टीम को देनी थी अच्छी शुरूआत
इंग्लैंड और भारत के बीच खेले जाने वाले पहले मैच में मुरली विजय 122 रन बनाकर खेल रहे हैं. एक दिन का खेल समाप्त होने के बाद मुरली विजय ने प्रेस कॉंफ्रेंस में बताया कि वे अपनी टीम को एक अच्छी शुरूआत देना चाहते थे और वे नेट प्रेक्टिस के दौरान काफी अच्छी तरह खेल रहे थे. इसलिए जब थर्सडे को मैच शुरू हुआ तो वे काफी पॉजिटिवली खेलने उतरे. इससे उन्हें विदेशी सरजमीं पर अपने कैरियर का पहला शतक मिला. इससे पहले वे साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में भी तकरीबन आठ इनिंग्स में टीम को अच्छी शुरूआत दे चुके हैं. हालांकि इन पारियों में शतक बनाने में सफल नही हुए.
पिच थी अनुकूल तो जोड़े खूब रन
प्रेस कॉफ्रेंस में मुरली विजय ने इंग्लैंड के ट्रेंट ब्रिज मैदान की पिच के बारे में भी बताया. गौरतलब है कि इंग्लैंड के स्टेडियम्स का ड्रेनेज सिस्टम हाल ही में बदला गया है. इसकी वजह से पिचों में बदलाव आ गया है. इससे यह आशंका लगाई जा रही थी कि नई पिच गेंदबाजों को हैल्प करेगी. हालांकि मुरली विजय ने प्रेस को बताया कि इस मैदान की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल थी इसलिए उन्होंने इस चीज का भरपूर फायदा उठाया.
धैर्य से लिया काम और खेलता रहा
मुरली विजय ने बताया कि पिछली कई पारियों में मैं हाफ सेंचुरी बनाकर आउट हो गया था. इन असफलताओं से मैने सबक लिया और धैर्य से खेलना सीखा. इस वजह से ही में क्रीज पर समय बिता पा रहा हुं. इसके बाद उन्होंने मैच के फॉर्मेट की बात करते हुए कहा कि यह टेस्ट मैच है इसलिए इसमें पेशेंस की जरूरत होती है.
इंग्लैंड और भारत के बीच खेले जाने वाले पहले मैच में मुरली विजय 122 रन बनाकर खेल रहे हैं. एक दिन का खेल समाप्त होने के बाद मुरली विजय ने प्रेस कॉंफ्रेंस में बताया कि वे अपनी टीम को एक अच्छी शुरूआत देना चाहते थे और वे नेट प्रेक्टिस के दौरान काफी अच्छी तरह खेल रहे थे. इसलिए जब थर्सडे को मैच शुरू हुआ तो वे काफी पॉजिटिवली खेलने उतरे. इससे उन्हें विदेशी सरजमीं पर अपने कैरियर का पहला शतक मिला. इससे पहले वे साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में भी तकरीबन आठ इनिंग्स में टीम को अच्छी शुरूआत दे चुके हैं. हालांकि इन पारियों में शतक बनाने में सफल नही हुए.
पिच थी अनुकूल तो जोड़े खूब रन
प्रेस कॉफ्रेंस में मुरली विजय ने इंग्लैंड के ट्रेंट ब्रिज मैदान की पिच के बारे में भी बताया. गौरतलब है कि इंग्लैंड के स्टेडियम्स का ड्रेनेज सिस्टम हाल ही में बदला गया है. इसकी वजह से पिचों में बदलाव आ गया है. इससे यह आशंका लगाई जा रही थी कि नई पिच गेंदबाजों को हैल्प करेगी. हालांकि मुरली विजय ने प्रेस को बताया कि इस मैदान की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल थी इसलिए उन्होंने इस चीज का भरपूर फायदा उठाया.
धैर्य से लिया काम और खेलता रहा
मुरली विजय ने बताया कि पिछली कई पारियों में मैं हाफ सेंचुरी बनाकर आउट हो गया था. इन असफलताओं से मैने सबक लिया और धैर्य से खेलना सीखा. इस वजह से ही में क्रीज पर समय बिता पा रहा हुं. इसके बाद उन्होंने मैच के फॉर्मेट की बात करते हुए कहा कि यह टेस्ट मैच है इसलिए इसमें पेशेंस की जरूरत होती है.
Source: Cricket News 2014
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