याचिका दायर
खस्ताहाल आर्थिक स्थिती में चल रहे पाकिस्तान का जो भी हाल हो लेकिन यहां के प्रधानमंत्री एक शाही जीवन जी रहे हैं. एक तरफ़ जहां पाकिस्तान की आर्थिक हालत खस्ता है, वहीं दूसरी तरफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने लिए साढ़े 22 करोड़ की कारें खरीद रहे हैं और अपने कुत्तों पर 24 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं. नवाज शरीफ की इस शाही अंदाज को देखते हुए एक पाकिस्तानी एडवोकेट ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट ने भी इसे सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है, हालाँकि सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की है.
खोजी कुत्ते और बुलेट प्रूफ कार
पाकिस्तानी एडवोकेट सैयद फिरोज शाह गिलानी ने लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है. इस याचिका में दावा किया गया है कि सरकार की कम खर्च की नीति एक झूठ है. इस नीति की परवाह किए बगैर शरीफ के घर के लिए दो बुलेट प्रूफ कार की खरीदी गई जिसपर 22 करोड़ 40 लाख रुपये खर्च किए गए जबकि खोजी कुत्तों पर 24 लाख रुपए खर्च किए गए. गिलानी ने कहा, इसके अलावा प्रधानमंत्री निवास के री कंस्ट्रक्शन पर भी बड़ी रकम खर्च की जा रही है. एडवोकेट ने कहा कि इस्लाम में निजी ऐशोआराम के लिए हुक्मरानों को खजाने का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है. गीलानी ने कहा, देश की इकनॉमी गहरी मंदी में है, फिर भी इस तरह से सरकारी खजानों का निजी इस्तेमाल के लिए यूज किया जा रहा है. उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि बुलेट प्रूफ कार और खोजी कुत्तों की खरीदारी रोके. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख अभी तय नहीं की है.
खस्ताहाल आर्थिक स्थिती में चल रहे पाकिस्तान का जो भी हाल हो लेकिन यहां के प्रधानमंत्री एक शाही जीवन जी रहे हैं. एक तरफ़ जहां पाकिस्तान की आर्थिक हालत खस्ता है, वहीं दूसरी तरफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने लिए साढ़े 22 करोड़ की कारें खरीद रहे हैं और अपने कुत्तों पर 24 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं. नवाज शरीफ की इस शाही अंदाज को देखते हुए एक पाकिस्तानी एडवोकेट ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट ने भी इसे सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है, हालाँकि सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की है.
खोजी कुत्ते और बुलेट प्रूफ कार
पाकिस्तानी एडवोकेट सैयद फिरोज शाह गिलानी ने लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है. इस याचिका में दावा किया गया है कि सरकार की कम खर्च की नीति एक झूठ है. इस नीति की परवाह किए बगैर शरीफ के घर के लिए दो बुलेट प्रूफ कार की खरीदी गई जिसपर 22 करोड़ 40 लाख रुपये खर्च किए गए जबकि खोजी कुत्तों पर 24 लाख रुपए खर्च किए गए. गिलानी ने कहा, इसके अलावा प्रधानमंत्री निवास के री कंस्ट्रक्शन पर भी बड़ी रकम खर्च की जा रही है. एडवोकेट ने कहा कि इस्लाम में निजी ऐशोआराम के लिए हुक्मरानों को खजाने का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है. गीलानी ने कहा, देश की इकनॉमी गहरी मंदी में है, फिर भी इस तरह से सरकारी खजानों का निजी इस्तेमाल के लिए यूज किया जा रहा है. उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि बुलेट प्रूफ कार और खोजी कुत्तों की खरीदारी रोके. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख अभी तय नहीं की है.
Source: International News
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