श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में 'इंटरनेशनल अपडेट ऑन पेन मैनेजमेंट एण्ड पैलिएटिव केयर एडवांसेज- ख्0क्म्' विषय पर दो दिवसीय इंटरनेशनल सिंपोजियम का आयोजन हुआ। विशेषज्ञों ने बताया कि पैलिएटिव केयर ऐसे मरीजों के लिए बड़ी राहत है, जो असाध्य बीमारियों में असहनीय दर्द से पीडि़त हैं.
एक मंच पर जुटे विशेषज्ञ
एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हरीश रावत, एनएचएम निदेशक डॉ। अजीत गैरोला, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एनके सिंह, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के अधिकृत हस्ताक्षरी जीएस राणा, आईएमए देहरादून के अध्यक्ष डॉ। जेपी शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैलिएटिव केयर को एक विषय के रूप में मेडिकल व नर्सिग पाठ्यक्रम में भी आवश्यक रूप से शामिल किया जाए। ताकि अधिकाधिक मरीजों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि पैलिएटिव केयर अभी प्राइवेट सिस्टम पर निर्भर है, इसे सरकारी हेल्थ सिस्टम में लागू किए जाने पर योजना तैयार की जाएगी। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ। पंकज अरोड़ा ने कहा कि असाध्य रोगों के कष्ट को कम करने के लिए कुछ दवाएं हैं। इन दवाओं की मात्रा को बीमारी के सापेक्ष कम या अधिक किए जाने पर यदि मरीज के कष्ट को कम किया जा सकता है तो ऐसा किया जाना चाहिए। आईएमए देहरादून के अध्यक्ष डॉ। जेपी शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड के डॉक्टर पैलिएटिव केयर को अधिक से अधिक मरीजों तक पहुंचाने में सहयोग दें। ताकि मरीजों के असहनीय दर्द को कम किया जा सके। इस दौरान जॉन टेलर हॉस्पिटल, इंग्लैंड के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डॉ। अबीर डोगर, पैलिएटिव मेडिसिन विभाग की कंस्लटेंट डॉ। ब्रेंडा वार्ड, यूएस से आई डॉ। नंदिनी, एचआईएमएस कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ। सुनील सैनी, एम्स नई दिल्ली की प्रोफेसरडॉ। सुषमा भटनागर, इंमैनुअल हॉस्पिटल एसोसिएशन, दिल्ली के पेन एंड पैलिएटिव केयर कंसल्टेंट डॉ। एन थायले, पैल्यूम इंडिया केरल के निदेशक डॉ। एमआर राजागोपाल, पैलिएटिव केयर कंस्लटेंट डॉ। सविता बुटोला व डॉ। गौतम दास ने पैलिएटिव केयर से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा की। इस अवसर पर आईएमए देहरादून शाखा के सचिव डॉ.मोहित गोयल, डा। मयंक गुप्ता, डॉ। मनीषा सिंह सहित काफी संख्या में डॉक्टर व स्टाफ मेंबर मौजूद रहे। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/
एक मंच पर जुटे विशेषज्ञ
एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हरीश रावत, एनएचएम निदेशक डॉ। अजीत गैरोला, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एनके सिंह, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के अधिकृत हस्ताक्षरी जीएस राणा, आईएमए देहरादून के अध्यक्ष डॉ। जेपी शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैलिएटिव केयर को एक विषय के रूप में मेडिकल व नर्सिग पाठ्यक्रम में भी आवश्यक रूप से शामिल किया जाए। ताकि अधिकाधिक मरीजों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि पैलिएटिव केयर अभी प्राइवेट सिस्टम पर निर्भर है, इसे सरकारी हेल्थ सिस्टम में लागू किए जाने पर योजना तैयार की जाएगी। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ। पंकज अरोड़ा ने कहा कि असाध्य रोगों के कष्ट को कम करने के लिए कुछ दवाएं हैं। इन दवाओं की मात्रा को बीमारी के सापेक्ष कम या अधिक किए जाने पर यदि मरीज के कष्ट को कम किया जा सकता है तो ऐसा किया जाना चाहिए। आईएमए देहरादून के अध्यक्ष डॉ। जेपी शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड के डॉक्टर पैलिएटिव केयर को अधिक से अधिक मरीजों तक पहुंचाने में सहयोग दें। ताकि मरीजों के असहनीय दर्द को कम किया जा सके। इस दौरान जॉन टेलर हॉस्पिटल, इंग्लैंड के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डॉ। अबीर डोगर, पैलिएटिव मेडिसिन विभाग की कंस्लटेंट डॉ। ब्रेंडा वार्ड, यूएस से आई डॉ। नंदिनी, एचआईएमएस कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ। सुनील सैनी, एम्स नई दिल्ली की प्रोफेसरडॉ। सुषमा भटनागर, इंमैनुअल हॉस्पिटल एसोसिएशन, दिल्ली के पेन एंड पैलिएटिव केयर कंसल्टेंट डॉ। एन थायले, पैल्यूम इंडिया केरल के निदेशक डॉ। एमआर राजागोपाल, पैलिएटिव केयर कंस्लटेंट डॉ। सविता बुटोला व डॉ। गौतम दास ने पैलिएटिव केयर से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा की। इस अवसर पर आईएमए देहरादून शाखा के सचिव डॉ.मोहित गोयल, डा। मयंक गुप्ता, डॉ। मनीषा सिंह सहित काफी संख्या में डॉक्टर व स्टाफ मेंबर मौजूद रहे। Read more http://inextlive.jagran.com/dehradun/
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