Friday, June 10, 2016

अब नहीं जाएगी हाइवे पर हादसे में जान

नेशनल हाइवेज पर होने वाले हादसे पर लगाम लगाने के लिए नई पहल की जा रही है। इसके तहत केंद्र सरकार नई एंबुलेंस को लाने की तैयारी में है, जिसमें एक ही समय में चार पेशेंट्स को ले जाने की सुविधा होगी। साथ ही सीरियस पेशेंट्स को सेलाइन टेस्ट के साथ ही ईसीजी की सुविधा भी उसी एंबुलेंस में मुहैया कराई जाएगी। यह जानकारी सड़क, परिवहन, राजमार्ग व पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी। उन्होंने बताया कि बड़े एक्सीडेंट में कई लोग एक साथ गंभीर रूप से घायल होते हैं। वह समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाते और रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है.

एक्सीडेंट प्रोन एरियाज में होगी तैनात

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एंबुलेंस में जहां चार पेशेंट्स को एक साथ ले जाने की सुविधा होगी, वहीं दूसरी ओर इसमें और भी कई बेहतर सुविधाएं मौजूद रहेंगी। एक्सीडेंट के दौरान सीरियस पेशेंट्स को वेंटिलेटर के साथ ही सेलाइन, ईसीजी की भी व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी। इतना ही नहीं इस एंबुलेंस की एक और खास बात यह है कि इसमें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए गए वाहन में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए भी सामान मौजूद रहेंगे। इसमें गाड़ी को काटने के सामान भी रहेंगे। इससे एक्सीडेंट के केसेज में फौरन ही रेस्क्यू प्रॉसेस शुरू की जा सकेगी। नितिन गडकरी ने बताया कि इन एंबुलेंस के लिए एक्सीडेंट प्रोन एरियाज को प्वाइंट आउट किया जाएगा और वहां उनकी तैनाती की जाएगी। इससे दुर्घटना के समय लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी.

व्यापारियों को 'फ्लाइंग बोट' की सौगात

गडकरी ने बताया कि अब तक इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए अब तक रोड ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इससे सामान भेजने या मंगवाने में व्यापारियों को काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इसका असर जनता की जेब पर भी पड़ता है। उन्हें सस्ते सामान की भी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने हवा और पानी दोनों में ही चलने वाली बोट का प्रस्ताव बनाया है। इसका नाम फ्लाइंग बोट दिया है। इसका फायदा यह है कि इससे लोगों का सामान पानी के जरिए आसानी से एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकेगा, जिसकी लागत रोड ट्रांसपोर्ट से कई गुना कम होगी.  Read more http://inextlive.jagran.com/gorakhpur/

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