Tuesday, January 13, 2015

तारीख एक त्योहार अनेक

जनवरी की 14 तारीख के पहले और बाद में देश भर में अलग-अलग नामों से सूर्य की उपासना के पर्व मनाए जाते हैं। असम में जहां बिहू का उत्सव रहता है तो तमिलनाड़ू में पोंगल का। पंजाब में लोड़ी का तो समूचे उत्तर भारत में मकर संक्रांति का हर्षोल्लास छाया रहता है।

बिहू

बिहू असम में मनाया जाने वाला एक पर्व है। असम के सभी लोग जाति-पांति, ऊंच–नीच एवं सम्प्रदाय आदि के भेदभावों को भूलकर बड़े उत्साह से बिहू पर्व को मनाते हैं।असम के हरे–भरे व वर्षा से तृप्त मैदानी भागों में वस्तुतः तीन बिहू मनाए जाते हैं, जो कि तीन ऋतुओं के प्रतीक हैं।

इस त्योहार के मनाने से हमें अपने प्राचीन धर्म की महानता के दर्शन करने की एक नयी दृष्टि मिलती है। यह पर्व नृत्य–संगीत के माध्यम से मानव मन, विशेषकर युवा, युवतियों के लिए तो बहुत ही खुशी का पर्व होता है।

असम में मनाए जाने वाले बिहू के तीन रूप हैं। पहला बिहू जिसे 'बोहागबिहू या रंगोली बिहू' कहते हैं अप्रैल में चैत्र या बैसाख के संक्रमण काल में मनाया जाता है। यह असम का मुख्य पर्व है।

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