तिवारीपुर एरिया के सूरजकुंड पोखरे में ट्यूज्डे दोपहर अज्ञात युवती की डेडबॉडी मिली. मोहल्ले के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस का कहना है कि मानसिक रोगी युवती मोहल्ले में इधर- उधर घूमती रहती थी. अब सवाल उठता है कि आखिर बिना किसी पूछताछ या जांच के पुलिस को कैसे पता चल गया कि मरने वाली मानसिक रोगी थी?
मंडे नाइट जागरण देखने गई थी युवती
पुलिस का कहना है कि युवती के माता- पिता का कुछ पता नहीं है, लेकिन वह मोहल्ले में भटकती रहती थी. मोहल्ले वालों ने उसका नाम रानी बताया है. रात में वह अक्सर सूरजकुंड पोखरे पर नजर आती थी. मंडे नाइट वह मोहल्ले में पुलिस चौकी के पास आयोजित जागरण प्रोग्राम देखने गई. रात में लौटी तो पोखरे के किनारे सो गई. पुलिस वालों ने बताया कि सीढि़यों पर सुलेशन और स्मैक की पुडि़या मिली. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नशे की हालत में वह पानी में डूब गई.
मानसिक रोगी या भिखारी होते हैं मरने वाले लावारिस
जिले में कहीं भी लावारिस डेडबॉडी मिलने पर पुलिस पिंड छुड़ाने की कोशिश करती है. झाडि़यों, सड़कों के किनारे, ताल- पोखरों में मिलने वाली डेडबॉडी को लेकर पुलिस को परेशान होना पड़ता है. ऐसे में पुलिस कोशिश करती है कि उनको भिखारी या मानसिक रोगी बताकर काम खत्म कर लिया जाए. मैले कुचैले कपड़े, बढ़ी हुई दाढ़ी और बाल यह साबित करने के लिए काफी होते हैं. गवर्नमेंट के निर्देश पर अब लावारिस डेडबॉडी मिलने पर उसको 7ख् घंटे सेफ रखा जाएगा. फिर पोस्टमार्टम कराकर उनका अंतिम संस्कार कराया जाएगा. संडे को रेल दावा अभिकरण के पास झाड़ी में मिली महिला की डेडबॉडी को पुलिस ने मानसिक रोगी बता दिया था. इसके पहले रेलवे ऑफिसर के बंगले में एक युवती की डेडबॉडी मिली थी जिसे पुलिस ने भिखारी बताया था.
सूर्यकुंड पोखरे में मिली डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मोहल्ले के लोगों ने बताया कि वह अक्सर घूमती रहती थी. नशे की आदत की वजह से पानी में डूब गई.
नेहरू,
एसएचओ, थाना तिवारीपुर
मंडे नाइट जागरण देखने गई थी युवती
पुलिस का कहना है कि युवती के माता- पिता का कुछ पता नहीं है, लेकिन वह मोहल्ले में भटकती रहती थी. मोहल्ले वालों ने उसका नाम रानी बताया है. रात में वह अक्सर सूरजकुंड पोखरे पर नजर आती थी. मंडे नाइट वह मोहल्ले में पुलिस चौकी के पास आयोजित जागरण प्रोग्राम देखने गई. रात में लौटी तो पोखरे के किनारे सो गई. पुलिस वालों ने बताया कि सीढि़यों पर सुलेशन और स्मैक की पुडि़या मिली. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नशे की हालत में वह पानी में डूब गई.
मानसिक रोगी या भिखारी होते हैं मरने वाले लावारिस
जिले में कहीं भी लावारिस डेडबॉडी मिलने पर पुलिस पिंड छुड़ाने की कोशिश करती है. झाडि़यों, सड़कों के किनारे, ताल- पोखरों में मिलने वाली डेडबॉडी को लेकर पुलिस को परेशान होना पड़ता है. ऐसे में पुलिस कोशिश करती है कि उनको भिखारी या मानसिक रोगी बताकर काम खत्म कर लिया जाए. मैले कुचैले कपड़े, बढ़ी हुई दाढ़ी और बाल यह साबित करने के लिए काफी होते हैं. गवर्नमेंट के निर्देश पर अब लावारिस डेडबॉडी मिलने पर उसको 7ख् घंटे सेफ रखा जाएगा. फिर पोस्टमार्टम कराकर उनका अंतिम संस्कार कराया जाएगा. संडे को रेल दावा अभिकरण के पास झाड़ी में मिली महिला की डेडबॉडी को पुलिस ने मानसिक रोगी बता दिया था. इसके पहले रेलवे ऑफिसर के बंगले में एक युवती की डेडबॉडी मिली थी जिसे पुलिस ने भिखारी बताया था.
सूर्यकुंड पोखरे में मिली डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मोहल्ले के लोगों ने बताया कि वह अक्सर घूमती रहती थी. नशे की आदत की वजह से पानी में डूब गई.
नेहरू,
एसएचओ, थाना तिवारीपुर
Source: Gorakhpur Hindi News & Online Hindi Newspaper
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