शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मतभेद की ख़बरों का खंडन किया है.
पार्टी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए कहा है कि आज उन्हें पूरे देश में समर्थन मिल रहा है.
मुखपत्र में कहा गया है, "यहां तक कि कल तक जो लोग उनकी आलोचना करते थे, वे भी आज मोदी-मोदी का मंत्र जप रहे हैं. समय बदलने का इससे बड़ा कोई सबूत नहीं है."
चुनाव पर नज़र
"भाजपा के साथ शिवसेना का गठबंधन पहले की ही तरह मज़बूत बना हुआ है"
-शिव सेना के मुखपत्र सामना का संपादकीय
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे को निशाना बनाते हुए पार्टी ने कहा है कि 'कुछ लोगों की गठबंधन तोड़ने और हिंदू वोटों को बांटने की कोशिशें बेकार हो गई हैं. कुछ समय के लिए मतभेद तो रहता है. लेकिन गठबंधन बचा हुआ है'.
भाजपा से मतभेद की ख़बरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवसेना नेता राहुल नावरेकर ने कहा, ''हम चुनाव पर ध्यान लगा रहे हैं और इसके पहले क्या हुआ यह अतीत की बात है.''
इस बीच ऐसी ख़बरें हैं कि उद्धव ठाकरे मंगलवार दोपहर पार्टी पदाधिकारियों और मुंबई से शिवसेना के उम्मीदवारों की एक बैठक लें. इसमें वह गठबंधन में दरार संबंधी ख़बरों पर चर्चा कर सकते हैं.
भाजपा के महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी के भी मंगलवार को उद्धव ठाकरे से मिलने की संभावना है.
भाजपा नेता नितिन गडकरी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे के बीच पिछले हफ़्ते हुई बैठक के बाद भाजपा-शिवसेना गठबंधन में तनाव की ख़बरें मीडिया में आई थीं.
गठबंधन पर असर
भाजपा नेता नितिन गडकरी ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से मुलाक़ात की थी
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना ने कहा था कि एमएनएस के साथ भाजपा की किसी भी तरह की बातचीत से भाजपा-शिवसेना का गठबंधन प्रभावित हो सकता है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था, ''अगर हमारे सहयोगी राकांपा या कांग्रेस की तारीफ़ करेंगे तो इससे हमारे हित प्रभावित होंगे. अगर भाजपा नेता राज या राकांपा से बात करते हैं तो यह हमारे गठबंधन को प्रभावित करेगा.''
गडकरी से मिलने के बाद राज ठाकरे ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी थी और कहा था कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी का समर्थन करेगी.
भाजपा ने उनका आभार जताते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में उनका शिवसेना के साथ मज़बूत गठबंधन है. गडकरी ने उनसे एनडीए के अन्य उम्मीदवारों की मदद करने की अपील की थी.
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के बाद महाराष्ट्र में सबसे अधिक 48 सीटें हैं. वहां पर सत्तारूढ़ कांग्रेस का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ और भाजपा का शिवसेना के साथ गठबंधन है.
Source: Hindi News Headlines
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