टै्रफिक की बढ़ती प्रॉब्लम से लोगों को राहत देने के लिए शासन नई व्यवस्था
लागू करने जा रहा है। प्रदेश के 12 शहरों में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक
मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया जाने वाला है। इनमें गोरखपुर भी शामिल है। इस
सिस्टम के शुरू होते ही जहां लोगों को जाम जैसी रोजमर्रा की समस्या से
छुटकारा मिलेगा। वहीं ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों पर नकेल कसने
में ट्रैफिक पुलिस को भी काफी आसानी हो जाएगी। 200 करोड़ रुपए की लागत से
शुरू हो रहे इस सिस्टम को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। ये जानकारी मुख्य सचिव
उत्तर प्रदेश ने जिले के अधिकारियों को सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के
दौरान दी। उन्होंने बताया कि इसके जरिए नगर विकास विभाग, आवास व शहरी
नियोजन, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा और ट्रैफिक विभाग के सहयोग से
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा।
हर गाड़ी पर रहेगी नजर
इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ऑटोमेटिक काम करेगा। इससे दूसरी तरफ से गाड़ी आने का संकेत मिलेगा। वहीं हर चौराहे पर एक सेंसर युक्त पट्टी लगी होगी। इसे पार करने की सूचना ऑटोमेटिकली अगले चौराहे पर पहुंच जाएगी। साथ ही इसे पार करने वाली गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी रिकॉर्ड हो जाएगा। इससे भले ही कोई नियम तोड़ कर चला जाए, लेकिन पुलिस रिकॉर्डिग देखने के बाद उसे चालान भेज देगी.
सिटी के लिए प्रोजेक्ट तैयार
डीएम ओएन सिंह ने बताया कि जिले के 71 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 66.2 करोड़ का प्रोजक्ट बनाया गया है। इस सिस्टम को लगाने के लिए कमिश्नर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इसमें आईजी, डीआईजी, डीएम, नगर आयुक्त, उपाध्यक्ष जीडीए, एसएसपी आदि सदस्य नामित किए गए हैं. Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/
हर गाड़ी पर रहेगी नजर
इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ऑटोमेटिक काम करेगा। इससे दूसरी तरफ से गाड़ी आने का संकेत मिलेगा। वहीं हर चौराहे पर एक सेंसर युक्त पट्टी लगी होगी। इसे पार करने की सूचना ऑटोमेटिकली अगले चौराहे पर पहुंच जाएगी। साथ ही इसे पार करने वाली गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी रिकॉर्ड हो जाएगा। इससे भले ही कोई नियम तोड़ कर चला जाए, लेकिन पुलिस रिकॉर्डिग देखने के बाद उसे चालान भेज देगी.
सिटी के लिए प्रोजेक्ट तैयार
डीएम ओएन सिंह ने बताया कि जिले के 71 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 66.2 करोड़ का प्रोजक्ट बनाया गया है। इस सिस्टम को लगाने के लिए कमिश्नर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इसमें आईजी, डीआईजी, डीएम, नगर आयुक्त, उपाध्यक्ष जीडीए, एसएसपी आदि सदस्य नामित किए गए हैं. Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/
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