नहीं चाहती कांग्रेस और बीजेपी कि दिल्ली में दोबारा हों विधानसभा चुनाव.
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू होने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का गेट नॉक किया है. आप ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की अपनी याचिका में दिल्ली में लागू हुए राष्ट्रपति शासन को असंवैधानिक बताया है. वहीं आप के नेता प्रशांत भूषण ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन केंद्र ने लागू कराया है और बीजेपी ने भी इसको अपोज नहीं किया. प्रशांत भूषण ने ये भी कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही नहीं चाहती कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव दोबारा हों. या फिर लोकसभा- विधानसभा चुनाव साथ हों.
उपराज्यपाल ने सही नहीं किया
आप ने नजीब जंग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उपराज्यपाल ने हमारी सिफारिश के बाद भी कदम नहीं उठाया. आप ने कहा कि हमने उपराज्यपाल नजीब जंग से विधानसभा भंग करने और दोबारा चुनाव कराने की सिफारिश की थी. आप ने बताया कि उस समय आम आदमी पार्टी बहुमत में थी और नजीब जंग को हमारी बात को समझनी और माननी चाहिए थी. लेकिन नजीबजंग ने गृह मंत्रालय से विधानसभा निलंबित रखने और राष्ट्रपति शासन लागू रखने की सिफारिश की, जो कि कतई सही नहीं था.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू होने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का गेट नॉक किया है. आप ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की अपनी याचिका में दिल्ली में लागू हुए राष्ट्रपति शासन को असंवैधानिक बताया है. वहीं आप के नेता प्रशांत भूषण ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन केंद्र ने लागू कराया है और बीजेपी ने भी इसको अपोज नहीं किया. प्रशांत भूषण ने ये भी कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही नहीं चाहती कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव दोबारा हों. या फिर लोकसभा- विधानसभा चुनाव साथ हों.
उपराज्यपाल ने सही नहीं किया
आप ने नजीब जंग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उपराज्यपाल ने हमारी सिफारिश के बाद भी कदम नहीं उठाया. आप ने कहा कि हमने उपराज्यपाल नजीब जंग से विधानसभा भंग करने और दोबारा चुनाव कराने की सिफारिश की थी. आप ने बताया कि उस समय आम आदमी पार्टी बहुमत में थी और नजीब जंग को हमारी बात को समझनी और माननी चाहिए थी. लेकिन नजीबजंग ने गृह मंत्रालय से विधानसभा निलंबित रखने और राष्ट्रपति शासन लागू रखने की सिफारिश की, जो कि कतई सही नहीं था.
Source: Online Hindi Newspaper
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