चाइना और पाकिस्तान को हर तरह से जवाब देने में हमारे शस्त्र पूरी तरह
से सक्षम हैं। भारत शस्त्रों की मारक क्षमता और उत्पादन बढ़ाने की दिशा में
तेजी से काम कर रहा है। एचएएल और पांच आयुध फैक्ट्रियां होने से कानपुर
में रक्षा हब बनने की अपार संभावना है। सेनाओं के लिए यहां बेहतरीन शस्त्र
निर्माण किए जा रहे हैं। मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर
शहर आए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने ये बात कही। उन्होंने सैकड़ों जवानों
व सैन्य अफसरों के अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कैण्ट स्थित गैरीसन ग्राउन्ड पर योगासन किए।
रक्षा मंत्री सीधे योगा की क्लास में
रक्षा मंत्री का विशेष विमान चकेरी एयरपोर्ट पर सुबह 6:15 बजे उतरा।
वहां से कार द्वारा वे गैरीसन ग्राउन्ड पहुंचे। स्वागत की बिना किसी
औपचारिकता के रक्षा मंत्री सीधे योग की क्लास में पहुंच गए और अग्रिम
पंक्ति में बैठकर योगा शुरू कर दिया। डॉ। रवीन्द्र पोरवाल के निर्देशानुसार
वहां मौजूद सभी जवानों ने योग के विभिन्न आसन किए। योगा की यह क्लास करीब
45 मिनट तक चली। योगासन के बाद रक्षा मंत्री ने जवानों को संबोधित किया। इस
दौरान उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
चिंता करने की कतई जरूरत नहीं है
गैरीसन ग्राउन्ड से रवाना होने के पूर्व मीडिया के कई सवालों का जवाब
उन्होंने बड़ी ही बेबाकी से दिया। पत्रकारों ने पूछा कि क्या भारत के पास
पाकिस्तान और चाइना से लड़ने के लिए पर्याप्त शस्त्र हैं। इस पर रक्षा
मंत्री मुस्कराते हुए बोले कि चिंता करने की कतई जरूरत नहीं है। हमारे
शस्त्र उन्हें माकूल जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं। Read more http://inextlive.jagran.com/kanpur/
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