Producer: Dia Mirza, Sahil Sangha
Director: Samar Shaikh
Cast: Vidya Balan, Ali Fazal, Arjan Bajwa, Anupriya, Supriya Pathak, Tanvi Azmi, Khaala
Aakash Dahiya, Rajendra Gupta, Kiran Kumar, Benaf Dadachanji, Prasad Barve, Zarina Wahab.
Rating: 4/5 star
हैदराबाद में रहने वाली बॉबी (विद्या बालन) का बस एक ही ख्वाब है कि उसे टॉप लेबल की डिटेक्टिव बनना है. इस ख्वाब के लिए वो तसव्वुर (अली फजल) के प्यार को भी नजरअंदाज कर देती है. मिडिल क्लास फेमिली के जाने कितने रिस्टिक्शन की दीवार पार करके जब वो हकीकत की दुनिया में आती है तो उसे पता चलता है कि वो बीइंग गर्ल डिटेक्टिव्स की दुनिया में एक्सेप्टेड ही नहीं है. बॉबी फैसला करती है कि वो अपनी खुद की डिटेक्टिव एजेंसी खोलेगी. एजेंसी तमाम जोड़ तोड़ और तसव्वुर के अनकंडीशनल सर्पोट से खुल जाती है पर अब केस कहां से आएगा. केस भी आ ही जाता है और शुरू होता है बॉबी का इंवेस्टिगेशन और इसके साथ शुरू होता है चौकने और गिर गिर कर संभलने का सिलसिला. बॉबी हैरान है जब उसका इंवेस्टिगेशन उसी के क्लाइंट को कटघरे में खड़ा कर देता है.
ट्रेलर में देखें विद्या के बदलते अंदाज
फिल्म में विद्या 12 डिफरेंट लुक्स में माइंड ब्लोइंग परफार्मेंस देती दिखाई दी हैं पर ये तो विद्या के बारे में कोई नयी बात नहीं है. कमाल तो डायरेक्टर समर शेख का है जिन्होंने विद्या को पूरी लिबर्टी देकर भी फिल्म को अपने कंट्रोल में रखा है या फिर कमाल हैं अली फजल का जो विद्या के सामने दबे हुए नहीं दिखते. या सबसे बड़ा कमाल है हैदराबाद को उसके लाइफ स्टाइल और फ्लेवर को फिल्म का पार्ट बना देना. बिना शक ये विद्या की फिल्म है और उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी और डेडिकेशन से किया है लेकिन बाकी सर्पोर्टिंग कास्ट के बिना इस फिल्म में वो इफेक्ट नहीं आता जो अब दिखाई पड़ा है. हर कोई बस ऐसा लगता है कि उसी रोल के लिए बना है जो उसने प्ले किया है. फिल्म बिना शक मिस करने वाली नहीं है.
Director: Samar Shaikh
Cast: Vidya Balan, Ali Fazal, Arjan Bajwa, Anupriya, Supriya Pathak, Tanvi Azmi, Khaala
Aakash Dahiya, Rajendra Gupta, Kiran Kumar, Benaf Dadachanji, Prasad Barve, Zarina Wahab.
Rating: 4/5 star
हैदराबाद में रहने वाली बॉबी (विद्या बालन) का बस एक ही ख्वाब है कि उसे टॉप लेबल की डिटेक्टिव बनना है. इस ख्वाब के लिए वो तसव्वुर (अली फजल) के प्यार को भी नजरअंदाज कर देती है. मिडिल क्लास फेमिली के जाने कितने रिस्टिक्शन की दीवार पार करके जब वो हकीकत की दुनिया में आती है तो उसे पता चलता है कि वो बीइंग गर्ल डिटेक्टिव्स की दुनिया में एक्सेप्टेड ही नहीं है. बॉबी फैसला करती है कि वो अपनी खुद की डिटेक्टिव एजेंसी खोलेगी. एजेंसी तमाम जोड़ तोड़ और तसव्वुर के अनकंडीशनल सर्पोट से खुल जाती है पर अब केस कहां से आएगा. केस भी आ ही जाता है और शुरू होता है बॉबी का इंवेस्टिगेशन और इसके साथ शुरू होता है चौकने और गिर गिर कर संभलने का सिलसिला. बॉबी हैरान है जब उसका इंवेस्टिगेशन उसी के क्लाइंट को कटघरे में खड़ा कर देता है.
ट्रेलर में देखें विद्या के बदलते अंदाज
फिल्म में विद्या 12 डिफरेंट लुक्स में माइंड ब्लोइंग परफार्मेंस देती दिखाई दी हैं पर ये तो विद्या के बारे में कोई नयी बात नहीं है. कमाल तो डायरेक्टर समर शेख का है जिन्होंने विद्या को पूरी लिबर्टी देकर भी फिल्म को अपने कंट्रोल में रखा है या फिर कमाल हैं अली फजल का जो विद्या के सामने दबे हुए नहीं दिखते. या सबसे बड़ा कमाल है हैदराबाद को उसके लाइफ स्टाइल और फ्लेवर को फिल्म का पार्ट बना देना. बिना शक ये विद्या की फिल्म है और उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी और डेडिकेशन से किया है लेकिन बाकी सर्पोर्टिंग कास्ट के बिना इस फिल्म में वो इफेक्ट नहीं आता जो अब दिखाई पड़ा है. हर कोई बस ऐसा लगता है कि उसी रोल के लिए बना है जो उसने प्ले किया है. फिल्म बिना शक मिस करने वाली नहीं है.
Source: Movie Reviews
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