Wednesday, July 16, 2014

No complaints in police

थानों से लेकर एसपी तक दरवाजा खटखटाने के बावजूद जब पीडि़तों को न्याय नहीं मिलता तो आखिर में एसएसपी, डीआईजी या फिर आईजी ऑफिस में पहुंचकर अपनी जान गंवाने के लिए पीडि़तों को मजबूर होना पड़ता है. यहां तो कोई बोतल में केरोसिन लाकर अपने ऊपर छिड़क लेता है या फिर कोई जहर खा लेता है. अधिकारी खुद चिंतित का विषय मान रहे है. सवाल है जब थाने और सीओ शिकायत नहीं सुनेंगे तो अफसरों के यहां तो भीड़ लगेगी.

क्या यही तरीका है

जिस प्रकार पुलिस अधिकारियों के दरबार में केरोसिन की बोतल या जहर लेकर पीडि़त आ रहे हैं. इससे ऐसा लगता है कि क्या जहर और आत्मदाह ही कार्रवाई का एकमात्र तरीका बचा है. यदि थाने से लेकर एसपी दरबार में पीडि़तों की सुनवाई हो और पुलिस की कार्य प्रणाली में सुधार आए तो शायद इस तरह की आत्मदाह और जहर खाने की नौबत पीडि़तों को नहीं आएंगी. इसके लिए पुलिस को ईमानदार होना भी बेहद जरूरी है.

शिकायतों की स्थिति

थाने में केस दर्ज होने के बाद जब पीडि़तों को न्याय नहीं मिलता तो इंवेस्टीगेशन ऑफिसर की शिकायत लेकर थानेदार के पास पहुंचती है. जब थानेदार भी सुनवाई नहीं करता तो फिर सीओ के दरबार में कार्रवाई की मांग करती है. सीओ से उम्मीदों पर पानी फिर जाने के बाद एसपी सिटी या एसपी देहात के यहां इंसाफ के लिए लोग पहुंचते हैं. सीओ और एसपी के यहां करीब ढाई हजार शिकायत महीने में आ जाती हैं.

वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत

सीओ और एसपी से आस टूट जाने के बाद एसएसपी के पास शिकायत लेकर पीडि़त पहुंच जाते हैं और कार्रवाई की मांग करते हैं. यदि एसएसपी से भी आस टूट जाती है तो यहां पीडि़त केरोसिन का तेल डालकर या फिर जहर खाकर जान देने की कोशिश करता है. इसके अलावा डीआईजी और आईजी ऑफिस में भी परेशान पीडि़त कुछ भी करने को उतारू हो जाते हैं.

कैसी-कैसी शिकायतें

क्. रेप पीडि़ता के दारोगा नहीं कराए जा रहे बयान

कुछ दिन पूर्व रक्षा पुरम की रेप पीडि़ता ने आरोप लगाया था कि कंकरखेड़ा थाने में तैनात दारोगा उनके क्म्ब् के बयान नहीं करा रहा है. जिस पर एसएसपी ने एसओ कंकरखेड़ा को ऑफिस में तलब कर दिया था और दारोगा को सस्पेंड कर दिया था.

ख्. गोली मारने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं

लिसाड़ी गेट एरिया में बजरंग दल के नेता दिलशाद भारती को कुछ लोगों ने गोली मारकर घायल कर दिया था. जिसको मेडिकल में भर्ती कराने के बाद दिल्ली रेफर कर दिया गया था.भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता बासित अली ने एसएसपी से शिकायत की थी कि लिसाड़ी गेट पुलिस इस घटना पर कोई वर्क नहीं कर रही है, जो नियम विरुद्व है.

फ्. छेड़खानी पर नहीं लग पा रहा है लगाम

ख्भ् जून को कंकरखेड़ा की दो बहनें एसएसपी ऑफिस पहुंची और शिकायत की थी कि दो लड़कों ने उनका जीना मुहाल कर दिया है. उनके साथ छेड़खानी करते हैं. पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.

ब्. लूट और डकैती पर नहीं लग रहा लगाम

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कुछ दिन पूर्व एसएसपी ओंकार सिंह से नाराजगी जताई थी कि शहर में बदमाश खुलेआम लूटपाट और डकैती की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी है. इस संबंध में भाजपा शहर के तमाम थानों का भी घेराव कर रही है.

भ्. हत्यारोपी पर कार्रवाई नहीं

ब्रहमपुरी एरिया में एक विवाहिता को हाल ही में ससुरालियों ने जलाकर मार दिया गया था. ब्रहमपुरी पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी ऑफिस के पास मायके पक्ष के लोगों ने जमा लगा दिया था. आश्वासन के बाद ही मामला निपटा था.

हाल ही में आत्मदाह की कोशिश

क्. फ्0 जून को सरधना के मोहल्ला छावनी कस्बा की रहने वाली एक नाबालिग लड़की से मार्च में अकील, शकील, जाहिद पुत्र जहीर एवं इफराईम पुत्र मोहम्मद अमर निवासी मोहल्ला अंसार नगर ने अपहरण कर गैंग रेप कर लिया था. इस संबध में थाना सरधना में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा कायम कराया गया था. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने और पीडि़ता के बयान दर्ज न कराने को लेकर पीडि़ता के परिजनों ने केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था.

ख्. ख्ख् जून ख्0क्ब् को सदर थाने में कंकरखेड़ा की रहने वाली एक युवती आत्मदाह करने के लिए पहुंची. पीडि़ता का आरोप था कि एक युवक बड़े लेवल पर सट्टेबाजी का काम करता है.

फ्. ख्8 जून ख्0क्ब् को एसएसपी ऑफिस में लिसाड़ी गेट की एक महिला आई और मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की थी.

ब्. ख्7 जून ख्0क्ब् को रोहतक की ढिंगल निवासी युवती आईजी ऑफिस पहुंची और केरोसिन उड़ेलकर आत्मदाह की कोशिश की.

ऑफिस में केरोसिन लाकर अपने ऊपर छिड़कना या फिर जहर खाना गलत है.यदि कोई थानेदार या सीओ और एसपी आपकी शिकायत नहीं सुन रहे हैं तो आप हम से संपर्क कर सकते हैं. शिकायतकर्ता को गलत कदम नहीं उठाना चाहिए.

ओंकार सिंह

एसएसपी 

No comments:

Post a Comment