Friday, August 22, 2014

Lecture series in dvnpg

संघर्ष और चुनौतियों से जीवन में निखार आता है, इसलिए इनसे घबराना नहीं चाहिए. इनको स्वीकार करते हुए इनसे निपटने और राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर होने की जरूरत है. शिक्षा के माध्यम से संस्कृतिनिष्ठ राष्ट्रभक्त नागरिक तैयार करना ब्रह्मालीन महाराज के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. यह बातें डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. अशोक कुमार ने डीवीएनपीजी कॉलेज में ऑर्गेनाइज लेक्चर सीरीज के इनॉगरेशन के दौरान कहीं. वह राष्ट्र संत दिग्विजयनाथ स्मृति लेक्चर सीरीज के इनॉगेरशन के मौके पर बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे.

लोक हित के कार्य में समर्पित थे महंत दिग्विजय

प्रोग्राम की अध्यक्षता पूर्वाचल यूनिवर्सिटी जौनपुर के पूर्व वीसी प्रो. उदय प्रताप सिंह ने की. उन्होंने कहा कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी भी महंत दिग्विजयनाथ के शैक्षिक प्रयासों के एक स्मारक के तौर पर हमारे सामने है. वह लोक हित के कार्य में हमेशा समर्पित रहते थे. सिर्फ इतना ही नहीं उनकी पर्सनालिटी और क्वालिटी किसी को भी अपना बना लेने की अद्भुत क्षमता रखती थी. यही वजह थी कि तत्कालीन समाज ने राष्ट्रीय और सामाजिक कल्याण के काम में उनका हमेशा ही बढ़-चढ़कर सपोर्ट रहता था.

माल्यार्पण के साथ हुआ इनॉगरेशन

प्रोग्राम की शुरुआत मां सरस्वती और महाराणा प्रताप दिग्विजयनाथ के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुआ. गेस्ट का वेलकम प्रिंसिपल डॉ. शेर बहादुर सिंह ने बुके और मोमेंटो देकर किया. प्रोग्राम का संचालन डॉ. श्रीभगवान सिंह और आभार ज्ञापन ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह ने किया. इस दौरान डॉ. प्रदीप राव, मारकंडे सिंह, प्रो. आरएन सिंह, प्रो. हरिशरण, डॉ. हर्ष कुमार सिन्हा और डॉ. विनोद कुमार सिंह मौजूद रहे.

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