Friday, February 28, 2014

Junior national championship at Auli

 
उत्तराखंड के औली में नेशनल जूनियर स्कीइंग चैंपियनशिप का शानदार आगाज हो चुका है. बर्फ की सफेद चादर पर स्कीयर्स ने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से खूब वाहवाही बटोरी. सैफ विंटर गेम्स के बाद यह पहला मौका है जब औली में नेशनल लेवल की प्रतियोगिता हो रही है. दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर के अलावा इंडियर आर्मी के जांबाज प्लेयर्स बर्फ के फिसलन भरे ट्रैक पर अपने हूनर का प्रदर्शन कर रहे हैं. विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और गढ़वाल मंडल विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में चैंपियनशिप का इनॉगरेशन फ्राइडे को पूरे धूमधाम से किया गया. बर्फ के बीच गढ़वाली गीतों की धुन पर स्कीयर्स ने भी स्थानीय लोक कलाकारों के साथ खूब एंज्वॉय किया. प्रतियोगिता चार दिन तक चलेगी. इस दौरान विभिन्न वर्गों में कॉम्पिटीशन होगा. औली में रूक रूक कर हो रही बर्फबारी ने चैंपियनशिप के एक्साइटमेंट को दोगुना कर ..

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Protest against murder at Bariatu

 

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Why Salman Think Rahman Is Average

चौंक गए आप लेकिन सच में सलमान खान ने आस्कर विनर कंपोजर A R Rahman को कहा कि वो एवरेज हैं वैसे ये बात उन्होंने मजाक में ही कही थी.
असल में मौका था सेंट्रल लॉ मिनिस्टर कपिल सिब्बल के लिखे गानों पर तैयार म्यूजिक अलबम के लॉन्च का. सिब्बल के लिखे सांग्स को कंपोज किया है ए आर रहमान ने और गाया है लता मंगेशकर, ए आर रहमान और श्रेया घोषाल ने. रौनक नाम के इस अलबम में कुल सात सांग्स हैं.

सलमान खान ने इसी अलबम को थर्सडे को मुंबई में अनवेल किया और इसी मौके पर शरारती स्टाइल में कहा कि एज लिरिसिस्ट कपिल सिब्बल अमेजिंग हैं और ए आर रहमान एवरेज हैं. हालाकि रहमान ने भी इसे मजाक में ही लिया क्योंकी उनकी और सलमान की फ्रेंडशिप काफी पुरानी है. इस मौके पर अपनी इसी फ्रेंडशिप के बेस पर सलमान ने कहा कि देखो मेरे और रहमान के बीच 'जय हो' कॉमन है पर फिर भी ये मेरी फिल्मों के लिए म्यूजिक कंपोज नहीं करते.

असल में 'जय हो' ए आर रहमान का स्लिम डॉग मिलेनियम का आस्कर विनिंग सांग है और सलमान की लेटेस्ट रिलीज मूवी का नाम 'जय हो' है. इस म्यूजिक एल्बम के लॉन्चिंग पर बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, जयाप्रदा, सिंगर अदनान सामी, पॉलिटीशियन अमर सिंह के अलावा कई बड़ी सेलेब्रिटीज पहुंची.

WhatsApps Co Founder Loves Mithun Chakraborty

मोबाइल मैसेजिंग एप्लीकेशन वॉट्सएप के को फाउंडर जॉन काउम अपने दौर में डिस्को डांसर कहे जाने वाले एक्टर मिथुन चक्रवर्ती बेहद पसंद हैं.

जॉन काउम यानि मोबाइल एप्लीकेशन वॉट्सएप के को फाउंडर का इंडिया से काफी इंट्रस्टिंग कनेक्शन है. काउम ‘डिस्को डांसर’ मिथुन चक्रवर्ती के काफी बड़े फैन हैं. सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के वाट्सएप को 19 अरब डॉलर में परचेज करने की डील होने के बाद से काउम लाइम लाइट में बने हैं. लोग उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं.

एक इंग्लिश न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में काउम ने कहा, मैं बॉलीवुड फिल्मों को देखकर बड़ा हुआ हूं. इनसे मुझे काफी इंस्परेशन मिली है. मैं मिथुन चक्रवर्ती का बहुत बड़ा फैन हूं. मैंने उनकी फिल्म 'डिस्को डांसर' 20 से भी ज्यादा बार देखी है. काउम इंडिया को वाट्सअप के लिए काफी इंर्पोटेंट मार्केट मानते हैं.

Three People Killed Again In Road Accidents In Kanpur City

 KANPUR : सिटी में रोड्स और हाईवे में यमदूत बनकर दौड़ रहे ट्रकों ने बुधवार की देर रात को फिर तीन लोगों की जान ले ली. जिसमें एक कपड़ा कारोबारी है, जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया.

रतनलाल नगर में रहने वाले केके खन्ना कपड़ा कारोबारी हैं. उनकी जनरलगंज में शॉप है. बुधवार को वह शॉप बन्द करके बेटे के साथ बाइक से घर जा रहे थे. वे जीटी रोड पर सिटी क्लब के पास पहुंचे थे कि सामने से आते एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी. जिससे वह उछलकर रोड पर गिर पड़े और ट्रक की चपेट में आ गए. उनकी मौके पर मौत हो गई, जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

फजलगंज में राजस्थान के राम निवास (ब्भ्) को ट्रक ने कुचल दिया. जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. वह एक ट्रांसपोर्ट के बाहर ट्रक में सामान लोड कर रहा था. तभी दूसरे ट्रक न उसको रौंद दिया. इसी तरह बिधनू में बुधवार की देर शाम को ट्रक की टक्कर से बाइक सवार विनीत पाल की मौत हो गई. वह गल्ला मण्डी के पावर हाउस के पास रहने वाले गोरे लाल का बेटा था और खैनी की फैक्ट्री में काम करता था. वह शिवरात्रि की पूजा का सामान खरीदने के लिए घर से बाइक से निकला था कि रास्ते में उसको ट्रक ने रौंद दिया. जिसे देख इलाकाई लोग ड्राइवर को पकड़ने के लिए दौड़े, लेकिन वह ट्रक समेत फरार हो गया.

Uttrakhand Governer In The City At Csa University

KANPUR : सीएसए का किसान मेला स्टूडेंट्स के लिए ऐसा प्लेटफार्म है जो उन्हें और यूनिवर्सिटी को नेशनल-इंटरनेशनल लेविल पर पहचान दिलाता है. इसके लिए स्टूडेंट्स को ऐसे इनोवेशन करने होंगे जिससे किसानों को फायदा मिले और देश का विकास होगा. रिसर्च को प्रमुखता देनी होगी. महात्मा गांधी ने किसानों के हक की पहली जंग लड़ी थी. स्टूडेंट्स को भी ऐसा सकारात्मक रास्ता चुनना होगा. किसी भी देश की खुशहाली इसी में है. ये विचार सीएसए किसान मेला के समापन समारोह के चीफ गेस्ट, उत्तराखंड के गवर्नर डॉ. अजीज कुरैशी ने व्यक्त किए.

Its a lovely place...

गवर्नर डॉ. अजीज कुरैशी ने सबसे पहले कैंपस में पहुंच कर चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए. इसके बाद उनका काफिला वाइस चांसलर प्रो. मुन्ना सिंह के आवास पहुंचा. यहां गवर्नर ने लंच किया. गवर्नर जब लंच के लिए लंच के लिए डायनिंग एरिया पहुंचे तो वहां का नजारा देख बोले. इट्स अ लवली प्लेस..टेंट के अंदर बैठने से गवर्नर साहब ने साफ इंकार कर दिया. डॉ कुरैशी बोले मैं पर्दे में नहीं बैठूंगा. बाहर लगी टेबल पर बैठ गए. जहां पर उनके साथ पूर्व विधान परिषद सभापति सुखराम सिंह, उत्तराखंड की साहित्यकार छाया शुक्ला मौजूद रहीं. खाने की टेबल पर शेरो-शायरी का दौर शुरू हुआ तो आखिर तक चलता रहा.

मैडम का पारा चढ़ा

अलीगढ़ से आयीं बीओजी मेंबर प्रतिभा राघव ने डायनिंग एरिया में पहुंच कर व्यवस्था पर नाराजगी जतायी. वो इस बात पर नाराज थीं कि उन्हें गवर्नर के साथ टेबल पर क्यों नहीं बैठाया गया. मैडम के तेवर देख डायरेक्टर एक्सटेंशन डॉ. समीर पाल ने किसी तरह से मौके की नजाकत को भांप कर उन्हें सफाई दी.

तो अब कृषि पंडित पुरस्कार

प्रोग्राम के शिरकत करने आए स्टेट मिनिस्टर का दर्जा प्राप्त सुखराम सिंह ने वाइस चांसलर को सुझाव दिया कि बेस्ट परफार्मेस देने वाले किसान को कृषि पंडित पुरस्कार दिया जाए. जिस पर वाइस चांसलर ने अपनी सहमति दे दी. प्रोग्राम का संचालन डॉ. नौशाद खान ने किया. चीफ गेस्ट ने विनर्स को प्राइज दिए. प्रोग्राम में बीओजी मेंबर परिमल बाजेपयी, डॉ एमपी यादव, डॉ. जितेन्द्र सिंह, डॉ. एके सिंह, डॉ. रेखा दयाल, डॉ पीके राठी, योगेन्द्र श्रीवास्तव, अनिल अवस्थी मौजूद रहे.

Source: Kanpur News

No Parole For Peolple In The Kanpur District Jail Since Last 20 Years

 KANPUR : सुप्रीम कोर्ट से सजायाफ्ता फिल्म अभिनेता संजय दत्त पैरोल पर जेल से बाहर हैं. उनकी पैरोल दो बार बढ़ाया भी जा चुकी है. आई नेक्स्ट ने ये जानने की कोशिश की कि कानपुर शहर में कितने लोगों को पैरोल मिल पाती है. आप जान कर चौंक जाएंगे कि कानपुर जेल में पिछले दो दशक से किसी सजायाफ्ता कैदी को पैरोल पर नहीं छोड़ा गया है, जबकि यहां पर सैकड़ो बन्दी और कैदी पैरोल पर छोड़े जाने के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं. हालांकि यहां पर विचाराधीन बंदियों को पैरोल मिलती रही है वह भी सिर्फ 72 घंटे के लिए. इस समय एक कैदी ने संजय दत्त की तरह पैरोल पर छोड़े जाने के लिए एप्लाई किया है.

हर साल औसतन पांच बन्दी..

कानपुर जेल में पिछले बीस साल में सैकड़ों बन्दी और कैदी पैरोल के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, लेकिन किसी को भी शासन से पैरोल नहीं दी. रिकार्ड के मुताबिक यहां पर हर साल औसतन पांच कैदी पैरोल पर छोड़े जाने के लिए एप्लीकेशन देते हैं. पिछले साल यहां पर पांच कैदियों ने पैरोल के लिए शासन में एप्लीकेशन दी थी, जिसे खारिज कर दिया गया. इस साल हत्या युक्त डकैती के एक मुल्जिम ने पैरोल मांगी है. जिसमें शासन ने जेल प्रशासन से पांच बिन्दुओं पर रिपोर्ट मांगी है.

संजय दत्त की तरह बनाया 'ग्राउण्ड'

जेल की सलाखों के पीछे कैद हत्या युक्त डकैती के मुल्जिम द्वारा शासन में पैरोल के लिए जो एप्लीकेशन दी है उसमें उसने बीमार मां की देखभाल और जेल में अपने अच्छे चाल-चलन का हवाला दिया है.

सीनियर एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा ने बताया कि किसी बन्दी या कैदी को ब्लड रिलेशन में किसी के मरने, बीमार होने, शादी या उसकी देखरेख के ग्राउण्ड में मिली है. फिल्म अभिनेता संजय दत्त को पत्नी की बीमारी के ग्राउण्ड के आधार पर पैरोल मिली है. इसी तरह कानपुर जेल के कैदी ने मां की बीमारी का हवाला दिया है. संजय दत्त को बार-बार पैरोल दिए जाने के खिलाफ सबसे बड़ा तर्क यही दिया जाता है कि उसको उदाहरण बनाकर बहुत से कैदी वैसी ही मांग कर सकते हैं.

डीएम भी दे सकते हैं पैरोल

जेल में बन्द किसी भी कैदी को पैरोल पर छोड़ने का पॉवर जिलाधिकारी के पास भी है. हालांकि वह सिर्फ अधिकतम 72 घंटे की पैरोल दे सकते हैं. यह पैरोल कैदी के ब्लड रिलेशन में किसी के मरने, बीमारी होने और शादी में दी जाती है. हालांकि डीएम बमुश्किल इसका यूज करते है. अगर कैदी के परिजन डीएम से मिलकर एप्लीकेशन भी देते हैं, तो उसमें वह जेल से रिपोर्ट मंगवाते हैं. जिसमें समय बरबाद होने से उसको पैरोल पर छोड़ने का मकसद ही खत्म हो जाता है.

कोर्ट से भी मिल सकती है पैरोल

सजायाफ्ता मुजरिमों को पैरोल शासन या प्रशासन ही दे सकता है लेकिन विचाराधीन बंदियों को पैरोल सिर्फ कोर्ट दे सकता है.

बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री एडवोकेट इंदीवर बाजपेई के मुताबिक पैरोल को कानूनी भाषा में 'शार्ट टर्म बेल' कह सकते हैं. जेल में बन्द विचाराधीन बन्दी (जिस पर जुर्म का आरोप सिद्ध न हुआ हो) को ब्लड रिलेशन में किसी के मरने या शादी होने पर कोर्ट से 24 से 72 घंटों की पैरोल मिल सकती है, लेकिन यह कोर्ट के विवेक पर निर्भर करता है. इसके लिए बन्दी को कोर्ट में एप्लीकेशन देनी होती है. जिसके बाद उसके वकील कोर्ट को बताते है कि उसने क्यो पैरोल मांगा है. कोर्ट से उसको पैरोल मिलती या नहीं, यह कोर्ट के विवेक पर निर्भर है.

इस तरह चलती है पैरोल की फाइल

एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा ने बताया कि कोई भी कैदी पैरोल के लिए जेल या शासन में एप्लीकेशन दे सकता है. अगर वह जेल में एप्लीकेशन देता है, तो उसे जेल प्रशासन शासन भेज देते है. जिसके बाद शासन से डीएम, जेल और थाने से पांच बिन्दुओं में रिपोर्ट मांगी जाती है. जिसके बाद फाइल फिर शासन भेज दी जाती है. जिसके बाद शासन रिपोर्ट के आधार पर पैरोल का आदेश देता है. जेल प्रशासन से उसके जेल में रहने की समय के चाल चलन, उसको पहले पैरोल दी जा चुकी है या नहीं, उस पर कोई अन्य मुकदमा दर्ज है या नहीं, अगर दर्ज हो है, तो किस धारा में है आदि की रिपोर्ट मांगी जाती है. इसी तरह थाने से उसके परिवार के बारे में रिपोर्ट मांगी जाती है.

थाने में लगानी पड़ती है हाजिरी

शासन या कोर्ट से किसी भी बन्दी या कैदी को पैरोल पर छोड़ा जाता है, तो उसको कुछ शर्तो का पालन करना पड़ता है. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने पांच प्वाइंट तय किए है. जिसके तहत उसको हर दिन थाने में हाजिरी लगानी होती है. वह बिना परमीशन शहर के बाहर नहीं जा सकता है. वह बिना परमीशन किसी भी एक्टीविटी में भाग नहीं ले सकता है. वह आम आदमी की तरह बाहर रह सकता है, लेकिन वह किसी अपराध में संलिप्त पाया जाता है, तो उसको तुरन्त गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है. इसके अलावा अगर कोर्ट कोई पाबंदी लगाता है, तो पैरोल पर रिहा बन्दी को उसका पालन करना पड़ता है.

पिछले सात साल में पैरोल के लिए दी गई एप्लीकेशंस का रिकार्ड

ईयर पैरोल मांगने वाले बंदियों की संख्या

2008 07

2009 03

2010 05

2011 04

2012 06

2013 05

2014 01 (फरवरी तक..)

मुंबई (महाराष्ट्र)) में पैरोल का अलग नियम है. यहां पर शासन, कोर्ट और डीएम को पैरोल देने का अधिकार है. इसमें शासन और डीएम कैदी को पैरोल देते हैं. जबकि कोर्ट से विचाराधीन बंदी को पैरोल मिलता है. जरूरी नहीं है कि उनको पैरोल मिल जाए. मेरे कार्यकाल में अभी तक किसी भी कैदी को पैरोल नहीं दी गई है.

-पीडी सलोनिया, जेल अधीक्षक

Choas In Juvenile Jail Of The City

KANPUR : बर्रा में गुरुवार को बाल सुधार गृह में बीमार किशोर को एक्सपाइरी दवा देने पर साथियों ने बवाल कर दिया. उन्होंने वहां पर खराब खाना दिए जाने और शिकायत करने पर पीटे जाने का भी आरोप लगाया. इधर, सूचना पर एसओ फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए. उन्होंने गुस्साएं किशोर बंदियों को समझाकर शान्त कराया. बर्रा के गुजैनी इलाके के तात्याटोपे नगर में बाल सुधार गृह है. यहां पर किशोर बंदी चंद्रपाल कई दिनों से बीमार चल रहा है, लेकिन अभी तक उसको किसी अच्छे डॉक्टर को नहीं दिखाया गया है. 

गुरुवार की सुबह उसकी अचानक तबियत बिगड़ने पर साथियों ने दवा चेक की, तो पता चला कि उसको एक्सपाइरी दवा दी गई है. जिसका पता चलते ही उसके साथी भड़क गए. उन्होंने खाने का बहिष्कार बवाल कर दिया. जिससे वहां पर अफरा तफरी मच गई. इधर, सूचना पर एसओ और आला आफिसर्स वहां पहुंचे, तो किशोर बंदियों ने उनको घेरकर बीमार साथी को अस्पताल में एडमिट कराने की मांग करने लगे. 

बंदी असलम, अंशुमान, संदीप और आरिफ ने आफिसर्स को बताया कि यहां पर उन लोगों के साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया जा रहा है. उनको खराब खाना दिया जाता है. यहां तक उनके बीमार साथी को अस्पताल में एडमिट कराने के बजाय एक्सपाइरी दवा दी जा रही है. जिससे उसकी हालत बिगड़ गई है. जिसे सुनने के बाद आफिसर्स ने गुस्साएं किशोर बंदियों को समझाकर शान्त कराया. एसओ का कहना है कि वह बवाल की सूचना पर मौके पर गए थे, लेकिन पहले ही मामला शान्त हो गया था. यह उनका इंटरनल मामला है. इसके बारे में वह कुछ नहीं बता सकते है. 

7 Policemen Killed In An Naxali Attack In Chhattisgarh7 Policemen Killed In An Naxali Attack In Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में सात पुलिसकर्मी मारे गए हैं और दो अन्य घायल हए हैं.
पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है.

पुलिस अधिकारियों ने बीबीसी को बताया कि पुलिस दल पर नक्सली हमला उस वक़्त हुआ जब वह दंतेवाड़ा के कुंआकोंडा से बचेली की ओर जा रहे थे.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस का यह दल बीच रास्ते में बारूदी सुरंग की चपेट में आ गया. धमाके की वजह से सात पुलिसकर्मी घटनास्थल पर ही मारे गए हैं. मृतकों में कुंआकोंडा के थाना प्रभारी विवेक शुक्ला भी शामिल हैं.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश गुप्ता ने बीबीसी को बताया कि पुलिसकर्मी उन मज़दूरों की सुरक्षा के लिए जा रहे थे जो सड़क बनाने में लगे हुए हैं. नक्सलियों ने पुलिस के हथियार भी लूटे हैं.

नक्सली यहां सड़क बनाने नहीं दे रहे और पहले भी सड़क निर्माण से जुड़ी करोड़ों रूपए की संपत्ति जला चुके हैं.

यह पूरा क्षेत्र दरअसल लौह अयस्क के भंडार वाला इलाक़ा है जहां कई बारूदी सुरंगे बिछी हुई हैं.

Source: Latest News in Hindi

Court Summons Delhi Former CM Kejriwal In Defamation Case

भाजपा के फॉर्मर प्रेसीडेंट नितिन गडकरी की मानहानी याचिका पर दिल्ली के 49 दिनों के सीएम अरविंद केजरीवाल को कोर्ट ने समन जारी कर दिया है.
मोस्ट करप्ट मिनिस्टर लिस्ट
भाजपा के नेता और फॉर्मर प्रेसीडेंट नितिन गडकरी की मानहानी याचिका पर दिल्ली के एक कोर्ट ने फॉर्मर सीएम अरविंद केजरीवाल के नाम पर समन जारी किया है. ये याचिका गडकरी ने केजरीवाल के खिलाफ उनके द्वारा पेश की गई देश के मोस्ट करप्ट मिनिस्टर लिस्ट में उनका नाम डालने की वजह से कराई थी. गडकरी ने इस याचिका के जरिए कहा था कि केजरीवाल ने उनका नाम इस लिस्ट में डालकर उनकी मानहानी की है.

डिगनिटी को चोट पहुंचाई

केजरीवाल के खिलाफ मेट्रपॉलिटन मैजिस्ट्रेट गोमती मनोचा ने समन जारी किया है. मनोचा ने केजरीवाल को 7 अप्रैल के लिए समन जारी किया है. वहीं गडकरी की ओर से उनके वकील पिंकी आनंद और अजय दिगपाल ने दलील दी है कि केजरीवाल ने उनके मुवक्किल(नितिन गडकरी) की इमेज को खराब करने और उनकी डिगनिटी को चोट पहुंचाने के लिए मोस्ट करप्ट मिनिस्टर की लिस्ट में उनका नाम लिया.

गडकरी का दावा

कोर्ट ने 18 फरवरी को गडकरी और वकील नीरज के बयान कम्पलेन तथा गवाह के तौर पर दर्ज किए थे. बयान में गडकरी ने दावा किया था कि दिल्ली के फॉर्मर सीएम ने उनकी पब्लिक इमेज को खराब करने के लिए कथित मोस्ट करप्ट मिनिस्टर की लिस्ट में उनका नाम शामिल किया था.

My Limits Was Much Beyond Than The Industries That Says Subrata Roy

सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने लखनऊ पुलिस के सामने समर्पण कर दिया है. एसएसपी प्रवीण कुमार के मुताबिक़ पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया.
सुब्रत रॉय के बेटे सीमांतो रॉय ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "इस समय जबकि मैं आपसे बात कर रहा हूँ सहारा श्री उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ हैं. उन्होंने सुबह लखनऊ पुलिस के सामने समर्पण कर दिया. वह सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अधिकारियों से पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं."

इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय की अंतरिम अपील  ये कहते हुए ख़ारिज कर दी है कि विशेष बेंच के लिए शुक्रवार को मामले की सुनवाई करना संभव नहीं है.

रॉय के वकील रामजेठमलानी अदालत में अपील की थी कि उन्हें गिरफ़्तारी से राहत दी जाए जिससे वह अपनी बीमार माँ के साथ समय गुज़ार सकें. सुब्रत रॉय को चार मार्च को न्यायालय में पेश होना है. इस तरह तब तक उन्हें जेल में ही रहना होगा.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिरफ़्तार हुए सुब्रत रॉय भारत के तेज़तर्रार और रहस्यमयी उद्योगपतियों में से एक हैं. वह देश के प्रमुख व्यापारिक घराने सहारा इंडिया के अध्यक्ष हैं.

सहारा समूह के पास 682 अरब रुपए की संपत्ति है. वित्त क्षेत्र से अपना व्यवसाय शुरू कर वह विनिर्माण, विमानन और मीडिया के क्षेत्र में भी गए.

उनका कारोबार विदेशों में भी फैला है. वह न्यूयॉर्क के लैंडमार्क प्लाज़ा होटल और लंदन के ग्रॉसवेनर हाउस के भी मालिक हैं.

 सहारा इंडिया भारतीय हॉकी टीम की प्रायोजक भी है. साथ ही उनकी फ़ोर्स इंडिया नाम की फ़ॉर्मूला वन टीम में भी हिस्सेदारी है.

11 लाख से अधिक कर्मचारियों के साथ  सहारा इंडिया देश में रोज़गार देने वाली निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है.

सुब्रत रॉय अपनी विलासितापूर्ण जीवनशैली और ऊंची राजनीतिक पहुँच को लेकर अक़सर सुर्ख़ियों में रहते हैं.

चर्चित शादी

वह बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को अपना मित्र बताते हैं तो पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ कंधा मिलाते नज़र आते हैं.

साल 2004 में हुई सुब्रत रॉय के दोनों बेटों की शादी का जश्न क़रीब एक पखवाड़े तक मनाया गया था. इसे इस शताब्दी की सबसे चर्चित भारतीय शादी बताया गया था और यह शादी मीडिया में छाई रही थी.

शादी समारोह में क़रीब दस हज़ार लोग शामिल हुए थे. इसमें व्यवसाय जगत की हस्तियां, बॉलीवुड के सितारे, क्रिकेट खिलाड़ी और फ़ैशन जगत के दिग्गज शामिल हुए थे.

इन अतिथियों को विशेष विमानों से लखनऊ ले जाया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुँचे थे.

सुब्रत रॉय के आलोचक कहते हैं कि वह अपनी कंपनी को एक पंथ की तरह चलाते हैं और ख़ुद को कंपनी का प्रबंध कार्यकर्ता बताते हैं. वह ख़ुद को  सहारा परिवार का अभिभावक बताते हैं.

राजसी ठाठ बाट

सहारा प्रमुख ठाठ बाट से जीते हैं. उनके पास निजी विमानों और हेलिकॉप्टरों का अपना बेड़ा है. उनका एक घर अमरीकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस की तरह बना है.

एक निजी शहर में बना उनका एक घर लाखों डॉलर की लागत से तैयार हुआ है, जो कि ब्रिटेन के शाही निवास बकिंघम पैलेस की अनुकृति है.

ख़बरों के मुताबिक़ उनके पास रोल्स रॉयस, बेनटली और बीएमडब्लू जैसी महंगी कारों का बेड़ा है.

65 साल के सहारा प्रमुख उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहते हैं. भारतीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं में उन्हें अक़सर देश का सबसे अधिक प्रभावशाली व्यवसायी बताया जाता है.

इस समय सुब्रत रॉय ग़लत कारणों से सुर्ख़ियों में हैं.

निवेशकों के करोड़ों रुपए न लौटा पाने के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट में पेश न होने की वजह से अदालत ने उनके ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वारंट जारी किया था.

ग़ैर क़ानूनी बाँड

उनकी दो कंपनियों ने पाँच साल पहले क़रीब 240 अरब रुपए एक ग़ैर क़ानूनी बॉन्ड के ज़रिए जुटाए थे.

अधिकारियों का कहना है कि अदालत के आदेश के बाद भी वह निवेशकों को पैसा लौटाने में नाकाम रहे हैं.

अलग-अलग कारण बताकर सुब्रत रॉय अदालत में पेश होने से बचते रहे हैं.

बुधवार को उनके वकील ने अदालत को बताया कि उनकी 92 साल की माँ की तबीयत ठीक नहीं हैं और वह चाहती हैं कि उनका बड़ा बेटा उनके पास रहे.

इस दलील पर सुप्रीम कोर्ट अपना धैर्य खोता हुआ दिखा.

पिछले हफ़्ते न्यायाधीशों ने कहा था कि सहारा के आकाओं ने अगर निवेशकों का पैसा नहीं लौटाया तो उन्हें जेल भेजा जा सकता है.

Source: Hindi News Headlines

Crimea Airport In Ukraine Blocked By Russian Army

यूक्रेन में जारी संकट के बीच क्रीमिया की राजधानी सिमफ़ेरोपोल के हवाई अड्डे पर सैन्य वर्दी पहने कई सशस्त्र लोगों को गश्त लगाते देखा गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ इन लोगों के पास असॉल्ट राइफ़लें हैं और वे कंट्रोल टावर के अंदर बाहर चहलक़दमी कर रहे हैं.

हालांकि अभी यह बात साफ़ नहीं हो पाई है कि ये लोग कौन हैं और वहाँ क्यों पहुँचे हैं?

प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी यूक्रेन-इंटरफ़ैक्स को बताया कि रूस की नौसेना का झंडा लिए क़रीब 50 लोग हवाई अड्डे पर उतरे थे.

माना जा रहा है कि हवाई अड्डे पर कामकाज सामान्य ढंग से चल रहा है.

इससे पहले गुरुवार को रूस समर्थित शस्त्रधारियों ने क्रीमिया की स्थानीय संसद में घुसकर वहां रूस का झंडा फहरा दिया था.

अपीलइस बीच अमरीका ने यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र में चरम तनाव के बीच सभी पक्षों से क़दम पीछे खींचने और उकसावे को टालने की अपील की है.

विदेश मंत्री जान कैरी ने कहा कि उन्होंने रूसी विदेश मंत्री से इस बारे में बात की थी, जिन्होंने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान का वादा किया है.

उन्होंने साथ ही रूस को चेतावनी भी दी कि वह अपने शब्दों पर कायम दिखने वाली कार्रवाई भी करे. रूस सैन्य अभ्यास कर रहा है.

विक्टर यानुकोविच को सांसदों ने पिछले सप्ताह वोटों के ज़रिए यूक्रेन के राष्ट्रपति पद से हटा दिया था. अब उनके रूस में होने की ख़बरें हैं.

यूक्रेनी मीडिया का कहना है कि यानुकोविच दक्षिणी रूस के शहर रोस्तोव-आन-दोव पहुंचे हैं, जहां उनकी एक प्रेस कांफ्रेंस होनी थी.

क्रीमिया के संसद भवन को रूस समर्थक प्रदर्शनकारियों ने चारों ओर से घेरा हुआ है

यानुकोविच ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि ख़ुद को अब भी  यूक्रेन का वैधानिक राष्ट्रपति मानते हैं.

अंतरिम सरकार का गठन

यूक्रेन में एक नई अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है, आर्सेनी यतसेनयुक को प्रधानमंत्री बनाया गया है.

अमरीकी विदेश मंत्री कैरी का कहना है कि उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बात कर ख़ासतौर पर कहा था कि रूस, अमरीका और मित्र देशों के अलावा सहयोगियों के साथ मिलकर यूक्रेन की एकता, सुरक्षा और स्वस्थ अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के लिए काम करे.

उनका कहना है कि लावरोव ने पुतिन के बयान पर उन्हें आश्वस्त किया था कि रूस  यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करेगा.

कैरी ने जर्मनी के रक्षा मंत्री फ्रेंक वाल्टर स्टीनमेएरर के साथ प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''हमें नहीं लगता कि अपने वादे के अनुसार रूस ने वहां कोई काम किया है और उसकी कथनी और करनी में अंतर दिख रहा है.''

अन्य पश्चिमी नेताओं और नेटो ने क्रीमिया की घटनाओं पर पहले ही चिंता ज़ाहिर की है.

सैन्य आक्रामकता


क्रीमिया संसद भवन पर हथियारबंद लोगों ने रूस का झंडा फहरा दिया

यूक्रेन के अंतरिम राष्ट्रपति ओलेक्जेंडर तुर्चीनोव ने रूस को आगाह करते हुए कहा कि क्रीमिया में स्थित उसके सैन्य शिविर और काले सागर में चल रही गतिविधियों को ''सैन्य आक्रामकता'' के तौर पर देखा जाएगा.

इससे पहले लावरोव ने गुरुवार को जहां रूस की सीमित रहने की बात कही थी, वहीं विदेशी ताक़तों को यूक्रेन पर कोई फैसला लेने को लेकर आगाह भी किया था.

उन्होंने  यानुकोविच के पिछले सप्ताह कार्यालय छोड़ने से यूरोपीय यूनियन के साथ संधि को लेकर उनके और विपक्षी पार्टियों के बीच समझौते के क्रियान्वयन की ज़रूरत पर बल दिया.

यूक्रेन की अनिश्चितता के चलते वहां की मुद्रा हरवूनिया में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई.

नए प्रधानमंत्री ने यानुकोविच और उनकी सरकार पर देश को आर्थिक तौर पर खोखला करने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि पिछले तीन सालों में अरबों डॉलर विदेशी बैंकों में ट्रांसफर किए गए.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का कहना है कि उसे नई सरकार की ओर से मदद का अनुरोध प्राप्त हुआ है और वह आने वाले दिनों में अपनी एक टीम किएफ़ भेज रहा है.

संसद भवन पर क़ब्ज़ा


यानुकोविच के बेदखल होने के बाद रूस की ओर परंपरागत तौर पर झुकाव रखने वाले क्रीमिया में तनाव फैल गया.

गुरुवार को विरोध प्रदर्शनकारियों के नेता ने कहा, ''हम 20 सालों से इस समय का इंतजार कर रहे थे. हम एक एकीकृत रूस चाहते हैं.''

माना जा रहा है कि कुछ हथियारबंद लोग अब भी संसद भवन के अंदर हैं, हालांकि ये साफ़ नहीं हुआ कि उनकी कोई मांग है या उन्होंने कोई बयान दिया.

उन्होंने हाथों में ''क्रीमिया रूस है'' जैसी तख्तियां थीं. एक पत्रकार के सवालों के जवाब में उन्होंने एक हथगोला भी फेंका.

बुधवार को शहर में सरकार में बदलाव के समर्थक  यूक्रेनी लोगों और रूस समर्थकों के बीच झड़प भी हुई.

उपजे तनाव के बीच क्रीमिया संसद ने घोषणा की कि वह क्षेत्रीय स्वायत्तता को 25 मई तक बढ़ा रही है.

क्रीमिया में रूस वंशजों की बहुतायत है-जो 1954 में रूस से यूक्रेन आ गए थे.

वहीं यूक्रेनी वंशज किएफ़ और मुस्लिम तातार के प्रति निष्ठा रखते हैं-ये लोग स्टालिन के समय से ही रूस के प्रति वैरभाव रखते हैं- उन्होंने मास्को के प्रति किसी भी नजदीकी के विरोध के लिए एक गठजोड़ बना रखा है.

रूस के साथ अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस ने 1994 में यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को बरकरार रखने वाले एक बयान पर हस्ताक्षर किए थे.

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Shivratri Poojan At Katas Raj Temple In Pakistan

पाकिस्तान के शहर चकवाल में कटासराज के ऐतिहासिक शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदुओं ने पूजा-अर्चना की. पाकिस्तानी श्रद्धालुओं के अलावा भारत से भी लोग वहां महाशिवरात्रि मनाने पहुंचे थे.
भारत के अलग-अलग शहरों से 158 यात्री मंगलवार को वाघा बॉर्डर के रास्ते लाहौर पहुंचे थे. महाशिरात्रि पर तीन दिन तक चलने वाले धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार की रात हो गई थी.

यात्रियों ने महाशिवरात्रि के अवसर पर पवित्र तालाब में स्नान किया और धार्मिक संस्कार निभाते रहे.

गुजरात के अहमदाबाद से पहली बार कटासराज यात्रा के लिए आई नारायण बाई ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, "मुझे बेहद ख़ुशी है कि हम शिवरात्रि के पावन अवसर पर कटासराज आए हैं. पाकिस्तान से हमें बहुत प्यार मिला, यहां पर सुरक्षा बहुत बढ़िया है."

उन्होंने कहा, "पाकिस्तान सरकार ने हमारा बहुत ख्याल रखा.''

"खुशी बयान करना मुश्किल"मध्य प्रदेश से पाकिस्तान के इस ऐतिहासिक शिव मंदिर में पहुंचे बुजुर्ग यात्री प्रेम नारायण बजन ने कहा, ''72 साल की उम्र में पहली बार आना बहुत सौभाग्य की बात है.''

उनका कहना था कि वह अपनी ख़ुशी को शब्दों में नहीं बयान कर सकते.

कटासराज में होने वाले धार्मिक संस्कारों में लाहौर, रावलपिंडी, नारोवाल, सादीक़ाबाद, सियालकोट सहित खैबर-पख़्तूनख्वा और सिंध के भीतरी इलाक़ों से आए हिंदुओं ने शिरकत की.

लाहौर से आने वाले हीरालाल ने कहा, "महाशिवरात्रि शांति और प्रेम का संदेश देती है और भारत से यात्रियों के कटासराज आने से दोनों देशों की जनता भी क़रीब आएगी."

हाल ही में  पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने कटासराज मंदिर की मरम्मत और रखरखाव एवं पवित्र तालाब की सफाई का कार्य किया है.

लाहौर से ही आई हुमा रानी का कहना था कि 'महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है और उन्हें बहुत ख़ुशी है कि वह  महाशिवरात्रि के लिए लाहौर से वहां आई हैं'.

उनका कहना था, "महाशिवरात्रि के लिए व्यवस्था बहुत अच्छी की गई है और मेरी इच्छा है कि देश के दूसरे बड़े मंदिरों की तरह यहां भी बड़े पैमाने पर महाशिवरात्रि की रस्मों का पालन किया जाए."

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Thursday, February 27, 2014

A day in the life of Bollywood stars

 
 
 

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American Couple Find Buried Treasure Worth 10M Dollars

अमरीका में कैलिफोर्निया के एक दंपति को अपनी ज़मीन में गड़े सोने के सिक्के मिले हैं. इस तरह के सिक्कों के कारोबार करने वालों ने इन सिक्कों का मूल्य तक़रीबन एक करोड़ डॉलर आंका हैं.
सिक्कों के विशेषज्ञ डेविड हाल ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि इस दंपति को कुल 1427 सिक्के मिले हैं. ये सिक्के 1847 से 1894 के बीच के हैं. इन सिक्कों का कभी प्रयोग नहीं किया गया. ये सिक्के उसी हाल में हैं जिन हाल में ये टकसाल से बनकर आए होंगे.

इस दंपति का नाम जाहिर नहीं किया गया है. इस दंपति को पिछले साल अप्रैल में एक पेड़ के नीचे जंग खाया धातु का डिब्बा मिला जिसमें ये सिक्के थे.

इसे अमरीकी इतिहास में ज़मीन के नीचे से मिला हुआ सबसे बड़ा  ख़ज़ाना माना जा रहा है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स से मुद्रा संबंधी कंपनी कागिन्स के डेविड मैक्कार्थी ने कहा, "हमें  जहाज़ों के मलबे मिलते रहे हैं जिनमें उच्च गुणवत्ता के हज़ारों सोने के सिक्के मिले हैं लेकिन ज़मीन के नीचे गड़े हुए इतने बड़े ख़ज़ाने के बारे में पहले नहीं सुना गया था."

'सबसे बड़ा खजाना'

कैलिफोर्निया को गोल्ड कंट्री भी कहा जाता है क्योंकि उन्नीसवीं सदी में सोने की तलाश में काफ़ी लोग यहाँ आते थे.

मैक्कार्थी कहते हैं, "मैंने उत्तरी अमरीका में इतनी क़ीमत का ख़ज़ाना मिलते पहले नहीं देखा और आमतौर पर सिक्के इतनी अच्छी हालत में नहीं मिलते जैसे इस दंपति को मिले हैं."

यह दंपति कैलिफोर्निया के ग्रामीण इलाक़े में रहता है. कैलिफोर्निया को उन्नीसवीं सदी में  सोने की तलाश में आने वाले झुण्डों की वजह से गोल्ड कंट्री भी कहा जाता है.

दंपति को अपनी जिस ज़मीन में यह ख़ज़ाना मिला है उसका नाम सैडल रिज़ है. इस कारण सिक्कों के कारोबारी इसे सैडल रिज़ का खजाना कह रहे हैं.

अभी तक यह रहस्य बना हुआ है कि इन सिक्कों को किसने और क्यों गाड़ा था.

कैलिफोर्निया में सेंटा एना की प्रोफ़ेशनल कॉइन ग्रेडिंग सर्विस से जुड़े हाल ने इन सिक्कों की प्रामाणिकता की जाँच की थी. उन्होंने एपी से कहा कि इन सिक्कों का असल क़ीमत 27000 डॉलर है लेकिन कुछ सिक्के इतने दुर्लभ हैं कि वो अकेले 10 लाख डॉलर में बिक सकते हैं.

इस दंपति की इन सिक्कों को ऑनलॉइन स्टोर अमेज़न के माध्यम से बेचने की योजना है

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Ill Treatment At District Hospital Patients


KANPUR : उर्सला के औचक निरीक्षण के दौरान डीएम से डॉक्टर की शिकायत करना पेंशेट्स को महंगा पड़ गया. एक पेंशेंट को उर्सला से भगा दिया गया, वहीं दूसरी का इलाज करना ही बंद कर दिया गया है. उन्नाव की शांतिदेवी उर्सला के वार्ड-क् में कई दिनों से भर्ती थी. टयूजडे को डीएम डॉ. रौशन जैकब ने उर्सला अस्पताल का निरीक्षण किया था. 

उस दौरान उन्होंने कई वार्डो में जाकर पेशेंट्स से बात की थी. वार्ड-क् में भर्ती शांतिदेवी और नेहा ने डॉक्टरों के बाहर से दवाइयां मंगाने की शिकायत की थी. जिस पर डीएम ने डॉक्टरों को काफी फटकार भी लगाई थी. वेडनसडे को शांति देवी को अस्पताल से भगा दिया गया. वहीं नेहा के परिजनों की भी शिकायत है उसका इलाज नहीं किया जा रहा है. वहीं डीएम ने बुधवार को बाहर से दवाएं लिखने वाले तीन डॉक्टर्स अनिल निगम, डॉ. एके सिंह और जायसवाल समेत ड्यूटी के समय गायब रहने वाले डॉक्टर मुन्नालाल विश्वकर्मा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्हें जवाब देने के लिए ख्ब् घंटे की मोहलत दी गई है. 
डीएम ने पूछा क्यों न सील किए जाए हॉस्पिटल
यन्हृक्कक्त्र: निजी हॉस्पिटलों में टयूजडे छापेमारी के दौरान मिली खामियों पर सख्ती दिखाते हुए डीएम ने वेडनसडे को चार निजी हॉस्पिटलों को कारण बताओ नोटिस भेज कर पूछा है कि उनके हॉॅस्पिटल्स क्यों न सील किए जाए. वहीं मेट्रो हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ डीएम के फर्जी साइन करने के मामले में एफआईआर के निर्देश भी जारी किए हैं.
अस्पतालों को नोटिस जारी
जिन हॉस्पिटलों को नोटिस जारी हुआ है उसमें गुजैनी का प्रसाद हॉस्पिटल, बर्रा के गुंजन और गंगादेवी हॉस्पिटल और लखनपुर का मेट्रो हॉस्पिटल है. सभी को ख्ब् घंटे में जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है. 

Many High Percentage Polling Booths Suspicious

KANPUR : क्या आप यकीन करेंगे कि चुनाव के दौरान शहर के किसी पोलिंग बूथ पर महज ख्-फ् परसेंट और कहीं पर 90 परसेंट तक मतदान हुआ हो. चौंकाने वाले यह आंकड़े लोकसभा चुनाव-ख्009 के हैं. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इन पोलिंग बूथों को लेकर ऑफिसर्स खासे चौकन्ने हैं. इसीलिए इन पोलिंग सेंटर्स के बारे में एक दर्जन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है. डिप्टी इलेक्शन ऑफिसर शत्रुघ्न सिंह के अनुसार सभी बूथों पर जबर्दस्त उतार-चढ़ाव का पता लगाने का जिम्मा रिटर्निग ऑफिसर्स (आरओ) व इलेक्टोरल रिटर्निग ऑफिसर्स (ईआरओ) को सौंपा गया है.
कुछ प्रमुख पोलिंग बूथ और वहां मतदान का परसेंटेज -
पोलिंग बूथ वोटिंग परसेंटेज
सरदार पटेल हरिहर धाम 7.ब्
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री इंटर कॉलेज क्ख्.8
जू. हाईस्कूल बिरोह क्ब्.7
श्रम हितकारी केन्द्र शास्त्री नगर म्ब्.7ख्
सरस्वती ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज 7ब्.97
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इन प्वाइंट्स पर मांगी गई डिटेल -
- क्रिटिकल बूथों की संख्या
- वल्नरेबिल बूथों की संख्या
- ऑनलाइन बीएलओ डाटाबेस फीडिंग
- ऑनलाइन डी-डुप्लीकेट सर्वे रिपोर्ट डाटाबेस की फीडिंग
- तैयार किये गये डुप्लीकेट ईपिक की संख्या
- पोलिंग सेंटर्स का रैम्प, बिजली, पानी, ट्वॉयलेट आदि का सत्यापन
- क्भ्00, क्भ्भ्0, क्म्00 पर सहायक मतदेय स्थलों का विवरण
- विधानसभा का एरिया
- सर्विस मतदाताओं की सूचना का प्रेषण
- वीडियो-कैमरा-डिजिटल कैमरा, वीडियोग्राफी से संबंधित सूचना
- सेक्टर-जोनल व रूट चार्ट से संबंधित
- कम्यूनिकेशन प्लान की तैयारी

Again A Case Of Human Trafficing Found On Central Station

KANPUR: सेंट्रल स्टेशन पर ट्यूजडे रात को फिर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला पकड़ा गया. बेचने के लिए दिल्ली ले जाई जा रहीें दो नाबालिग लड़कियों को जीआरपी ने छुड़वाया. यह लड़कियां फरक्का एक्सप्रेस से दिल्ली ले जाई जा रही थीं. जीआरपी ने इन्हें ले जा रहे युवक इम्तियाज शेख को भी गिरफ्तार कर लिया है.

लड़कियां और शेख वेस्ट बंगाल के मुर्शीदाबाद के रहने वाले हैं. सीओ जीआरपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि इन लड़कियों का क्0 हजार रुपए में सौदा किया गया था. एक लड़की की उम्र केवल 7 साल तो दूसरी की क्फ् साल है.

Atal Bihari Vajpayees Niece Joins Congress

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला कांग्रेस में शामिल हो गईं. गुरुवार को उन्होंने कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में पार्टी में शामिल होने की घोषणा की.
करुणा शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा के 'अटल युग' का समापन हो चुका है. उन्होंने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसने अपना पति धर्म नहीं निभाया हो, वह राष्ट्र धर्म क्या निभाएगा.

करुणा शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस मेरा घर है. उन्होंने कहा कि कोई कितनी भी हवा बहा ले, मौसम बदलते देर नहीं लगती. करुणा शुक्ला ने कहा कि 2004, 2009 में जो कुछ हुआ, वही 2014 में भी दोहराया जाएगा.

करुणा शुक्ला भाजपा की विधायक और सांसद रह चुकी हैं. इसके अलावा वे भाजपा की महिला इकाई की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.

कभी भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहीं करुणा शुक्ला ने पिछले साल पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.

पार्टी में अनदेखी

"छत्तीसगढ़ में भाजपा दो-तीन सत्ताधारी नेताओं की जागीर बन कर रह गई है जिनमें राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह प्रमुख हैं."
-करुणा शुक्ला, भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी

इस्तीफा देने के बाद करुणा शुक्ला ने पार्टी में हुई अवहेलना को इसका कारण बताया था और कहा था कि छत्तीसगढ़ में भाजपा दो-तीन सत्ताधारी नेताओं की जागीर बन कर रह गई है जिनमें राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह प्रमुख हैं.

पार्टी में वापस आने की संभावनाओं को नकारते हुए करुणा शुक्ला ने कहा था कि वे मर जाएंगी, लेकिन भाजपा में नहीं लौटेंगी.

अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं.

अटल बिहारी पहली वर्ष 1996 में मात्र 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने थे. उसके बाद वो वर्ष 1998 से 1999 के बीच 13 महीनों के लिए प्रधानमंत्री बने थे. साल 1999 में वो तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा करते हुए साल 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे थे.

वाजेपयी फ़िलहाल सेहत ठीक न होने के कारण सक्रिय राजनीति से दूर हैं.

Source: Local News

5 JDU MP Suspended In Bihar

बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने अपने पाँच सांसदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ निष्कासित सांसदों में पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी के अलावा पूर्णमासी राम, मंगनी लाल मंडल, सुशील सिंह और जय नारायण निषाद शामिल हैं.

इन सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया गया है.

निष्कासित सांसदों में चार सांसद लोक सभा सांसद हैं और एक सासंद शिवानंद तिवारी राज्य सभा में हैं.

इससे पहले शिवानंद तिवारी ने जद-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में टूट कराने के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

निष्कासित चारों नेता बिहार से सांसद हैं. पूर्णमासी राम गोपालगंज से, मंगनी लाल मंडल झांझरपुर से, सुशील कुमार सिंह औरंगाबाद से और जय नारायण निषाद मुज़फ़्फ़रपुर से लोक सभा सांसद हैं.

Source: Hindi News

2 Sailors Declared Dead In Sindhuratna Submarine Accident

मुंबई बंदरगाह के नज़दीक हादसे का शिकार हुई भारतीय पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न में नौसेना के दो अधिकारियों की मौत हो गई. इसकी पुष्टि नौसेना ने की है.
नौसेना की ओर से बताया गया है कि इन दोनों के शव पनडुब्बी के अंदर एक कंपार्टमेंट से बरामद किए गए.

हादसे का शिकार हुई पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न गुरुवार सुबह तट पर लौट आई.

एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पनडुब्बी पर सवार बाक़ी लोग सुरक्षित हैं. हादसे की पड़ताल के लिए रियर एडमिरल स्तर के एक अधिकारी के नेतृत्व में उच्च स्तरीय जांच दल बनाया गया है जिसने अपना काम शुरू भी कर दिया है.

पनडुब्बी पर सवार नौसेना के सात कर्मचारियों को इलाज के लिए बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

आईएनएस सिंधुरत्न बुधवार को मुंबई समुद्रतट से लगभग 40-50 किलोमीटर दूर परीक्षण के दौरान तब हादसे का शिकार हुई जब उसमें से अचानक धुंआ निकलने लगा.

इसकी वजह से पनडुब्बी के दरवाज़े बंद हो गए थे.

हादसे

हादसे के बाद  दुर्घटना की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. सरकार ने भी उनका इस्तीफ़ा तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर लिया था.

नौसेना के उप-प्रमुख वाइस एडमिरल आरके धवन को कार्यवाहक नौसेना प्रमुख का कार्यभार सौंपा गया है.

रूस में बनी किलो क्लास की इस पनडुब्बी को वर्ष 1988 में नौसेना में शामिल किया गया था और साल 2003 में इसकी मरम्मत की गई थी.

पिछले सात महीने में भारतीय नौसेना के दस युद्धपोत और तीन पनडुब्बियां दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी हैं.

पिछले साल अगस्त में भी एक पनडुब्बी, आईएनएस  सिंधुरक्षक में दो भारी धमाके हुए थे और आग लगने के बाद वह डूब गई थी. उस हादसे में नौसेना के 18 कर्मचारी मारे गए थे.

Source: Hindi News

It Will Take Time To Fill Potholes Says Namo

भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगर केंद्र में उनकी सरकार बनती है तो काफ़ी समय देश की व्यवस्था में हुए उन गड्ढ़ों को भरने में ही लग जाएगा, जो पिछले 60 सालों में आई सरकारों ने बनाए हैं. इसके बाद ही देश के विकास का काम शुरू हो पाएगा.
मोदी गुरुवार को नई दिल्ली में कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.

इस अवसर पर संगठन ने एक मांग पत्र मोदी के सामने रखा. इस पर मोदी ने कहा कि आपकी सभी मांगे व्यावहारिक हैं और इनको पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में जगह दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि व्यापारियों में  भाजपा की लोकप्रियता इतनी है कि उसे व्यापारियों की ही पार्टी माना जाता है.

मोदी ने कहा कि आज देश के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री से लेकर चपरासी तक का कायाकल्प करने की ज़रूरत है. यह कायाकल्प इस तरह का होना चाहिए कि आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश एक बार फिर जवान नज़र आए.

क़ानूनों का मकड़जाल

"देश के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री से लेकर चपरासी तक का कायाकल्प करने की जरूरत है. यह कायाकल्प इस तरह का होना चाहिए कि आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश एक बार फिर जवान नज़र आए"
-नरेंद्र मोदी, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार

उन्होंने कहा कि पिछले 60 साल से देश क़ानूनों के मकड़जाल में फंसा हुआ है. बेकार के क़ानूनों से मुक्ति पाने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि देश में सरल, सहज और आम आदमी को फ़ायदा पहुँचाने वाले क़ानून होने चाहिए.

राज्यों का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को दिल्ली से चलाने का फ़ैशन अब बंद होना चाहिए और राज्यों पर भरोसा कर उन्हें और अधिकार देने की ज़रूरत है.

उन्होंने कहा कि दुनिया में छाने और  संबंध बनाने का ज़रिया व्यापार ही है. संबंध इसी से जुड़ते हैं. इसलिए भारत के विदेश मंत्रालय को अब व्यापार और वाणिज्य कूटनीति पर ध्यान देना चाहिए.

देशभर से जुटे व्यापारियों को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार दुनिया में छाई आर्थिक मंदी की बात करती है लेकिन इससे डरने की ज़रूरत नहीं, ज़रूरत है इसका सामना करने की. इसके लिए सरकार को व्यापारियों को सुविधाओं से लैस करना चाहिए.

इस अवसर पर भाजपा नेता ने व्यापारियों को सलाह दी कि मिलावटख़ोरों को अपने बीच से दूर करें.

Source: Hindi News

Tuesday, February 25, 2014

Food fiesta at Surendranath centenary school

 


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Students Will Take The Class In Csa

KANPUR : अब सीएसए के हास्टल वार्डेन डेली हास्टल का जायजा लेंगे. वीसी ने कहा कि वार्डेन स्टूडेंट्स से मिलते ही नहीं हैं. यह सिस्टम अब नहीं चलेगा. इस इश्यू को लेकर वीसी ने वार्डेन की मीटिंग ख्8 फरवरी को कॉल की है. स्टूडेंट्स की कम्प्लेन पर एक मेस संचालक से क् लाख रुपए की रिकवरी की गयी है. वीसी ने कहा स्टूडेंट्स की खाने की क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. टाइम टू टाइम लंच और डिनर मेस में जाकर चेक करेंगे. फैकल्टी की प्रॉब्लम से जूझ रहे सीएसए में मेरीटोरियस स्टूडेंट्स को क्लास लेने का मौका मिलेगा इसकी तैयारी की जा रही है.

फूड की क्वालिटी चेक करेंगे

सीएसए वाइस चांसलर प्रो. मुन्ना सिंह ने बताया कि एक हास्टल के स्टूडेंट्स ने मेस संचालक की कम्प्लेन की जिस पर इनक्वॉयरी करायी गयी मैटर सही पाए जाने पर मेस संचालक से क् लाख भ् हजार रुपए की रिकवरी की गयी. अगर कहीं से कम्प्लेन आयी तो जांच कराकर कार्रवाही की जाएगी. हास्टल में लंच व डिनर की क्वालिटी टाइम टू टाइम चेक की जाएगी. फैकल्टी की प्रॉब्लम इस हालत में पहुंच गयी है कि स्टूडेंट्स की डिग्री अमान्य होनी की कंडीशन में आ गयी है. यूनिवर्सिटी में ख्7 प्रोफेसर के पद हैं जिसमें कि सिर्फ भ् पद भरे हैं. आने वाले टाइम में मेरीटोरियस स्टूडेंट्स सीएसए में क्लास लेते नजर आएंगे.

स्टूडेंट्स को गीजर का तोहफा

सीएसए के सभी हास्टल में स्टूडेंट्स के लिए गीजर का अरेजमेंट वाइस चांसलर कर रहे हैं. स्टूडेंट्स को वो सभी सुविधाएं दी जाएंगी जिसकी उन्हें जरुरत है. हास्टल वार्डेन के रोल पर वाइस चांसलर थोड़ा नाराज दिखे. यही वजह है कि वार्डेन की मीटिंग ख्8 फरवरी को बुलायी है. सीएसए में किसान मेला ख्भ् से ख्7 फरवरी के बीच आयोजित किया जा रहा है. मंगलवार को स्टेट मिनिस्टर भगवती ंिसंह इसका इनॉग्रेशन करेंगे.

Dm Instructs Police To Be Vigilent For Human Rights In The Police Station

 KANPUR : पहले थाना दिवस में बाबूपुरवा थाने की कई कमियां सामने आ गईं. थाना दिवस में जन सुनवाई की व्यवस्था देखने पहुंचीं डीएम ने जिम्मेदार अफसरों को हवालात को मानवाधिकार मानकों के अनुसार ठीक कराने के निर्देश दिये.

ख्याल रखें अधिकारों का..

जनसमस्याओं के समय पर निस्तारण के लिए डीएम ने कानपुर में नई व्यवस्था शुरू की है. इसके लिए तहसील दिवस के बाद पड़ने वाले सेटरडे को थाना दिवस आयोजित किया जाएगा. ख्ख् फरवरी को थाने में पब्लिक की शिकायतों को किस तरह सुना जा रहा है. यह देखने डीएम डॉ. रोशन जैकब थाना बाबूपुरवा पहुंच गईं.

साफ-सफाई की हिदायत

थाने में साफ-सफाई की व्यवस्था प्रॉपर नहीं थी. इस पर डीएम ने थानाध्यक्ष से समुचित साफ-सफाई करवाने की हिदायत दी. साथ ही थाने को व्यवस्थित करने के भी निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने पब्लिक कम्प्लेंट रजिस्टर भी चेक किया. इसमें दर्ज मामलों के निस्तारण को लेकर की गई कार्यवाही की जानकारी भी पुलिस अफसरों से ली. नई व्यवस्था के तहत उन्होंने सभी थानों में थाना दिवस के आदेश भी जारी किये.

शिकायतें करें रजिस्टर

डीएम ने क्लियर-कट इंस्ट्रक्शन्स दिये कि थाना दिवस में आने वाले मामलों को रजिस्टर किया जाए. इन सब मामलों का एक हफ्ते के अंदर-अंदर निस्तारण करने के लिए रिस्पॉन्सिबिलिटी तय की जाए. शिकायतों के निस्तारण का अंकन भी दर्ज शिकायत के साथ अंकित किया जाए, जिससे शिकायतकर्ता को की गई कार्यवाही की सही जानकारी मिल सके.

Inext News Puts Impact On District Administration

KANPUR : जर्जर हो चुके फूलबाग गांधी भवन का मेंटीनेंस और कायाकल्प जल्द से जल्द करवाने के आदेश जिला प्रशासन ने सैटरडे को जारी कर दिये हैं. इस संबंध में डीएम ने केडीए व एएसआई अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये.

खबर का असर

ख्ख् फरवरी को आई नेक्स्ट ने पेज-क् पर 'बुलंद इमारत, जर्जर हालत' हेडलाइन के साथ फूलबाग गांधी भवन (केईएम हॉल) के जर्जर हालात की खबर को प्रमुखता के साथ पब्लिश किया था. तहसील दिवस से लेकर तमाम सरकारी आयोजन इसी हॉल के अंदर आयोजित होते हैं. लेकिन बिल्डिंग की जर्जर होती हालत कभी भी हादसे का सबब बन सकती है. प्रशासन ने इस खबर को बेहद गंभीरता से लिया है. इसी कड़ी में बिल्डिंग का मेंटीनेंस जल्द से जल्द करवाने के आदेश जारी किये गये हैं.

क्वालिटी से समझौता नहीं..

डीएम डॉ. रौशन जैकब ने समग्र विकास योजना के तहत केईएम हॉल का ब्यूटीफिकेशन भी करवाने के आदेश अफसरों को दिये हैं. उन्होंने बताया कि गांधी भवन का कायाकल्प केडीए को करवाना है. हिस्टॉरिकल बिल्डिंग होने की वजह से यह काम एएसआई की देखरेख में होना है. इस बाबत सबको हिदायत भी दी गई है कि जल्दबाजी के चक्कर में मेंटीनेंस वर्क की क्वालिटी से कोई समझौता न होने पाए.

Source: Kanpur News