आम आदमी पार्टी में बगावत
की लहर यूं तो कोई नई बात नहीं रह गई है. गौर करने वाली बात ये है कि
पार्टी को लीड करने वाले कुमार विश्वास और शाजिया इल्मी जैसे नेताओं से
बगावत की बू आखिर पार्टी की सारी टिकटों का फैसला होने से पहले ही क्यों आ
रही है.
बगावत को मोदी से जोड़ा
त्याग की राजनीति करने का दावा करने वाली नई-नवेली आम आदमी (आप) का तिलिस्म पूरी तरह टूट गया है. लोकसभा चुनाव के लिए अभी पार्टी की सारी टिकटों का फैसला हुआ भी नहीं और इसके शीर्ष नेताओं ने बगावती तेवर अपना लिए हैं. पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जिसे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा लेने के लिए चुना था, वो कुमार विश्वास अब खुद पार्टी पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं. इसी तरह टीम केजरीवाल की सबसे खास सदस्य शाजिया इल्मी भी लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद बगावती हो चली हैं. उधर केजरीवाल ने भी सख्त तेवर दिखाते हुए इन बगावतों को नरेंद्र मोदी पर किए उनके ताजा हमलों से जोड़ दिया.
केजरीवाल के पास कोई सफाई नहीं
मंगलवार का दिन केजरीवाल के बचे-खुचे दावों की भी पोल खोल देने वाला था. पार्टी में टिकट के बंटवारे को लेकर कुमार विश्वास ने अपनी नाराजगी जनता के सामने जता दी. उन्होंने बकायदा ट्वीट करके कहा कि 'उफनती नदी में अगर गंदे नाले आकर मिलेंगे तो आस्थावान स्नान करने से भी डरेगा.' उनके नजदीकी सूत्रों के मुताबिक पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने कई बार केजरीवाल और संजय सिंह से बात करने की कोशिश की. लेकिन उनकी बातों को कोई तवज्जो नहीं दी गई. कई ऐसे लोगों के नाम चुन लिए गए, जिन पर पार्टी में सीधे सवाल खड़े होंगे. इसके बारे में केजरीवाल के पास भी कोई सफाई नहीं थी.
नहीं झुकने वाले केजरी
इसी तरह दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ना चाह रहीं शाजिया इल्मी भी टिकट नहीं दिए जाने से बेहद नाराज हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है. हालांकि उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वे खुद ही दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं. दूसरी तरफ केजरीवाल ने भी तेवर कड़े कर लिए हैं. उन्होंने तय कर लिया है कि इल्मी हो या विश्वास वो झुकेंगे नहीं. इनके विद्रोह की बात सामने आते ही उन्होंने रात को ट्वीट किया कि 'जबसे मैंने सीधे नरेंद्र मोदी पर हमला किया है बहुत रोचक तरीके से चीजें सामने आ रही हैं. बहुत से रिश्ते नए अर्थ ले रहे हैं लेकिन सच्चाई की जीत होगी. उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि इस बात पर कोई समझौता नहीं होगा.
त्याग की राजनीति करने का दावा करने वाली नई-नवेली आम आदमी (आप) का तिलिस्म पूरी तरह टूट गया है. लोकसभा चुनाव के लिए अभी पार्टी की सारी टिकटों का फैसला हुआ भी नहीं और इसके शीर्ष नेताओं ने बगावती तेवर अपना लिए हैं. पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जिसे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा लेने के लिए चुना था, वो कुमार विश्वास अब खुद पार्टी पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं. इसी तरह टीम केजरीवाल की सबसे खास सदस्य शाजिया इल्मी भी लोकसभा टिकट नहीं मिलने के बाद बगावती हो चली हैं. उधर केजरीवाल ने भी सख्त तेवर दिखाते हुए इन बगावतों को नरेंद्र मोदी पर किए उनके ताजा हमलों से जोड़ दिया.
केजरीवाल के पास कोई सफाई नहीं
मंगलवार का दिन केजरीवाल के बचे-खुचे दावों की भी पोल खोल देने वाला था. पार्टी में टिकट के बंटवारे को लेकर कुमार विश्वास ने अपनी नाराजगी जनता के सामने जता दी. उन्होंने बकायदा ट्वीट करके कहा कि 'उफनती नदी में अगर गंदे नाले आकर मिलेंगे तो आस्थावान स्नान करने से भी डरेगा.' उनके नजदीकी सूत्रों के मुताबिक पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने कई बार केजरीवाल और संजय सिंह से बात करने की कोशिश की. लेकिन उनकी बातों को कोई तवज्जो नहीं दी गई. कई ऐसे लोगों के नाम चुन लिए गए, जिन पर पार्टी में सीधे सवाल खड़े होंगे. इसके बारे में केजरीवाल के पास भी कोई सफाई नहीं थी.
नहीं झुकने वाले केजरी
इसी तरह दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ना चाह रहीं शाजिया इल्मी भी टिकट नहीं दिए जाने से बेहद नाराज हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है. हालांकि उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वे खुद ही दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं. दूसरी तरफ केजरीवाल ने भी तेवर कड़े कर लिए हैं. उन्होंने तय कर लिया है कि इल्मी हो या विश्वास वो झुकेंगे नहीं. इनके विद्रोह की बात सामने आते ही उन्होंने रात को ट्वीट किया कि 'जबसे मैंने सीधे नरेंद्र मोदी पर हमला किया है बहुत रोचक तरीके से चीजें सामने आ रही हैं. बहुत से रिश्ते नए अर्थ ले रहे हैं लेकिन सच्चाई की जीत होगी. उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि इस बात पर कोई समझौता नहीं होगा.
Source: Latest News in Hindi
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