सिविल कोर्ट स्थित कुटुंब न्यायालय में पति- पत्नी के बीच विवाद
संबंधी मामले की सुनवाई में पति के न्यायालय नहीं पहुंचने पर पत्नी उग्र
हो गई। उसने आपा खो दिया और न्यायालय परिसर में ही उपस्थित जेठ से उलझ गई
और उन्हें लप्पड़- थपड़ कर दिया। दिन के 11:30 बजे महिला की हंगामे के बाद
मध्यस्थता केंद्र के समीप स्थित पोर्टिको में अधिवक्ता व आम लोगों की भीड़
जुट गई। हंगामा करीब एक घंटे तक चला। कुछ देर बाद कोर्ट परिसर में तैनात
पुलिसकर्मी वहां पहुंचे।
महिला को काफी समझाने पर मामला शांत हुआ।
महिला
ने बताया कि पति की हरक्कत से वह तंग आ चुकी है। श्यामली कॉलोनी मेकॉन की
महिला ने बताया कि उसकी शादी 28 नवंबर 2010 को डोरंडा के गौरीशंकर नगर
गणपति निवास स्थित प्रवीण पाल के साथ हुई थी। ढाई साल का एक बच्चा भी है।
मामूली बातों को लेकर पति उसकी पिटाई करने लगा और मायके भगा दिया।
इसमें
उसका बड़ा भाई (महिला की जेठ) संजय पाल भी सहयोग करता था। महिला के अनुसार
संजय भी उसकी पिटाई करता था। इससे तंग आकर महिला मायके में रहने लगी। उसके
पति प्रवीण ने कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सीपी अस्थाना की अदालत
में 13 मई 2015 को याचिका दाखिल की। उन्होंने महिला पर ससुराल में नहीं
रहने और अपनी मर्जी से मायके चले जाने का आरोप लगाया है। Read more http://inextlive.jagran.com/ranchi/
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