ट्रेन में सफर के दौरान जल्दबाजी और लापरवाही में दो पैसेंजर्स ने जान गवां
दी। मना करने के बाद भी ट्रेन के गेट पर बैठकर सफर कर रहे छात्र की ट्रेन
से गिरकर मौत हो गई, जबकि दूसरे पैसेंजर ने जल्दबाजी में चलती ट्रेन से
उतरने की गलती की और जिंदगी से हाथ धो बैठा।
खत्म हो गया 'सफर'
संजय गांधी नगर में रहने वाले रामआसरे विश्वकर्मा का बेटा शुभम बांदा में कृषि विद्यालय का स्टूडेंट था। वो शनिवार को बांदा पैसेंजर से घर लौट रहा था। वो ट्रेन के गेट पर पैर लटकाए बैठा था। दादानगर के पास वह चलती ट्रेन से गिर गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं, पनकी स्टेशन में उपेन्द्र कुमार सिंह ने जल्दबाजी में जान गवां दी। वो गजनेर में रहने वाले शैलेंद्र सिंह के बेटे थे। वो गुड़गांव में एक प्राइवेट फर्म में जॉब करते थे। वो ट्रेन से पनकी स्टेशन जा रहे थे। वो चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे और उनका पैर फिसल गया। ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/
खत्म हो गया 'सफर'
संजय गांधी नगर में रहने वाले रामआसरे विश्वकर्मा का बेटा शुभम बांदा में कृषि विद्यालय का स्टूडेंट था। वो शनिवार को बांदा पैसेंजर से घर लौट रहा था। वो ट्रेन के गेट पर पैर लटकाए बैठा था। दादानगर के पास वह चलती ट्रेन से गिर गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं, पनकी स्टेशन में उपेन्द्र कुमार सिंह ने जल्दबाजी में जान गवां दी। वो गजनेर में रहने वाले शैलेंद्र सिंह के बेटे थे। वो गुड़गांव में एक प्राइवेट फर्म में जॉब करते थे। वो ट्रेन से पनकी स्टेशन जा रहे थे। वो चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे और उनका पैर फिसल गया। ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/
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