Sunday, January 18, 2015

Sages said, will continue to return home

धर्मातरण व घर वापसी के मुद्दे पर विश्व हिन्दू परिषद पीछे हटने को तैयार नहीं है। परिषद के मार्गदर्शक मंडल की बैठक में संतों ने एक स्वर से घर वापसी को जायज बताया। साथ ही धर्मातरण रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की। माघ मेला क्षेत्र स्थित जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के शिविर में शुक्रवार की शाम आयोजित विश्व हिंदू परिषद मार्गदर्शक मंडल की बैठक में संतों ने सरकार को चेतावनी भरे लब्जों में साफ किया कि उनकी 'घर वापसीÓ मुहिम आगे भी जारी रहेगी। इसके साथ ही गौ, गंगा रक्षा, श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मुद्दा भी उठा। संतों ने देश की पश्चिमी सीमा के हालात पर भी चर्चा की और सीमा की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया।

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने धर्मातरण के मुद्दे का उठाते हुए कहा कि दुनिया में सिर्फ सनातन धर्म ही एक मात्र धर्म है। बाकी सब मत हैं। इसको लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। सरकार को कुछ करना है तो वह धर्मातरण के खिलाफ कड़ा कानून बनाए। उन्होंने इस दौरान गंगा को बांधमुक्त बनाने पर जोर दिया। कहा कि गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए बांधों को तोडऩा होगा। जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि धर्मातरण जुल्म है, परंतु घर वापसी नहीं। स्वेच्छा से अपने धर्म में वापस आने वाले लोगों का स्वागत होना चाहिए, यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने इस दौरान स्लाटर हाउस को बंद करने की मांग की। कहा कि केंद्र सरकार गंगा की निर्मलता, गाय की रक्षा व सीमा की सुरक्षा को लेकर ठोस निर्णय ले जैसा चुनाव के समय वादा किया था। निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि धर्मातरण को घर वापसी से जोडऩा ठीक नहीं है। दोनों में काफी भिन्नताएं हैं। 

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