केरा नाइटले मैरिज करना ही नहीं चाहती थीं. जिस इनवॉयरमेंट में उनकी अपब्रिंगिंग हुई थी वहां फिजिकल रिलेशन तो नेसेसरी और इंर्पोटेंट माने जाते थे लेकिन मैरिज को लेकर सोच थी कि ये एक अननेसेसरी सोशल इंस्टीट्यूशन है. यही वजह थी कि वे फिजिकल इनवॉलमेंट को ही सही मानती थीं.
फिल्म 'बिगेन अगेन' में काम कर चुकी केरा नाइटले का कहना है कि उन्होंने अपने बारे में कभी नहीं सोचा था कि वे खुद कभी शादी भी करेंगी. यहां तक कि फियांसे द क्लैक्जॉन्स कीबोर्डिस्ट जेम्स राइटॉन से मिलने के बाद भी उनके मन में शादी को लेकर काफी कन्फ्यू्जन और डाउटस थे. फिर भी उन्होंने लास्ट इयर शादी की और उसके बाद उनकी ओपिनियन बदल गयी. उन्हें लगने लगा कि ये खूबसूरत, जरूरी और इंर्पोटेंट इंस्टीट्यूशन है.
केरा नाइटले का कहना है कि वे कभी प्लान करके कुछ नहीं करती हैं अपनी इंस्ट्क्टि की ही सुन कर डिसीजन लेती हैं. हालाकि उन्हें मैरिज के बारे में कभी कंपेल नहीं किया गया लेकिन उनकी शादी से उनके पेरेंटस भी काफी खुश हुए. उन लोगों को भी लगता है कि शादी मुझे एक डिसीप्लिन में रह कर सोचना सिखाएगी. हालाकि जब वो बड़ी हो रही थीं तो उन्हें शादी की इंर्पोटेंस नहीं समझ में आती थी. वो सोच नहीं पाती थीं कि लोग फिजिकली करीब आने के लिए शादी क्यों करते हैं. लेकिन अब उन्हें समझ आ गया है कि शादी फिजिकल रिलेशन का ही नहीं कमिटमेंट और कंसर्न का नाम है और अब वो लाइफ में मैरिज की इंर्पोटेंस समझती है और जानती हैं कि ये लाइफ का खूबसूरत और जरूरी पार्ट है.
फिल्म 'बिगेन अगेन' में काम कर चुकी केरा नाइटले का कहना है कि उन्होंने अपने बारे में कभी नहीं सोचा था कि वे खुद कभी शादी भी करेंगी. यहां तक कि फियांसे द क्लैक्जॉन्स कीबोर्डिस्ट जेम्स राइटॉन से मिलने के बाद भी उनके मन में शादी को लेकर काफी कन्फ्यू्जन और डाउटस थे. फिर भी उन्होंने लास्ट इयर शादी की और उसके बाद उनकी ओपिनियन बदल गयी. उन्हें लगने लगा कि ये खूबसूरत, जरूरी और इंर्पोटेंट इंस्टीट्यूशन है.
केरा नाइटले का कहना है कि वे कभी प्लान करके कुछ नहीं करती हैं अपनी इंस्ट्क्टि की ही सुन कर डिसीजन लेती हैं. हालाकि उन्हें मैरिज के बारे में कभी कंपेल नहीं किया गया लेकिन उनकी शादी से उनके पेरेंटस भी काफी खुश हुए. उन लोगों को भी लगता है कि शादी मुझे एक डिसीप्लिन में रह कर सोचना सिखाएगी. हालाकि जब वो बड़ी हो रही थीं तो उन्हें शादी की इंर्पोटेंस नहीं समझ में आती थी. वो सोच नहीं पाती थीं कि लोग फिजिकली करीब आने के लिए शादी क्यों करते हैं. लेकिन अब उन्हें समझ आ गया है कि शादी फिजिकल रिलेशन का ही नहीं कमिटमेंट और कंसर्न का नाम है और अब वो लाइफ में मैरिज की इंर्पोटेंस समझती है और जानती हैं कि ये लाइफ का खूबसूरत और जरूरी पार्ट है.
Source: Hollywood News
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