अब गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में बाहर की दवा लिखने पर पाबंदी लगेगी. शासन ने दवाओं की कमी पूरा करने के लिए लिस्ट में महंगी दवाएं समेत 120 और दवाएं शामिल की हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव के निर्देश पर सभी दवाएं अस्पतालों को सप्लाई की जाएंगी. शासन की मंशा है कि लोगों को गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में सस्ते और सुलभ इलाज मुहैया हो सके. डॉक्टरों द्वारा पेंशेट के लिए बाहर से दवा लिखने पर पूरे तरीके से पाबंदी लगेगी. दवा न मिलने की स्थिति में इसकी कंप्लेन चिकित्सा अधीक्षक, सीएमओ, या प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से की जा सकती है.
प्रेगनेंसी से लेकर डिलीवरी तक की दवाएं मिलेगी मुफ्त
शासन के निर्देशानुसार गवर्नमेंट हॉस्पिटल में प्रेगनेंट महिलाओं को प्रेगनेंसी से लेकर प्रसव तक पूरी दवाएं फ्री मुहैया होगी. इसके साथ ही जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी हॉस्पिटल में सभी सुविधाएं मुहैया करानी होंगी.
ये दवाएं की गईं शामिल
शासन द्वारा जिन नई 120 दवाओं को लिस्ट में शामिल किया गया है, उनमें कीमोथेरेपी के साथ कई मंहगी दवाएं शामिल हैं.
हार्ट के लिए: मेट्रोप्रोरॉट, क्लोपीडो ग्रल, ट्राई मेटाजिडिन, स्टेपटोकाइनेज, यूरो काइनेज समेत अन्य दवाओं को शामिल किया गया है.
एंटीबायटिक: डैजोपेक्टम, पाइप्रासिन, सॉल्ववेक्टम व अन्य
सांस के लिए: टायओबा, बूराकॉर्ड, बुडाकार्ड समेत अन्य दवाएं
बच्चों के लिए: एमॉक्सिन, क्लेवनिक, एसिड, डॉम पैरीडॉम, रोजुआस्टेटिन समेत अन्य दवाएं शामिल की गई हैं.
हर बीमारी की दवा मिलेगी मुफ्त
गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में हर छोटी-बड़ी बीमारी की दवा फ्री में मिलेगी. इसके लिए आपको एक रुपये का पर्चा बनवाकर हॉस्पिटल के मेडिसन स्टोर में जाना होगा, डॉक्टर के पर्चे के आधार पर आपको दवा मुहैया होगी. पहले फॉर्मासिस्ट पेंशेंट से दवा न होने का बहाना बनाकर टरका देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
Source: Agra City News
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