिए हरी झंडी भी दिखा दी है.
पूर्वाचल में चलेंगी एसी बसेज
समूचे पूर्वाचल में एसी रोडवेज बसेज चलाने को लेकर ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने रोडवेज ऑफिसर्स संग मीटिंग की. ऑफिसर्स की मानें तो एसी बसेज चलाने की प्लानिंग काफी दिनों पहले से ही हो रही थी. ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के हरी झंडी दिखाने के बाद अब रोडवेज का काम और भी आसान हो गया. एसी बसेज जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र रूट्स पर चलने के साथ ही काशी डिपो के अंतर्गत चलेंगी.
मिलेगी लगभग क्भ्0 बसेज
कैंट रोडवेज को सौ से डेढ़ सौ बसेज एक्स्ट्रा मिल सकती हैं. पैसेंजर्स की प्रॉब्लम्स को देखते हुए पुरानी व डैमेज हो चुकी बसेज को हटाया जाएगा. हालांकि, यह अभी तक कंफर्म नहीं हो पाया है कि खटारा बसेज को कब तक हटाया जाएगा.
लखनऊ का सफर भी होगा सस्ता
बनारस से लखनऊ के बीच में चलने वाली वॉल्वो बसेज में ट्रेवल करना अब पहले से सस्ता हो जाएगा. वॉल्वो बसेज का किराया घटोन पर भी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने हामी भरी है. एसी बसेज की कैटेगरी में सिर्फ वॉल्वो ही बनारस से चलती हैं. इसके अलावा अभी तक नॉन एसी बसेज ही चलती है.
वॉल्वो बसेज का किराया कम हो जाने से पब्लिक को काफी राहत मिलेगी.
परिवहन मंत्री ने मीटिंग में एसी बसेज रूरल एरिया में चलाने की बात कही है. लेकिन इस बाबत अभी तक कोई लेटर नहीं आया है. हालांकि, कागजी कार्रवाई पूरी होने पर व एसी बसेज मिलते ही विभिन्न रूट्स पर चलना स्टार्ट हो जाएगा.
पीके तिवारी,
आरएम, कैंट रोडवेज
पूर्वाचल में चलेंगी एसी बसेज
समूचे पूर्वाचल में एसी रोडवेज बसेज चलाने को लेकर ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने रोडवेज ऑफिसर्स संग मीटिंग की. ऑफिसर्स की मानें तो एसी बसेज चलाने की प्लानिंग काफी दिनों पहले से ही हो रही थी. ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के हरी झंडी दिखाने के बाद अब रोडवेज का काम और भी आसान हो गया. एसी बसेज जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र रूट्स पर चलने के साथ ही काशी डिपो के अंतर्गत चलेंगी.
मिलेगी लगभग क्भ्0 बसेज
कैंट रोडवेज को सौ से डेढ़ सौ बसेज एक्स्ट्रा मिल सकती हैं. पैसेंजर्स की प्रॉब्लम्स को देखते हुए पुरानी व डैमेज हो चुकी बसेज को हटाया जाएगा. हालांकि, यह अभी तक कंफर्म नहीं हो पाया है कि खटारा बसेज को कब तक हटाया जाएगा.
लखनऊ का सफर भी होगा सस्ता
बनारस से लखनऊ के बीच में चलने वाली वॉल्वो बसेज में ट्रेवल करना अब पहले से सस्ता हो जाएगा. वॉल्वो बसेज का किराया घटोन पर भी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने हामी भरी है. एसी बसेज की कैटेगरी में सिर्फ वॉल्वो ही बनारस से चलती हैं. इसके अलावा अभी तक नॉन एसी बसेज ही चलती है.
वॉल्वो बसेज का किराया कम हो जाने से पब्लिक को काफी राहत मिलेगी.
परिवहन मंत्री ने मीटिंग में एसी बसेज रूरल एरिया में चलाने की बात कही है. लेकिन इस बाबत अभी तक कोई लेटर नहीं आया है. हालांकि, कागजी कार्रवाई पूरी होने पर व एसी बसेज मिलते ही विभिन्न रूट्स पर चलना स्टार्ट हो जाएगा.
पीके तिवारी,
आरएम, कैंट रोडवेज
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