KANPUR : सीएसए का किसान मेला स्टूडेंट्स के लिए ऐसा प्लेटफार्म है जो उन्हें और यूनिवर्सिटी को नेशनल-इंटरनेशनल लेविल पर पहचान दिलाता है. इसके लिए स्टूडेंट्स को ऐसे इनोवेशन करने होंगे जिससे किसानों को फायदा मिले और देश का विकास होगा. रिसर्च को प्रमुखता देनी होगी. महात्मा गांधी ने किसानों के हक की पहली जंग लड़ी थी. स्टूडेंट्स को भी ऐसा सकारात्मक रास्ता चुनना होगा. किसी भी देश की खुशहाली इसी में है. ये विचार सीएसए किसान मेला के समापन समारोह के चीफ गेस्ट, उत्तराखंड के गवर्नर डॉ. अजीज कुरैशी ने व्यक्त किए.
Its a lovely place...
गवर्नर डॉ. अजीज कुरैशी ने सबसे पहले कैंपस में पहुंच कर चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए. इसके बाद उनका काफिला वाइस चांसलर प्रो. मुन्ना सिंह के आवास पहुंचा. यहां गवर्नर ने लंच किया. गवर्नर जब लंच के लिए लंच के लिए डायनिंग एरिया पहुंचे तो वहां का नजारा देख बोले. इट्स अ लवली प्लेस..टेंट के अंदर बैठने से गवर्नर साहब ने साफ इंकार कर दिया. डॉ कुरैशी बोले मैं पर्दे में नहीं बैठूंगा. बाहर लगी टेबल पर बैठ गए. जहां पर उनके साथ पूर्व विधान परिषद सभापति सुखराम सिंह, उत्तराखंड की साहित्यकार छाया शुक्ला मौजूद रहीं. खाने की टेबल पर शेरो-शायरी का दौर शुरू हुआ तो आखिर तक चलता रहा.
मैडम का पारा चढ़ा
अलीगढ़ से आयीं बीओजी मेंबर प्रतिभा राघव ने डायनिंग एरिया में पहुंच कर व्यवस्था पर नाराजगी जतायी. वो इस बात पर नाराज थीं कि उन्हें गवर्नर के साथ टेबल पर क्यों नहीं बैठाया गया. मैडम के तेवर देख डायरेक्टर एक्सटेंशन डॉ. समीर पाल ने किसी तरह से मौके की नजाकत को भांप कर उन्हें सफाई दी.
तो अब कृषि पंडित पुरस्कार
प्रोग्राम के शिरकत करने आए स्टेट मिनिस्टर का दर्जा प्राप्त सुखराम सिंह ने वाइस चांसलर को सुझाव दिया कि बेस्ट परफार्मेस देने वाले किसान को कृषि पंडित पुरस्कार दिया जाए. जिस पर वाइस चांसलर ने अपनी सहमति दे दी. प्रोग्राम का संचालन डॉ. नौशाद खान ने किया. चीफ गेस्ट ने विनर्स को प्राइज दिए. प्रोग्राम में बीओजी मेंबर परिमल बाजेपयी, डॉ एमपी यादव, डॉ. जितेन्द्र सिंह, डॉ. एके सिंह, डॉ. रेखा दयाल, डॉ पीके राठी, योगेन्द्र श्रीवास्तव, अनिल अवस्थी मौजूद रहे.
Its a lovely place...
गवर्नर डॉ. अजीज कुरैशी ने सबसे पहले कैंपस में पहुंच कर चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए. इसके बाद उनका काफिला वाइस चांसलर प्रो. मुन्ना सिंह के आवास पहुंचा. यहां गवर्नर ने लंच किया. गवर्नर जब लंच के लिए लंच के लिए डायनिंग एरिया पहुंचे तो वहां का नजारा देख बोले. इट्स अ लवली प्लेस..टेंट के अंदर बैठने से गवर्नर साहब ने साफ इंकार कर दिया. डॉ कुरैशी बोले मैं पर्दे में नहीं बैठूंगा. बाहर लगी टेबल पर बैठ गए. जहां पर उनके साथ पूर्व विधान परिषद सभापति सुखराम सिंह, उत्तराखंड की साहित्यकार छाया शुक्ला मौजूद रहीं. खाने की टेबल पर शेरो-शायरी का दौर शुरू हुआ तो आखिर तक चलता रहा.
मैडम का पारा चढ़ा
अलीगढ़ से आयीं बीओजी मेंबर प्रतिभा राघव ने डायनिंग एरिया में पहुंच कर व्यवस्था पर नाराजगी जतायी. वो इस बात पर नाराज थीं कि उन्हें गवर्नर के साथ टेबल पर क्यों नहीं बैठाया गया. मैडम के तेवर देख डायरेक्टर एक्सटेंशन डॉ. समीर पाल ने किसी तरह से मौके की नजाकत को भांप कर उन्हें सफाई दी.
तो अब कृषि पंडित पुरस्कार
प्रोग्राम के शिरकत करने आए स्टेट मिनिस्टर का दर्जा प्राप्त सुखराम सिंह ने वाइस चांसलर को सुझाव दिया कि बेस्ट परफार्मेस देने वाले किसान को कृषि पंडित पुरस्कार दिया जाए. जिस पर वाइस चांसलर ने अपनी सहमति दे दी. प्रोग्राम का संचालन डॉ. नौशाद खान ने किया. चीफ गेस्ट ने विनर्स को प्राइज दिए. प्रोग्राम में बीओजी मेंबर परिमल बाजेपयी, डॉ एमपी यादव, डॉ. जितेन्द्र सिंह, डॉ. एके सिंह, डॉ. रेखा दयाल, डॉ पीके राठी, योगेन्द्र श्रीवास्तव, अनिल अवस्थी मौजूद रहे.
Source: Kanpur News
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