राजधानी पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक चोरी की घटनाओं का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के शातिर चोर को अरेस्ट किया है. आरोपी बंद घरों को निशाना बनाता था. उसके पास से करीब छह लाख का माल बरामद किया गया है.
बन्नू स्कूल से दबोचा गया
दरअसल, पिछले कुछ समय से सिटी में चोरी और नकबजनी की घटनाएं तेजी से बढ़ी. चोर बंद घरों को निशाना बना रहे थे. मामले के खुलासे के लिए एसएसपी अजय रौतेला ने एसओजी और नेहरू कॉलोनी पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया था. टीम चोरों की धरपकड़ के प्रयास कर रही थी. इसी कड़ी में जांच पड़ताल और सुरगारशी करते हुए टीम ने मंडे नाइट एक अंतर्राज्यीय चोर को रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल के गेट से धर दबोचा. पूछताछ में उसने चोरी की छह घटनाओं को अंजाम दिए जाने की बात कबूल की.
बंद घरों पर नजर
ट्यूजडे को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी अजय रौतेला ने बताया कि आरोपी की पहचान ललित बेरवा उर्फ अमित गुप्ता पुत्र स्व. लक्ष्मीनारायण निवासी रेलवे स्टेशन लाखेरी थाना लाखेरी जिला बूंदी राजस्थान के रूप में हुई है. आरोपी ने नेहरू कॉलोनी, राजपुर, रायपुर व पटेलनगर एरिया में चोरी की सात वारदातों को अंजाम दिए जाने की बात कबूल की है. उसकी निशानदेही पर चोरी का एक लैपटॉप व दस हजार की नगदी के साथ साढ़े पांच लाख की ज्वेलरी बरामद की गई है.
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गलत संगत ने बनाया चोर
एसएसपी ने बताया कि ललित उर्फ अमित गुप्ता के पिता स्व. लक्ष्मीनारायण नगर निगम कोटा राजस्थान से कमिश्नर के पद से रिटायर्ड थे. मां डॉक्टर हैं. अभियुक्त पढ़ा लिखा है. उसने सुबोध डिग्री कॉलेज जयपुर से बीकॉम, ओम कोठारी मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट जयपुर से बीबीए व मैनेजमेंट कॉलेज पुणे से एमबीए प्रथम इयर की पढ़ाई की है. गलत संगत में पड़ने के कारण उसने वर्ष ख्000 से चोरी करनी शुरू कर दी. मई माह से वह दून में चोरी कर रहा था.
खा चुका है जेल की हवा
एसएसपी ने बताया कि ललित पेशे चोर है. उसके खिलाफ राजस्थान के अलग अलग थाने में चोरी के तीस मुकदमे दर्ज हैं. वर्ष ख्000 से वह चोरी कर रहा था. कई मर्तबा वह जेल भी जा चुका है. वर्ष ख्00ख् में उसे तीन साल की सजा हुई. वर्ष ख्00भ् में वह जेल से बाहर निकला और फिर से चोरी करने लगा. वर्ष ख्008 में वह फिर से जेल गया, लेकिन वर्ष ख्0क्0 में फिर जेल से छूट गया. तब से अब तक वह चोरी कर रहा था.
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ऑफिस टाइम में करता था चोरी
अमित ने चोरी को पेशा बना लिया था. प्रेस कांफ्रेस के दौरान पूछताछ में अमित ने बताया कि वह ऑफिस टाइम की तरह चोरी करता है. सुबह नौ बजे से पांच बजे तक वह चोरी करने निकलता है. इस दौरान उसे जो भी बंद घर दिखाई देता है वह उसी में चोरी करता. पांच बजे के बाद उसे चोरी करना पसंद नहीं है. एसएसपी ने बताया कि अमित की शादी दून से हुई है.
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इन चोरियों का हुआ खुलासा
ख्क् जुलाई- पटेलनगर एरिया के कैलाशपुरी स्थित बंद घर में चोरी
क्0 जुलाई- नेहरू कॉलोनी के ऑफिसर कॉलोनी रेसकोर्स में हुई चोरी
फ्0 जुलाई- नेहरू कॉलोनी के सांई लोक कॉलोनी में हुई चोरी
ख्9 जुलाई- रायपुर एरिया के किद्दूवाला स्थित बंद घर में चोरी
ख्8 जून- राजपुर एरिया के बॉडीगार्ड कॉलोनी में हुई बंद घर में चोरी
ख्ब् जून- रायपुर एरिया के किशनपुर में हुई चोरी की वारदात
ख्भ् मई- राजपुर एरिया के किशनपुर में हुई चोरी
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बन्नू स्कूल से दबोचा गया
दरअसल, पिछले कुछ समय से सिटी में चोरी और नकबजनी की घटनाएं तेजी से बढ़ी. चोर बंद घरों को निशाना बना रहे थे. मामले के खुलासे के लिए एसएसपी अजय रौतेला ने एसओजी और नेहरू कॉलोनी पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया था. टीम चोरों की धरपकड़ के प्रयास कर रही थी. इसी कड़ी में जांच पड़ताल और सुरगारशी करते हुए टीम ने मंडे नाइट एक अंतर्राज्यीय चोर को रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल के गेट से धर दबोचा. पूछताछ में उसने चोरी की छह घटनाओं को अंजाम दिए जाने की बात कबूल की.
बंद घरों पर नजर
ट्यूजडे को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी अजय रौतेला ने बताया कि आरोपी की पहचान ललित बेरवा उर्फ अमित गुप्ता पुत्र स्व. लक्ष्मीनारायण निवासी रेलवे स्टेशन लाखेरी थाना लाखेरी जिला बूंदी राजस्थान के रूप में हुई है. आरोपी ने नेहरू कॉलोनी, राजपुर, रायपुर व पटेलनगर एरिया में चोरी की सात वारदातों को अंजाम दिए जाने की बात कबूल की है. उसकी निशानदेही पर चोरी का एक लैपटॉप व दस हजार की नगदी के साथ साढ़े पांच लाख की ज्वेलरी बरामद की गई है.
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गलत संगत ने बनाया चोर
एसएसपी ने बताया कि ललित उर्फ अमित गुप्ता के पिता स्व. लक्ष्मीनारायण नगर निगम कोटा राजस्थान से कमिश्नर के पद से रिटायर्ड थे. मां डॉक्टर हैं. अभियुक्त पढ़ा लिखा है. उसने सुबोध डिग्री कॉलेज जयपुर से बीकॉम, ओम कोठारी मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट जयपुर से बीबीए व मैनेजमेंट कॉलेज पुणे से एमबीए प्रथम इयर की पढ़ाई की है. गलत संगत में पड़ने के कारण उसने वर्ष ख्000 से चोरी करनी शुरू कर दी. मई माह से वह दून में चोरी कर रहा था.
खा चुका है जेल की हवा
एसएसपी ने बताया कि ललित पेशे चोर है. उसके खिलाफ राजस्थान के अलग अलग थाने में चोरी के तीस मुकदमे दर्ज हैं. वर्ष ख्000 से वह चोरी कर रहा था. कई मर्तबा वह जेल भी जा चुका है. वर्ष ख्00ख् में उसे तीन साल की सजा हुई. वर्ष ख्00भ् में वह जेल से बाहर निकला और फिर से चोरी करने लगा. वर्ष ख्008 में वह फिर से जेल गया, लेकिन वर्ष ख्0क्0 में फिर जेल से छूट गया. तब से अब तक वह चोरी कर रहा था.
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ऑफिस टाइम में करता था चोरी
अमित ने चोरी को पेशा बना लिया था. प्रेस कांफ्रेस के दौरान पूछताछ में अमित ने बताया कि वह ऑफिस टाइम की तरह चोरी करता है. सुबह नौ बजे से पांच बजे तक वह चोरी करने निकलता है. इस दौरान उसे जो भी बंद घर दिखाई देता है वह उसी में चोरी करता. पांच बजे के बाद उसे चोरी करना पसंद नहीं है. एसएसपी ने बताया कि अमित की शादी दून से हुई है.
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इन चोरियों का हुआ खुलासा
ख्क् जुलाई- पटेलनगर एरिया के कैलाशपुरी स्थित बंद घर में चोरी
क्0 जुलाई- नेहरू कॉलोनी के ऑफिसर कॉलोनी रेसकोर्स में हुई चोरी
फ्0 जुलाई- नेहरू कॉलोनी के सांई लोक कॉलोनी में हुई चोरी
ख्9 जुलाई- रायपुर एरिया के किद्दूवाला स्थित बंद घर में चोरी
ख्8 जून- राजपुर एरिया के बॉडीगार्ड कॉलोनी में हुई बंद घर में चोरी
ख्ब् जून- रायपुर एरिया के किशनपुर में हुई चोरी की वारदात
ख्भ् मई- राजपुर एरिया के किशनपुर में हुई चोरी
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Source: Dehradun Local News
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