Friday, August 8, 2014

Electricity department raisin custmer for load but not supply properly

बिजली विभाग विद्युत भार बढ़वाने की कवायद तो कर रहा है, लेकिन वह लोगों को प्रॉपर बिजली कैसे मुहैया कराएगा. विभाग को इस बात का ध्यान नहीं है तभी तो वह धड़ल्ले से सिर्फ विद्युत भार बढ़वाने पर ही जोर दे रहा है. कुछ ही समय में लोगों ने हजारों किलोवॉट भार बढ़वा भी लिए हैं, लेकिन उन्हें इस बात की खबर नहीं है कि विभाग जब अभी सही ढंग से बिजली नहीं दे पा रहा है तो भार बढ़ाए जाने के बाद क्या देगा. विभाग के पास जो इंफ्रास्ट्रक्चर है उनकी क्षमता उतनी नहीं है कि वे कंज्यूमर्स को पर्याप्त बिजली सप्लाई कर सके. ऐसे में विद्युत भार बढ़ने के बाद क्या हालात होंगे आप अच्छी तरह समझ सकते हैं.

सिर्फ भार बढ़वाने पर ध्यान

एक महीने से चल रहे स्पेशल कैंप में बिजली विभाग के ऑफिसर्स विद्युत भार बढ़वाने और नए कनेक्शन लेने के लिए ही लोगों पर प्रेशर बना रहे हैं. ख् जुलाई से चल रहे स्पेशल कैंप में क् किलोवॉट से ख् और ख् किलोवॉट से भ् किलोवॉट तक विद्युत भार बढ़वाने वाले लोगों की संख्या करीब ब्,000 से भी अधिक है. जबकि विभाग के पास बिजली सप्लाई करने की जो मौजूदा क्षमता है उस पर नए कनेक्शन लेने वाले कंज्यूमर्स का भी लोड बढ़ा है. फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिविजन को मिलाकर करीब क्भ्,000 लोगों ने नए कनेक्शन लिए हैं, मगर इंफ्रास्ट्रक्चर की कैपिसिटी बढ़ाने के नाम पर ऑफिसर्स द्वारा सिर्फ खानापूर्ति ही हो रही है.

मौजूदा कैपेसिटी ही बेदम

विभाग के पास जो मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर है उसकी क्षमता ब्00 मेगावॉट तक की है. जिसके जरिए शहर के करीब पौने दो लाख कंज्यूमर्स को बिजली सप्लाई की जाती है. विभाग के पास फिलहाल जो व्यवस्था है वही शहर के कंज्यूमर्स के लिए पर्याप्त नहीं है. लोगों को बमुश्किल क्0 से क्ख् घंटे बिजली मिल पाती है. ऐसे में विभाग विद्युत भार बढ़े और नए कंज्यूमर्स का भार कैसे झेल पाएगा. आने वाले दिनों में लोगों को बिजली कटौती और भी अधिक झेलनी होगी.

समस्या दूर होगी मगर..

इन समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा, लेकिन इसके लिए लोगों को अभी वेट करना पड़ेगा, क्योंकि विभाग की जो भी योजनाएं इस समय चल रही हैं वह एक साल बाद ही पूरा होंगी. बिजनेस प्लान ख्0क्ब्-ख्0क्भ् के तहत फिलहाल तीन सब स्टेशन बनाए जाने का काम हो रहा है. पहला संजय नगर, दूसरा बीसलपुर और तीसरा सनसिटी विस्तार. ये तीनों की सब स्टेशन क्0-क्0 एमवीए के बन रहे हैं. एक सब स्टेशन के निर्माण में ब् करोड़ रुपए खर्च होंगे. वहीं दूसरी ओर सुभाषनगर, जगतपुर, डीडीपुरम, रामपुर बाग, सीबीगंज और कोहाड़ापीर सब स्टेशनों की भी क्षमता वृद्धि की काम चल रहा है, लेकिन काम पूरा होने में काफी वक्त लगेगा. यानि तब तक कंज्यूमर्स को भरपूर बिजली पाने के लिए वेट करना पड़ेगा.

डिमांड के अनुरुप कैपेसिटी बढ़ाने का काम हो रहा है. सबसे अधिक समस्या चोरी होने वाली बिजली की वजह से होती है. इल्लीगल रूप से बिजली इस्तेमाल करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.

मधुकर वर्मा, एसई, बिजली विभाग 

 
 

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