ऐसे पेरेंट्स जिनकी एक बेटी है और वे उसको आगे बढ़ाना चाहते हैं. उसके लिए हायर एजूकेशन चाहते हैं, अब ऐसे पेरेंट्स को अपनी बेटी की पढ़ाई की चिंता से मुक्त हो जाना चाहिए. उनकी इस इकलौती बेटी की पढ़ाई की जिम्मेदारी यूजीसी उठाने जा रही है. जिसके लिए यूजीसी ने स्कॉलरशिप की व्यवस्था की है. जिस पैसे से वह अपनी शिक्षा पूरी कर सकती है. इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं. जो यूजीसी की वेबसाइट पर किए जा सकते हैं.
यह है सीन
जिन पेरेंट्स की केवल एक संतान है और वह भी बेटी है, तो ऐसे पेरेंट्स के लिए यूजीसी ने राहत देने का इंतजाम कर दिया है. ऐसे पैरेंट्स अपनी इस बेटी को हायर एजूकेशन आसानी से करा सकते हैं. अपनी इस इकलौती बेटी को पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई बिना किसी दिक्कत के करा सकते हैं. जिसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) स्कॉलरशिप प्रदान कर रही है. जिसके लिए आवेदन करना होगा और स्कालरशिप के लिए चुने जाने पर छात्रा को दो हजार रुपए प्रति महीने स्कॉलरशिप दी जाएगी.
ऐसे करें आवेदन
यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को दो साल तक के कोर्स के लिए मिलेगी. जिसके लिए यूजीसी ने क्भ् सितंबर तक आवेदन मांगे हैं. यूजीसी ने इस स्कॉलरशिप की व्यवस्था प्रोफेशनल पीजी कोर्स के साथ अन्य पीजी कोर्स के लिए भी की है. यह स्कॉलरशिप व्यवस्था यूजीसी ने इंदिरा गांधी पीजी स्कालरशिप फार सिंगल गर्ल ख्0क्ब्-क्भ् के तहत शुरू की है. इस स्कालरशिप में ऐसी गर्ल्स स्टूडेंट्स भागीदारी कर सकती हैं जो पीजी कोर्स में प्रवेश लेना चाहती हैं. केवल वही स्टूडेंट्स इस स्कॉलरशिप के लिए मान्य होंगी जिनका कोई भाई बहन नहीं है.
हर महीने दो हजार
स्कालरशिप के लिए आवेदन करने के बाद चयनित स्टूडेंट्स को हर महीने दो हजार रुपए मिलते हैं. एक साल में यह स्कॉलरशिप दस महीने के लिए मिलेगी और दो साल में बीस महीने तक स्कालरशिप मिलेगी. पहले साल की ग्रांट मिलने के बाद उसके उपयोग का भी प्रमाणपत्र देना पड़ता है. उसके बाद दूसरे साल की ग्रांट मंजूर होती है. इस स्कालरशिप के लिए छात्रा को पीजी फर्स्ट ईयर में एडमिशन के प्रमाणपत्र के साथ पचास रुपए का एफिडेविट देना होता है. इसके लिए यूजीसी की वेबसाइट ख्ख्ख्.ह्वद्दष्.ड्डष्.द्बठ्ठ पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
ये है बाध्यता
- एक या दो वर्ष का पीजी रेगुलर कोर्स होना चाहिए.
- पीजी फर्स्ट ईयर में एडमिशन के टाइम ऐज फ्0 साल के अंदर हो.
- लड़की अपने माता पिता की अकेली संतान हो.
- स्कॉलरशिप रेगुलर रखने के लिए पीजी फर्स्ट ईयर में म्0 फीसदी नंबर होने चाहिएं.
-पीजी में प्रवेश करने वाला कालेज या यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त होने चाहिएं.
यह है सीन
जिन पेरेंट्स की केवल एक संतान है और वह भी बेटी है, तो ऐसे पेरेंट्स के लिए यूजीसी ने राहत देने का इंतजाम कर दिया है. ऐसे पैरेंट्स अपनी इस बेटी को हायर एजूकेशन आसानी से करा सकते हैं. अपनी इस इकलौती बेटी को पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई बिना किसी दिक्कत के करा सकते हैं. जिसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) स्कॉलरशिप प्रदान कर रही है. जिसके लिए आवेदन करना होगा और स्कालरशिप के लिए चुने जाने पर छात्रा को दो हजार रुपए प्रति महीने स्कॉलरशिप दी जाएगी.
ऐसे करें आवेदन
यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को दो साल तक के कोर्स के लिए मिलेगी. जिसके लिए यूजीसी ने क्भ् सितंबर तक आवेदन मांगे हैं. यूजीसी ने इस स्कॉलरशिप की व्यवस्था प्रोफेशनल पीजी कोर्स के साथ अन्य पीजी कोर्स के लिए भी की है. यह स्कॉलरशिप व्यवस्था यूजीसी ने इंदिरा गांधी पीजी स्कालरशिप फार सिंगल गर्ल ख्0क्ब्-क्भ् के तहत शुरू की है. इस स्कालरशिप में ऐसी गर्ल्स स्टूडेंट्स भागीदारी कर सकती हैं जो पीजी कोर्स में प्रवेश लेना चाहती हैं. केवल वही स्टूडेंट्स इस स्कॉलरशिप के लिए मान्य होंगी जिनका कोई भाई बहन नहीं है.
हर महीने दो हजार
स्कालरशिप के लिए आवेदन करने के बाद चयनित स्टूडेंट्स को हर महीने दो हजार रुपए मिलते हैं. एक साल में यह स्कॉलरशिप दस महीने के लिए मिलेगी और दो साल में बीस महीने तक स्कालरशिप मिलेगी. पहले साल की ग्रांट मिलने के बाद उसके उपयोग का भी प्रमाणपत्र देना पड़ता है. उसके बाद दूसरे साल की ग्रांट मंजूर होती है. इस स्कालरशिप के लिए छात्रा को पीजी फर्स्ट ईयर में एडमिशन के प्रमाणपत्र के साथ पचास रुपए का एफिडेविट देना होता है. इसके लिए यूजीसी की वेबसाइट ख्ख्ख्.ह्वद्दष्.ड्डष्.द्बठ्ठ पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
ये है बाध्यता
- एक या दो वर्ष का पीजी रेगुलर कोर्स होना चाहिए.
- पीजी फर्स्ट ईयर में एडमिशन के टाइम ऐज फ्0 साल के अंदर हो.
- लड़की अपने माता पिता की अकेली संतान हो.
- स्कॉलरशिप रेगुलर रखने के लिए पीजी फर्स्ट ईयर में म्0 फीसदी नंबर होने चाहिएं.
-पीजी में प्रवेश करने वाला कालेज या यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त होने चाहिएं.
Source: Meerut Local News
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