दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का रंग, रूप और भी निखरेगा। इसकी अद्भुत
भव्यता में सुर- लय- ताल का रंग भी जुड़ेगा। इससे देश-विदेश के ख्यात
कलाकार जोड़े जाएंगे। शास्त्रीय संगीत के साथ शिव तांडव समेत विभिन्न आयोजन
भी इसमें शामिल किए जाएंगे। वहां बैठने के लिए इंतजाम भी स्थायी किए
जाएंगे जो बिना किसी भेदभाव पर्यटक व श्रद्धालु को 'पहले आओ -पहले पाओÓ की
तर्ज पर उपलब्ध होंगे।
घाटों के सौंदर्य को निखारने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की रूचि को
देखते हुए पर्यटन विभाग ने अपनी गतिविधियों को विस्तार देने का मन बनाया
है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने पिछले दिनों प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेजा
था। इस पर सैद्धांतिक सहमति मिल गई है।
अब महज स्वीकृति आदेश व बजट के
कागजात आने बाकी हैं। इसे लेकर पर्यटन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
समझा जाता है कि इसी माह से योजना को मूर्त रूप दे दिया जाएगा।
Source: Horoscope 2015
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