Wednesday, July 30, 2014

Tension at silagai villege of chanho thana area

अमर शहीद वीर बुधू भगत और अंग्रेजों के खिलाफ लरका विद्रोह की जन्मस्थली चान्हों थाना क्षेत्र के सिलागांई गांव में ईदगाह की जमीन को लेकर दो गुटों के हिंसक झड़प में जल गया. मंगलवार को ईद का नमाज अदा करने को लेकर दोनों गुटों में तनाव कायम हो गया. बाहरी तत्वों ने न सिर्फ गांव के घरों को तहस नहस किया, बल्कि गांव की युवतियों के साथ छेड़खानी व इज्जत भी लूटने की कोशिश की. स्थिति को नियंत्रण करने के लिए ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा, खलारी डीएसपी प्रेम किशोर समेत कई पुलिस पदाधिकारी गांव पहुंचे. उनलोगों ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी नहीं सुनीं. नमाज अदा करने के बाद उग्र लोगों ने सिलागांई गांव में जमीन पर नमाज अदा नहीं करने देने पर हरवे हथियार से हमला कर दिया, जिसमें सिलागाई गांव के दशरथ उरांव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए.

पुलिस ने की हवाई फायरिंग

नमाज पढ़ने के दौरान दो गुट के बीच मंगलवार को तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. स्थिति नियंत्रण करने के लिए पहुंची पुलिस की टीम को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. हवाई फायरिंग करने के बाद भीड़ उग्र हो गई. भीड़ ने मौके पर मौजूद खलारी डीएसपी राधा प्रेम किशोर को भी निशाना बनाया, जिससे उनके सिर में चोट लगी है. भीड़ ने उनके बॉडीगार्ड को भी जख्मी कर दिया.

चार एकड़ जमीन है विवाद की जड़

सोर्सेज के अनुसार सिलादाई गांव स्थित चार एकड़ भूमि को लेकर विवाद चल रहा है. इस पर कुछ लोग कब्जा करना चाहते हैं, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह उनकी पुश्तैनी जमीन है. इस पर किसी का कब्जा नहीं होने देंगे. लगभग चार एकड़ जमीन इस घटना का मुख्य कारण बनी.

चान्हों सीआई ने क्यों नहीं किया निबटारा

गौरतलब है कि जमीन विवाद निबटारे को लेकर सोमवार को प्रशासन की ओर से प्रखंड मुख्यालय में बैठक बुलाई गई थी, लेकिन इसमें विवाद का कोई सर्वमान्य हल नहीं निकल सका था. एक समुदाय के लोगों ने सड़क पर ही नमाज अदा करने की घोषणा की थी, जिसे लोगों ने स्वीकार कर लिया था. इससे पूर्व 26 जुलाई को ग्राम समिति की बैठक हुई थी. बैठक में यह फैसला लिया गया था कि गांव की सड़कों पर ही लोग नमाज अदा करेंगे. पर, ईद की सुबह वे लोग नमाज अदा करने के लिए उक्त विवादित भूमि पर जुटे थे. उन्हें नमाज अदा करने के लिए जमीन दी भी जा रही थी. ग्रामीण घर जा रहे थे. इसी क्रम में राह चलते लोगों को पीटा गया. हवाई फायरिंग की गई. लोगों ने आरोप लगाया कि चान्हों के सीआई सूबेदार राम ही इस मामले में दोषी है. उन्होंने जान बूझकर इस मामले को निबटारा नहीं किया है, जबकि यह बहुत पुराना मामला है.

प्रशासन ने रोक रखा था गांववालों को

गांव के लोगों का आरोप है कि उसे प्रशासन के लोगों ने रोक कर रखा था. उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया था. प्रशासन ने कहा कि वे लोग इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं. इसलिए किसी ने कुछ नहीं बोला. सब लोग अपने काम में जुट गए. तभी युवकों का हुजूम ट्रकों, बाइक व अन्य वाहनों में पंडरी, बयासी, बलसुकरा, मदरसा, मसमानों, चौरेया बयासी, लापुंग, कुडू, इटकी के कई लोग वहां पहुंचे और ग्रामीणों पर हमला बोल दिया.

गांव में धारा 144, रात भर चली छापेमारी

सिलादाई गांव शांति भंग नहीं हो, इसके लिए धारा 144 लगा दिया गया है. वहीं, पुलिस ने सर्च अभियान चलाया. सर्च अभियान के दौरान गांव के बाहरी इलाके में छिपे लगभग 44 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है. घटनास्थल पर पहुंचे डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में ग्रामीणों की ओर से प्राथमिकी, पुलिस बल पर हमला करने पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. गांव में शांति और सौहार्द का वातावरण को जिसने भी बिगाड़ा है, उन्हें चिह्नित कर लिया गया है. पुलिस अगर चाहेगी तो इस पर प्रीवेंटिव एक्शन लिया जाएगा. 

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