Thursday, May 19, 2016

कलर स्प्रे ड्रम का बिना दिया था कम्प्रेशर मशीन

रोडवेज के वर्कशॉप में ट्यूजडे को फटे कम्प्रेशर मशीन के बनाने में लापरवाही का एक नया मामला वेडनसडे को सामने आया। वर्कशॉप के सर्विस मैनेजर 'एसएम' ने वाहनों को कलर करने वाले कलर स्प्रे ड्रम से कम्प्रेशर मशीन बनवा दिए थे। जो वर्कशॉप में ट्रॉयल के वक्त ही ट्यूजडे को जवाब दे गया था। क्योंकि, कलर स्प्रे ड्रम के लोहे की चादर मानक के अनुरूप नहीं थी और न ही कम्प्रेशर मशीन बनाते समय अच्छी क्वॉलिटी की वेल्डिंग रॉड का यूज किया गया था। यही नहीं ट्रॉयल के वक्त मौके पर एक्सपर्ट का मौजूद न होना भी इस घटना का सबसे बड़ा कारण रहा।

नहीं मौजूद था कोई एक्सपर्ट

जिस समय कम्प्रेशर मशीन का ट्रॉयल चल रहा था उस समय कोई एक्सपर्ट मौजूद नहीं था। जो कम्प्रेशर में मोटर से भरे जा रहे प्रेशर को देख या समझ पाता। ट्रॉयल के वक्त सिर्फ वर्कशॉप के कर्मचारी ही मौजूद रहे। कलर स्प्र ड्रम से बने कम्प्रेशर टैंक की कैपेसिटी मात्र 40 पौंड हवा की थी। लेकिन, मौके पर कोई एक्सपर्ट नहीं होने से वर्कशॉप के कर्मचारी कम्प्रेशर टैंक में हवा का प्रेशर देते रहे। जिसका नतीजा कम्प्रेशर का फटना रहा।

एसएम की लापरवाही पर हंगामा

रोडवेज के वर्कशॉप में फटे कम्प्रेशर मशीन का मामला दूसरे दिन भी गर्म रहा। जुगाड़ सिस्टम से बनाए गए कम्प्रेशर मशीन और वर्कशॉप एसएम की लापरवाही बरते जाने पर वर्कशॉप कर्मचारियों ने काम रोक कर वेडनसडे को जम कर हंगामा किया। हंगामा कर रहे कर्मचारियों ने दोषी एसएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पीडि़तों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की। इस मौके पर सुशील मिश्रा, रविंद्र कुमार और बद्री प्रसाद सहित अन्य लोग मौजूद रहे। इन्होंने यह आरोप लगाए कि एसएम ने कम्प्रेशर को बनवाने में मानक को पूरा नहीं किया। कम्प्रेशर का बिना जांच कराए ही ट्रायल शुरू करवा दिया। जिस वजह से यह घटना हुई। Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

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