सम्राट अशोक की ऐतिहासिक व राष्ट्रीय धरोहर अशोक की लाट के संरक्षण की
कवायद पूरी कर ली गई है। काशी के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल व बौद्ध
धर्मावलंबियों के आस्था के केंद्र सारनाथ के खंडहर में स्थित इस लाट के खंड
को अब चारों ओर से शीशे के द्वारा सुरक्षित कर दिया गया है।
गुरुवार को इसे शीशे द्वारा सुरक्षित करने का काम अंतिम चरण में था।
दरअसल, अब तक एकदम खुले में रहने की वजह से सम्राट अशोक की इस लाट पर
मौसम की मार का असर साफ दिखने लगा था। इसके चलते लाट पर कई जगह दरारें
झलकने लगी थीं। हालत यह थी कि कोई रोक न होने की वजह से सारनाथ आने वाले
तमाम पर्यटक इसे हाथों से छू छूकर इसकी चिकनाई का अंदाजा लगाते थे।
इन सबका
दुष्परिणाम यह हुआ कि लाट का क्षरण शुरू हो गया और उसमें दरारें दिखने
लगीं। अंतत: राष्ट्रीय धरोहर के संरक्षण के क्रम में इस मसले को दैनिक
जागरण ने पहली बार 18 अप्रैल सन 2012 को पूरी प्रमुखता से प्रकाशित किया।
इसके बाद तो समय समय पर इस मसले को प्रकाशित किया जाता रहा। हालिया दिनों
में धरोहर संरक्षण के क्रम में भी इस महत्वपूर्ण मामले को उठाया गया।
Source: Daily and Weekly Horoscope 2015
No comments:
Post a Comment