Tuesday, May 31, 2016

महिला के हत्यारों को पुलिस ने भेजा जेल

खूंटी के अड़की में बुजुर्ग मंगरी मुंडाइन की डायन- बिसाही को लेकर हुई हत्या मामले में ओझा समेत चार अन्य आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इन्होंने रविवार की शाम पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। गुरुवार को इन्होंने गांव में ही महिला की लाठी- डंडे से पीट- पीटकर हत्या कर दी थी.

ऐसे पकड़े गए आरोपी

इस घटना के बाद साक्ष्य छिपाने के बदले में कुरंगा के ग्रामीणों से आरोपियों से दस लाख रुपए की डिमांड की थी। लेकिन, आरोपियों के पास इतने पैसे नहीं नहीं थे कि वे दे सकें। ऐसे में गांववालों ने पुलिस को महिला की हत्या किए जाने व आरोपियों की जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में कर आरोपियों को पकड़ने में जुट गई थी। इधर एसपी अनीश गुप्ता का कहना है कि दस लाख लेकर मामला छिपाने के लगे आरोपों की भी पुलिस छानबीन कर रही है। इसमें अगर सच्चाई होगी तो आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.  Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

174 राइस मिलरों पर प्राथमिकी का आदेश

सरकार ने डिफाल्टर हुए क्7ब् चावल मिलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सोमवार को संबंधित जिलाधिकारियों को कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश जारी किया है।

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अनुसार जिन राइस मिलरों पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है उनमें जहानाबाद, गया, औरंगाबाद, रोहतास, भोजपुर, पटना, नालंदा, नवादा, शेखुपरा, लखीसराय, बेगूसराय, दरभंगा, वैशाली, सिवान, छपरा, सीतामढ़ी और मुंगेर जिले के राइस मिल हैं।

ऐसे 9भ् डिफाल्टर चावल मिल मालिकों का स्पीडी ट्रायल कराने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया गया है, जिनके मिलों ने कोर्ट के आदेश के बावजूद बकाया राशि का भुगतान नहीं किया है। इसलिए कोर्ट के आदेश पर अब कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। जरूरत पड़ी तो राइस मिलरों के खिलाफ कुर्की- जब्ती भी होगी. Read more http://inextlive.jagran.com/patna/

35 की उम्र में खराब हो रहे फेफड़े

व‌र्ल्ड नो टोबैको डे के मौके पर आई नेक्स्ट ने आम लोगों को जागरूक करने के लिए एक एक्टिविटी और फ्री टेस्ट कैंप का आयोजन किया.आई नेक्स्ट ने गढ़ रोड स्थित समुद्रा हुंडई कार एजेंसी, मवाना रोड स्थित रूद्रा इंस्टीट्यूट, गढ़ रोड स्थित राज स्नेह मारुति कार कंपनी, खैर नगर स्थित स्टेट बैंक ऑफिस आदि विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों का फ्री पॉलमरी फंक्शन टेस्ट करवाया। वहीं डॉक्टर्स की टीम ने पब्लिक को तम्बाकू के नुकसान व उससे बचाव के तरीके भी बताए। आई नेक्स्ट की इस अवेयरनेस के बाद पब्लिक ने भी तंबाकू व सिगरेट से दूर रहने का प्रण लिया.

डॉक्टर्स ने बताए नुकसान

आई नेक्स्ट की इस एक्टिविटी में डॉक्टर्स टीम ने टोबैको व स्मोकिंग के काफी सारे नुकसान बताए। डॉ.अमित अग्रवाल ने बताया कि स्मोकिंग व टोबैको के बहुत ही नुकसान है। इससे लंग्स, गले व मुंह का कैंसर हो जाता है, धीरे- धीरे भूख कम हो जाती है। स्मोकिंग पर्सन को पैरालाइसिस हो सकता है, एम्फाइसिमा होने लगता है, पैरों की उंगलियां गलने लगती है।

अटैक की संभावना

शिपला कंपनी के एमआर सूर्यप्रताप ने बताया कि इससे हार्टअटैक की संभावना भी बढ़ती है। अस्थमा और लगातार खांसी की शिकायत रहने लगती है। उन्होंने बताया टोबाको के सेवन से बुढ़ापा जल्दी आता है और मेंटली इलनेस बढ़ने लगती है.

लोगों का टेस्ट किया

डॉक्टर्स की जानकारी के साथ ही स्पेशल टीम ने लोगों का फ्री पॉलमरी फंक्शन टेस्ट किया। जिसमें 35 से ऊपर की एज के लोगों में 70 परसेंट की रिपोर्ट में कुछ न कुछ कमी रहीं। 35 से ऊपर की एज के लोगों के लंग्स में खराबी मिली। इनमें से अधिकतर केस सिगरेट व टोबैको के सेवन के कारण ही मिले। हेल्थ एक्सपर्ट प्रेम प्रकाश प्रजापति और निशंात कुमार ने लोगों का टेस्ट किया। उन्हें डॉक्टर्स से एडवाइस लेकर ट्रिटमेंट लेने की सलाह दी.  Read more http://inextlive.jagran.com/meerut/

ये है एलयू का हाल इंट्रेंस में गलत सवाल

महिला चीफ जस्टिस अब तक हुई ही नहीं और लखनऊ यूनिवर्सिटी ने यूजी इंट्रेंस में उनका नाम पूछ लिया। जब छात्रों ने कहा कि ऐसा हुआ ही नहीं, तब प्रशासन की आंखें खुलीं। अब प्रशासन कह रहा है कि गलत सवालों के पूरे नंबर छात्रों को दिए जाएंगे।

गलत सवाल के चार ऑप्शन

सोमवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी में लॉ इंटीग्रेटेड का इंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया गया था। जिसमें क्वेश्चन था कि भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस कौन थीं। इसके चार ऑपशन भी दिए गए थे। छात्रों ने बताया कि उन्होंने इस सवाल को छोड़ दिया है। एग्जाम देने के बाद छात्र शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया कि तीन से चार सवाल क्वेश्चन पेपर में गलत आए हैं। इस दौरान एलयू प्रशासन ने छात्रों को समझाया कि गलत क्वेश्चंस छोड़ दें और अन्य प्रश्नों को सॉल्व करें। गलत सवालों की जांच एक्सपर्ट करेंगे। यदि कोई कमी होगी तो उसके मा‌र्क्स छात्रों को दिये जाएंगे.

कई सवाल गलत एग्जाम के बाद बाहर आए विशाल शर्मा ने बताया कि क्वेश्चन पेपर में पूछा गया था कि क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है। लेकिन, ऑप्शंस में गड़बड़ी थी। निगेटिव मार्किंग के डर से कई छात्रों ने इस क्वेश्चन को अटैम्प्ट ही नहीं किया। रजत वर्मा ने बताया कि रीजनिंग में एक सवाल अल्फाबेट्स को बेस कर पूछा गया जो हिंदी और इंग्लिश में लिखा था। लेकिन, इसके इंग्लिश के सवाल केचार विकल्पों में सही विकल्प में एक अल्फाबेट ज्यादा था। मैथ्स के एक सवाल को भी छात्रों ने गलत बताया।  Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

बजट है फिर क्यों लेट हो रहा कार्य?

 बजट के बावजूद घाट पर चल रहे कार्यो में लेटलतीफी क्यों हो रही है? नगर निगम से जवाब- तलब करते हुए कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि टूरिज्म डिपार्टमेंट ने नगर निगम को तीन करोड़ म्0 लाख रुपए का बजट दिया है। इस बजट से घाटों पर डस्टबीन, छतरी, चौकी आदि रखे जाने के साथ लाइट और साइनेज की व्यवस्था करानी है। कमिश्नर ने नगर निगम के ऑफिसर्स को युद्धस्तर पर अभियान चलाकर कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया।

प्रबंधक को लगाई फटकार

कमिश्नर सोमवार को मंडलीय अनुश्रवण कक्ष में टूरिज्म डिपार्टमेंट के निर्माण कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को घाटों पर लगाए जाने वाले टॉयलेट के सीवरेज और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक को फटकार लगाते हुए कामाख्या शक्ति पीठ, शिव मंदिर देवल, परेमनशाह तालाब, सेवराई चिरा के तालाब का कार्य जल्द पूरा कराने को कहा। प्रसाद योजना के तहत बुद्धा थीम पार्क का सौंदर्यीकरण, सारंगनाथ तालाब का जीर्णोद्धार, गुरुधाम मंदिर का संरक्षण और मारकण्डेय महादेव स्थल का विकास कार्य भी जल्द कराने का निर्देश दिया। उन्होंने नगर निगम को गंगा घाटों के पास 80 स्थानों पर लगाए जाने वाले साइनेज को क्भ् दिन के अंदर लगाने को कहा। मीटिंग में एडीएम सिटी विन्ध्यवासिनी राय, पर्यटन, नगर निगम, सिंचाई, विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।  Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

जमीन कारोबार में वर्चस्व को लेकर गई संजीव की जान

गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जोजोबेड़ा स्थित रेलवे फाटक के पास जमीन कारोबारी संजीव सिंह की हुई हत्या में संलिप्त अपराधी मिथुन चक्रवर्ती को गोविंदपुर के इंस्पेक्टर दयानंद कुमार ने धर- दबोचा है। उसने कबूल किया कि पुरानी रंजिश और जमीन की खरीद- ब्रिकी को लेकर वर्चस्व की लड़ाई के लिए संजीव सिंह की हत्या की गई। इसके लिए कुख्यात अपराधी मंगल टुडू को दो लाख की सुपारी दी गई थी। यह जानकारी एसएसपी अनुप टी मैथ्यू ने सोमवार को दी। उन्होंने बताया कि अपराधी दुबराज नाग और उसके सहयोगी मनोज कच्छप ने पांच अन्य अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इसमें कांट्रेक्ट किलर मंगल टुडू भी शामिल था।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

एसएसपी ने बताया कि घटना वाले दिन चित्रू सरदार और सरफू नामक अपराधी जोजोबेड़ा रेलवे फाटक के सामने छुपे हुए थे। अपराधी मोहन कच्छप और डोमनिक सैमसंग पैशन प्रो बाइक लेकर कृष्णा नगर ऑटो स्टैंड के पीछे छुपे हुए थे। दुबराज नाग और मंगल टुडू सरजामदा से बारीगोड़ा जाने वाले रास्ते में ग्लैमर बाइक पर बैठ सभी गतिविधियों पर निगाह बनाये हुए थे। वहीं मिथुन चक्रवर्ती बाइक से संजीव के गतिविधियों पर नजर रख रहा था। मिथुन संजीव का पीछा करते हुए कृष्णा नगर ऑटो स्टैंड तक पहुंचा। इसी दौरान संजीव सिंह जैसे ही जोजोबेड़ा रेलवे फाटक के पास पहुंचा उस वक्त ट्रेन क्रास करने के चलते रेलवे क्रासिंग बंद थी। इस का फायदा उठाते हुए दुबराज नाग, मंगल टुडू, मनोज कच्छप और डोमनिक सैमसंग अपनी- अपनी बाइक लेकर संजीव के सामने सट गये और ताबड़तोड़ फायरिंग कर बाइक घुमाकर बारीगोड़ा के रास्ते गदरा होते हुए पोटका की ओर फरार हो गये।  Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

जमीन कारोबार में वर्चस्व को लेकर गई संजीव की जान

गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जोजोबेड़ा स्थित रेलवे फाटक के पास जमीन कारोबारी संजीव सिंह की हुई हत्या में संलिप्त अपराधी मिथुन चक्रवर्ती को गोविंदपुर के इंस्पेक्टर दयानंद कुमार ने धर- दबोचा है। उसने कबूल किया कि पुरानी रंजिश और जमीन की खरीद- ब्रिकी को लेकर वर्चस्व की लड़ाई के लिए संजीव सिंह की हत्या की गई। इसके लिए कुख्यात अपराधी मंगल टुडू को दो लाख की सुपारी दी गई थी। यह जानकारी एसएसपी अनुप टी मैथ्यू ने सोमवार को दी। उन्होंने बताया कि अपराधी दुबराज नाग और उसके सहयोगी मनोज कच्छप ने पांच अन्य अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इसमें कांट्रेक्ट किलर मंगल टुडू भी शामिल था।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

एसएसपी ने बताया कि घटना वाले दिन चित्रू सरदार और सरफू नामक अपराधी जोजोबेड़ा रेलवे फाटक के सामने छुपे हुए थे। अपराधी मोहन कच्छप और डोमनिक सैमसंग पैशन प्रो बाइक लेकर कृष्णा नगर ऑटो स्टैंड के पीछे छुपे हुए थे। दुबराज नाग और मंगल टुडू सरजामदा से बारीगोड़ा जाने वाले रास्ते में ग्लैमर बाइक पर बैठ सभी गतिविधियों पर निगाह बनाये हुए थे। वहीं मिथुन चक्रवर्ती बाइक से संजीव के गतिविधियों पर नजर रख रहा था। मिथुन संजीव का पीछा करते हुए कृष्णा नगर ऑटो स्टैंड तक पहुंचा। इसी दौरान संजीव सिंह जैसे ही जोजोबेड़ा रेलवे फाटक के पास पहुंचा उस वक्त ट्रेन क्रास करने के चलते रेलवे क्रासिंग बंद थी। इस का फायदा उठाते हुए दुबराज नाग, मंगल टुडू, मनोज कच्छप और डोमनिक सैमसंग अपनी- अपनी बाइक लेकर संजीव के सामने सट गये और ताबड़तोड़ फायरिंग कर बाइक घुमाकर बारीगोड़ा के रास्ते गदरा होते हुए पोटका की ओर फरार हो गये।  Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

Monday, May 30, 2016

आप की 'उत्तराखंड बचाओ' यात्रा का समापन

रविवार को आम आदमी पार्टी की दूसरे चरण की 'उत्तराखंड बचाओ' यात्रा देहरादून में समाप्त हुई। यात्रा में शामिल सैकड़ों कार्यकर्ता महाराणा प्रताप चौक रायपुर में एकत्रित हुए और जुलूस की शक्ल में देहरादून के विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए ईसी रोड पर समापन हुआ। इस दौरान दिल्ली रोहतास नगर विस की विधायक व दिल्ली रोजगार विभाग की संसदीय सचिव सरिता सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.

आप ईमानदार राजनैतिक विकल्प देने को तैयार

आप विधायक सरिता सिंह ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए पार्टी की मजबूती पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। कहा कि आम आदमी पार्टी बीजेपी- कांग्रेस की तरह एयर कंडिशन की राजनीति नहीं करती है, बल्कि जमीनी राजनीति करना चाहती है। प्रदेश पर्यवेक्षक श्रीचंद वोहरा ने कहा कि पार्टी का 'उत्तराखंड बचाओ' यात्रा को भरपूर जनसमर्थन मिला है और इससे पार्टी काफी उत्साहित है। उन्होंने हजारों की संख्या में लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली है। वहीं, प्रदेश कार्यसमिति के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने कहा कि उत्तराखंड की जनता ईमानदार राजनीति की पक्षधर है और यात्रा के दौरान लोगों का पार्टी को पूरा सहयोग मिला है। कहा कि जनता अगर चाहेगी तो आम आदमी पार्टी उन्हें ईमानदार राजनैतिक विकल्प देने को तैयार है। इस दौरान श्रीचंद वोहरा, रण सिंह राणा, त्रिलोक सिंह, अजय शर्मा, सरोज पांडेय, रणबीर चौधरी, ओपी मिश्रा आदि माैजूद रहे। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/

हर कार्यकर्ता पर सफल आयोजन की जिम्मेदारी

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को भाजपा चुनौती तरह ले रही है। कार्यक्रमों की तैयारी और भीड़ जुटाने की कवायद में पदाधिकारियों और कार्यकताओं के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार की शाम गंगोत्री गार्डेन में भाजपा काशी क्षेत्र के पदाधिकारियों ने तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने आगामी खाका तैयार किया। बता दें कि 12 जून को कार्यकारिणी की बैठक के बाद 13 जून को प्रधानमंत्री रैली को संबोधित करेंगे। बैठक में पीएम की रैली में तीन लाख और अमित शाह के 31 मार्च को होने वाले किसान सम्मेलन में एक लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना व्यक्त की गई।

हर वर्ग को जोड़ने की मुहिम

इस मौके सुनील बंसल ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सिर्फ प्रयाग ही नहीं पूरे काशी क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है। इसके लिए हर कार्यकर्ता को अपनी जिम्मेदारी का उचित निर्वाहन करना होगा। अमित शाह की रैली पीएम की रैली से पहले एक पूर्वाभ्यास की तरह है। 31 मई से 10 जून के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व गृहमंत्री राजनाथ सिंह कानपुर से लेकर बृज क्षेत्र एवं पश्चिमी क्षेत्रों कई बूथ प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद 12 एवं 13 जून की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मिशन 2017 की मुहिम को अंतिम रूप दिया जाएगा। बैठक में काशी क्षेत्र अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, सह प्रदेश प्रभारी सुनील ओझा, सांसद विनोद सोनकर, विधायक सीमा द्विवेदी, राकेश त्रिवेदी, अवधेश गुप्त, नरेंद्रदेव पांडेय, दिवाकरनाथ त्रिपाठी, गणेश केसरवानी आदि उपस्थित रहे। इस मौके पर दोनों आयोजनों की सफलता के लिए दस टीमों का गठन किया गया, हर टीम में 15 लोग शामिल हैं। इसमें वरिष्ठ व युवा कार्यकर्ताओं का सामंजस्य स्थापित किया गया है।  Read more http://inextlive.jagran.com/allahabad/

हैलो, झांसी जाने वाली ट्रेन में बम है

'हैलो, दिल्ली से झांसी की ओर जाने वाली किसी ट्रेन में बम है.' जीआरपी आगरा कंट्रोल में रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे आई इस कॉल के बाद रेलवे प्रशासन में खलबली मच गई। जीआरपी, आरपीएफ, सिविल पुलिस ने स्टेशन पहुंच ट्रेनों की चे¨कग शुरू कर दी। अज्ञात वस्तुओं से दूर रहने का एनाउंस कराया जाने लगा। फोर्स देख यात्रियों में भी दहशत व्याप्त हो गई। लेकिन जब ट्रेनों में कुछ नहीं मिला तो सभी ने राहत की सांस ली।

यात्रियों को नहीं बताया गया

दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर एक मोबाइल से जीआरपी कंट्रोल में किसी ट्रेन में बम होने की सूचना की कॉल आई। इसके बाद यह मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया गया। फोन के आते ही जीआरपी, आरपीएफ, एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। फोर्स देख प्लेटफार्म और ट्रेन के यात्रियों में खलबली मच गई। हर कोई चे¨कग का कारण पूछने लगा। यात्रियों में खलबली न मचे, इसके लिए उन्हें रुटीन चे¨कग ही बताई जाती रही।

कई ट्रेनों को किया चेक

कॉल आने के बाद सबसे पहली ट्रेन दोपहर 2.53 बजे हरिद्वार- पुरी उत्कल एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन के आते डॉग स्क्वॉयड, बम निरोधक दस्ता आदि सतर्क हो गए। ट्रेन के प्रत्येक कोच की चे¨कग शुरू कर दी गई। जनरल कोच में कुछ यात्रियों को फोर्स द्वारा बाहर उतारकर चे¨कग की गई। उत्कल के आरएमएस कोच में भी कुछ बोरे खाली कराकर तलाशी ली गई। दोपहर 3.05 बजे ट्रेन को रवाना किया गया। इसके बाद आई फिरोजपुर- ¨छदवाड़ा पाताल कोट एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस को भी चेक किया गया। Read more http://inextlive.jagran.com/agra/

लापरवाही पड़ी जिंदगी पर भारी

ट्रेन में सफर के दौरान जल्दबाजी और लापरवाही में दो पैसेंजर्स ने जान गवां दी। मना करने के बाद भी ट्रेन के गेट पर बैठकर सफर कर रहे छात्र की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई, जबकि दूसरे पैसेंजर ने जल्दबाजी में चलती ट्रेन से उतरने की गलती की और जिंदगी से हाथ धो बैठा।

खत्म हो गया 'सफर'

संजय गांधी नगर में रहने वाले रामआसरे विश्वकर्मा का बेटा शुभम बांदा में कृषि विद्यालय का स्टूडेंट था। वो शनिवार को बांदा पैसेंजर से घर लौट रहा था। वो ट्रेन के गेट पर पैर लटकाए बैठा था। दादानगर के पास वह चलती ट्रेन से गिर गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं, पनकी स्टेशन में उपेन्द्र कुमार सिंह ने जल्दबाजी में जान गवां दी। वो गजनेर में रहने वाले शैलेंद्र सिंह के बेटे थे। वो गुड़गांव में एक प्राइवेट फर्म में जॉब करते थे। वो ट्रेन से पनकी स्टेशन जा रहे थे। वो चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे और उनका पैर फिसल गया। ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।  Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/

पुख्ता सुरक्षा घेरे में छापे गए सेना भर्ती के प्रश्नपत्र

 फतेहगढ़ में आयोजित हुई सेना भर्ती रैली के दौरान रिमेडिकल में फिट कैंडिडेट्स मंडे को रिटेन टेस्ट देंगे। इसके लिए तकरीबन 14 सौ कैंडिडेट्स को प्रवेश पत्र जारी किया गया है। भर्ती प्रक्रिया मंडे सुबह 3 बजे शुरू हो जाएगी। 4 बजे के बाद रिपोर्टिग करने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिलेगा। टेस्ट जाट रेजीमेंट सेंटर के आर्मी पब्लिक स्कूल में संपन्न होगी। सेना भर्ती अधिकारी कर्नल राजीव दीक्षित ने बताया कि दलालों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए टेस्ट सेंटर के बाहर और अंदर मजबूत सुरक्षा घेरा बनाया गया है।

सीसीटीवी की रहेगी नजर

आयोजित होने वाला टेस्ट में किसी तरह की फर्जीवाड़ा पर अंकुश लगाने के लिए प्रॉपर इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक हॉल में सीसीटीवी लगाए गए हैं। जिसकी प्रॉपर वीडियो रिकॉर्डिग होगी। टेस्ट में सबसे पहले एडमिट कार्ड के साथ पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक टेस्ट होगा। इसके बाद डॉक्युमेंटेशन होगा। जिसमें पूर्व में सबमिट की गई अंकपत्रों की छायाप्रति से ओरिजीनल डॉक्युमेंट्स को मिलान होगा। इसके बाद सीट नंबर दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक टेस्ट में जनरल नॉलेज, साइंस, मैथेमैटिक्स और हिन्दी के जनरल क्वेश्चंस पूछे जाएंगे.

देर रात छपे प्रश्नपत्र

राजस्थान में हुई भर्ती में पेपर लीक की घटना को रोकने के लिए प्रश्नपत्र की छपाई पहले से नहीं की गई। हालांकि, 4 फार्मेट में पेपर की डमी बनाकर रख दी गई थी। सैटरडे शाम 7 बजे से चारों फार्मेट की प्रिंटिंग एआरओ ऑफिस में 4 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी समेत प्रॉपर सिक्योरिटी के साथ की गई। प्रिंट होने के बाद एआरओ अधिकारियों ने पेपर में प्रिंटिंग खामियों को चेक आउट किया। ताकि एक भी प्रश्नपत्र को रिजेक्ट न किया जा सके। अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप महज 14 सौ पेपर ही प्रिंट किए गए। ताकि एक भी प्रश्नपत्र गायब होने की जानकारी पर तुरंत एक्शन लिया जा सके।   Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

थप्पड़ मार पेशेंट को आईसीयू से बाहर निकाला

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में फिर एक तीमारदार डॉक्टर के गुस्से का शिकार हो गया। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने डॉक्टर से अपने मासूम बच्चे की तबीयत के बारे में पूछ लिया। डॉक्टर को इतना गुस्सा आया कि उसने ना सिर्फ उस व्यक्ति को थप्पड़ मारा बल्कि मरीज को भी आईसीयू से बाहर निकाल दूसरे वार्ड में शिफ्ट करवा दिया। मामला खुलने पर खुद को बचाने के लिए आरोपी डॉक्टर ने पर्ची पर मरीज को आईसीयू की जरूरत ना होने की बात लिख दी।

सेहत में नहीं हो रहा था सुधार

मिली जानकारी के मुताबिक पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल ककराहिया गांव निवासी धीरेंद्र का आठ महीने का बेटा अनमोल एक महीने से यहां चिल्ड्रेन वार्ड के 100 नंबर बेड पर भर्ती है। उपचार के बावजूद सेहत में सुधार नहीं हो रहा था। शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे पिता बच्चे को लेकर डॉक्टर से बात करने पहुंचे। इसी बीच डॉक्टर को गुस्सा आ गया और उसने धीरेंद्र को थप्पड़ जड़ दिया। इतना ही नहीं मासूम को जबरिया आईसीयू से निकाल दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया। बच्चे के इलाज की मजबूरी के चलते परिजनों ने इसकी शिकायत नहीं की.  Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/

Friday, May 27, 2016

बसपा कैडर कैंप में सपा व भाजपा पर निशाना

बहुजन समाज पार्टी के एक दिवसीय कैडर कैंप में पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीतियों से अवगत कराया। कैंप में कार्यकर्ताओं की भीड उमड़ी रही.

बसपा में सभी वर्गो का सम्मान

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जोन कोआíडनेटर डॉ। पुरूषोत्तम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बसपा में सभी वर्ग के लोगों को सम्मान दिया जाता है। बसपा के शासनकाल में गरीब से गरीब की बात भी सुनी जाती थी और उसके न्याय भी दिलाया जाता था। परंतु आज सपा की सरकार में प्रदेश में गुंडाराज, अपराध व बलात्कार जैसी जघन्य घटनाएं घटित हो रही है। खुलेआम सड़कों पर महिलाओं से चेन लूटी जा रही है ऐसा बसपा शासनकाल में कभी नही हुआ। मायावती की सरकार में सभी अफसर अपने कार्य के प्रति सजग रहते थे। भाजपा व सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव के समय में दंगे कराकर वोट हासिल करने का काम करते है.

पार्टी को जिताने का आह्वान

बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा ने कहा कि सभी लोगों को एक जुट होकर चुनाव में जुट जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि यदि सभी वर्ग के लोगों ने मिलकर उन्हें जीत दिलाई तो यह निश्चित है कि प्रदेश में बसपा की सरकार होगी। प्रदीप भारती ने कहा कि सभी लोग भाई चारा बनाकर चुनाव में जुट जाए। इसके पूर्व बसपा के कैडर कैंप में विधान सभा के दस सैक्टर के पदाधिकारियों की उपस्थिति की समीक्षा भी की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता बसपा के जिलाध्यक्ष अश्वनी जाटव ने किया।   Read more http://inextlive.jagran.com/meerut/

पॉलीटेक्निक का पेपर दोबारा रद्द

पॉलीटेक्निक के एनुअल एग्जाम के दौरान एक बार फिर से पेपर आउट होने का मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद परिषद ने गुरुवार को एप्लाइड मैथ्स फ‌र्स्ट का पेपर स्थगित कर दिया। पेपर रद्द करने का निर्णय उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद की परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। इसके बाद सभी नोडल सेंटर्स पर ईमेल के माध्यम से परीक्षा नहीं कराने की सूचना दी गई। पूर्व से कोई सूचना न मिलने के कारण स्टूडेंट्स को परीक्षा सेंटर्स से वापस लौटना पड़ा.

गाजियाबाद में थमाया था गलत पेपर

पॉलीटेक्निक के सचिव एसके सिंह ने बताया कि बुधवार को गाजियाबाद स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक में एप्लाइड फिजिक्स के पेपर की जगह गलती से एप्लाइड मैथ्स का फ‌र्स्ट पेपर का बंडल खोल दिया गया। यह पेपर एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स को भी दे दिया गया। गलत पेपर की जानकारी स्टूडेंट्स ने प्रभारियों को दी। जिसके बाद आनन- फानन में पेपर वापस लेकर उन्हें दूसरा पेपर दिया गया। इसके बाद राजकीय पॉलीटेक्निक गाजियाबाद ने इसकी जानकारी परिषद में दी गई.  Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

समस्या जानने बाइक से निकले डीएम

 सड़क पर पशुओं को बांधकर गंदगी फैलाने वाले लोगों पर दो हजार रुपए का डेली जुर्माना लगाया जाए। सफाई निरीक्षकों को निर्देश देते हुए डीएम ने कहा कि किसी भी गली या मोहल्ले की सड़क पर गोबर की गंदगी या बदबू नहीं मिलनी चाहिए। गुरुवार सुबह भ्.भ्0 बजे ही डीएम विजय किरन आनंद शहर की मूलभूत सुविधा की हकीकत जानने के लिए बाइक से ही निकल पड़े। बनारस की गलियों में जाकर लोगों से समस्याएं पूछी और उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारी को सुझाव दिया। डीएम के गलियों में पहुंचते ही सफाई, सीवरेज, हैंडपंप की पोल खुल गई।

सफाई पर रखें विशेष ध्यान

डीएम गुरुवार सुबह सिगरा स्थित दयानगर मलिन बस्ती पहुंचे। यहां क्भ्- ख्0 दिन से कूड़ा न उठने और कर्मचारियों के न आने की जानकारी मिलने पर नाराजगी जताई। संजय के घर के पास लगे नल से गंदा पानी आने, गली में स्ट्रीट लाइट खराब, बिजली पोल के टूटे होने की जानकारी पर डीएम ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई का निर्देश दिया। यहां के बाद डीएम लहरतारा स्थित मलिन बस्ती पहुंचे। जहां कूड़े का ढेर मिलने पर कंटेनर रखने का निर्देश दिया। बारिश में नाली चोक से वॉटर लॉगिंग होने की जानकारी पर उसे ठीक कराने को कहा। नाली का गंदा पानी कबीर मठ तालाब में जाने और सड़क पर बहने की जानकारी पर अस्थाई व्यवस्था कर पाइप लाइन से गंदा पानी निकालने का आदेश दिया। साथ ही स्थाई समाधान के लिए नगर निगम के अधिकारियों को कहा। इस मौके पर मेयर राम गोपाल मोहले, नगर आयुक्त डॉ। हरि प्रताप शाही, एडीएम प्रोटोकाल ओमप्रकाश चौबे, एडीएम सिटी विन्ध्यवासिनी राय, एडीएम प्रशासन समेत नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।  Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

नक्सली कमांडर कानू और सचिन का घर कुर्क

कोकपाड़ा स्टेशन पर हमले के बाद से पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसी कड़ी में पुलिस ने गुरुवार को गुड़ाबांधा दस्ता के कमांडर कान्हू मुंडा व आमदा पहाड़ी दस्ता के राम प्रसाद मार्डी उर्फ सचिन के घर को कोर्ट के आदेश पर कुर्क किया। कुर्की के दौरान पुलिस ने दोनों के घर से ना केवल सामान जब्त किया बल्कि खिड़की- दरवाजे तक उखड़वा दिये। ग्रामीण एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि दोनों के खिलाफ कोर्ट से कुर्की वारंट जारी था। कोर्ट के आदेश का अनुपालन किया गया है।

कई सामान किए जब्त

नक्सलियों की ओर से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस अब तक केवल सर्च अभियान चलाने का काम करती थी, लेकिन कोकपाड़ा घटना के बाद पुलिस ने पहली वार कुर्की- जब्ती की कार्रवाई की है। पुलिस एक साथ गुड़ाबांधा व आमदा पहाड़ी दस्ता के खिलाफ आक्रामक हो गई है। गुड़ाबांधा पुलिस व सीआरपीएफ की टीम आज कान्हू मुंडा के गांव जियान पहुंची। जियान गांव के मुंडा टोला में कान्हू का घर है। कान्हू के घर में उसके पिता योगेश्वर मुंडा को कुर्की का आदेश दिखते हुए पुलिस ने कार्रवाई की। उसके घर से धान, बर्तन, चौकी समेत अन्य सामान को जब्त कर लिया गया।

सक्रिय रही पुलिस

कुर्की के दौरान सीआरपीएफ की टीम पूरे क्षेत्र में सक्रिय थी। वहीं आमदा पहाड़ दस्ता के सदस्य राम प्रसाद मार्डी उर्फ सचिन का घर पटमदा थाना क्षेत्र के झुंझका में है। घाटशिला थाना की कांड संख्या 74/2015 में सचिन के खिलाफ कुर्की वारंट था। डीएसपी संजीव बेसरा के नेतृत्व में पटमदा, बोड़ाम व कमलपुर थाना की पुलिस के अलावा सीआरपीएफ की टीम झुंझका पहुंची और सचिन के घर के सामान को जब्त किया। इस दौरान उसके घर के दरवाजा- खिड़की को भी पुलिस टीम निकाल कर ले गई।  Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

सचिव से वार्ता विफल, सीएम से करेंगे सीधी नियुक्ति का आग्रह

सीधी नियुक्ति की मांग पर झारखंड टेट पास पारा शिक्षकों की गुरुवार को शिक्षा सचिव आराधना पटनायक के साथ हुई वार्ता विफल रही। अपनी मांगों पर डटे आंदोलनकारियों ने अब सीएम रघुवर दास को अपना दुख- दर्द सुनाने का निर्णय लिया है। राजभवन के पास ख्ब् दिनों से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने ख्भ्वें दिन गुरुवार को शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव के आवास के पास प्रदर्शन किया.

भड़की मंत्री, सचिव से वार्ता को कहा

शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे आंदोलनकारियों से मंत्री भड़क गईं और कहा कि बिना किसी सूचना के यहां प्रदर्शन करने पहुंच जाते हैं। अगर ऐसी बात है तो हम भी आपके साथ प्रदर्शन करते हैं। आप लोग शिक्षा सचिव के साथ वार्ता कीजिए। मैंने उन्हें आदेश दे दिया है। इसके बाद डीएसई जयंत कुमार मिश्र और शिक्षा अधिकारी विनय चौबे ने पारा शिक्षकों की शिक्षा सचिव से वार्ता का समय निर्धारित करवाया। शाम पांच बजे शिक्षा सचिव आराधना पटनायक के साथ वार्ता हुई, जो विफल रही।

स्थानीयता को लेकर बहाली पर रोक

शिक्षा सचिव ने डेलीगेट्स को बताया कि स्थानीय नीति के पूर्णत: लागू नहीं होने की वजह से तृतीय और चतुर्थ संवर्ग की बहाली पर रोक लगा दी गई है। इस वजह से पारा शिक्षकों के लिए अलग से रिक्रूटमेंट नहीं निकाला जा सकता है। टेट पास पारा शिक्षक संघ के नेता बजरंग प्रसाद के नेतृत्व में टीचर्स शिक्षा सचिव से वार्ता करने पहुंचे थे। डेलीगेट्स ने शिक्षा सचिव को बताया कि मेधांक वाले पारा शिक्षक नियुक्ति से वंचित रह गए, जबकि कम मेधांक वाले अभ्यर्थियों की नियुक्ति हो गई। इस पर शिक्षा सचिव ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। कोडरमा और देवघर की सूची में गड़बड़ी मिली है, इसके लिए सभी जिलों के डीसी को भी निर्देश भेजा गया है। शिक्षा सचिव ने बताया कि कम मेधांक वाले कैंडिडेट्स के चयन पाए जाने पर अधिकारी और कैंडिडेट्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। शिक्षा सचिव ने बताया कि टेट पास पारा शिक्षकों से नियुक्ति नियमावली में सुझाव मांगा गया है। उपयुक्त सुझाव को कार्मिक विभाग में संशोधन के लिए भेजा जाएगा।  Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

Thursday, May 26, 2016

निवेश के नाम पर फिर धोखा!

 गोरखपुर में रुपये इन्वेस्ट कर लाखों का फायदा दिलाने के नाम पर एक और कंपनी ने जनता का चूना लगाया है। बुधवार को बड़हलगंज एरिया की दर्जनों महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच एक माइक्रो फाइनेंस कम्पनी पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। महिलाओं का कहना था कि उनसे बीमा के नाम पर रियल इंडिया माइक्रो फाइनेंस नामक कंपनी ने एक से तीन हजार रुपये जमा कराए। अब कंपनी के लोग मेच्योरिटी की रकम भुगतान करने में नाटक कर रहे हैं।

लाखों रुपए की धोखाधड़ी

महिलाओं ने डीएम को जो पत्रक दिया उसके अनुसार एक व्यक्ति ने अपनी संस्था को राष्ट्रीय महिला कोष से स्वीकृत करा कर बीमा के नाम पर रकम इकठ्ठा करना शुरू किया। कम्पनी के संसारपार मिश्रोली स्थित कार्यालय से आस- पास की दर्जनों महिलाए बतौर एजेंट जुड़ भी गई। इन्होंने आस- पास के गांवों महिलाओं के बचत के रुपये निवेश कराए। देवरियां, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर की महिलाओं ने भी इसमें रुपये निवेश किए। कंपनी एक लाख के बीमा के लिए दो हजार, दो लाख के बीमा के लिए 3 हजार, तीन लाख के बीमा के लिए 5 हजार की रकम निर्धारित कर रखी थी। आरोप है कि संस्था में अब ढाई हजार से ज्यादा महिलाओं ने लाखों रुपये इन्वेस्ट किए हैं। कई महिलाओं ने कई- कई पॉलिसी ले रखी है।

डीएम से की गुहार

कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने डीएम से इस मामले में हस्तेक्षप करने, कंपनी की जांच कराते हुए निवेश किए गये रुपये वापस दिलाने की मांग की। वहीं, कलेक्ट्रेट परिसर में जनरक्षा माइक्रो फाइनेंस कंपनी से धोखाधड़ी की शिकार महिलाओं का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। इन महिलाओं ने आरोप लगाया कि ठगी करने वालों की प्रशासन से सांठ- गांठ है। इसी वजह से मुकदमे के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो रही। धरना दे रही रेनू श्रीवास्तव, संगीता गुप्ता, संजोगिता गुप्ता, इंद्रवती देवी, मंजू चौहान, काजल श्रीवास्तव, ममता मिश्रा, मीना देवी आदि ने बताया कि कंपनी संचालक अब भी बेखौफ घूम रहे हैं। Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/

परिवहन मंत्रालय के ड्रीम प्रोजेक्ट पर दून में लगा ब्रेक

 परिवहन मंत्रालय ने देश के सभी आरटीओ कार्यालयों को एक सर्वर से जोड़ने की कवायद शुरू की थी। जिसे पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पेश किया गया। उत्तराखंड में परिवहन मंत्रालय का यह पॉयलेट प्रोजेक्ट पिछले साल आया जरूर, लेकिन अब देहरादून से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। परिवहन मंत्रालय के पॉयलेट प्रोजेक्ट को लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य तो बन गया है,लेकिन प्रोजेक्ट के तहत अभी तक सिर्फ देहरादून आरटीओ ऑफिस ही जुड़ पाया है। जबकि प्रोजेक्ट को उत्तराखंड में आए एक साल पूरा हो गया है।

एक दर्जन से अधिक आरटीओ ऑफिस-

उत्तराखंड में करीब एक दर्जन से अधिक आरटीओ और एआरटीओ ऑफिस हैं। इन सभी कार्यालयों को सेंट्रल सर्वर से जोड़ा जाना है। देहरादून के बाद हल्द्वानी और ऊधमसिंह नगर परिवहन कार्यालयों में इस प्रोजेक्ट को शुरू किया जाना था, लेकिन अभी तक इस दिशा में अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है.

साल की शुरूआत में हुई थी ट्रेनिंग-

दरअसल पायलेट प्रोजेक्ट के तहत देशभर के सभी संभागीय परिवहन कार्यालयों को सेंट्रल सर्वर से जोड़ा जाना है। इसके लिए पिछले साल इसकी शुरूआत में बकायदा सभी राज्यों के परिवहन महकमों के आलाधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया था.उत्तराखंड से भी परिवहन विभाग के अधिकारी इस ट्रेनिंग का हिस्सा बने थे। इसके बाद विगत वर्ष मई माह में प्रमुख सचिव परिवहन एस रामास्वामी ने उत्तराखंड में पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करने की जिम्मेदारी उठाते हुए एक कमेटी बनाई थी। जिसके तहत देहरादून आरटीओ ऑफिस में ट्रॉयल के तौर पर इस पायलेट प्रोजेक्ट की शुरूआत जून माह में की थी। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/

पलक झपकते ही उड़ा देते थे बाइक

जिस बाइक पर नजर पड़ जाती थी, उसे पलक झपकते ही उड़ा देता था। इस काम के लिए वह पूरी गैंग संचालित कर रहा था। चोरी की गई बाइक को औने पौने दाम में बेचकर मोटी कमाई कर रहा था। लेकिन मंगलवार को वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की एक दर्जन बाइक बरामद कर ली है.

शहर से गांव तक नेटवर्क

सराय इनायत पुलिस मंगलवार को वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी बीच पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि कुछ लोग सहसों के निकट चोरी की मोटरसाइकिलें ट्रक में लाद रहे हैं। इस पर थानाध्यक्ष अमित कुमार पुलिस टीम के साथ बताए गए स्थल पर पहुंच गए और घेराबंदी शुरू कर दी। यह देख आरोपी वहां से भागने लगे। पुलिस ने जमखुरी निवासी राजेश कुमार विश्वकर्मा व उमसरिया निवासी राम कैलाश को अरेस्ट कर लिया। इस बीच इनके चार साथी भागने में सफल रहे। भागने वालों में सुधीर पटेल, जितेन्द्र कुमार पटेल, सूरज सोरांव क्षेत्र हैं। वहीं गोलू सराय इनायत का निवासी बताया गया। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनका नेटवर्क शहर से गांव तक फैला है.

जो पसंद आई वही उड़ा दी

पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह अर्से से वाहन चोरी में लिप्त है। उसने कई बाइकें चोरी कर सस्ते दाम में बेचा है। जो बाइक उसे पसंद आती थी उसे पलक झपकते ही उड़ा देता था। Read more http://inextlive.jagran.com/allahabad/

मथुरा में मौत बनकर आई आंधी, दो की मौत

बुधवार शाम को आई आंधी में टीन गिरने से बल्देव क्षेत्र में बालक की मौत हो गई, जबकि सब्जी दुकानदार और बालिका घायल हो गए। इधर, वृंदावन में चलती कार पर पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई, चार अन्य घायल हो गए। राया में ट्रैक पर पेड़ गिरने से रेल यातायात ठप हो गया। आगरा से गोकुल आने वाली लाइन ट्रिप होने से बिजली सप्लाई ठप हो गई।

कार सवार ने भी दम तोड़ा

बुधवार शाम आई तेज आंधी के दौरान टीन उड़कर गिरने से बल्देव के गांव बरौली स्थित चौराहे पर सब्जी खरीद रहे बालक शैलेन्द्र पुत्र बाबू की मौके पर मौत हो गई, जबकि सब्जी दुकानदार मुनेश कुमार घायल हो गया, जबकि गांव बरौली में पेड़ की डाली टूटने से चपेट में आकर गांव निवासी रमेश की पुत्री रेनू घायल हो गई। वृंदावन- छटीकरा मार्ग पर आंधी के कारण चलती कार पर पेड़ टूटकर गिर गया। हादसे में कार सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि चार अन्य कार सवार लोग घायल हो गए। महावन के हवीपुर बसई गांव में आंधी से दीवार गिर गई, हादसे में गांव निवासी सावित्री घायल हो गई.  Read more http://inextlive.jagran.com/agra/

न देखा न समझा किसान की जमीन पर खोद दिया तालाब

सूखे से जूझ रहे जिले में एक प्रधान ने पुरानी रंजिश के चलते लेखपाल से मिलीभगत कर एक किसान की जमीन पर ही तालाब की खुदाई करा दी। इस जमीन को ग्राम समाज की भूमि बताई। मामला डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने एसडीएम बिल्हौर को जांच का आदेश दिया। तालाब की खुदाई बंद करा दी गई है।

बिल्हौर तहसील के ग्राम सकरावां में विमलेश तिवारी की काफी जमीन है। इस गांव की प्रधान शांति देवी के परिवार से उनकी पुरानी रंजिश चल रही है।

पिता की हत्या भी हो चुकी

बकौल विमलेश 20 साल पहले उनके पिता जगत नारायण तिवारी की हत्या भी इस रंजिश में हो चुकी है। इसी रंजिश के चलते प्रधान ने लेखपाल के साथ मिल कर उनकी भूमि को ग्राम समाज की भूमि बताते हुए तालाब की खुदाई शुरू करा दी।

डीएम के पास फिरयाद लेकर

बुधवार को विमलेश कई ग्रामीणों के संग डीएम के पास फरियाद लेकर पहुंचा। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने एसडीएम बिल्हौर आलोक कुमार को जांच सौंप दी। प्रारम्भिक जांच में मामला सही पाए जाने पर तालाब की खुदाई का कार्य रोक दिया गया है। Read more http://inextlive.jagran.com

बीडीए जमीन पर उतारेगा चंद्रमा

 कुछ अलग करने की कोशिशों में बीडीए ने अपना आशियाना तलाश रहे लोगों के लिए भी नई पहल शुरू की है। बीडीए रामगंगा नगर आवासीय योजना के तहत बसाई जा रही इस नई हाउसिंग स्कीम में सेक्टर्स के नाम चंद्र, पृथ्वी, व्योम और नीर पर रखेगा। बीडीए अधिकारियों की योजना हाउसिंग स्कीम को जनता के लिए थोड़ा स्पेशल बनाने की रही है। जिसमें पहली बार हाउसिंग स्कीम के नाम को लेकर अनूठा प्रयोग किया गया है। बीडीए की इस नई पहल में कम और बेहद कमजोर इनकम कटेगरी वाले लोगों का ख्याल रखा गया है। जिससे पैसों की तंगी गरीबों के अपने आशियाने के सपनों को न तोड़े.

392 भवनों का हाेगा निर्माण

बीडीए की ओर से नई हाउसिंग स्कीम में कुल 8 कटेगरी में पहले फेज में 392 भवनों का निर्माण कराया जाएगा। इन कटेगरी में ईटी- 1, ईटी- 2, ईटी- 3, एलटी- 3, ईडब्ल्यूएस- 2, एलडी- 1, एसएस और एमओ- 2 शामिल है। यह कटेगरी ग्राउंड फ्लोर, फ‌र्स्ट फ्लोर, सेकेंड फ्लोर, एक मंजिला और डुप्लैक्स के तौर पर डिजायन होगी। इनकी कीमत 3.90 लाख से शुरू होकर 38.29 लाख रुपए तक होगी। Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

Wednesday, May 25, 2016

रिम्स में मरीजों का भोजन खा जाते हैं किचन स्टाफ

रिम्स में मरीजों की थाली भले ही खाली रह जाए, पर किचन के स्टाफ्स भोजन का ना सिर्फ पूरा लुत्फ ले रहे हैं, बल्कि उसे अपने घर भी ले जा रहे हैं। मंगलवार को सांसद प्रतिनिधि के साथ नर्सिग सुपरिंटेंडेंट विजयालक्ष्मी ने जब किचन का औचक निरीक्षण किया तो यहां के स्टाफ्स खाने में व्यस्त थे। इतना ही नहीं, मरीजों के हिस्से का भोजन झोले में भरकर अपने घर ले जाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, जैसे ही उन्होंने नर्सिग सुपरिंटेंडेंट को देखा, वे इधर- उधर भागने लगे। मालूम हो कि स्टाफ्स द्वारा मरीजों का भोजन खुद करने की शिकायत मिलने के बाद नर्सिग सुपरिंटेंडेंट ने किचन का औचक निरीक्षण किया.

खाने में व्यस्त थे स्टाफ

नर्सिग सुपरिंटेंडेंट ने औचक निरीक्षण के दौैरान देखा कि भोजन बनकर तैयार था, पर इसे परोसे जाने की बजाय कमोबेश सभी स्टाफ खुद खाने में व्यस्त थे। लेकिन, जैसे ही उन्होंने नर्सिग सुपरिटेंडेंट को किचन में देखा, हड़कंप मच गया। वे इधर- उधर भागने लगे। इस दौैरान उन्होंने भोजन की क्वालिटी को भी परखा.

घर ले जाने की भी थी तैयारी

किचन का निरीक्षण करने के बाद नर्सिग सुपरिटेंडेंट किचन के पीछे की ओर भी गई। यहां उन्होंने देखा कि कई साइकिलों में झोले टंगे हुए थे। झोले में मरीजों को परोसी जाने वाली सब्जी और फल रखी हुई थी। इसकी रिपोर्ट नर्सिग सुपरिटेंडेंट ने डीएस को दे दी है। अब इस मामले में की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई भी होगी.

मरीजों को समय पर नहीं मिल रहा खाना

रिम्स में मरीजों को कई दिनों से खाना समय से नहीं दिया जा रहा है। जिससे कि मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इस मामले में जब स्टाफ से पूछा गया तो उन्होंने चूल्हा खराब होने की बात कहीं। साथ ही स्टाफ ने बताया कि आइटम बढ़ाए जाने के कारण भी उन्हें परेशानी हो रही है।  Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

केसीसी में इंटर मैथ साइंस में एडमिशन को चाहिए 75 परसेंट

सभी बोर्ड के दसवीं और क्ख्वीं के परीक्षा परिणाम लगभग आ चुके हैं। मात्र सीबीएसई क्0वीं व जैक बोर्ड के इंटर कला का रिजल्ट आना शेष है। ऐसे में पूर्वी सिंहभूम जिला के विभिन्न कॉलेजों में इंटर व स्नातक पार्ट वन में नामंकन को लेकर मानक तय कर दिये गये हैं तथा सीटें भी निर्धारित कर दी गई हैं। जहां तक इंटर में नामांकन की बात है तो यह कट ऑफ भ्0 से 7भ् प्रतिशत के बीच होगा। करीम सिटी कॉलेज में इंटर मैथ साइंस में नामांकन के लिए 7भ् प्रतिशत कट ऑफ है। अन्य कॉलेजों में इसके लिए म्0 प्रतिशत कट ऑफ है। ग्रेजुएट में इंटर साइंस के लिए भ्0, कॉमर्स में म्भ् तथा आ‌र्ट्स में भ्0 प्रतिशत कट ऑफ रखा गया है। को- ऑपरेटिव कॉलेज में इंटर साइंस व कॉमर्स में म्0 प्रतिशत कट ऑफ तथा आ‌र्ट्स में म्भ् प्रतिशत कट ऑफ निर्धारित है।

ऑनलाइन होगा एडमिशन

एबीएम कॉलेज में इंटर कॉमर्स को म्0 व आ‌र्ट्स के लिए भ्0 प्रतिशत कट ऑफ है। इधर क्ख्वीं की परीक्षा पास कर चुके छात्रों को कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन नामांकन के लिए अधिकतर कॉलेजों में कट ऑफ विश्वविद्यालय ही तय करेगा और छात्रों का नामांकन ऑनलाइन होगा। स्नातक पार्ट वन में कितनी सीटें होंगी, यह भी तय नहीं है। इस बार पार्ट वन की कक्षाएं दो शिफ्ट में होंगी। सीटों को लेकर जल्द ही कोल्हान विश्वविद्यालय में बैठक होने वाली है। सिर्फ करीम सिटी, वीमेंस कॉलेज, जीआईआईटी व जैन कॉलेज में ही पार्ट वन में एडमिशन के सीटें तय हैं। अन्य कॉलेजों में निर्णय विश्वविद्यालय के आदेशानुसार होगा। मैट्रिक परीक्षा की बात करें तो क्8 हजार से अधिक विद्यार्थी सफल हुए है। इंटर में अब तक आठ हजार विद्यार्थी सफल हुए हैं।   Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

आधार लिंकेज के कार्य में ना हो देरी

आधार ¨लकेज कार्य में आ रही परेशानियों को संबंधित एजेंसियां तत्काल दूर करें। केंद्र पोषित योजनाएं, मनरेगा, खाद्य एवं रसद, वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन एवं निराश्रित महिला योजना के जाब कार्डधारकों, लाभार्थियों को आधार ¨लकेज में हो रही दिक्कतों पर यूआईडीएआई के अधिकारियों को निर्देश दिया कि संबंधित विभागीय अधिकारियों को लॉ¨गग पासवर्ड उपलब्ध करा दें। ताकि आधार ¨लकेज कार्य को पूरा कराया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी एमपी सिंह ने विकास भवन में यूनिट आइडेंटिफिकेशन एथॉरिटी ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ द्वारा आधार सी¨डग के संबंध में मंगलवार को आयोजित कार्यशाला में ये निर्देश दिये।

डाटा को सही ढंग से करें इंसर्ट

कहा कि मनरेगा योजना में जॉब कार्ड धारकों का शत प्रतिशत आधार ¨लकेज का कार्य जून माह तक पूरा करा लिया जाए। कार्यशाला में यूआईडीएआई के एप्लीकेशन एनालिस्ट शाहनूर हुसैन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी देते हुए आधार डाटा को सही ढंग से इंसर्ट करने की बात कही। कहा कि बायोमैट्रिक, डीमोग्राफी एवं ओटीपी से मै¨चग कराकर सत्यापित कराया जा सकता है। आधार सी¨डग के लिए आपरेटर प्रशिक्षित होने चाहिए। अधिकारियों से कहा कि किसी प्रकार की समस्या आधार सी¨डग में आती है तो तत्काल संपर्क कर समाधान कर सकते हैं। कार्यशाला में अर्थ एवं संख्याधिकारी ओपी यादव, नीरज श्रीवास्तव, उपायुक्त मनरेगा जगदीश त्रिपाठी, जिला पूर्ति अधिकारी आरएन चतुर्वेदी, जिला पंचायत राज अधिकारी जीएस श्रीवास्तव, डीआईओएस डॉ। मालती राय, जिला समाज कल्याण अधिकारी मीना श्रीवास्तव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी र¨वद्र जायसवाल उपस्थित थे।  Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

अब लखनऊ का हर अंदाज होगा स्मार्ट

पहले बड़ा मंगल के दिन राजधानी को बड़ी सौगात मिली है। स्मार्ट सिटी के लिए चयनित होने वाले नए शहरों की लिस्ट में अपना लखनऊ सबसे ऊपर है। फास्ट ट्रैक राउंड के 23 में से 13 शहरों को स्मार्ट सिटी के लिए चुना गया है। स्मार्ट सिटी योजना के पहले राउंड में चूकने के बाद राजधानी ने धमाकेदार वापसी की है। लखनऊ ने अपनी स्मार्ट सिटी योजना में 19 फीसद का सुधार किया और सूची अव्वल रहा। इधर, ऐलान होते ही नगर निगम समेत इससे जुड़े सभी 14 विभागों ने भी कमर कस ली है।

पहले राउंड में 20 शहरों का हुआ था चयन

केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के लिए पहले चरण में 20 शहरों का चयन किया था। मानक के मुताबिक प्रस्ताव न होने पर यूपी समेत 23 राज्यों के एक भी शहर को स्मार्ट सिटी बनाने लायक नहीं माना गया था। बाद में इन प्रदेशों ने आपत्तियां जताईं तो केंद्र ने सभी 23 राज्यों के एक- एक शहर को स्मार्ट बनाने के लिए फास्ट ट्रैक मोड में लेने की घोषणा की, 21 अप्रैल तक एक- एक शहर का प्रपोजल मांगा था। राज्य सरकार ने लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव भेजा था।

स्मार्ट सिटी को बनेगा पोर्टल

राजधानी को स्मार्ट सिटी योजना की फेहरिस्त में शामिल करने की घोषणा के बाद मेयर डॉ। दिनेश शर्मा व नगर आयुक्त उदयराज सिंह, स्मार्ट सिटी के लिए नोडल अफसर अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने बताया कि पहले चरण में स्मार्ट सिटी मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल की स्थापना के अलावा स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) की योजना को अमली जामा पहनाया जाएगा।  Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

शुगर मिल प्रबंधक जाएंगे जेल: डीएम

शुगर मिल गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान में उदासीनता बरत रहे हैं। ऐसे मिल प्रबंधकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए और उनकी गिरफ्तारी की जाए। मंगलवार को किसानों के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा के दौरान डीएम पंकज यादव ने जिला गन्ना अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के बकाया भुगतान का शीघ्र कराया जाए।

योजनाओं की दें जानकारी

डीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि किसानों का हित शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसकी अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही की जाएगी। किसानों को लाभपरक योजनाओं से अवगत कराएं और और समयानुसार उनका लाभ दिलाएं।

नहीं हो रही बिजली सप्लाई

बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने गन्ना मिलों द्वारा गन्ना भुगतान न करने। बिजली आपूर्ति की समस्या, किसान क्रेडिट कार्ड से बैंको से ऋण की अड़चन, नहरों में पानी न होने आदि की समस्या रखी। बैठक में एसीएम ज्योति राय, विभागों के अफसरों के अलावा किसान प्रतिनिधि अनवर अहमद, कृष्णपाल भड़ाना, रविन्द्र दौरालिया आदि मौजूद थे.  Read more  http://inextlive.jagran.com/meerut/

मायके में रह रही महिला को मारी गोली, हालत नाजुक

नगरा ओपी के रसूलपुर गांव में सोमवार की आधी रात बाद अपराधियों ने एक महिला को गोली मार दी। घटना को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब वह छत पर सो रही थी। गंजी- बनियान में आए अपराधी फरार होने में सफल रहे। आर्मी जवान की पत्नी वर्तमान समय अपने मायके में थी। गंभीर हालत में परिजन सदर अस्पताल ले गए, जहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

गांव निवासी रामजन्म सिंह की ख्भ् वर्षीय पुत्री चंदा देवी की शादी ताजपुर थाना के झखरा गांव के रूपेश कुमार सिंह से हुई है। रूपेश आर्मी का जवान है, जो राजस्थान में कार्यरत है। घटना की जानकारी देते हुए घायल महिला के भाई प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि घटना लगभग क् बजे रात्रि की है। चंदा छत पर सोई थी तथा छत पर कुछ दूरी पर और परिजन सोये थे.

अचानक गोली की आवाज सुनाई दी। जो चंदा के जबड़े में लगी थी। उन्होंने बताया कि अपराधियों को आंगन में सीढ़ी से उतरते और भागते हुये देखा गया। अपराधियों के घर के पीछे से जंगला के सहारे छत पर चढ़ने तथा गंजी और बनियान पहनने की बात बतायी जा रही है। आंगन में एक गोली गिरी हुई मिली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। परिजनों ने नट गिरोह द्वरा घटना देने की आशंका जताई है। हांलाकि पुलिस कई बिन्दुओं पर जांच कर रही है.  Read more http://inextlive.jagran.com/patna/

Tuesday, May 24, 2016

रांची में बढ़ा लिव इन रिलेशन का ट्रेंड, हर हफ्ते चार मामले

महानगरों की तरह रांची में भी कॉलेज- कोचिंग के स्टूडेंट्स व कामकाजी लोगों के बीच लीव इन रिलेशन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। राज्य महिला आयोग व महिला हेल्प लाइन में हर हफ्ते तीन से चार मामले पहुंच रहे हैं। लेकिन, लीव इन रिलेशन के बाद टूटते संबंध लड़की और लड़के दोनों के लिए परेशानी के भी सबब बन गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तो लड़कियों के साथ हो रही है, जिनके पास सबकुछ गंवाने के बाद कोई रास्ता नहीं बच रहा है। कई लड़कियों को तो बाद में अपने घरों में भी पनाह नहीं मिल रही है। सिर्फ राज्य महिला आयोग में ही महीने भर में डेढ़ दर्जन से भी अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। कई मामलों में पीडि़ता को कानूनी सहायता भी नहीं मिल पाती है।

नाबालिग लड़कियां ज्यादा

लिव इन के मामलों में बड़ी संख्या में नाबालिग लड़कियां भी शामिल हैं। इनमें क्भ् साल से फ्भ् साल तक की महिलाएं हैं। कम उम्र में लड़कियां मां भी बन रही हैं और बड़ी संख्या में एबॉर्शन भी करा रही हैं। इससे उनकी सेहत भी काफी प्रभावित हो रही है।

हर सोसायटी से केसेज

जो केसेज रहे हैं, उनमें ट्राइबल, नन ट्राइबल दोनों सोसायटी के लोग हैं। इनमें हर इनकम ग्रुप के लोग शामिल हैं। पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के अलावा जॉब करने वाले युवा भी लिव इन में रह रहे हैं। यहां साल छह माह में ब्रेकअप के कई मामले हैं। पिछले तीन साल में ऐसे केसेज में तेजी आई है।  Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

अपराध पर अंकुश लगाएगा फाइट फार क्राइम

पंचायत चुनाव के बाद अपराध का जोर एक बार फिर पुलिस को चुनौती देने को तैयार है। ऐसे में पुलिस भी अपराधियों पर जवाबी कार्रवाई के लिए दम भर रही है। राजधानी में डीआईजी ने सुरक्षा का विशेष प्लान तैयार किया है, जिसे फाइट फार क्राइम का नाम दिया गया है। इस अभियान के जरिए पुलिस राजधानी को क्राइम फ्री बनाने का पूरा प्रयास करेगी। इसमें वाहन चोरी से लेकर अन्य अपराधों पर अंकुश लगाने की योजना है.

यह है फाइट फार क्राइम

फाइट फार क्राइम का प्लान डीआईजी ने तैयार किया है। इसके पीछे उनका तर्क है कि पुलिस तो सुरक्षा को लेकर काम कर ही रही है। हम इसे विशेष टास्क पर काम कराएंगे। पुलिस कर्मियों को प्रतिदिन चुनौती के रूप में बड़ा टारगेट दिया जाएगा और इसे अचीव करने पर जोर दिया जाएगा। डीआईजी का कहना है कि जब पुलिस टास्क पर काम करेगी और उसे परिणाम हर हाल में देना होगा। इससे अपराध तो रुकेगा ही और जनता में भी सुरक्षा की भावना आएगी.

असलहा और शराब पर विशेष जोर

डीआईजी ने अभियान में सबसे पहले असलहा और शराब को टारगेट पर लिया है। इसके लिए प्रतिदिन पुलिस को एक हजार वाहनों की चेकिंग का टारगेट दिया जाएगा। इसमें संबंधित थाना की पुलिस न सिर्फ वाहनों के कागजात चेक करेगी बल्कि डिक्की से हथियार और शराब की भी पड़ताल करेगी। चार पहिया वाहनों को भी चेक करने को कहा गया है लेकिन विशेष जोर दो पहिया वाहनों पर होगा.

लंबित मामलों के निस्तारण पर जोर

पुलिस थानों में जो भी मामले लंबित है उसके निस्तारण को लेकर विशेष जोर दिया जाएगा। डीआईजी ने कहा है कि अभी हाल ही में उन्होंने बिल्डर और भू- माफियाओं से संबंधित मामलों का रिव्यू किया है, जिसमें पुलिस की लापरवाही का खेल उजागर हुआ है। ऐसे लंबित मामलों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस इसमें मनमानी करेगी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनाव के बाद थानेदारों को भी हटाया जाएगा, जो अपराध और अपराधियों से साठगांठ रखते हैं। जांच पड़ताल में कई का नाम सामने आया है.  Read more http://inextlive.jagran.com/patna/

मेरठ में चलती है स्टंट की पाठशाला

मेरठ में स्टंट से चाहे कितने ही लोग क्यों न मर जाएं, लेकिन पुलिस को इसकी परवाह बिल्कुल नहीं हैं। जी हां शहर के कई स्थानों पर बाइक स्टंट करने की पाठशाला चलती है। जहां विशेष ट्रेनरों द्वारा इसकी बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही स्टूडेंट्स से इसके लिए मोटी फीस भी वसूली जाती है। दिलचस्प बात यह है टै्रफिक पुलिस मामले को लेकर बिल्कुल संजीदा नहीं है.

ट्रेनिंग के चलाए जाते हैं बैच

सूत्रों का दावा है कि मेरठ में स्टंट ट्रेनिंग के बाकायदा बैच चलाए जाते हैं। जिसके लिए स्टूडेंट्स को समय लेना पड़ता है। उसके बाद समय पर ट्रेनिंग लेने जाते हैं.

सुबह 5 से होती है क्लास

ट्रेनिंग का पहला बैच सुबह पांच बजे से शुरू होता है। उसके बाद सुबह 10 बजे दूसरा बैच शुरू होता है। हर बैच में पांच स्टूडेंट्स होते हैं।

इन जगहों पर दी जाती है ट्रेनिंग

चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, गांधी बाग पार्क, समर गार्डन कालोनी आदि स्थानों पर आपको सुबह स्टंट की ट्रेनिंग लेते स्टूडेंट्स मिल जाएंगे.

इन बाइक्स का होता है यूज

नाम न छापने की शर्त पर एक ट्रेनर ने बताया कि जिन बाइक्स का इंजन 150 सीसी से ज्यादा होता है। उनसे अच्छा स्टंट किया जाता है।

बाइक्स बनाई जाती है हल्की

भारी इंजन वाली बाइक्स के मडगार्ड और एक्सट्रा लोहा उतारकर उसको हल्का बनाया जाता है। ताकि स्टंट आसानी से हो सके। स्टंट ट्रेनिंग वाली बाइक्स में केवल सिंगल सीट ही लगी होती है।

वसूली जाती है फीस

सूत्रों के अनुसार स्टंट की ट्रेनिंग के लिए अलग- अलग ट्रेनर की फीस निर्धारित है। बताया गया कि जाकिर कालोनी निवासी ट्रेनर स्टंट सिखाने के 3000 तक वसूलता है। जिसमें बाइक्स स्टूडेंट्स की ही रहती है.

ट्रेनिंग स्कूलों के बारे में जानकारी नहीं है। जो स्टंटमैन पुलिस की नजर पड़ता है उस पर कार्रवाई भी होती है। यदि वास्तव में ट्रेनिंग दी जाती है तो उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी.

किरण यादव, एसपी टै्रफिक

स्टंटबाजों के खिलाफ होगी कार्रवाई: डीएम

विभिन्न धार्मिक प्रयोजनों में स्टंटबाजों का सड़क पर आना एक गंभीर मसला है। लॉ एंड आर्डर प्रभावित हो रहा है तो वहीं जनसामान्य में असुरक्षा की भावना पनप रही है। स्थिति तब और गंभीर हो जाती है स्टंटबाज हूटिंग करते हुए मुख्य मार्गो पर फर्राटा भरते हैं और पुलिस- प्रशासन मूकदर्शक बना हो. Read more http://inextlive.jagran.com/meerut/

खुले आम तेजाब बेचने वालों पर होगी कार्रवाई

एसिड अटैक के खतरों को देखते हुए प्रशासन के द्वारा एसिड अटैक की खुले आम बिक्री पर रोक लगा रखी है जिसके लिए समय समय पर छापे मारी कर कार्रवाई भी की जाती है। इस प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए अब प्रशासन की ओर से हेल्प लाइन नंबर भी चालू किया जा रहा है। खुले आम तेजाब बेचने पर प्रतिबंध लगने के बाद उसको कठोरता से लागू करवाने को प्रशासन के द्वारा एक जन सुविधा केंद्र पर एक अलग एक हेल्प लाइन नंबर 0522- 2611117,8,9 को चालू किया जायेगा। जिसमें शिकायत मिलने पर नोडल अपर जिलाधिकारी उस जगह को मार्क करके प्रशासन को उसकी रिपोर्ट भेजेगा। जिलाधिकारी राज शेखर ने एक आदेश जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। इसके अलावा सोशल मीडिया सेंटर के दो मोबाइल नंबरों को भी चालू किया गया है। 

जिनके वाटस अप नंबर 7572044444 व 7572033333 पर भी अवैध रुप से बिक रहे तेजाब के बारे में बता सकते है। वाटस अप नंबर पर जहां पर बिक्री हो रही है उस जगह की फोटो क्लिक करके व उस दुकान का नाम , दुकान की जगह आदि की भी जानकारी दी जा सकती है जिसपर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जायेगी। जानकारी देने वालों का नाम पता गुप्त रखा जायेगा। शिकायत प्राप्त होने पर संबधित अपर नगर मजिस्ट्रेट को भेजा जायेगा जो तत्परता से अपने पुलिस अधिकारी के साथ जाकर शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश क अनुसार कार्रवाई करेगें। Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

'सोनू नेता की गाड़ी है जो मन आयेगा करेंगे'

 'ये सोनू नेता की गाड़ी है जो मन आयेगा वो करेंगे, कोई हमारा कुछ बिगाड़ नहीं सकता है'। ये बेलगाम बोल एक पिंक ऑटो रिक्शा के ड्राइवर के हैं जिस पर लेडीज को सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाने जिम्मेदारी है। नियमों को ताक पर रखकर अपने ऑटो में जेंट्स को ढो रहा है। लेडीज आपत्ति कर रही हैं तो उन्हें धमकी भरे लहजे में जवाब दे रहा है। हर किसी से सोनू नेता का परिचय सत्ताधारी दल के दबंग नेता के रूप में देता है। दो दिन पहले ही शहर में दो पिंक ऑटो का संचालन शुरू हुआ है। दावा था कि इन ऑटोज में सिर्फ लेडिज ही जर्नी करेंगी। जेंटस के बैठने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा लेकिन सत्ताधारी दल के इस दबंग नेता के आगे दावा हवा- हवाई हो गया।

साहब अभी जांच करेंगे

दस लाख से ज्यादा लेडिज आबादी के लिए महज दो पिंक ऑटो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। उस पर भी इस दबंग नेता के कारण लेडिज की जगह जेंट्स उसमें सफर कर रहे हैं। आईनेक्स्ट की टीम ने मनमानी करने वाले ऑटो ड्राइवर से बात की और फोटो लेने की कोशिश तो वह उस पर भी सोनू नेता की धौंस जमाने लगा.

इस बारे में आरटीओ रामफेर यादव से बात करने पर वे यह तो जरूर स्वीकार करते हैं कि पिंक ऑटो सिर्फ महिलाओं के लिए है लेकिन सोनू नेता पर कार्रवाई के बारे में पूछने पर हम जांच करेंगे जैसा परम्परागत जुमला देकर शांत हो जाते हैं. Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

फिर एनएच-33 पर होने लगी वाहनों की पार्किग

अभी गत शुक्रवार को ही ट्रैफिक पुलिस ने एनएच- फ्फ् पर डिमना चौक के आस- पास सड़क के दोनों ओर खड़े बड़े वाहनों को हटाने का अभियान चलाया था। वाहनों से जुर्माना वसूला गया, टायरों की हवा खोली गई और वाहनों को जबरन हटवाया गया। दो दिन का क्या बीते, हालत फिर जस- की तस हो गई। फिर राहगीरों पर दुर्घटनाओं का खतरा मंडराने लगा है। यह समस्या नई नहीं है। वर्षो से बड़े वाहनों के मालिक एनएच- फ्फ् पर पारडीह काली मंदिर से भिलाई पहाड़ी तक सड़क के दोनों ओर बड़े वाहन खड़े करते हैं।

रोड पर ही मरम्मत

सड़क पर ही वाहनों की मरम्मत होती है। कुछ वाहन तो आधी सड़क पर ही खड़े कर दिए जाते हैं। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग संकरा हो जाता है और राहगीरों और वाहनों को चलने के लिए पूरी सड़क नहीं मिलती। क्या दिन हो क्या रात, हर समय एनएच पर वाहनों की पार्किंग एक समान रहती है। ऐसा नहीं है कि ट्रैफिक पुलिस की नजर इस पर नहीं पड़ती। डिमना चौक पर ही ट्रैफिक पुलिस की पोस्ट है। यहां जवान तैनात भी रहते हैं, लेकिन ऐसे वाहनों की धर पकड़ वे जरूरी नहीं समझते। इसलिए वाहन मालिक व ड्राइवर बेखौफ सड़क पर ही वाहनों को पार्क कर देते हैं। इस समय एनएच के चौड़ीकरण का काम भी चल रहा है। इससे भी इस सड़क से गुजरने वाले वाहनों को परेशानी हो रही है। सड़क पर ही वाहनों के खड़े रहने के कारण एनएच पर यातायात सुगम नहीं है। ऊपर से दुर्घटनाओं का खतरा अलग। जब तक सड़क पर और सड़क के किनारे खड़े होने वाले सभी वाहनों को नहीं हटाया जाता तब तक इस एनएच पर चलना खतरनाक बना रहेगा।

शुक्रवार को सड़क के दोनों ओर लगभग पांच किमी तक वाहनों को सड़क से हटाने का अभियान चलाया गया था। इसमें लगभग भ्0 वाहनों से ब्0 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। ट्रांसपोर्टरों को समझाया भी गया था। इसके बावजूद फिर सड़क पर गाडि़यां खड़ी हो रही हैं तो यह अभियान लगातार चलाया जाएगा।   Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

Thursday, May 19, 2016

अब नहीं बिगाड़ पाएंगे शहर की सूरत

अंडरग्राउंड विद्युत केबिल डालने, एलपीजी गैस पाइप लाइन बिछाने, रिलायंस द्वारा फोरजी लाइन बिछाने और सीवर लाइन बिछाने के लिए हुई सड़कों की खोदाई जनता परेशान हो चुकी है। जनता के विरोध देखते हुए सड़कों की दुर्दशा पर कमिश्नर राजन शुक्ला ने संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि जब तक खोदी हुई सड़कों की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक नई खोदाई बिना परमिशन नहीं की जाएगी। इस संबंध में दी गई पुरानी परमिशन को वापस लिया जाता है। खोदाई से पहले विभागों को अपने नोडल अधिकारी समेत एडीएम सिटी से परमिशन लेना होगा।

दर्ज कराई जाए एफआईआर

कमिश्नर ने कैंप कार्यालय में संबंधित विभागों के साथ बैठक में कहा कि खोदाई और पुन: सड़क की मरम्मत के लिए कार्यदायी संस्था कैलेंडर तैयार करें। जिसके अनुरूप कार्य करने का कार्यदायी संस्था लिखित आश्वासन दे। एडीएम सिटी कलेंडर के आधार पर संपन्नता सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय सीमा में कार्य पूरा नहीं कराने वाली संस्थाओं के खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। इस मौके पर सभी विभागों ने अपने कार्यो का पूरा ब्यौरा पेश किया। बता दें कि एल एंड टी कंपनी ने 74 सड़कों की खोदाई की है जिसमें से 45 सड़कों पर रीस्टोर की कार्यवाही चल रही है जबकि 29 किमी सड़कों की रीस्टोर किया जाना बाकी है। इस कंपनी कार्यो से शहर में सड़कों की सर्वाधिक दुर्दशा होना बताई जा रही है। कमिश्नर ने सड़कों की मरम्मत का काम 31 मई तक पूरा कराने के निर्देश और इस संबंध में सेल बनाए जाने को कहा है। बैठक में गंगा प्रदूषण के प्राजेक्ट मैनेजर अजय रस्तोगी, सचिव एडीए वंदना त्रिपाठी, बीएसएनएल, बिजली विभाग आदि के अधिकारी मौजूद रहे। Read more http://inextlive.jagran.com/allahabad/

'विशेष परिस्थिति' में फंसा आरटीओ विभाग

आरटीओ विभाग इस समय आदेशों के फेर में उलझा हुआ है। एक साथ टू व्हीलर व फोर व्हीलर का लाइसेंस न बनने के आदेश के चलते ही ये समस्या क्रिएट हुई है। दरअसल, इस आदेश में विशेष परिस्थिति पर लाइसेंस एक साथ बनाने के निर्देश हैं, लेकिन वे विशेष परिस्थिति क्या हैं, इन्हें स्पष्ट नहीं किया गया है। इसकी वजह से हर आवेदक एक साथ ही टू व फोर व्हीलर का लाइसेंस बनवाना चाहता है। 

रोज होता है बवाल

आरटीओ में आने वाले सभी अप्लीकेंट्स यही कहते हैं कि हमारा टू व्हीलर व फोर व्हीलर दोनों का लाइसेंस बनवा दो। दरअसल, टू व्हीलर व फोर व्हीलर एक साथ बनाने की व्यवस्था के शासनादेश में विशेष परिस्थितियों में दोनों के लाइसेंस बनाने की छूट दी गई थी। इस छूट को देखते हुए कुछ लोगों के लाइसेंस बन गए। जिस पर बाहर के दलालों ने ये फैला दिया कि आरटीओ प्रशासन चाहे तो एक साथ दोनों लाइसेंस बना सकते हैं। इसके चलते आरटीओ में लाइसेंस के लिए आने वाले अप्लीकेंट्स दोनों के लाइसेंस एक साथ ही बनाने की बात पर जोर देते हैं। इसको लेकर आरटीओ में रोज ही कोई न कोई अप्लीकेंट्स बवाल काट देता है.

10 परसेंट से ज्यादा लाइसेंस नहीं

दिए गए नए शासनादेश की खास बात ये है कि विशेष परिस्थिति के लाइसेंस भी माह में कुल बने लाइसेंस के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होने चाहिए। हरदोई, फतेहपुर समेत कुछ जिलों ने 50 प्रतिशत तक विशेष स्थिति के लाइसेंस बनवा दिए, जिस पर उन्हें शासन ने जमकर फटकार लगाई है।  Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/

कलर स्प्रे ड्रम का बिना दिया था कम्प्रेशर मशीन

रोडवेज के वर्कशॉप में ट्यूजडे को फटे कम्प्रेशर मशीन के बनाने में लापरवाही का एक नया मामला वेडनसडे को सामने आया। वर्कशॉप के सर्विस मैनेजर 'एसएम' ने वाहनों को कलर करने वाले कलर स्प्रे ड्रम से कम्प्रेशर मशीन बनवा दिए थे। जो वर्कशॉप में ट्रॉयल के वक्त ही ट्यूजडे को जवाब दे गया था। क्योंकि, कलर स्प्रे ड्रम के लोहे की चादर मानक के अनुरूप नहीं थी और न ही कम्प्रेशर मशीन बनाते समय अच्छी क्वॉलिटी की वेल्डिंग रॉड का यूज किया गया था। यही नहीं ट्रॉयल के वक्त मौके पर एक्सपर्ट का मौजूद न होना भी इस घटना का सबसे बड़ा कारण रहा।

नहीं मौजूद था कोई एक्सपर्ट

जिस समय कम्प्रेशर मशीन का ट्रॉयल चल रहा था उस समय कोई एक्सपर्ट मौजूद नहीं था। जो कम्प्रेशर में मोटर से भरे जा रहे प्रेशर को देख या समझ पाता। ट्रॉयल के वक्त सिर्फ वर्कशॉप के कर्मचारी ही मौजूद रहे। कलर स्प्र ड्रम से बने कम्प्रेशर टैंक की कैपेसिटी मात्र 40 पौंड हवा की थी। लेकिन, मौके पर कोई एक्सपर्ट नहीं होने से वर्कशॉप के कर्मचारी कम्प्रेशर टैंक में हवा का प्रेशर देते रहे। जिसका नतीजा कम्प्रेशर का फटना रहा।

एसएम की लापरवाही पर हंगामा

रोडवेज के वर्कशॉप में फटे कम्प्रेशर मशीन का मामला दूसरे दिन भी गर्म रहा। जुगाड़ सिस्टम से बनाए गए कम्प्रेशर मशीन और वर्कशॉप एसएम की लापरवाही बरते जाने पर वर्कशॉप कर्मचारियों ने काम रोक कर वेडनसडे को जम कर हंगामा किया। हंगामा कर रहे कर्मचारियों ने दोषी एसएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पीडि़तों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की। इस मौके पर सुशील मिश्रा, रविंद्र कुमार और बद्री प्रसाद सहित अन्य लोग मौजूद रहे। इन्होंने यह आरोप लगाए कि एसएम ने कम्प्रेशर को बनवाने में मानक को पूरा नहीं किया। कम्प्रेशर का बिना जांच कराए ही ट्रायल शुरू करवा दिया। जिस वजह से यह घटना हुई। Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

फिर बदला मौसम का मिजाज, 5 डिसे गिरा पारा

मौसम का मिजाज हर रोज नई करवट ले रहा है। बुधवार को मौसम ने एक बार फिर करवट बदली। इस दौरान कहर ढा रहा पारा 43 डिसे से औंधे मुंह गिरकर 37.4 डिसे पर पहुंच गया। वहीं मिनिमम टेंप्रेचर भी 23.8 डिसे रहा। इससे मौसम में काफी नमी आई और लोगों ने राहत की सांस ली। यह टेंप्रेचर औसत से दो डिसे कम बताया जा रहा है। हालांकि बुधवार को भी सुबह से तल्ख धुप रही, लेकिन टेंप्रेचर कम होने से उमस व गर्मी से लोगों को काफी हद तक राहत मिली। मौसम विभाग के पुर्वानुमान के मुताबिक बुधवार से गुरुवार के बीच तेज आंधी के साथ बारिश होनी की संभावना है। मौसम विभाग ने इन दो दिनों के अंदर टेंप्रेचर में गिरावट की बात कही थी.

नेपाल बॉर्डर पर हो रहा डिस्टर्बेस

मौसम विभाग के मुताबिक इस बार नेपाल बार्डर पर वेस्टर्न डिस्टर्बेस हो रहा है। इससे इसका असर गोरखपुर व आसपास के एरियाज पर भी पड़ रहा है। हालांकि 20 मई तक इन एरियाज में बारिश होने की भी पूरी संभावना है। लेकिन इसके बाद एक बार फिर पारा अपनी चरम पर होगा। इस दौरान मैक्सिमम टेंप्रेचर 43 डिसे को भी पार कर सकता है.  Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/

Wednesday, May 18, 2016

साहब पर भारी, बाबू साहब की डग्गामारी

कैंट रोडवेज बस स्टेशन परिसर के दायरे में अवैध बसों का संचालन थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद डग्गामार बसों का संचालन धड़ल्ले से जारी है। दो दिन पूर्व रोडवेज अधिकारियों के किडनैप के प्रयास के बाद एसपी ट्रैफिक व सीओ चेतगंज ने रोडवेज अधिकारियों को आश्वस्त किया था कि रोडवेज बस स्टेशन के एक किमी के दायरे में अवैध बसों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। लेकिन अवैध बस संचालकों पर पुलिस का कोई डर नहीं रह गया है।

खुलेआम कर रहे दबंगई

घाटे में चल रही कैंट रोडवेज को उबारने के लिये जहां विभाग के अधिकारी दिन- रात मीटिंग कर डग्गामार वाहनों को बंद कराने में जुटे हैं, तो वहीं बस संचालकों की दबंगई का आलम यह है कि कैंट रोडवेज बस स्टेशन परिसर में घुसकर अपनी बस को छुड़ा ले जा रहे हैं। यहीं नहीं रोडवेज अधिकारियों को देख लेने तक की धमकी भी दे रहे हैं.

चार से आठ, डग्गेमारी बेहिसाब

कैंट रोडवेज बस स्टेशन के सामने आजमगढ़, जौनपुर रूट के लिए सुबह चार से आठ बजे तक डग्गामार बसेज का संचालन किया जा रहा है। इन चार घंटों के दौरान रोडवेज के मेन गेट पर अवैध तरीके से बस खड़ी करके यात्रियों को बैठाया जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिये डीएम, एसएसपी, एसपी ट्रैफिक, आरटीओ को रोडवेज अधिकारियों ने लेटर लिखा है।  Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

झारखंड कैबिनेट की मीटिंग में हुए कई अहम फैसले

राज्य सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र की विधवाओं को सामाजिक सुरक्षा योजना के दायरे में लाने का फैसला लिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट में राज्य विधवा सम्मा पेंशन योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। झारखंड सेवा देने की गारंटी अधिनियम के तहत 26 अतिरिक्त लोक प्रदायी सेवाओं को शामिल करने के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट ने सहमति दे दी है। राज्य में ग्राम पंचायत के प्रबंधन के लिए पंचायत सचिवालय का गठन का रास्ता साफ हो गया है। कैबिनेट ने इससे संबंधित प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी.

रेलवे के साथ एमओयू

झारखंड में नई रेल परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार और रेलवे मंत्रालय के बीच ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाई जाएगी। इस बाबत एमओयू करने के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने सत्संगनगर- भिरखीपथ व जसीडीह- वैधनाथधाम स्टेशन के बीच आरओबी के निर्माण के लिए 31.39 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति दी दी है। इसमें से 22.92 करोड़ रुपए राज्य की ओर से दिए जाएंगे। इसके चाईबासा- टोंटो- रोआम पथ के चौड़ीकरण व मजबूतीकरण के लिए 173 करोड़ 10 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है.  Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

Friday, May 13, 2016

अवैध देशी शराब के साथ एक गिरफ्तार

सिटी मजिस्ट्रेट जयभारत सिंह ने छापा मारकर शराब की डिलीवरी करने पहुंचे एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। झोपड़ी में रहकर शराब बेचने वाला मौके से फरार होने में कामयाब रहा। पकड़े गए युवक के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने स्कूटर से ख्ख्ख् देशी शराब के पव्वे बरामद किए है। शहर में अवैध तरीके से शराब का कारोबार करने वालों पर शहर कोतवाली पुलिस कार्रवाई करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पुलिस के कार्रवाई न करने पर प्रशासन को छापा मारना पड़ा.

डिलीवरी देने आया था युवक

बुधवार सुबह सात बजे सिटी मजिस्ट्रेट जयभारत सिंह को सूचना मिली कि मेला अस्पताल के समीप बाईपास मार्ग पर पुल के नीचे स्थित झोपड़ी में शराब की खेप पहुंच रही है। एक युवक स्कूटर से युवक डिलीवरी देने आ रहा है। इस सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सिटी मजिस्ट्रेट ने पाया कि हरे रंग का स्कूटर झोपड़ी के बाहर रुका है। स्कूटर के पीछे बोरी बंधी हुई है। सिटी मजिस्ट्रेट के गनर ने स्कूटर के साथ खड़े युवक को रोक लिया। प्रशासनिक टीम ने बोरी की तलाशी ली, जिसमें शराब के पव्वे भरे पड़े थे। स्कूटर की डिग्गी में भी पव्वे रखे पाए गए। पकड़े गए युवक ने पूछताछ में अपना नाम सन्नी क्षेत्री पुत्र अमर क्षेत्री निवासी राजीवनगर कॉलोनी ज्वालापुर बताया.

पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार

सन्नी ने सिटी मजिस्ट्रेट को बताया कि झोपड़ी में रहने वाला नंदू शराब के पव्वे बेचने का काम करता है। प्रशासनिक टीम ने झोपड़ी के अंदर नंदू को खोजा, लेकिन वह नहीं मिला। तत्काल सूचना शहर कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सन्नी को गिरफ्तार कर लिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि नंदू द्वारा झोपड़ी में रहकर शराब बेचने का काम किया जा रहा था। वह वहां से फरार हो गया। शहर कोतवाली के एसएसआई गिरीशचंद शर्मा ने बताया कि सन्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रशासन की कार्रवाई से एक बात तो साबित हो गई कि शहर कोतवाली क्षेत्र में जमकर देशी शराब अवैध रूप से बिक रही है। लेकिन कार्रवाई को शहर कोतवाली पुलिस दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पुलिस के कार्रवाई न करने पर प्रशासन को छापा मारना पड़ा है। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/

पांच साल बाद निकला परीक्षा का मुहूर्त

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी- पीजीटी 2011 की लिखित परीक्षाओं की तैयारी गति पकड़ने लगी है। जून में होने वाली परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को प्रवेशपत्र पोस्ट किया जाने लगा है। परीक्षाओं के लिए पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। आवेदन के बाद पांच साल से परीक्षा की तिथि का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी इसके लिए कई बार विरोध दर्ज करा चुके हैं। परीक्षाओं का आयोजन जून में 15,16 व 17 को किया जाएगा। इसके लिए परीक्षा केन्द्रों की सूची चयन बोर्ड में पहुंच गई है।

11 मंडल मुख्यालयों पर होगी परीक्षा

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड टीजीटी- पीजीटी परीक्षा 2011 के लिए सूबे के 11 मंडलों में मुख्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। तीन कार्य दिवसों में आयोजित होने वाली परीक्षा की तैयारी के लिए सभी मंडलों के जेडी व परीक्षा केन्द्र वाले जिलों के डीआईओएस की ओर से परीक्षा केन्द्रों की सूची चयन बोर्ड को भेज दी गई है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी समर बहादुर ने बताया कि परीक्षा के दौरान पारदर्शिता बरतने के लिए सभी मंडलों के जेडी व डीआईओएस को निर्देश जारी किए जा रहे हैं।  Read more http://inextlive.jagran.com/allahabad/

कहीं तीन लोगों ने तो नहीं रची लूट की कहानी

विजय नगर कॉलोनी में हार्डवेयर कारोबारी विनय गर्ग की 64 वर्षीय मां मुन्नी देवी की हत्या और लूटकांड को अंजाम देने वाले बदमाश आज पब्लिक के सामने एक्सपोज हो सकते हैं। घटना के पीछे शुरु से ही किसी नजदीकी की संलिप्तता बनी हुई थी, इसी लीक पर काम करते हुए पुलिस ने दर्जन भर से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद कातिल तक अपनी पहुंच बना ली है। .

छह दिन बाद खुलेगा केस

विजय नगर कॉलोनी गगेश्वर कैम्पस निवासी विनय गर्ग हार्डवेयर कारोबारी हैं। उनकी पत्‍‌नी उस दौरान दिल्ली में बेटी के पास थी। छह मई की दोपहर अज्ञात बदमाशों ने विनय गर्ग की बुजुर्ग मां को मौत के घाट उतार कर लूटपाट की वारदात को अंजाम दे दिया। इस घटना को लेकर कारोबारियों में पुलिस के खिलाफ गुस्सा था। पुलिस और जनप्रतिनिधियों को पब्लिक की खूब खरी- खरी सुनने को मिली थीं।

अब मिलेगी सफलता

पुलिस के लिए यह केस अंधेरे में तीर चलाने जैसा हो गया। बदमाश मोबाइल भी ले गए, जिसे पुलिस ट्रेस नहीं कर पा रही थी। लेकिन कई सुराग और कडि़यों को एक साथ जोड़ा गया है तो पुलिस के हाथ कातिल और लुटेरों तक पहुंच गए हैं। ऐसा पुलिस प्रशासन का दावा है। सूत्रों की माने तो पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सुराग लगे हैं जिससे पुलिस के सामने सारा मामला खुलकर सामने आ गया है। माना जा रहा है कि कातिल पुलिस की पकड़ में ही आ चुका है। पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर सकती है.

परिजनों ने दी पुलिस को लिस्ट

लूट के मामले में शुरु में लूट में गए माल की कोई काउंटिंग नहीं हुई थी, लेकिन अब परिवार ने छानबीन कर पुलिस को लिस्ट सौंप दी है.एसपी सिटी घुले सुशीलचंद्र के मुताबिक कुल सवा लाख की लूट की बात सामने आई है.

तीन लोगों ने रची कहानी

सूत्रों की माने तो इस घटना के पीछे तीन लोगों की बात प्रकाश में आ रही है। इसमें दो युवक व एक युवती शामिल हो सकती है। युवती की प्लानिंग के बाद युवकों ने वारदात को अंजाम दिया। घटनाक्रम को मात्र आधे घंटे से कम समय में अंजाम दिया। कारोबारी के मुताबिक मां किसी अजनबी के लिए दरवाजा नहीं खोलती थी। यह बड़ी बात है कि उस दिन दरवाजा कैसे खुला। बाहर का गेट तो कोई भी खोल सकता है, लेकिन अंदर के गेट कैसे खुले होंगे। लिहाजा आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने परिचित बनकर ही दरवाजा खुलवाया होगा, जिसे वह भांप न सकी.  Read more http://inextlive.jagran.com/agra/

एनएसआई बुझाएगा 5 लाख लोगों की प्यास

यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक में पानी का जबरदस्त संकट चल रहा है। इसके बाद भी इन प्रदेशों में लाखों लीटर पानी शुगर इंडस्ट्री में बर्बाद हो जाता है। इस पानी को बचाने के लिए नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने इलेक्ट्रोकोएगुलेशन विद एग्जारप्शन एंड आयन एक्सचेंज प्रॉसेस टेक्नोलॉजी डेवलप की है। इस टेक्नोलॉजी के इ्रस्तेमाल से हर साल सिर्फ यूपी में 49 लाख टन पानी की बचत होगी। जिससे करीब 5 लाख लोगों की प्यास बुझ सकेगी। साथ ही ग्राउंट वॉटर के लेवल में भी सुधार आएगा।

एक टन में 200 से 400 लीटर

नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो। नरेन्द्र मोहन ने बताया कि सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड ने शुगर मिल में वाटर मैनेजमेंट पर गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके मुताबिक, एक टन गन्ने की पिराई में 200 लीटर से ज्यादा पानी का यूज नहीं होगा। नई टेक्नोलॉजी से पेराई में शुगर केन का ही पानी प्यूरीफाई करके इस्तेमाल किया जाएगा।

यूपी में सालाना 700 टन पेराई

यूपी की करीब 116 चीनी मिलों में हर 700 लाख टन गन्ने की पिराई होती है। आम तौर पर चीनी मिलों में एक टन गन्ने की पिराई में 200 से 400 लीटर पानी का प्रयोग किया जाता है। नई टेक्नोलॉजी से एक टन पर 70 से 150 लीटर पानी की बचत होगी। जितना गन्ना पेरेंगे उसका 20 परसेंट से ज्यादा डिस्चार्ज नहीं करेंगे। टेक्नोलॉजी की मदद से पूरे साल में 49 लाख टन पानी की बचत होगी। इस प्रॉसेस से महाराष्ट्र में 6 लाख और कर्नाटक में 3 लाख लोगों के लिए साल भर का पानी गन्ना मिलों से बचाया जा सकता है।

दो मिलों में ट्रायल रहा सफल

वाटर वेस्ट मैनेजमेंट व टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की डॉ। सीमा परोहा ने डेवलप की है। इस टेक्नोलॉजी का यूज दो शुगर मिलों में किया गया है। डालमिया शुगर मिल रामगढ़ सीतापुर, डीएससीएल हरियांव हरदोई में इस टेक्नोलॉजी का ट्रायल सक्सेसफुल रहा है। इलेक्ट्रोकोएगुलेशन विद एडजारप्शन एवं आयन एक्सचेंज प्रासेस टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी का यूज करने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे।

वेस्टेज की होगी री- साइकिलिंग

गन्ने में 70 परसेंट पानी होता है। 12 से 15 परसेंट फाइबर होता और 15 परसेंट शुगर होती है। करीब 2 से 3 परसेंट अन्य उत्पाद होते हैं। चीनी मिलें को मशीन ठंडा करने के लिए फ्रेश वाटर का यूज करती हैं। अब उन्हें सबसे वाटर मैनेजमेंट करना होगा। इसके बाद वाटर री- साइकिलिंग फिर प्यूरीफिकेशन और कूलिंग टावर का अरेजमेंट करना होगा। वेस्ट पानी को रीसाइकिल करके फिर से प्रयोग करना होगा। गन्ने के पानी का ज्यादा यूज करना होगा। इससे पॉल्यूशन भी कम होगा।   Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/

बस ने कार मारी टक्कर, छह की मौत

बीसलपुर- फरीदपुर रोड पर थर्सडे को कुआंटांडा के पास एक प्राइवेट बस ने मारुति वैन को टक्कर मार दी, जिससे वैन में सवार 4 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि 5 लोग घायल हो गए। आसपास मौजूद लोगों ने घायलों को तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया। इस दौरान बस का ड्राइवर फरार हो गया.

लोगों की जमा हो गई भीड़

रधौली फरीदपुर निवासी राजीव अपनी मारुति वैन से परिवार व रिश्तेदारों के साथ मौसी की अंत्येष्टि में बुधौली जा रहे थे। जैसे ही कार कुआंटांडा ब्लाक के पास पहुंची कि तभी सामने से प्राइवेट बस ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने से फरीदपुर निवासी 50 वर्षीय बिट्टा देवी, 35 वर्षीय शशिभामा पत्‍‌नी अनिल की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने अन्य घायलों को हॉस्पिटल पहुंचा लेकिन रधौली निवासी 40 वर्षीय अरविंद, 35 वर्षीय संतोष कुमारी पत्‍‌नी संतोष, 38 वर्षीय राजेश पुत्र सुखलाल की मौत हो गई। घायलों की पहचान सुनीता, शशि देवी, नारायणी, राजीव, ब्रह्मा देवी, आशुतोष, के रूप में हुई है। हादसे में घायल राजीव की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर मृतकों के परिवारों में भारी कोहराम मच गया। घटना स्थल पर ग्रामीणों व रिश्तेदारों की भारी भीड़ जमा हो गयी।

रॉन्ग साइड हुआ हादसा

हादसे की खबर पर परिजन व रिश्तेदार पहले घटनास्थल और फिर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन अपनों की मौत की खबर कर सभी फूट- फूट कर रोने लगे। सभी एक- दूसरे के आंसू पोछने और ढांढस बंधाते नजर आए। हर कोई बस उस मनहूस घड़ी को कोस रहे थे, जिसकी वजह से हादसा हुआ। क्योंकि उन्हें क्या पता था कि वह जिस अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे हैं वह अंतिम संस्कार उनकी जिंदगी के लिए अंतिम दिन होगा। एक साथ कई परिवारों में मातम पसर गया है। बताया जा रहा है कि ओमिनी ड्राइवर रांग साइड वाहन लेकर चला गया था जिसकी वजह से हादसा हुआ। फिलहाल पुलिस बस ड्राइवर की तलाश कर रही है। Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

Monday, May 9, 2016

मौत के मुहाने पर मिली दर-दर की ठोकर

 डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की संवेदनहीनता के कारण मंडे एक गरीब को इलाज नहीं मिल सका। 48 घंटे से ज्यादा तक 'भगवान' के दर पर गंभीर रूप से एनीमिया की चपेट में आकर मौत की कगार पर पहुंची पत्‍‌नी को लेकर एक गरीब रिक्शे वाला गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन पत्थरदिल डॉक्टर्स को उसका दर्द न दिखा। मंडे को ओपीडी 12 बजे बंद होने का हवाला देकर मरीज को लौटा दिया गया.

एक से दूसरी केबिन में दौड़ाया

कालीबाड़ी में रहने वाला नंदराम शहर में रिक्शा चलाकर पत्‍‌नी गंगादेवी व 4 बच्चों का किसी तरह गुजर बसर करता है। पिछले तीन महीनों से पत्‍‌नी की तबीयत खराब रहती थी। सैटरडे सुबह हालत ज्यादा बिगड़ी तो वह पत्‍‌नी को लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचा। यहां उसे पहले केबिन संख्या 7 में गया। फिर लौटाकर केबिन 13 में भेजा गया। यहां भी उसे इलाज न मिला और केबिन 19 में भेज दिया गया। यहां भी किसी डॉक्टर ने उसे न देखा। निराश होकर वह पत्‍‌नी को लेकर वापस चला गया।

जान को गंभीर खतरा

48 घंटे बाद नंदराम मंडे को पत्नी को लेकर ओपीडी पहुंचा। यहां उसे डॉक्टर ने देख खून की जांच करने को कहा। पैथोलोजी में खून की जांच कराई गई। जांच में हीमोग्लोबीन का लेवल खतरनाक रूप से 2.6 ग्राम प्रति डेसीलीटर मिला। जबकि स्वस्थ इंसान में यह लेवल 12.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर मिनिमम होना चाहिए। मरीज को फौरन कम से कम 4 यूनिट खून चढ़ाने की जरूरत थी। इतना कम हीमोग्लोबीन होने पर मरीज की मौत होने के चांसेज 80 फीसदी तक बढ़ जाते हैं। वह पत्‍‌नी संग वापस फिर डॉक्टर के पास गया तो वह न मिले। थक हारकर केबिन 19 में पहुंचे तो वहां एडमिट होना लिखकर भेज दिया गया। गरीब पत्‍‌नी को लेकर इमरजेंसी पहुंचा तो खून का इंतजाम कराने की बात कह उसे फिर लौटा ि1दया गया.

सीएम के सपने की हकीकत

सूबे के सीएम अखिलेश यादव 23 मई को बरेली आ रहे हैं। महीनों पहले सीएम ने प्रदेश के सभी सरकारी हॉस्पिटल्स में मरीजों संग अच्छे व्यवहार व संवेदनशीलता बरतने के आदेश दिए थे। डीजी हेल्थ के मार्फत सीएम ने सरकारी हॉस्पिटल्स को निजी हॉस्पिटल से बेहतर बनाने का सपना पूरा करने की चाह जताई थी। लेकिन बरेली दौरे से दो हफ्ते पहले ही सीएम के सपने का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मखौल उड़ाया जाने लगा.

मरीज को उसका पति सैटरडे को भी इलाज के लिए लाया था। पर्चे पर मरीज को एडमिट करने की सलाह लिखी थी। मरीज में हीमोग्लोबीन बेहद कम है।   Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

झोलाछाप डॉक्टरों पर कसेंगे शिकंजा

सूबे की राजधानी में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ करने की प्रैक्टिस सख्ती से रोकी जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से सीएमओ ऑफिस को दिशा- निर्देश दिए गए हैं.

कमेटी बनाकर की जाएगी सख्ती

डिप्टी सीएमओ डॉ। यूएस चौहान के अनुसार झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा प्रैक्टिस किए जाने को लेकर सख्ती से एक्शन लिया जाना है। हालांकि बीच- बीच में स्वास्थ्य विभाग एक्शन लेता रहता है लेकिन, महानिदेशालय की ओर से मिले निर्देश के अनुरूप एक कमेटी बनाकर इस पर प्रभावी अंकुश लगाया जाना है। उनका कहना है कि देहरादून के अंदर तकरीबन सौ से अधिक झोलाछाप डॉक्टर अवैधानिक तरीके से प्रैक्टिस कर रहे हैं। इस तरह की प्रैक्टिस के चलते कई बार मरीज की जान तक पर बन आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग सख्त एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है.

जगह- जगह हैं इनकी दुकानें

झोलाछाप डॉक्टरों की मौजूदगी की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई एरिया होगा जहां पर इनकी दुकान न हो। पटेल नगर, निरंजनपुरी, रायपुर सहित तमाम ऐसे एरिया में इनका धंधा जमकर फल फूल रहा है। हालांकि बीच- बीच में छापेमारी होती रहती है लेकिन, कुछ दिन दुकान बंद होने के बाद ये फिर से सक्रिय हो जाते हैं। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से टीम बनाकर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं।  Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/

Wednesday, May 4, 2016

अधर में पड़े हैं बिल्डिंग प्लान, चैंबर नाराज

बिल्डिंग बायलॉज- ख्00ख् के आधार पर बिल्डिंग प्लान स्वीकृत करने में रांची नगर निगम की ओर से हो रही कठिनाइयों को लेकर मंगलवार को चेंबर भवन में बैठक हुई। चेंबर सदस्यों ने कहा कि काफी संख्या में निर्धारित शुल्क के साथ आवेदकों ने निगम में आवेदन दिया था, जो पिछले तीन साल से स्वीकृति की प्रतीक्षा में लम्बित है। उन्होंने कहा कि डेवलपर्स ने भू- मालिकों के साथ बिल्डिंग बायलॉज- ख्00ख् के तहत स्वीकृत एफ एआर के आधार पर एग्रीमेंट भी कर लिया था, लेकिन हाल ही में रांची नगर निगम द्वारा झारखंड बिल्डिंग बायलॉज ख्0क्म् के आधार पर पूर्व के सभी लम्बित आवेदकों को फि र से आवेदन जमा करने का निर्देश दिया गया है, जो गलत है। निगम के इस निर्देश से बिल्डर्स में काफी असंतोष है।

निर्णय अव्यवहारिक

चेंबर उपाध्यक्ष तुलसी पटेल ने कहा कि निगम का यह निर्णय अव्यवहारिक है, क्योंकि जब एक बार निगम में बिल्डिंग प्लान के लिए सारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए आवेदकों ने आवेदन किया है। ऐसे में नये बायलॉज का हवाला देकर उन सभी आवेदकों को फि र से आवेदन करने का निर्देश देना अनुचित है। उन्होंने कहा कि होगा यह चाहिए कि जिस तिथि से बिल्डिंग बायलॉज- ख्0क्म् की अधिसूचना प्रकाशित हुई, उस तिथि से आवेदन करनेवाले आवेदकों पर यह नियम प्रभावी होना चाहिए और पूर्व के सभी जमा आवेदनों का निष्पादन पूर्व के बायलॉज के आधार पर होना चाहिए। मौके पर चेंबर उपाध्यक्ष तुलसी पटेल, सह सचिव आनंद गोयल, सदस्य श्यामसुंदर अग्रवाल, रवि भट्ट, रमेश पटेल सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे. Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/

छिटपुट घटनाओं के बीच 60 फीसदी पड़े वोट

पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में भी फ्8 जिलों के म्ख् प्रखंडों में सोमवार को छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान हुआ। सुबह से ही वोट डालने वालों की लंबी कतारें दिखीं। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त अशोक चौहान ने बताया कि तीसरे चरण में म्0 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले। पहले चरण में म्8 और दूसरे चरण में भ्7 फीसदी वोटिंग हुई थी.

औरंगाबाद, प चंपारण और समस्तीपुर में होगा पुनर्मतदान

आयोग ने औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड में मतदान केंद्र संख्या म्फ्, म्ब् और म्भ् के बारे में शिकायत मिलने पर पुनर्मतदान कराने का निर्णय किया है। समस्तीपुर जिले के सिंधिया प्रखंड में मतदान केंद्र संख्या क्ख्भ्, क्ख्म् और पश्चिमी चंपारण जिले के नरकटियागंज प्रखंड के बूथ संख्या फ्87 पर आयोग पुनर्मतदान कराएगा। औरंगाबाद जिले में गड़बड़ी की शिकायत की पुष्टि होने पर डीएम के आदेश पर स्टैटिक ड्यूटी में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक सहित क्म् मतदान कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है.

झड़प में जमकर फायरिंग

उधर, पुलिस मुख्यालय से मिली सूचना के अनुसार गया जिले नीमचक बथानी में दो समुदाय के मुखिया प्रत्याशी के बीच मारपीट और गोलीबारी में रंजीत यादव की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। सीतामढ़ी जिले रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र में दो पक्षों के बीच झड़प हुई है। सारण जिले के माधोपुर पंचायत दो गुटों के बीच हुई झड़प में कई जख्मी हैं.

लालू के गांव में झड़प

गोपालगंज जिला अंतर्गत लालू प्रसाद के गांव फुलवरिया पाण्डेय टोला स्थित बूथ संख्या म्8 व म्8 पर दो पक्षों के लोगों में झड़प हो गई। जिससे मतदान आधा घंटे तक बाधित रहा। सिवान में मतपेटी बदलते दो पीठासीन अधिकारियों गिरफ्तार किया गया है। फ्8 शरारती तत्वों को गिरफ्तार किया गया है। पटना के पालीगंज के मंगलबिगहा में दहशत फैलाने को फाय¨रग की गई। नवादा जिला अंतर्गत रोह और कौआकोल में बूथ लुटेरों को भगाने के लिए पुलिस को हवाई फाय¨रग करनी पड़ी। सारण जिला अंतर्गत संवरी जलालपुर बूथ संख्या क्भ्ब् पर उपद्रवियों ने हंगामा किया। अरवल जिला अंतर्गत करपी प्रखंड के केयाल पंचायत में मतदान केन्द्र संख्या ख्ख्0 पर ग्रामीणों ने सख्ती बरतने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। कुसरे के मतदान केंद्र संख्या क्भ्क् पर दो प्रत्याशियों के समर्थकों की बीच भिड़ंत हो गई। ख्0 लोगों के घायल होने की सूचना है। हुलासगंज प्रखंड में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।  Read more http://inextlive.jagran.com/patna/

तेज धूप, गर्म स्टेचर और यातनाएं झेल रहे मरीज

पारा 41 के पार होने से सूरज के तेवर तीखे हैं। ऐसे में सामान्य आदमी भी घर से निकलने में कतरा रहा है। लेकिन मेडिकल में भर्ती मरीजों को ऐसे मौसम में ही गर्म स्टेचर पर लेटकर जांच के लिए वार्डो में जाना पड़ रहा है। मरीज व अटेंडेंट का सबसे ज्यादा परेशानी सुबह 11 बजे से 2 बजे के बीच होती है। आईनेक्सट ने मेडिकल पहुंचकर ऐसे मरीजों की पीड़ा जानी तो सच सामने आया.

ऐसे समझे मरीजों का दर्द

केस 1

किठौर निवासी रहीश को पेट के दर्द की शिकायत है। डॉक्टर ने इसे मेडिकल की इमरजेंसी में भर्ती किया। चेकप के बाद डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड के लिए कहा। रहीश को तपती दोपहरी में अल्ट्रासाउंड के लिए एक्सरे रूम में आना पड़ा। मरीज लोहे के गर्म स्टेचर से बार- बार उठ रहा था.

केस 2

सरधना निवासी 50 वर्षीय महेन्द्र के पैर काम नहीं कर रहे हैं। पेट में भी तकलीफ है। डॉक्टरों ने इन्हे ऑर्थो वार्ड में भर्ती किया है। किसी कारण से महेन्द्र को इमरजेंसी में किसी जांच के लिए जाना पड़ा तो गर्म व्हीलचेयर पर बैठाकर अटेडेंट उन्हें भरी दोपहरी में न्यू इमरजेंसी लेकर गए।

नहीं है पोर्टेबल मशीन

कुछ बडे शहरों में गर्मी के इंतजाम के लिए पोर्टेबल एक्सरे मशीन है। जिसके माध्यम से बैड पर ही एक्सरे करने की सुविधा है। लेकिन अपने मेडिकल कॉलेज में पोर्टेबल एक्सरे मशीन नहीं है। जिसके चलते मरीजों को धूप में तपकर जाना ही पडेगा.

ज्यादातर वार्ड एक ही छत के नीचे हैं। न्यू इमरजेंसी से लाने में मरीज को जरूर तेज धूप का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पोर्टेबल मशीन की बात आलाधिकारियों के सामने रखी गई है. Read more http://inextlive.jagran.com/meerut/

अब मिलेगा ऑटो ऑनकाल

रेडियो टैक्सी की तर्ज पर अब ऑटो की सुविधा भी लोगों को मिल सकेगी। एक फोन करते ही ऑटो आपके पास पहुंच जाएगी। परिवहन विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। किराये पर फैसला होते ही इस योजना को शुरू कर दिया जाएगा। इससे उन इलाकों में रहने वालों को फायदा मिलेगा जहां तक रेडियो टैक्सी का पहुंचना मुश्किल है।

मांगी है अनुमति

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर में रेडियो टैक्सी का संचालन करने वाली एक कंपनी ने शहर में ऑटो संचालन के लिए अनुमति मांगी है। परिवहन विभाग ने भी यात्रियों की मांग को देखते हुए इस पर सहमति दे दी है। किराए को लेकर अभी तक सहमति नहीं बनी है। ऑटो ऑन कॉल के लिए किराया सामान्य किराए की तुलना में अधिक होगा। पहली बार में मात्र 20 ऑटो ही संचालित किए जाएंगे। अच्छा रिसपांस मिलने पर इनकी संख्या बढ़ाकर 50 कर दी जाएगी।

किराये पर चल रहा मंथन

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार ऑटो ऑन कॉल के लिए जिस कंपनी ने अनुमति मांगी है, उससे टोटल गाडि़यों की डिटेल मांगी गई है। इन गाडि़यों के कलर भी सामान्य ऑटो की तुलना में अलग होंगे। ऑटो में सुरक्षा मानकों को पूरा करने के साथ ही ड्राइवर से जुड़ी सभी जानकारियों भी विभाग को देनी होंगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि रेडियो टैक्सी और सामान्य ऑटो के किराए में खासा फर्क हैं। रेडियो टैक्सी का स्टार्टिग किराया जहां 50 रुपए हैं वहीं सामान्य ऑटो में दस से पंद्रह रुपए है। लेकिन ऑटो ऑनकाल में स्टार्टिग किराया 25 रुपए हो सकता है। इसके अलावा इसमें प्रति मिनट सफर के हिसाब से राइडिंग चार्ज भी लिये जा सकता है। ऑटो चलाने वाले ड्राइवर के पास एंड्रायड फोन होना अनिवार्य होगा।  Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

अक्षय तृतीया पर तैयार, सराफा बाजार

अक्षय तृतीया को लेकर सर्राफा बाजार पूरी तरह से तैयार हो चुका है। ज्वेलरी की लेटेस्ट डिजाइंस ज्वेलरी शोरूम्स की शोभा बढ़ा रही हैं। नौ मई को पड़ रही अक्षय तृतीया पर गोल्ड की पर्चेजिंग के लिए लोगों ने अभी से एडवांस बुकिंग कराना स्टार्ट कर दिया है। बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन सर्राफा बाजार में करोड़ों का कारोबार होता है। सिटी के लगभग सभी ज्वेलरी शोरूम्स खरीदारों की डिमांड्स के हिसाब से पूरी तरह तैयार हैं।

महंगाई की पड़ सकती है मार

केंद्र सरकार की नीतियों के चलते लगभग चालीस दिनों तक डिस्टर्ब रहे सर्राफा मार्केट को स्टेब्लिश करने में सराफा कारोबारी जी जान से जुट गये हैं। हालांकि एक परसेंट एक्साइज ड्यटी देने का कष्ट भी सराफा कारोबारियों के अंदर ही अंदर साल रहा है। अब दिनों दिन गोल्ड का रेट भी बढ़ रहा है। ज्वेलरी मार्केट के जानकार बताते हैं कि आने वाले दिनों में गोल्ड का रेट और भी हाई होगा। हालांकि जानकारों के मुताबिक अक्षय तृतीया पर गोल्ड परचेज करने की जो मान्यताएं हैं वह इस बार भी बरकरार रहेंगी।  Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

Tuesday, May 3, 2016

जेई ने दी दस्तक, 10 मरीज मिले


शहर में जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) दस्तक दे दी है। एक साथ दस संदिग्ध मरीज सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इसमें नौ मरीजों का इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) और एक का डिमना रोड स्थित हरपाल सिंह नर्सिग होम में चल रहा है। सर्विलांस विभाग ने सभी मरीजों के खून के नमूने लेकर एमजीएम कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग जांच के लिए भेज दिया है। सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल ने इसे गंभीरता से लेते हुए कर्मचारियों संग मंगलवार को बैठक की। इसमें अस्पतालों से बेहतर तालमेल, जल्द से जल्द नमूना संग्रह और जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने व अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गई। इसके लिए जिला स्तरीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया ताकि आगे की पूरी रणनीति तैयार हो सके। डॉ। साहिर पॉल ने बताया कि जेई से संबंधित लक्षण मिलने पर मरीज के उपचार व जांच में किसी भी तरह से देरी न करें। यह बीमारी जानलेवा हो सकती है। नीम हकीम से उपचार न कराएं। पूरे कपड़े पहनकर सोएं। अपने घर की भ्00 मीटर की परिधि में सुअर बाड़े न बनाएं.

ये हैं लक्षण

- अचानक तेज बुखार, सिर में दर्द, गर्दन का अकड़ना, उल्टी, बेहोशी, झटके आना।

क्या करें उपाय

- मरीज को तुरंत सीएचसी, पीएचसी या किसी भी अस्पताल में ले जाएं.

- मच्छरों से बचाव करें।

- कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

- घर के आस- पास के स्थान, नाले व नालियों की सफाई रखें।

फैक्ट्स फाइल

- सर्विलांस पदाधिकारी ने कर्मचारियों संग मंगलवार को बैठक की

- अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गई

- मरीज के उपचार व जांच में देर नहीं करने की कही बात

- अपने घर की भ्00 मीटर की परिधि में सुअर बाड़े न बनाएं Read more http://inextlive.jagran.com/jamshedpur/

केजीएमयू को मिले 79 वेंटीलेटर

वेंटीलेटर की कमी से जूझ रहे केजीएमयू के चिकित्सा प्रणाली और मरीजों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। दरअसल, शासन ने केजीएमयू के लिए 79 वेंटीलेटर्स खरीदने के लिए हामी भर दी है। इसमें से छोटे बच्चों के लिए ख्0, नवजात के इलाज के लिए ख्0 और व्यस्क मरीजों के लिए फ्9 वेंटीलेटर्स खरीदे जाएंगे। जल्द ही इनकी खरीद के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।

क्भ् करोड़ का है बजट

शासन की ओर से केजीएमयू को नए वेंटीलेटर्स खरीदने के करीब क्भ् करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है। इनकी खरीद के बाद केजीएमयू में वेंटीलेटर्स की संख्या बढ़कर ख्00 हो जाएगी। साथ ही, गंभीर मरीजों को समय रहते बेहतर इलाज भी मिल सकेगा.

बच्चों के इलाज में राहत

इस बारे में केजीएमयू के डिप्टी मेडिकल सुप्रिंटेंडेंट डॉ। वेद प्रकाश ने बताया कि एक यूनिट में ख्0 वेंटीलेटर होते हैं। ऐसे में नई यूनिवर्सिटी में छह नए यूनिट खोले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इन नए वेंटीलेटर्स के आने से बच्चों और नवजात शिशुओं के इलाज में काफी मदद होगी। अभी तक इनके इलाज के लिए यूनिवर्सिटी में पर्याप्त संख्या में वेंटीलेटर नहीं थे। Read more http://inextlive.jagran.com/lucknow/

सराफा बाजार में बढ़ी सोने की चमक

सजने- सवंरने का शौक हर कोई रखता है। लेडीज हो या जेंट्स, हर कोई चाहता है कि वह सोने का श्रृंगार कर सबसे बेहतर व खास दिखे। अक्षय तृतीया त्योहार में अब महज कुछ ही दिन शेष हैं इसलिए फैमिली मेंबर्स के बीच ज्वेलरी की खरीदारी करने की प्लैनिंग भी तेज हो गई है। फेस्टिवल को देखते हुए सिटी के विभिन्न ज्वेलरी शोरूम्स में भी न्यू डिजाइंस की ज्वेलरी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। अक्षय तृतीया को अत्यंत ही शुभ लगन माना जाता है इसलिए हर किसी ने इस अक्षय तृतीया पर कुछ न कुछ जरूर खरीदारी करने का मूड बनाया हुआ है.

एडवांस करा लें बुकिंग

गोल्ड रेट के डेली रूटीन को देखें तो भाव में उतार- चढ़ाव लगातार हो रहा है। सिटी के ज्यादातर ज्वेलरी शॉप्स के ऑनर गोल्ड का रेट बढ़ने की आशंका जता रहे हैं। ज्वेलरी कारोबार से जुड़े एक्सप‌र्ट्स की मानें तो हम परचेजिंग एडवांस में कर लें। फिर चाहे डिलिवरी भले ही हम शुभ दिन होने के चलते अक्षय तृतीया पर ही लें। कस्टमर्स के लिए यह मुफीद है कि वे प्रेजेंट रेट में ज्वेलर के पास जाकर अपने मनपसंद ऑर्नामेंट की रसीद कटाकर एडवांस्ड बुकिंग करा लें। अक्षय तृतीया पर गोल्ड की डिमांड बढ़ती है। ऐसे में रेट बढ़ने के भी चांसेज हैं। फिलहाल, अभी ख्ख् कैरेट का गोल्ड का रेट ख्9 हजार म्00 प्रति दस ग्राम चल रहा है।

महिलाओं की रहेगी 'चांदी'

फेस्टिवल हो या फिर घर में कोई मांगलिक कार्य, लेडीज का गोल्ड लव किसी से छिपा नहीं है। उन्हें हर हाल में ज्वेलरी चाहिए ही चाहिए। ऐसे में फिर भला वो अक्षय तृतीया पर कहां पीछे रहने वाली हैं? इस बार भी सोने कारोबारियों को उम्मीद है कि सोने की खरीद इस बार लेडीज कुछ ज्यादा ही करेंगी। इसका मेन रीजन यह भी है कि गोल्ड का रेट बहुत ज्यादा हाई नहीं है।

इस टाइम गोल्ड का रेट बहुत अधिक नहीं होने के चलते हर कोई ज्वेलरी खरीदने की इच्छा रखेगा। हमारे यहां कस्टमर्स के लिए स्पेशल स्कीम भी चलाई जाएगी। फिलहाल कस्टमर्स ने अपनी बुकिंग कराना शुरू कर दिया है. Read more http://inextlive.jagran.com/varanasi/

सिटी में लागू होगा इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

टै्रफिक की बढ़ती प्रॉब्लम से लोगों को राहत देने के लिए शासन नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। प्रदेश के 12 शहरों में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया जाने वाला है। इनमें गोरखपुर भी शामिल है। इस सिस्टम के शुरू होते ही जहां लोगों को जाम जैसी रोजमर्रा की समस्या से छुटकारा मिलेगा। वहीं ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों पर नकेल कसने में ट्रैफिक पुलिस को भी काफी आसानी हो जाएगी। 200 करोड़ रुपए की लागत से शुरू हो रहे इस सिस्टम को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। ये जानकारी मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश ने जिले के अधिकारियों को सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दी। उन्होंने बताया कि इसके जरिए नगर विकास विभाग, आवास व शहरी नियोजन, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा और ट्रैफिक विभाग के सहयोग से ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा।

हर गाड़ी पर रहेगी नजर

इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ऑटोमेटिक काम करेगा। इससे दूसरी तरफ से गाड़ी आने का संकेत मिलेगा। वहीं हर चौराहे पर एक सेंसर युक्त पट्टी लगी होगी। इसे पार करने की सूचना ऑटोमेटिकली अगले चौराहे पर पहुंच जाएगी। साथ ही इसे पार करने वाली गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी रिकॉर्ड हो जाएगा। इससे भले ही कोई नियम तोड़ कर चला जाए, लेकिन पुलिस रिकॉर्डिग देखने के बाद उसे चालान भेज देगी.

सिटी के लिए प्रोजेक्ट तैयार

डीएम ओएन सिंह ने बताया कि जिले के 71 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 66.2 करोड़ का प्रोजक्ट बनाया गया है। इस सिस्टम को लगाने के लिए कमिश्नर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इसमें आईजी, डीआईजी, डीएम, नगर आयुक्त, उपाध्यक्ष जीडीए, एसएसपी आदि सदस्य नामित किए गए हैं. Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/

जंगल की आग में सियासी पकवान

आखिर वही हुआ, जिसका डर था। अब प्रदेश में वनाग्नि पर भी राजनीति शुरू हो गई है। इसके लिए सबसे ज्यादा भाजपा व कांग्रेस आमने- सामने हैं। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि प्रदेश में वनाग्नि के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। वहीं कांग्रेस ने पलटवार किया है कि भाजपा अपनी गलतियों को छुपाने के लिए बेवजह कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। जबकि खुद प्रदेश में अप्रत्यक्ष तौर पर राष्ट्रपति शासन में बीजेपी की सरकार चल रही है।

कांग्रेस सरकार ने नहीं उठाए कदम

राज्य के जंगलों में धधकी आग पर राजनीतिक पार्टियों की आग में घी की राजनीति शुरू हो गई है। जहां जंगलों में बेशकीमती जैवविविधिता, वन संपदा, मानव, पशु- पक्षियों को नुकसान पहुंचा है। वहीं राजनीतिक पार्टियों की राजनीति भी शुरू हो गई है। प्रदेश मीडिया प्रभारी डा। देवेंद्र भसीन ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि राज्य में भीषण वनाग्नि के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने वनाग्नि पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा दिए गए भाजपा विरोधी बयानों को हास्यास्पद बताते हुए कहा है कि राज्य के वनों में आग का प्रकोप शुरू हुए तीन महीने से अधिक का वक्त हो गया है। लेकिन उस दौरान कांग्रेस की सरकार सोई रही। न सरकार और न वन विभाग ने कोई कदम उठाए। कांग्रेस के लोग वन क्षेत्रों व बाहर रेत- बजरी व खनन पर जुटे रहे। उस वक्त सरकार ने ध्यान दिया होता तो ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आग लगाने में माफियाओं या फिर कांग्रेस के कुछ लोगों का हाथ हो। कारण, वन विकास निगम में कांग्रेस के लोग थे और वनों की बेकार लकड़ी वन निगम के माध्यम से ही बिकती भी है, चोरी भी हाेती है। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/

अभी शादियों में व्यस्त हैं, बाद में उठाएंगे कचरा

 नगर निगम की वार्निग के बाद भी हरी- भरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रवैये में सुधार नहीं आया। सिटी के कई इलाकों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन बंद है। सिविल लाइंस में नौ दिन से कूड़ा नहीं उठाया गया। इलाकाई लोगों ने शिकायत की तो बताया गया कि ज्यादातर कर्मचारी शादियों में व्यस्त हैं। छुट्टी से आ जाएंगे तो कूड़ा भी उठ जाएगा। कूड़ा न उठने की वजह से जगह- जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां बजबजा रही हैं.

गंदगी का लगा अंबार

सिविल लाइंस स्थित पत्रिका चौराहा के आस- पास के एरिया में पिछले करीब नौ दिन से कूड़ा नहीं उठा रहा है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन पूरी तरह से बंद है। लोगों ने या तो सड़कों, चौराहों, और गलियों में कूड़ा फेंक दिया है या फिर वह घर में ही सड़ रहा है। लोगों ने हरी- भरी से शिकायत भी की, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला.

सामने आई हकीकत

शिकायत पर आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने सोमवार को पत्रिका चौराहे के आस- पास स्थित घरों में जाकर लोगों से बात की तो हकीकत सामने आई। कई घरों के बाहर लोगों ने झोले व पॉलीथिन में कूड़ा भर कर रखा था। पूछने पर बताया कि ये आठ- नौ दिन का कचरा है, जो कमरे के बाहर पड़े- पड़े सड़ रहा है। क्योंकि हरी- भरी के कर्मचारियों ने कूड़ा उठाना बंद कर दिया है.

नगर निगम की व्यवस्था बेहतर थी

हरी- भरी की लापरवाही से परेशान महिलाओं ने कहा कि हर महीने 50 रुपये देते हैं, इसके बाद भी कर्मचारी अक्सर गायब रहते हैं। इससे बढि़यां व्यवस्था तो पहले वाली थी। नगर निगम कर्मचारी को सौ रुपये देते थे, जो कूड़ा भी उठाता था व मोहल्ले में व घर के सामने झाड़ू भी लगाता था।

जवाब मिला, छुट्टी पर हैं लेबर

आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने पब्लिक बन कर हरी- भरी के कम्प्लेन नंबर पर कॉल किया और पत्रिका चौराहा इलाके से कूड़ा कलेक्शन न होने की शिकायत की। कारण पूछने पर कॉल रिसीव करने वाले ने बताया कि शादियों का सजीन है, इसलिए लेबर अभी छुट्टी पर हैं, इसलिए थोड़ी दिक्कत हो रही है। कम्प्लेन नोट कर लिया गया है, जल्द ही प्रॉब्लम साल्व हो जाएगी. Read more  http://inextlive.jagran.com/allahabad/

गरीबों से ज्यादा अमीरों के बच्चों में अस्थमा

अस्थमा मुख्य रूप से अमीर बच्चों को होता है। इसका कारण है कि यह बच्चे हर तरह के वातावरण को एडजस्ट नहीं कर पाते हैं। जबकि गरीब बच्चे हर माहौल को एडजस्ट कर लेते हैं। अमीरों के बच्चे एसी घर में रह रहे हैं। स्कूल भी एसी बस से जा रहे हैं। स्कूल भी एसी से युक्त है। साफ- सफाई हर सुख सुविधा के साथ रहता है। लेकिन जब वह जरा से भी बाहरी क्षेत्र में पहुंचता है तो वह हर माहौल को एडजस्ट नहीं कर पाता है। इसलिए वह जल्द ही इस बीमारी से ग्रस्त हो जाता है। यह कहना है एसएन मेडिकल कॉलेज के चेस्ट फिजीशियन डॉ। जीवी सिंह का।

बड़ों से ज्यादा बच्चे ज्यादा अस्थमा से पीडि़त
आज 18वां विश्व अस्थमा दिवस है। यह क्रोनिक लंग्स डिजीज है। इसमें सांस की नलियां प्रभावित होती हैं। सांस की नलियों में सूजन आ जाती है। भारत में अस्थमा के मरीजों की संख्या वर्तमान में तीन करोड़ है। हर 100 में से दो व्यक्ति को अस्थमा के मरीज है। इसमें पांच से 14 साल तक के बच्चों को अस्थमा ज्यादा होता है। बच्चों में यह प्रतिशत सात से 10 तक पाया जाता है।
सिटी में बड़ रहा है आरएसपीएम
डब्लूएचओ के अनुसार वातावरण में मात्र 25 माइक्रोग्राम आरएसपीएम होना चाहिए। जबकि आज के समय यह पांच से छह गुना बढ़ चुका है। इसकी संख्या वर्तमान में 200 से 300 तक पहुंच चुकी है। पिछले 25 सालों में दो से तीन गुना औद्योगीकरण, जनसंख्या वृद्धि, पेड़ों का कटना आदि के कारण आरएसपीएम बढ़ गया है.

काउंसिलिंग की आवश्यकता है
अस्थमा को लेकर आज लोगों को दवा से ज्यादा सही काउंसिलिंग की जरूरत है। डॉ। गजेन्द्र विक्रम सिंह के अनुसार सिर्फ 25 प्रतिशत मरीज ही सही से अपना इलाज करते हैं। बाकी 70 प्रतिशत मरीज दवाओं में लापरवाही करते हैं। यह अपनी बीमारी को लेकर सीरियस नहीं होते हैं। दवाओं और इनहेलर का सही तरीके से यूज नहीं कर पाते हैं। इसके लिए सही काउंसिलिंग की जरूरत है। अगर मरीज सही दवा और परहेज रखें तो सामान्य जीवन जी सकते हैं।

इनहेलर सबसे कारगर उपचार
आज भी हमारे अधिकांश मरीज करीब 70 से 80 प्रतिशत मरीज दवाओं और सीरप पर डिपेंड हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के चेस्ट फीजिशयन डॉ। जीवी सिंह के अनुसार इनहेलर न लेने के लोगों में आज कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। जबकि इनहेलर कॉरटिकोस्टेरॉयड थैरेपी अस्थमा को नियंत्रित करने में सबसे ज्यादा कारगर है। आईसीटी के मामले में दवाई की बहुत कम डोज सीधे सूजन भरी सांस की नलियों में पहुंचती है। इससे साइड इफैक्ट्स भी सीमित होते हैं। ओरल दवाई का डोज आईसीटी के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है। इससे साइड इफैक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है. Read more http://inextlive.jagran.com/agra/