यह देसी डब्लूडब्लूई है. यहां गद्देदार रिंग नहीं हैं और न ही चकाचौंध करने वाली रोशनी. लेकिन इन पहलवानों का जज्बा देखने लायक है. गोमती अखाड़े की एक खासियत काबिलेगौर है. यहां एक ओर अली हैं तो दूसरी ओर बजरंगबली. हिन्दू और मुस्लिम भाईचारे की यह अद्भुत मिसाल चौक में दिखती है. दोनों सम्प्रदायों के लोग यहां दांव-पेंच आजमाते हैं. नाग पंचमी के मौके पर बुजुर्ग उस्तादों से लेकर छोटे-छोटे बच्चे तक अखाड़े की मिट्टी को पहले सिर पर लगाते हैं और फिर उठापटक का दौर शुरू हो जाता है.
नहीं जानते हैं अंडर टेकर और रॉक को
गोमती पहलवान अखाड़े का नजारा नाग पंचमी को देखने लायक रहता है. बड़ी संख्या में लोग यहां दंगल देखने के लिए मौजूद रहते हैं. कोई धोबी पाट मारता है तो कोई ढाक और डिपली जैसे दांव आजमाता है. मुकाबला मुश्किल होता है. हैरत की बात तो यह है कि जब इन पहलवानों से डब्लूडब्लूई के रेसलर्स के बारे में बात की तो वह यह नहीं बता सके कि अंडरटेकर और रॉक कौन हैं. वह तो केवल अर्जुन पुरस्कार विजेता चांदगी राम और दारा सिंह को ही जानते हैं.
मिट्टी में डाला जाता था तेल
पहलवान गोपाल साहू बताते हैं कि अखाड़े का मतलब केवल कुश्ती से ही नहीं था. बल्कि पहले तो यहां चिकनी मिट्टी में कई पीपे तेल, हल्दी, दूध और मट्ठा डाला जाता था. इसकी वजह थी कि यह मिट्टी इतनी ताकतवर हो जाए कि शरीर को इससे कुछ पौष्टिक तत्व मिल सकें. लेकिन अब तो अखाड़े खात्मे की ओर हैं. यंग जनरेशन जिम की ओर रुख कर रही है. डीपी सिंह बताते हैं कि पिता ओंकार सिंह स्पोर्ट्स चैम्पियन थे. लखनऊ से करीब फ्भ् किलोमीटर की दूरी पर जयपालपुर में उनके मकान के सामने पिता जी ने अखाड़ा बनवा रखा था. बचपन से ही शौक जाग गया जो अभी तक बरकरार है. अखाड़े में देसी कसरत का मजा ही कुछ और था. भीगे चने और दूध पीकर कसरत करने में जो मजा आता था, वह अभी तक यादगार है. नाग पंचमी के मौके पर चौक, सदर, गणेशगंज में दंगल होंगे.
प्रतियोगिता में आएंगे नामी पहलवान
गणेशगंज स्थित उस्ताद गिरधारी लाल पहलवान अखाड़े में नागपंचमी के अवसर पर शुक्रवार को राज्य स्तरीय विराट दंगल आयोजित किया जाएगा. इस दंगल में आस-पास के जिलों के नामी पहलवान हिस्सा लेंगे. यह जानकारी देते हुए दंगल प्रतियोगिता केसंयोजक और यूपी ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया ने बताया कि समारोह में चीफ गेस्ट भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह और अति विशिष्ट अतिथि यूपी ओलंपिक संघ के महासचिव आनन्देश्वर पाण्डेय होंगे. चारबाग के सभासद राम गोपाल जायसवाल की अध्यक्षता में होने वाले इस राज्य स्तरीय विराट दंगल में गोंडा, बहराइच, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा के पहलवान अपने गुरुओं के साथ कुश्ती कला का प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि दंगल के विजेता पहलवानों को कैश प्राइज दिया जाएगा.
नहीं जानते हैं अंडर टेकर और रॉक को
गोमती पहलवान अखाड़े का नजारा नाग पंचमी को देखने लायक रहता है. बड़ी संख्या में लोग यहां दंगल देखने के लिए मौजूद रहते हैं. कोई धोबी पाट मारता है तो कोई ढाक और डिपली जैसे दांव आजमाता है. मुकाबला मुश्किल होता है. हैरत की बात तो यह है कि जब इन पहलवानों से डब्लूडब्लूई के रेसलर्स के बारे में बात की तो वह यह नहीं बता सके कि अंडरटेकर और रॉक कौन हैं. वह तो केवल अर्जुन पुरस्कार विजेता चांदगी राम और दारा सिंह को ही जानते हैं.
मिट्टी में डाला जाता था तेल
पहलवान गोपाल साहू बताते हैं कि अखाड़े का मतलब केवल कुश्ती से ही नहीं था. बल्कि पहले तो यहां चिकनी मिट्टी में कई पीपे तेल, हल्दी, दूध और मट्ठा डाला जाता था. इसकी वजह थी कि यह मिट्टी इतनी ताकतवर हो जाए कि शरीर को इससे कुछ पौष्टिक तत्व मिल सकें. लेकिन अब तो अखाड़े खात्मे की ओर हैं. यंग जनरेशन जिम की ओर रुख कर रही है. डीपी सिंह बताते हैं कि पिता ओंकार सिंह स्पोर्ट्स चैम्पियन थे. लखनऊ से करीब फ्भ् किलोमीटर की दूरी पर जयपालपुर में उनके मकान के सामने पिता जी ने अखाड़ा बनवा रखा था. बचपन से ही शौक जाग गया जो अभी तक बरकरार है. अखाड़े में देसी कसरत का मजा ही कुछ और था. भीगे चने और दूध पीकर कसरत करने में जो मजा आता था, वह अभी तक यादगार है. नाग पंचमी के मौके पर चौक, सदर, गणेशगंज में दंगल होंगे.
प्रतियोगिता में आएंगे नामी पहलवान
गणेशगंज स्थित उस्ताद गिरधारी लाल पहलवान अखाड़े में नागपंचमी के अवसर पर शुक्रवार को राज्य स्तरीय विराट दंगल आयोजित किया जाएगा. इस दंगल में आस-पास के जिलों के नामी पहलवान हिस्सा लेंगे. यह जानकारी देते हुए दंगल प्रतियोगिता केसंयोजक और यूपी ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया ने बताया कि समारोह में चीफ गेस्ट भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह और अति विशिष्ट अतिथि यूपी ओलंपिक संघ के महासचिव आनन्देश्वर पाण्डेय होंगे. चारबाग के सभासद राम गोपाल जायसवाल की अध्यक्षता में होने वाले इस राज्य स्तरीय विराट दंगल में गोंडा, बहराइच, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा के पहलवान अपने गुरुओं के साथ कुश्ती कला का प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि दंगल के विजेता पहलवानों को कैश प्राइज दिया जाएगा.
Source: Lucknow Latest News
No comments:
Post a Comment