सरधना चर्च के हुस्न में चार चांद लगाने की तैयारी है. इंडिया गेट के तर्ज पर इस चर्च में कंसेप्ट लाइटिंग लगाई जाएगी. गिरजाघर का कॉरिडोर, मूर्तियां, माता मरियम की पवित्र तस्वीर और मीनारें अंधेरी रात में एलआईडी रोशनी से नहाकर जगमगा उठेंगी. शाम ढ़लते ही दीदार करने वालों को तांता लग जाएगा. प्रदेश सरकार इसे पर्यटन के लिहाज से विश्व के नक्शे पर लाने जा रही है.
विश्व प्रसिद्ध है चर्च
विश्व प्रसिद्ध सरधना चर्च धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी महत्व रखता है. कृपाओं की माता के तीर्थस्थल के रुप में इस भव्य कैथोलिक चर्च को राजकीय बसीलिका का दर्जा प्राप्त है. कृपा की माता की चमत्कारी तस्वीर को देखने के लिए साल भर पर्यटक आते हैं. हर साल नवंबर माह के दूसरे शनिवार एवं रविवार को मेला लगता है. आकर्षण और आस्था के इस संगम को और भव्य बनाने की तैयारी है.
आस्था की थीम लाइटिंग में मरियम की तस्वीर
सरधना चर्च के सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र है-मरियम की तस्वीर. आर्कबिशप जेबी इवांजो ने रोम जाकर वहां कृपालुओं की माता के तीर्थस्थान मोंटेनेरी की पहाडि़यों पर स्थित माता मरियम की तस्वीर की हूबहू नकल कराई थी. इस तस्वीर को संत पोप ने सजदा किया और उत्तर भारत में माता मरियम का तीर्थस्थान शुरु करने की स्वीकृति प्रदान थी. यह तस्वीर इस चर्च में लगी है. इस तस्वीर के आसपास आस्था की थीम पर लाइटिंग लगाई जाएगी, ताकि लोग यहां पहुंचते ही श्रद्धा, अलौकिक शांति और आनंद से सराबोर हो उठें.
यहां लगेंगी 80 एलईडी लाइटें
चर्च में स्थापित क्8 फुट ऊंचे स्मारक पर क्क् आदमकद प्रतिमाएं एवं यीशु के जीवन की घटनाओं से जुड़ी प्रतिमाओं के आसपास एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी. गुंबद व मीनारों को रोशन किया जाएगा. बता दें कि इस चर्च का निर्माण क्8वीं शताब्दी में बेगम समरू ने जयपुर के सफेद पत्थर से कराया था.
सरधना विश्व प्रसिद्ध बसीलिका चर्च है. यहां हर साल लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस चर्च को इंडिया गेट के तर्ज पर थीम लाइटिंग से सजाया जाएगा, इस पर 80 लाख रुपये खर्च किए जाने का प्रस्ताव है.
-अमित, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी मेरठ व सहारनपुर मंडल.
विश्व प्रसिद्ध है चर्च
विश्व प्रसिद्ध सरधना चर्च धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी महत्व रखता है. कृपाओं की माता के तीर्थस्थल के रुप में इस भव्य कैथोलिक चर्च को राजकीय बसीलिका का दर्जा प्राप्त है. कृपा की माता की चमत्कारी तस्वीर को देखने के लिए साल भर पर्यटक आते हैं. हर साल नवंबर माह के दूसरे शनिवार एवं रविवार को मेला लगता है. आकर्षण और आस्था के इस संगम को और भव्य बनाने की तैयारी है.
आस्था की थीम लाइटिंग में मरियम की तस्वीर
सरधना चर्च के सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र है-मरियम की तस्वीर. आर्कबिशप जेबी इवांजो ने रोम जाकर वहां कृपालुओं की माता के तीर्थस्थान मोंटेनेरी की पहाडि़यों पर स्थित माता मरियम की तस्वीर की हूबहू नकल कराई थी. इस तस्वीर को संत पोप ने सजदा किया और उत्तर भारत में माता मरियम का तीर्थस्थान शुरु करने की स्वीकृति प्रदान थी. यह तस्वीर इस चर्च में लगी है. इस तस्वीर के आसपास आस्था की थीम पर लाइटिंग लगाई जाएगी, ताकि लोग यहां पहुंचते ही श्रद्धा, अलौकिक शांति और आनंद से सराबोर हो उठें.
यहां लगेंगी 80 एलईडी लाइटें
चर्च में स्थापित क्8 फुट ऊंचे स्मारक पर क्क् आदमकद प्रतिमाएं एवं यीशु के जीवन की घटनाओं से जुड़ी प्रतिमाओं के आसपास एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी. गुंबद व मीनारों को रोशन किया जाएगा. बता दें कि इस चर्च का निर्माण क्8वीं शताब्दी में बेगम समरू ने जयपुर के सफेद पत्थर से कराया था.
सरधना विश्व प्रसिद्ध बसीलिका चर्च है. यहां हर साल लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस चर्च को इंडिया गेट के तर्ज पर थीम लाइटिंग से सजाया जाएगा, इस पर 80 लाख रुपये खर्च किए जाने का प्रस्ताव है.
-अमित, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी मेरठ व सहारनपुर मंडल.
Source: City News Today
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