पंचायत चुनाव के बाद अपराध का जोर एक बार फिर पुलिस को चुनौती देने को
तैयार है। ऐसे में पुलिस भी अपराधियों पर जवाबी कार्रवाई के लिए दम भर रही
है। राजधानी में डीआईजी ने सुरक्षा का विशेष प्लान तैयार किया है, जिसे
फाइट फार क्राइम का नाम दिया गया है। इस अभियान के जरिए पुलिस राजधानी को
क्राइम फ्री बनाने का पूरा प्रयास करेगी। इसमें वाहन चोरी से लेकर अन्य
अपराधों पर अंकुश लगाने की योजना है.
यह है फाइट फार क्राइम
फाइट फार क्राइम का प्लान डीआईजी ने तैयार किया है। इसके पीछे उनका तर्क है कि पुलिस तो सुरक्षा को लेकर काम कर ही रही है। हम इसे विशेष टास्क पर काम कराएंगे। पुलिस कर्मियों को प्रतिदिन चुनौती के रूप में बड़ा टारगेट दिया जाएगा और इसे अचीव करने पर जोर दिया जाएगा। डीआईजी का कहना है कि जब पुलिस टास्क पर काम करेगी और उसे परिणाम हर हाल में देना होगा। इससे अपराध तो रुकेगा ही और जनता में भी सुरक्षा की भावना आएगी.
असलहा और शराब पर विशेष जोर
डीआईजी ने अभियान में सबसे पहले असलहा और शराब को टारगेट पर लिया है। इसके लिए प्रतिदिन पुलिस को एक हजार वाहनों की चेकिंग का टारगेट दिया जाएगा। इसमें संबंधित थाना की पुलिस न सिर्फ वाहनों के कागजात चेक करेगी बल्कि डिक्की से हथियार और शराब की भी पड़ताल करेगी। चार पहिया वाहनों को भी चेक करने को कहा गया है लेकिन विशेष जोर दो पहिया वाहनों पर होगा.
लंबित मामलों के निस्तारण पर जोर
पुलिस थानों में जो भी मामले लंबित है उसके निस्तारण को लेकर विशेष जोर दिया जाएगा। डीआईजी ने कहा है कि अभी हाल ही में उन्होंने बिल्डर और भू- माफियाओं से संबंधित मामलों का रिव्यू किया है, जिसमें पुलिस की लापरवाही का खेल उजागर हुआ है। ऐसे लंबित मामलों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस इसमें मनमानी करेगी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनाव के बाद थानेदारों को भी हटाया जाएगा, जो अपराध और अपराधियों से साठगांठ रखते हैं। जांच पड़ताल में कई का नाम सामने आया है. Read more http://inextlive.jagran.com/patna/
यह है फाइट फार क्राइम
फाइट फार क्राइम का प्लान डीआईजी ने तैयार किया है। इसके पीछे उनका तर्क है कि पुलिस तो सुरक्षा को लेकर काम कर ही रही है। हम इसे विशेष टास्क पर काम कराएंगे। पुलिस कर्मियों को प्रतिदिन चुनौती के रूप में बड़ा टारगेट दिया जाएगा और इसे अचीव करने पर जोर दिया जाएगा। डीआईजी का कहना है कि जब पुलिस टास्क पर काम करेगी और उसे परिणाम हर हाल में देना होगा। इससे अपराध तो रुकेगा ही और जनता में भी सुरक्षा की भावना आएगी.
असलहा और शराब पर विशेष जोर
डीआईजी ने अभियान में सबसे पहले असलहा और शराब को टारगेट पर लिया है। इसके लिए प्रतिदिन पुलिस को एक हजार वाहनों की चेकिंग का टारगेट दिया जाएगा। इसमें संबंधित थाना की पुलिस न सिर्फ वाहनों के कागजात चेक करेगी बल्कि डिक्की से हथियार और शराब की भी पड़ताल करेगी। चार पहिया वाहनों को भी चेक करने को कहा गया है लेकिन विशेष जोर दो पहिया वाहनों पर होगा.
लंबित मामलों के निस्तारण पर जोर
पुलिस थानों में जो भी मामले लंबित है उसके निस्तारण को लेकर विशेष जोर दिया जाएगा। डीआईजी ने कहा है कि अभी हाल ही में उन्होंने बिल्डर और भू- माफियाओं से संबंधित मामलों का रिव्यू किया है, जिसमें पुलिस की लापरवाही का खेल उजागर हुआ है। ऐसे लंबित मामलों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस इसमें मनमानी करेगी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनाव के बाद थानेदारों को भी हटाया जाएगा, जो अपराध और अपराधियों से साठगांठ रखते हैं। जांच पड़ताल में कई का नाम सामने आया है. Read more http://inextlive.jagran.com/patna/
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