जिले में बाइक लिफ्टर्स का आतंक फिर से बढ़ गया है. शहर हो या गांव बाइक चोरी की घटनाएं आए दिन हो रही हैं. अब खीरी पुलिस ने बाइक चोरों के एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है. तीन आरोपियों को अरेस्ट कर चोरी की दस बाइक बरामद की है.
बेचने से पहले हुए अरेस्ट
पुलिस लाइंस में प्रेस वार्ता में एसएसपी ने बताया कि ट्यूजडे की रात खीरी पुलिस अपने इलाके में गश्त पर थी. इस बीच पुलिस को एक मुखबिर ने सूचना दी कि इटवा मोड़ के निकट तीन युवक मौजूद हैं. वह चोरी की मोटर साइकिल बेचने की फिराक में किसी का इंतजार कर रहे हैं. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई. युवकों की नजर पुलिस फोर्स पर पड़ी तो वह भागने लगे. लेकिन पुलिस ने तीनों युवकों को दबोच लिया. पूछताछ में तीनों युवकों ने अपना सुशील कुमार निवासी होलागढ़, विकास साहू निवासी जवा रीवा तथा उमेश कुमार निवासी जवा बताया. कहा कि वह चोरी की बाइक बेचने के फिराक में एक ग्राहक का इंतजार कर रहे थे.
मिलती है अच्छी कीमत
खीरी पुलिस ने चोरों के कब्जे से दस मोटरसाइकिलें बरामद कीं. इनमें एक नामचीन कंपनी की ज्यादा बाइकें थीं. आरोपी सुशील कुमार पुत्र शम्भू दयाल ने बताया कि गिरोह के सदस्य वारदात के लिए उस प्लेस को चुनते हैं जहां आसानी से हाथ मारा जा सके. पुरानी बाइक को चोरी करना आसान होता है. क्योंकि इसके लाक घिस गए होते हैं. यह आसानी से किसी भी चाबी से खुल जाते हैं. इसके बाद बाइक को देहात एरिया में रहने वाले लोगों को अच्छे दाम में बेच दिया जाता है.
बेचने से पहले हुए अरेस्ट
पुलिस लाइंस में प्रेस वार्ता में एसएसपी ने बताया कि ट्यूजडे की रात खीरी पुलिस अपने इलाके में गश्त पर थी. इस बीच पुलिस को एक मुखबिर ने सूचना दी कि इटवा मोड़ के निकट तीन युवक मौजूद हैं. वह चोरी की मोटर साइकिल बेचने की फिराक में किसी का इंतजार कर रहे हैं. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई. युवकों की नजर पुलिस फोर्स पर पड़ी तो वह भागने लगे. लेकिन पुलिस ने तीनों युवकों को दबोच लिया. पूछताछ में तीनों युवकों ने अपना सुशील कुमार निवासी होलागढ़, विकास साहू निवासी जवा रीवा तथा उमेश कुमार निवासी जवा बताया. कहा कि वह चोरी की बाइक बेचने के फिराक में एक ग्राहक का इंतजार कर रहे थे.
मिलती है अच्छी कीमत
खीरी पुलिस ने चोरों के कब्जे से दस मोटरसाइकिलें बरामद कीं. इनमें एक नामचीन कंपनी की ज्यादा बाइकें थीं. आरोपी सुशील कुमार पुत्र शम्भू दयाल ने बताया कि गिरोह के सदस्य वारदात के लिए उस प्लेस को चुनते हैं जहां आसानी से हाथ मारा जा सके. पुरानी बाइक को चोरी करना आसान होता है. क्योंकि इसके लाक घिस गए होते हैं. यह आसानी से किसी भी चाबी से खुल जाते हैं. इसके बाद बाइक को देहात एरिया में रहने वाले लोगों को अच्छे दाम में बेच दिया जाता है.
Source: Allahabad Local News & Hindi ePaper
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