Monday, September 29, 2014

Delhi metro ranked 2nd among 18 international metro systems

दुनिया की दूसरी विश्‍वसनीय मेट्रो
दिल्‍ली मेट्रो को दुनिया में विश्‍वसनीयता और भीड़ के आधार पर दूसरे नंबर पर आने का गौरव प्राप्‍त हुआ है. इसके साथ ही दिल्‍ली मेट्रो को लंदन और बैंकॉक के साथ नेट प्रमोटर स्‍कोर की क्‍लास में रखा गया है. गौरतलब है कि दिल्‍ली मेट्रो के लांच होने के बाद से दिल्‍ली शहर के ट्रे‍फिक में आमूलचूल परिवर्तन आया है. दिल्‍ली मेट्रो की सफलता और विश्‍वसनीय क्रियान्‍वन ने इसे आम दिल्‍ली वालों से लेकर विदेशी टूरिस्‍टों के लिए शहर में आवागमन का प्रमुख जरिया बना दिया गया है. दिल्‍ली मेट्रो के बारे में सबसे खास बात इसकी विश्वसनीयता है जिसकी वजह से इसे सोशल मीडिया लिंक सर्वे में दूसरा स्‍थान मिला है.

डीएमआरसी ने बताया महत्‍वपूर्ण
दिल्‍ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रवक्‍त्ता (ईडी) अनुज दयाल ने दिल्‍ली मेट्रो के इस अचीवमेंट को बहुत खास बताया. उन्‍होनें कहा कि 28 अप्रेल से 25 मई के बीच हुए सोशल मीडिया लिंक सर्वे में इंटरनेशनल और लोकल ट्रेवलर्स ने दिल्‍ली मेट्रो की विश्‍वसनीयता को खास बताया. इस सर्वे में दुनिया के 18 इंटरनेशनल मेट्रो सर्विसेज पर यात्रियों के कमेंट्स लिए गए. गौरतलब है कि इस सर्वे में 41 हजार लोगों में भाग लिया.

Samsung galaxy note 4 to be reportedly launched just before diwali expected in next two weeks

फेस्टिव सीजन में मिलेगा मौका
आपको बता दें कि सैमसंग ने रविवार को एक इवेंट के जरिये Galaxy Alpha को लॉन्‍च कर दिया है. इस इवेंट के दौरान सैमसंग इंडिया (मोबाइल एंड आईटी) के वाइस प्रेसीडेंट असीम वारसी ने संकेत दिया है कि कंपनी दिवाली से पहले Galaxy Note 4 को लॉन्‍च करने वाली है. कंपनी के सीनियर एक्‍जीक्‍यूटिव ने बताया है कि कंपनी ने अगले 3 महीनों में फेस्टिव सीजन को देखते हुये Galaxy Note 4 को लॉन्‍च करने का डिसीजन लिया गया है, ताकि इसकी सेल में काफी इजाफा हो.

56,000 रुपये कीमत

सैमसंग द्वारा लॉन्‍च गैलेक्‍सी नोट-4 की कीमत 699 यूरो यानी लगभग 56,000 रुपये है. बर्लिन में कंपनी के ब्रांडेड आउटलेट पर सैमसंग के बिक्री प्रतिनिधि ने कहा कि सैमसंग नोट-4 की कीमत 699 यूरो है. हालांकि इसमें टैक्‍स भी एडेड है. आपको बता दें कि नोट-4 सैमसंग का सबसे मंहगा स्‍मार्टफोन हो गया है. नोट-4 में 16 एमपी का रियर कैमरा और 3.7 एमपी का फ्रंट कैमरा है. सैमसंग के प्रतिनिधि ने बताया कि नोट-4 में बिजली की खपत कम होती है. इसकी बैटरी पिछले मॉडल की तुलना में 7.5 परसेंट अधिक चलती है. फोन में ऐसे फीचर्स हैं जिससे 50 परसेंट बैटरी सिर्फ 30 मिनट में चार्ज हो सकती है.

स्क्रीन और कैमरा
गैलेक्सी नोट4 की 5.7 इंच फुल एचडी स्क्रीन है. इसके साथ ही स्क्रीन को गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन भी दिया गया है. वहीं नोट एज की 5.6 इंच की फुल एचडी स्क्रीन है. नोट4 और नोट एज दोनों में ही 16 मेगापिक्सेल रियर कैमरा और 3.7 मेगापिक्सेल का फ्रंट कैमरा है.

प्रोसेसर, मेमोरी, ओएस और बैट्री
नोट4 के दो प्रोसेसर वर्जन अवेलेबेल हैं- 2.7 GHz और 1GHz क्वैड कोर स्नैपड्रैगन प्रोसेसर. वहीं नोट एज में भी  2.7  GHz क्वैड कोर प्रोसेसर है. दोनों में तीन जीबी रैम. नोट4 में की इंटरनल मेमोरी 32 जीबी है जिसे 64 जीबी तक एक्सपैंड किया जा सकता है. वहीं नोट एज के 32 जीबी और 64 जीबी मोमोरी वाले दोनों वैरिएंट अवेलेबल हैं.  दोनों फोन एंड्रॉइड किटकैट 4.4 ओएस से पावर्ड हैं. बात अगर बैट्री की की जाए तो नोट4 3,220mAh की बैट्री विद फास्ट चार्जिंग फीचर है. नोट एज की बैट्री 3000 mAh बैट्री विद फास्ट चार्जिंग फीचर है. दोनों स्मार्टफोन ब्लैक, वाइट, गोल्डेन और पिंक कलर में अवेलेबल हैं. फोन सेल के लिए अक्टूबर में अवेलेबल होंगे. कंपनी ने अभी इनका प्राइस रिवील नहीं किया है. फिर भी टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनकी कीमत 50,000 रुपये के आसपास होगी.   

Gujarat become first indian state to assemble marine commandos to guard coastline

सैनिक साजो-सामान से लैस हैं कमांडो
गुजरात सरकार ने अपने राज्‍य में आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने और नशीले पदार्थों की तस्‍करी के लिए 1000 कमांडोज का दल तैनात किया है. इन कमांडोज की तैनाती के साथ गुजरात देश का पहला ऐसा राज्‍य बन गया है जिसने अपने मरीन कमांडोज तैनात किए हैं. इस बारे में गुजरात के एडीशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी (गृह) एस के नंदा ने बताया कि यह कमांडोज जमीन और पानी दोनों पर ही नजर रखेंगे. यह फोर्स राज्‍य को नशीले पदार्थों की तस्‍करी एवं आतंकियों की घुसपैठ से बचाएगी. नंदा ने कमांडोज की नियुक्तियों के बारे में बताते हुए कहा कि कमांडोज की 50 परसेंट हाईरिंग स्‍टेट रिजर्व पुलिस बल में से की जाएगी. इसके अलावा बाकि 50 परसेंट कमांडोज को लिए डिफरेंट नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा.

मरीन पुलिस चौकियों तैनात होंगे कमांडो

गुजरात पुलिस महानिदेशक पीसी ठाकुर ने बताया कि गुजरात प्रशासन ने यह कमांडोज राज्‍य के तटों पर तैनात मरीन पुलिस से अलग होगा. इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक ने बताया कि कमांडोज को समुद्र और जमीन पर निगाह रखने के लिए नौकाएं, जीपें एवं बाइकें उपलब्‍ध कराने की योजना हैं.

Super model cara delevingne naked pics leaked

सुपरमॉडल कारा बनी शिकार
फोटो हैकिंग मामले की शिकार हॉलीवुड हस्तियों में अब एक नाम और जुड़ गया. हॉलीवुड की सुपरमॉडल कारा डेवालीन की भी न्‍यूड तस्‍वीरें लीक होने का मामला सामने आया है. कारा के न चाहते हुये भी उनको इस लिस्‍ट से जुड़ना पड़ रहा है. हैकर्स ने उनकी न्‍यूड तस्‍वीरें हैक करके सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर डाल दी है. एक वेबसाइट के अनुसार, एक्‍ट्रेस अन्ना केंड्रिक की भी तस्वीर लीक हुई है, हालांकि वह अपनी तस्वीरों में कामोत्तेक परिधान पहने हुए हैं और वह न्‍यूड नहीं दिख रही हैं. हैकर ने केंड्रिक के अलावा 101 महिला हस्तियों की न्‍यूड  तस्वीरें हैक कर उन्हें इंटरनेट पर डाल दिया है. माना जा रहा है कि इनमें से अधिकांश हस्तियों के आईक्लाउड एकाउंट हैक कर लिए गए थे.

जेनिफर लॉरेंस बनी दोबारा शिकार
ऑस्कर अवॉर्ड विजेता जेनिफर लॉरेंस की न्यूड तस्वीरें एक बार फिर लीक हो गई हैं. जेनिफर के साथ एक और हीरोइन अन्ना केंड्रिक और एक मॉडल की न्यूड तस्वीरें भी लीक होने की खबर है. पिछले महीने ही जेनिफर लॉरेंस की 55 न्यूड तस्वीरें दो वेबसाइटों पर डाल दी गई थी, जिसके बाद इन तस्वीरों को ट्विटर कई सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जमकर शेयर किया गया था.उस वक्त जेनिफर लॉरेंस के साथ विक्टोरिया जस्टिस, रिहाना, मैरी एलिजाबेथ, केट अपटान समेत बहुत सारी सेलेब्रिटीज की न्यूड तस्वीरें लीक हो गई थीं. 24 वर्षीय जेनिफर लॉरेंस की फिलहाल इन अंतरंग तस्वीरों के लीक होने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. तस्वीरें लीक होने का यह नया मामला अभिनेत्री जेनिफर लॉरेंस, रिहाना, वेनेसा हडगेंस, किम कर्दशियां, जेनी मैक्कार्थी, गेबरियल यूनियन और अन्य हस्तियों की आपत्तिजनक तस्वीरें ऑनलाइन लीक होने के बाद सामने आया है.

Hong kong protesters defiant amid stand off

आंसू गैस के सामने डटे प्रदर्शनकारी
अंतरराष्‍ट्रीय आर्थिक केंद्र हांगकांग में दंगा पुलिस के सामने डटकर खड़ी भीड़ में ऐसे दुर्लभ दृश्‍य भी देखने को मिला, जब प्रदर्शनकारी नेता समर्थकों को यह नसीहत देते दिखे कि यदि रबर की गोलियां दागी जाती हैं, तो वे पीछे हटकर अपनी जिंदगी बचायें. खुद को आंसू गैस से बचाने के लिये छिपाने की कोशिश करते प्रदर्शनकारी अधिकारियों के समक्ष 'शर्म करो' के नारे लगा रहे थे. इनमें से कई अधिकारियों ने गैस मास्‍क एवं अन्‍य सुरक्षा उपकरण पहन रखे थे. आपको बता दें कि पिछली बार हांगकांग में आंसू गैस का इस्‍तेमाल साल 2005 में किया गया था.

प्रदर्शनकारियों की संख्‍या में बढ़ोत्‍तरी
सप्‍ताह भर छात्रों के नेतृत्‍च वाले विरोध प्रदर्शनों से सड़कों पर गुस्‍साये लोगों का हुजूम उमड़ आया है. इससे शहर में प्रदर्शनों में नाटकीय ढंग से वृद्धि हुई है, जिससे कभी-कभी इस तरह की हिसा भी नजर आती है. प्रदर्शनकारी सार्वभौमिक मताधिकारों की अपनी मांगों पर अड़े हुये हैं. बीजिंग ने पिछले माह कहा था ह‍ि वह शहर के नेता के लिये 2017 में चुनाव होने देगा लेकिन उम्‍मीदवारों की भली प्रका रसे जांच वह खुद ही करेगा. इस फैसले को नकली लोकतंत्र कहा जा रहा है.  

Wednesday, September 10, 2014

Election will be tomorrow at dav college

डीएवी पीजी कॉलेज में इलेक्शन के लिए वोटिंग कल होगी. इलेक्शन में करीब क्7,भ्00 वोटर्स वोट करेंगे. वोटिंग के लिए प्रचार ने रफ्तार पकड़ ली है. इलेक्शन फीवर स्टूडेंट्स के सर चढ़कर बोल रहा है. सभी ग्रुप्स अपनी पूरी ताकत के साथ प्रचार में जुटे हैं. इसी कड़ी में समर्थक भी निराले तरीकों से प्रचार कर रहे हैं. मंडे को कोई स्पेशल नारे लगाता दिखाई दिया, तो कोई प्रचार सामग्री को जमकर ही खुद पर लपेटे दिखाई दिया. दूसरी ओर कॉलेज प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों को फाइनल टच देने में जुटा हुआ है.

प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए पांच बूथ

इलेक्शन के लिए कॉलेज को चार जोन में बांटा गया है. वोटिंग के लिए ख्फ् बूथ बनाए गए हैं. जिसमें गर्ल स्टूडेंट्स के लिए क्0 बूथ बनाए गए हैं. इसके अलावा बाकी तीन जोन ब्वॉयज स्टूडेंट्स के लिए होंगे. छात्र स्नातक (कला) के लिए पांच, विज्ञान के लिए तीन और कॉमर्स, पीजी, लॉ और प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए पांच बूथ हैं. कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डा. कौशल कुमार ने बताया कि ट्यूजडे को तीन बजे तक आई का‌र्ड्स डिस्ट्रिब्यूट किए जाएंगे. सभी स्टूडेंट्स अपना आई कार्ड अनिवार्य रूप से प्राप्त कर लें. उन्होंने बताया कि बिना आई कार्ड कॉलेज में एंट्री नहीं मिलेगी.

फोटो के साथ होगी वोटर लिस्ट

कॉलेज ने वोटिंग के दौरान फर्जीवाड़ा रोकने के लिए वोटर लिस्ट को वोटर्स की फोटो सहित तैयार कराया है. बूथ पर स्टूडेंट्स के आई कार्ड से लिस्ट की फोटो का मिलान कराया जाएगा. मिलान होने के बाद ही स्टूडेंट वोट दे पाएंगे. 

 

Equipments missing

कभी बाढ़ तो कभी आग, हर साल गोरखपुर में कहर बन कर टूटती है. लाखों-करोड़ों का नुकसान होता है तो कभी-कभी जान भी चली जाती है. ऐसी आपदा से निपटने के लिए शासन के आदेश पर लाखों रुपए के इक्विपमेंट्स आपदा विभाग में आए थे. जिन्हें सभी तहसील और पुलिस को देने थे. जिससे जरूरत पड़ने पर वे इसका इस्तेमाल कर लोगों की सेफ्टी कर सकें. इन इक्विपमेंट्स को आए करीब एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, मगर ये अब तक न तो पुलिस के पास पहुंचे और न ही तहसील में. ये इक्विपमेंट्स अब कहां हैं इसके बारे में किसी को नहीं मालूम. बल्कि इन इक्विपमेंट्स के बारे में अधिकांश अधिकारी तक को जानकारी नहीं है.

कहां है इक्वूपमेंट

गोरखपुर में बाढ़ आना आम प्रॉब्लम है. बाढ़ से निपटने के लिए शासन से करीब क्0 लाख रुपए का बजट आया था. जिससे आपदा विभाग ने लाइफ जैकेट, समेत आपदा से जुड़े इक्वूपमेंट की खरीदारी की. शासन के आदेश के मुताबिक इन इक्विपमेंट्स को जिले की सभी तहसील में भेजना था. मगर अब तक इक्विपमेंट्स नहीं भेजे गए. एसडीएम सहजनवां ने बताया कि तहसील में करीब पांच साल पुराने इक्विपमेंट्स रखे है. पिछले डेढ़ साल में कोई इक्विपमेंट्स नहीं मिले हैं. कुछ ऐसा ही हाल पुलिस का भी है. फिर आखिर ये लाखों रुपए के इक्विपमेंट्स कहां गए. इस बारे में जब आपदा विभाग से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो कोई कुछ नहीं बता पाया. वहीं संबंधित अधिकारी भी इससे अनजान दिखे.

वर्जन-

यह मामला संज्ञान में नहीं है. फिर भी मामले की जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी. अगर कोई दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ सक्त कार्रवाई की जाएगी.

दिनेश चंद्र सिंह, एडीएम एफआर

इन इक्वूपमेंट की हुई थी खरीदारी

-लाइफ जैकेट

-तारपोली शीट

-रस्सा

-लाइफ ब्वॉय रिंग

-टार्च

-सर्च लाइट

-रेनकोट

-वालंटियर जैकेट
 

Bed education will be closed in baharagora college

 नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की ईस्टर्न रिजनल कमिटी की मंगलवार को हुई मीटिंग में स्टेट के कई कांस्टीट्यूएंट बीएड कॉलेजेज को ख्0क्भ् से बंद करने का डिसीजन लिया गया है. स्टेट के जिन बीएड कॉलेजेज को बंद करने का डिसीजन एनसीटीई ने लिया है उनमें कोल्हान यूनिवर्सिटी के बहरागोड़ा बीएड कॉलेज और महिला कॉलेज चाईबासा शामिल हैं. कमिटी की मीटिंग में शामिल एनसीटीई के एक मेंबर ने नाम न पब्लिश करने की शर्त पर ये जानकारी दी. आई नेक्स्ट ने एनसीटीई के रिजनल डायरेक्टर सी निलाप से बात करने की कोशिश की पर उनका नंबर अॉफ था.

रांची कॉलेज में भी बीएड बंद

एनसीटीई ने जिन कॉलेजेज में बीएड बंद करने का डिसीजन लिया है उनमें रांची कॉलेज और रांची वीमेंस कॉलेज जैसे बड़े कॉलेजेज भी शामिल हैं. इसके अलावा देवघर स्थित गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज और गुमला स्थित कार्तिक उरांव कॉलेज भी शामिल है. स्टेट के लगभग क्ब्-क्भ् बीएड कॉलेजेज को बंद करने का डिसीजन एनसीटीई ने ि1लया है.

कहीं टीचर्स नहीं, तो कहीं इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी

एनसीटीई द्वारा जिन बीएड कॉलेजेज को बंद किए जाने का डिसीजन लिया गया उनमें कई कमियां पाई गई थी. इनमें टीचर्स की कमी, और प्रॉपर इंफ्रास्ट्रक्चर का न होना था. हालांकि एनसीटीई द्वारा यह भी कहा गया था कि अगर गवर्नमेंट रेगुलर टीचर्स के एप्वॉइंटमेंट और दूसरी कमियों को जल्दी दूर कर लेने की बात लिखकर दे तो बीएड कॉलेजेज को बंद नहीं किया जाता. पर स्टेट गवर्नमेंट की तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया. एचआरडी का कहना था कि एनसीटीई सीधे उन्हें लिखे जबकि एनसीटीई के प्रोविजंस के एकॉर्डिग वह सीधे कॉलेज को लिखता है जिसकी कॉपी यूनिवर्सिटी और एचआरडी को भेजी जाती है.

क्यों लिया गया ऐसा डिसीजन

एनसीटीई द्वारा बीएड कॉलेजेज को बंद करने के पीछे शिवशंकर मुंडा द्वारा दायर की गई याचिका पर हाई कोर्ट द्वारा दिया गया आदेश है. शिवशंकर मुंडा ने अपनी याचिका में कहा था कि कई बीएड कॉलेजेज एनसीटीई के नॉ‌र्म्स को फॉलो नहीं करता पर उसे एनसीटीई चला रहा है. इसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर इंस्पेक्शन टीम बनाई गई थी जिसने बीएड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन किया था और अपनी रिपोर्ट एनसीटीई को सौंपी थी. उस रिपोर्ट को आधार बनाकर ही एनसीटीई द्वारा डिसीजन लिए गए हैं. जिन कॉलेजेज में कमियां पाई गई थीं उन्हें एनसीटीई द्वारा फ् से म् महीने का समय दिया गया था ताकि वे कमियों को दूर कर पाएं, पर ऐसा नहीं होने के बाद इस तरह का डिसीजन लिया गया.

 

Second counselling for admission

 महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गे्रजुएशन व पीजी की बची हुई सीटों की सेकेंड काउंसलिंग मंगलवार से स्टार्ट हुई. इस दौरान वेटिंग लिस्ट के कैंडीडेट्स का एडमिशन किया गया. जबकि फ‌र्स्ट लिस्ट में शामिल उन दर्जनों कैंडीडेट्स को लौटा दिया गया जो किन्हीं कारणवश फ‌र्स्ट फेज की काउंसलिंग में एडमिशन नहीं ले पाए थे. एचओडी की मानें तो जो कैंडीडेट्स एडमिशन से चूक गए, अब उनका एडमिशन मुश्किल है.

देर से स्टार्ट हुई काउंसलिंग

एंट्रेस लिस्ट में गड़बड़ी के चलते बीकॉम में चार घंटे की देरी से काउंसलिंग स्टार्ट हुई. हुआ यूं कि फीस काउंटर से कॉमर्स फैकल्टी को मिली लिस्ट में कई ऐसे स्टूडेंट्स का नाम गायब था जो एंट्रेस फीस जमा कर एडमिशन ले चुके थे. इस चूक के कारण विभाग को लिस्ट मिलाने में काफी टाइम लग गया. ऐसे में जब यह मामला कुलसचिव तक पहुंचा तब लिस्ट में गड़बड़ी सामने आई और उसे करेक्ट कर लिस्ट जारी की गई. इसके बाद बीकॉम में काउंसलिंग स्टार्ट हो सकी. 

 

Scam of three hundred crore land

राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी करके करीब ब्0 बीघा जमीन बेचने का आरोप पूर्व सांसद राम नारायन साहू पर लगाया गया है. जमीन की अनुमानित कीमत करीब पौने तीन सौ करोड़ रुपए है. पहले तो ग्राम समाज की जमीन फर्जी तरीके से साहू इन्वेस्टमेंट कंपनी के निदेशक ने हड़प ली और फिर इसे सरकारी संस्थाओं अौर पब्लिक को बेच दी.

पीआईएल की थी दाखिल

वी फॉर ऑल संस्था के महामंत्री अक्षय कटियार की ओर से इस संबंध में रिट पिटीशन ब्ख्फ्7 एमबी दाखिल की गई थी. उन्होंने बताया कि गाटा संख्या ख्, ख्7, ख्8, फ्क्, क्म्7, क्म्9 अलीगंज के पुरनिया में है. इस इलाके की करीब ब्0 बीघा जमीन राजस्व अभिलेखों में हेर-फेर कर हड़प ली गई. फ्क् जनवरी ख्0क्ब् को डीएम स्तर पर इसकी जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि जमीन हड़पने के आरोप सही हैं. अक्षय ने बताया कि इस धांधली की जानकारी उन्हें तब हुई जब वह लल्ला का केस साहू इन्वेस्टमेंट कंपनी के खिलाफ लड़ रहे थे. इसी भूमि से संबंधित गाटा नंबर ख् जिसे कूटरचित करके गाटा नंबर ख्/ भ् बताया गया था के संबंध में नायब तहसीलदार के आदेश पर मडि़यांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई. केवल यही नहीं जिस गाटा नंबर ख्7 को कंपनी ने गाटा नंबर ख्7/ क्, ख्7/ फ् बनाया गया था. इसका एरिया था एक लाख ख्8 हजार भ्क्8 वर्ग फीट. ख्भ् मई 9म् में इसे राम नारायन साहू की पत्‍‌नी वीरमती साहू ने मंडी परिषद को बेच दी. इसी विवाद के चलते लल्ला पर प्राण घातक हमला भी कराया गया. जिसकी एफआईआर भी मडि़याव में दर्ज है. जब इस पर भी बात नहीं बनी तो संस्था के पदाधिकारी शिवाधर द्विवेदी पर हमला कराया गया. इसकी एफआईआर भी दर्ज है. जब इन आरोपों के बारे में पूर्व सांसद राम नारायन साहू से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. 

Admission process will be closed in ccs university

सीसीएस यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में यूजी और पीजी के एडमिशन की प्रक्रिया खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. यूजी के ट्रेडिशनल कोर्स में सीटें लगभग ना के बराबर बची हैं. जिनको पूरा करना भी यूनिवर्सिटी के लिए टेढ़ी खीर बनी हुई है. लेकिन यूनिवर्सिटी इस बार ये एडमिशन खत्म करने का प्लान कर रही है. अब देखना है कि क्या इस प्लान के तहत एडमिशन इन दोनों मेरिट में पूरे हो पाएंगे.

दिक्कत तो आएगी

यूनिवर्सिटी से संबद्ध एडेड और गवर्नमेंट कॉलेजों में ट्रेडिशनल कोर्स में चल रहे एडमिशन अंत की ओर हैं. इसके बाद भी मेरिट डाउन होने के बजाय बढ़ती नजर आ रही हैं. ऐसे में सीटें कम होने के बावजूद कुछ सब्जेक्ट्स में जनरल की मेरिट 80 के पार चली गई. 16वीं व 17वीं मेरिट जारी होने के बाद अभी आगे मेरिट आने की संभावना कम जताई जा रही है. लेकिन अभी स्पो‌र्ट्स कोटे के ट्रायल होने हैं और उनकी भी मेरिट तैयार होगी. यूनिवर्सिटी की ओर से पंद्रह सितंबर तक एडमिशन पूरे करने की तैयारी की है. ऐसे में ये एडमिशन पंद्रह सितंबर के बाद भी जारी रहने की संभावना बन रही है.

कॉलेजों में एडमिशन का सीन

डीएन कॉलेज

कुल सीटें - 1020

एडमिशन - 1003

खाली सीटें - 17

आईएन पीजी कॉलेज

कुल सीटें - 900

एडमिशन - 872

खाली सीटें - 28

कनोहरलाल डिग्री कॉलेज

कुल सीटें - 565

एडमिशन - 496

खाली सीटें - 69

मेरठ कॉलेज मेरठ

कुल सीटें - 2780

एडमिशन - 2643

खाली सीटें - 137

एनएएस कॉलेज

कुल सीटें - 1140

एडमिशन - 1043

खाली सीटें - 97

आरजी पीजी कॉलेज

कुल सीटें - 1340

एडमिशन - 1301

खाली सीटें - 39

शहीद मंगल पांडे पीजी कॉलेज

कुल सीटें - 690

एडमिशन - 575

खाली सीटें - 115

Hindi diwas celebration

फणीश्वरनाथ रेणु हिन्दी भवन का निर्माण हिन्दी और उसकी सहयोगी भाषाओं के संव‌र्द्धन के लिए ख्00भ् में किया गया था. तत्कालीन सभापति प्रो. जाबिर हुसेन की बदौलत ही ये हो पाया. जाबिर हुसेन ने यहां से हिन्दी के विकास और संव‌र्द्धन की पूरी रूपरेखा बनायी थी, लेकिन जब नीतीश कुमार की सरकार आयी तो इसमें चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान खोल दिया गया. कहा गया कि दो-तीन साल में चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान के लिए बिल्डिंग बन जाएगी और फिर संस्थान वहां चला जाएगा. लेकिन कई वर्ष बीत गए और फणीश्वर नाथ रेणु हिन्दी भवन में मैनेजमेंट की पढ़ाई होती रही. आई नेक्स्ट ने भी कई बार अपनी उस हिन्दी का सवाल उठाया जिसे हम हर रोज बोलते हैं. आई नेक्स्ट ने इसे हिन्दी की हकमारी का सवाल बनाया था. अब सरकार की संवेदना थोड़ा जागी है.

राजभाषा विभाग हिन्दी दिवस यहां मनाएगा

ये पहली बार होने जा रहा है कि मंत्रिमंडल सचिवालय (राजभाषा) विभाग की ओर से क्ब् सितंबर को क्क् बजे, फणीश्वनाथ रेणु हिन्दी भवन सभागार में हिन्दी दिवस मनाया जाएगा. इसका उद्घाटन शिक्षा मंत्री वृषिण पटेल करेंगे. समारोह की अध्यक्षता डॉ. सियाराम तिवारी एक्स प्रोफेसेर विश्व भारती, शांति निकेतन करेंगे.

ये महागठबंधन का असर तो नहीं

अब जब जीतन राम मांझी की सरकार है और महागठबंधन में जेडीयू के साथ आरजेडी और कांग्रेस भी शामिल है और सरकार में आरजेडी को भी शामिल करने की अटकलें तेज हैं तो हिन्दी भवन की याद सरकार को हिन्दी के लिए आयी है.

लेकिन कब मुक्त होगा हिन्दी भवन

हिन्दी दिवस का आयोजन तो फणीश्वनाथ रेणु हिन्दी भवन में हो रहा है पर ये सवाल अब भी कायम है कि चंद्रगुप्त मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट को यहां से कब उसके भवन में या अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा और हिन्दी भवन को बेडि़यों से मुक्त किया जाएगा. यह भी चर्चा है कि सरकार यहां कलेक्टेरिएट के कुछ पोर्सन को ले जाने वाली है.

Ranjeet used to use sim cards issued on name of other people

पुलिस ने रंजीत सिंह कोहली के पास से जो तीन सिम का‌र्ड्स जब्त किए हैं, इनमें से कोई भी रंजीत सिंह कोहली के नाम पर जारी नहीं हुआ है. पुलिस ने जब सिम का‌र्ड्स की जांच की, तो पाया कि बीएसएनएल सिम 9ब्7क्क्8क्78ख् पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर स्थित चिरियाजीता पहाड़ कच्छीहट्टा निवासी फुलमनी टोपनो के नाम से, वोडाफोन 8ख्98क्म्म्म्भ्फ् अवधेश कुमार सिंह के नाम से और एयरटेल का सिम 7म्77788ख्07 पत्थलगढ्डा, नवाटोली निवासी राहुल राणा के नाम से आवंटित किया गया है. इन सभी सिम का‌र्ड्स का इस्तेमाल रंजीत सिंह कोहली किया करता था. पुलिस ने बताया कि रंजीत सिंह कोहली ने जालसाजी और गलत कागजात प्रस्तुत कर ये सिम का‌र्ड्स लिए थे, जो संज्ञेय अपराध है. संज्ञेय अपराध के तहत पुलिस ने हिंदपीढ़ी थाना में ब्म्7/ब्म्8/ब्ख्0 भादवि के तहत मामला दर्ज किया है.

पुलिस ने मंत्री सुरेश पासवान से की पूछताछ

तारा शाहदेव प्रकरण में झारखंड के नगर विकास मंत्री सुरेश पासवान से अनुसंधानकर्ता हरिश्चंद्र सिंह ने सोमवार की शाम पूछताछ की. अनुसंधानकर्ता ने मंत्री सुरेश पासवान से रंजीत सिंह कोहली के साथ संबंध, तारा प्रकरण में उनकी भूमिका आदि के बारे में पूछा. इस बात की पुष्टि एसएसपी प्रभात कुमार ने की है. उन्होंने कहा कि चूंकि मंत्री हाजी हुसैन अंसारी अपने मधुपुर क्षेत्र में हैं, इसलिए उनसे पूछताछ नहीं हो पाई. सूत्रों के मुताबिक, मंत्री सुरेश पासवान ने पुलिस को बताया है कि रंजीत सिंह कोहली से उसकी दो-तीन बार मुलाकात हुई है. मुलाकात के वक्त उसने खुद को एनजीओ कर्मी बताया था और नगर विकास के कुछ काम आवंटित करने के लिए कहा था.

सुबह में गइर् थी पुलिस

डेली मार्केट इंस्पेक्टर सह कांड के अनुसंधानकर्ता सोमवार की सुबह मंत्री सुरेश पासवान के घर पूछताछ के लिए विधानसभा आवास पहुंचे थे. इससे पहले वह मंत्री के डिप्टी पाड़ा स्थित आवास पर भी गए थे. दोनों जगहों पर मंत्री सुरेश पासवान नहीं मिले. इस बीच पुलिस ने विधानसभा आवास परिसर में सिक्योरिटी गार्ड और अन्य से पूछताछ की. सुरेश पासवान के नहीं मिलने के बाद इंस्पेक्टर मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के डोरंडा स्थित घर गए, वहां पता चला कि हाजी हुसैन अंसारी अपने क्षेत्र में हैं. पुलिस ने उनके बेटे से पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि वह मंगलवार शाम तक मधुपुर से लौटेंगे. इसके बाद पुलिस लौट गई.


Friday, September 5, 2014

Hema was not raped by any man

आठ साल की हेमा को काफी बेरहमी से गला दबाकर मारा गया है. मासूम की गला को इतना जोर से दबाया गया कि आगे तक बाहर निकलने लगी थी. उसके साथ रेप नहीं हुआ. यह सारी कहानी उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बयां करती है, जो गुरुवार को पटना पुलिस के हाथ आई. उसके स्पाइनल कोर्ट में भी गंभीर चोट है. जैसे मानो ऊपर से फेंका गया हो. वह सिर के बल ही नीचे गिरी थी, नाले के पानी में सिर्फ उसका पैर ही दिख रहा था, जिसे लोगों ने देखकर पुलिस को खबर किया था और लाश बरामद की गई थी. अब पुलिस को इस बात का शक खत्म हो गया कि उसकी किडनैपिंग गंदी नीयत से रेप करने के लिए उठाया गया था. अब पुलिस आपसी दुश्मनी या फिर किसी पुरानी रंजिश को लेकर मामले की छानबीन में लग गई है. जमीन विवाद या फिर किसी पुरानी लड़ाई या झगड़े को लेकर ही छोटी बच्ची को निशाना बनाया जा सकता है. परिवार की हैसियत भी इतनी बड़ी नहीं कि फिरौती के लिए उसे किडनैप किया जाता. हेमा के पिता इलेक्ट्रिक बोर्ड बनाने का काम करते हैं. हां, एक जमीन विवाद जरूर चल रहा है.

करीबी और पहचान वाले पर ध्यान

अब हेमा मामले की छानबीन में पुलिस किसी पहचान वाले और करीबी पर ही नजर रख रही है. लड़कों को अगमकुआं तक कौन ले गया, इस सवाल का जबाब कातिल तक पहुंचा सकता है. यही सोचकर पुलिस अब इंवेस्टिेगशन कर रही है. हेमा के घर और उसके आसपास के कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है. वैसे हेमा का कातिल वही हो सकता है, जो पीरमुहानी एरिया से तो पूरी तरह वाकिफ हो ही साथ ही साथ वह अगमकुआं के जनता फ्लैट एरिया की भी पूरी जानकारी रखता हो या फिर उसका कोई रिश्तेदार उस इलाके में रहता हो. पुलिस का दावा है कि वह अपना काम कर रही है और जल्द ही इसमें कुछ लीड मिलेगी. कई लेवल पर पुलिस की स्पेशल टीम काम कर रही है. सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह क्लीयर हो गया कि उसके साथ रेप नहीं हुआ है. कोई पहचान वाला इस कांड में शामिल हो सकता है, मगर अबतक उसतक पुलिस पहुंच नहीं पाई है.

Marketing officer caught red handed taking bribe

गुरुवार की सुबह रांची विजिलेंस की टीम ने मार्केटिंग ऑफिसर बासुदेव राम को ख्0 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए उनके हजारीबाग के सुभाषनगर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया. विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तारी के बाद उनके ऑफिस और घर की तलाशी ली. तलाशी में विजिलेंस को एक लाख 98 हजार रुपए कैश, ज्वेलरी, जमीन के कागजात और कई पासबुक जब्त किए गए. बासुदेव राम की गिरफ्तारी में निगरानी विभाग के डीएसपी अवधेश कुमार सिंह, निगरानी इंस्पेक्टर जितेंद्र दूबे, इंस्पेक्टर हरदेव नारायण मंडल, इंस्पेक्टर किशोर तिर्की समेत क्म् लोग शामिल थे.

रिश्वत में ऊपर के अधिकारियों का भी हिस्सा

विजिलेंस एसपी विपुल शुक्ला ने बताया कि पत्थलगड्डा के ख्ख् डीलर्स से एपीएल, बीपीएल अनाज की निकासी के लिए म्0 हजार रुपए की मांग मार्केटिंग ऑफिसर ने की थी. इसमें तत्काल ख्0 हजार रुपए लेकर एमओ ने डीलर्स को अपने आवास पर बुलाया था. पैसों के लिए अधिकारी के दबाव से तंग डीलर्स के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन नंदकिशोर दांगी ने विजिलेंस में दिया था. पकड़े जाने के बाद बासुदेव राम ने कहा कि रिश्वत वह अपने लिए नहीं, बल्कि ऊपर के अधिकारियों के दबाव में लेता है. इसमें से क्0 से ख्0 परसेंट एसडीओ, डीएसओ के पास जाता है. वहीं, ख्0 परसेंट अन्य विभागीय स्टाफ को देना पड़ता है. जब ऊपरवालों को पैसा नहीं दिया जाता है, तो वे लोग अनाज की निर्गत प्रक्रिया पर रोक लगा देते हैं. वादी नंदकिशोर दांगी ने जब विजिलेंस को यह सूचना दी, तो विजिलेंस के इंस्पेक्टर हरदेव नारायण ने उनका समधी बनकर कांड का सत्यापन किया, फिर आरोपी को धर दबोचा.

धूमधाम से मनाई जाएगी करमा पूजा

बीसीवाईसी क्लब सरना समिति द्वारा करमा पूजा विशेष तरीके से मनाई जाएगी. इसकी तैयारी क्लब की ओर से की गई है. क्लब की मीटिंग गुरुवार को लोअर व‌र्द्धमान कंपाउंड बीसीवाईसी क्लब में हुई. करमा पूजा को लेकर शुक्रवार को डांस का आयोजन किया जा रहा है और शनिवार को ऑर्केस्ट्रा का आयोजन भी किया जाएगा. क्लब के अध्यक्ष चंदन लोहरा ने बताया कि इस बार के करमा पूजा में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. क्लब की इस मीटिंग में उपाध्यक्ष नीलू लोहरा, कोषाध्यक्ष राहुल, चंदन सिंह, मनोज सिंह, विक्रम साहू, राजू, रामानंद, कैलाश, पुनीत, रंजीत, अमर, दीपक प्रवीण, विक्की, कुणाल, अरुण, गुड्डू, रोहित, आकाश, विवेक, राहुल, सागर, सुनील, विशाल, सुधंाशु, चंचल लोहरा, अम्बेदकर, दीपक, चंदन, नवरत्न, विजय, पवन समेत कई सदस्य उपस्थित थे.


Wednesday, September 3, 2014

Cmo

जब मुसीबत ने दरवाजे पर दस्तक दी तब विभागों की नींद खुली. वरना लंबे समय से लोग गंदगी और सड़ांध में जीने को मजबूर थे. कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं था. बुखार से पीडि़त राजापुर नेवादा बस्ती के लोगों का यही कहना था. संक्रामक रोग का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों ने इलाके का दौरा किया. साफ-सफाई के साथ दवाएं बांटी गई. लेकिन, स्थानीय निवासी इससे संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहती तो यह दिन न देखना पड़ता.

नगर निगम ने उठवाया कूड़ा, चूने का छिड़काव

राजापुर नेवादा बस्ती में गंदगी के चलते दर्जनों लोग बीमारी से ग्रस्त हैं. इनमें से कइयों का इलाज निजी हॉस्पिटल्स में चल रहा है. मामले का खुलासा होने के बाद मंगलवार को नगर निगम की टीम ने इलाके में साफ-सफाई अभियान चलाया. कूड़ा उठवाने के साथ नालियों की सफाई व चूने का छिड़काव किया गया. निगम की छह सदस्यों की टीम दिनभर मौके पर मौजूद रही. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने बीमारों के घरों में दवाएं बांटकर पानी का सैंपल जांच के लिए भेजा है. मलेरिया विभाग ने एंटी लार्वा स्प्रे कराया.

आधा दर्जन से अधिक नए मरीज सामने आए

एक ओर राहत व बचाव कार्य जारी है तो दूसरी ओर इलाके में आधा दर्जन से अधिक नए बुखार के मरीज सामने आए हैं. इनमें वंदना, अमित, सन्नो, जुबैदा, जुबैर निशा, आशिया का नाम शामिल है. मलेरिया विभाग की ओर से मरीजों की स्लाइड बुधवार को बनवाई जाएगी. जिन्हें मलेरिया जांच के लिए लैब भेजा जाएगा. स्थानीय लोगों ने नगर निगम से इलाके में फागिंग कराए जाने की भी मांग की है.

डेंगू की जांच के लिए भेजे गए सैंपल

स्वास्थ्य विभाग ने तेलियानी हॉस्पिटल में भर्ती राजापुर के दो मरीजों का ब्लड सैंपल डेंगू जांच के लिए एमएलएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब भेजा है. इनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही जानलेवा बीमारी की पुष्टि की जा सकेगी. सीएमओ डॉ. पदमाकर सिंह ने बताया कि निजी हॉस्पिटल की डेंगू जांच मान्य नहीं होगी. इसके लिए एलाइजा टेस्ट जरूरी है जो केवल मेडिकल कॉलेज लैब में ही संभव है. उन्होंने कहा कि बुखार से पीडि़त मरीजों की पूरी निगरानी की जा रही है. 

 
 

16 will mdeedia action against illegal mobile towers

एमडीडीए द्वारा जल्द ही अवैध टावर के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी. एमडीडीए द्वारा क्म् अवैध टावर की सूची तैयार की गई है. एमडीडीए सचिव बंशीधर तिवारी ने बताया कि सभी सभी को क्भ् दिन का नोटिस दे दिया गया है. सचिव ने बताया कि क्भ् दिनों के भीतर खुद ही अवैध टावर्स मालिकों को इन्हें ध्वस्त करने के आदेश दिए गए हैं. यदि इसके बाद अवैध टावर ध्वस्त नहीं किए जाते हैं तो फिर एमडीडीए द्वारा इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कॉम्पलैक्स व शॉपिंग मॉल होंगे सील

अवैध टावर्स के अलावा एमडीडीए के द्वारा उन शॉपिंग मॉल्स व कॉम्पलैक्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, जिनके बेसमेंट में पार्किंग स्वीकृत है, लेकिन वहां पर पार्किंग के रूप में इसका प्रयोग नहीं हो रहा है. बंशीधर तिवारी ने बताया कि ऐसे पूरे कॉम्पलैक्स को सील किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पार्किंग का स्थल, रैंप का ठीक प्रकार से न होना, उचित प्रकार की व्यवस्था न होना बिंदु देखे जाएंगे.

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जारी अवैध टावर्स की सूची

मैनेजर रिलायंस टावर, क्यूपो टेलीकॉम, प्रबंधक वोडाफोन कंपनी, प्रबंधक एयरटेल कंपनी, शिवनाथ पंडित, टिंक्कल व बक्शी, मैनेजर रिलायंस मोबाइल, कपिल, मैनेजर रिलायंस टावर, केडी कुलश्रेष्ठ, आरएस पयाल, जितेंद्र ग्रोवर, नरेश, मैनेजर एयरटेल लिमिटेड, प्रबंधक एयरटेल कंपनी, कर्नल आरपी नौटियाल यूनिवर्सिटी.

Source: Gorakhpur Hindi News and Online Hindi Newspaper
 
 

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Enunch looted and beaten

पीपीगंज एरिया के कल्याणपुर में बधाई गीत गाने जा रहे किन्नरों को युवकों ने घेरकर पीटा. घटना से गुस्साए किन्नरों ने पीपीगंज थाना पर जमकर बवाल काटा. सीओ कैंपियरगंज और एसओ कैंपियरगंज ने किन्नरों को समझा बुझाकर शांत कराया. मारपीट करने वाले आरोपियों को अरेस्ट करने के लिए किन्नरों ने पुलिस को वेंस्डे 11 बजे तक की मोहलत दी है.

नाच- गा रहे थे तभी बोल दिया हमला

कल्याणपुर निवासी रामललित के घर बेटा पैदा हुआ है. ट्यूज्डे को बधाई गाने के लिए किन्नर उनके घर जा रहे थे. रास्ते में जंगल औराही, सहिजना निवासी मारुत ने उनका पीछा शुरू कर दिया. कल्याणपुर में पहुंचकर किन्नर गाना गा रहे थे. आरोप है कि क्0 से अधिक लोगों के साथ पहुंचे मारुत ने उनसे मारपीट शुरू कर दिया. मारपीट से गुस्साए किन्नरों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस आरोपी मारुत को पकड़कर थाने पहुंची. अन्य आरोपियों को पकड़ने की बात किन्नरों ने हंगामा शुरू कर दिया. सुबह से लेकर दोपहर तक थाने पर बैठे रहे.

सब्जी मार्केट में वसूली को लेकर हुआ था विवाद

पुलिस का कहना है कि मारुत का भाई कपिश भगवानपुर सब्जी मंडी में कारोबार करता है. दो दिन पहले वह सब्जी बेचने गया तो किन्नर वसूल करने गए. जबरन दुकान वालों से रुपए और सामान की वसूली करने लगे. मारुत का कहना है कि उसके भाई ने रुपए और सब्जी देने से मना किया तो किन्नरों ने उसको पीट दिया. तभी से वह किन्नरों की तलाश कर रहा था. आरोपी मारुत का पुलिस ने शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया. लेकिन मारपीट में शामिल उसके अन्य साथियों को पकड़ने की मांग को लेकर किन्नर थाने पर डटे रहे.

मारपीट के आरोपी युवकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एक व्यक्ति को चालान किया गया है. अन्य की तलाश की जा रही है.

अमरजीत सिंह यादव, एसओ पीपीगंज

Source: Gorakhpur Hindi News and Online Hindi Newspaper
 
 

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traffic problem is jamshedpur

शहर का ट्रैफिक सिस्टम दबाव में है. साकची, बिष्टुपुर और मानगो की सड़कों पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. ट्रैफिक जाम में घंटों फंसे रहना लोगों की मजबूरी है. एक तरह सड़क पर गाडि़यों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो दूसरी ओर ट्रैफिक सिस्टम के मैनेजमेंट को बेहतर बनाने के लिए कोई पहल नहीं हो रही है. ट्रैफिक सिस्टम के दुरूस्त नहीं होने से सड़कों पर एक्सीडेंट्स की भी आशंका बनी रहती है.

ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही

ट्रैफिक जाम की एक बड़ी वजह ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही भी है. शहर के कई व्यस्त सड़कों पर बस और ऑटो समेत तमाम गाडि़यों का इलीगल पार्किग आम है. गाडि़यां नो पार्किग जोन में खड़ी रहती हैं, पर ट्रैफिक पुलिस इसे अनदेखा कर देती है. ऐसे में सड़क पर जाम लगना लाजिमी है.

मानगो पुल बना बस स्टैंड

ऐसा लगता है कि मानगो पुल अब पुल न होकर बस स्टैंड बन गया है. पैसेंजर्स को चढ़ाने के लिए बसों को पुल के बीच में रोक दिया जाता है. ऐसा एक-दो बसवाले नहीं करते, बल्कि कमोबेश सभी बसवाले मानगो पुल का इस्तेमाल बतौर बस स्टैंड पैसेंजर्स बैठाने के लिए कर रहे हैं. मंगलवार को दोपहर में मानगो पुल पर कुछ ऐसा ही नजारा दिखा. साकची की तरफ से आनेवाले मुसाफिर जैसे ही मानगो पुल पर कुछ कदम आगे बढ़ते हैं, दूसरी तरह से आ रही एक बस बीच रास्ते में रूक जाती है. यहां बस पर पैसेंजर्स को बैठाया जा रहा है. ऐसे में रास्ता ब्लॉक हो जाता है और लोगों को आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं, इस वजह से दूसरी गाडि़यां भी आगे नहीं बढ़ पाती है और जाम लग जाता है. लेकिन इसकी फिक्र न तो बस ड्राइवर को है और न ही ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस को.

हेवी ट्रैफिक है आम

मानगो पुल पर हेवी ट्रैफिक आम है. हर दिन यहां ऐसा नजारा देखा जा सकता है. बस स्टैंड से खुलने के बाद बसें यहां आकर रुकती हैं. यहां पैसेंजर्स को बैठाया जाता है. मानगो पुल पर बसें काफी देर तक खड़ा रहती हैं. ऐसी हालत में दूसरी गाडि़यों का आवागमन प्रभावित होता है और जाम लग जाता है. खासकर नो एंट्री का समय खत्म होने के बाद मानगो पुल पर हेवी ट्रैफिक की वजह से जाम और बढ़ जाता है. मानगो पुल को जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन भी कोई इनिशिएटिव नहीं ले रहा है. गौरतलब है कि मानगो पुल से कुछ दूर स्थित मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर के पास ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी होती है, पर वे भी मानगो पुल पर खड़ी बसों को हटाने के लिए पहल नहीं करते हैं.

मानगो पुल पर बसों को रोककर पैसेंजर्स बैठाया जाता है. इस पुल पर अक्सर हेवी ट्रैफिक की स्थिति बनी रहती है, ऐसे में बसों के पुल पर रोक देने से रोड ब्लॉक हो जाता है और गाडि़यों को आने-जाने में दिक्कत होती है.

सूरज, मानगो

मानगो पुल पर जाम आम है. ट्रैफिक जाम की वजह से काफी परेशानी होती है. पुल पर बिना परमिशन के बसें खड़ा रहती हैं, लेकिन इनके खिलाफ किसी तरह का एक्शन नहीं लिया जाता है.

हैप्पी, मानगो

मानगो पुल अब बस स्टैंड बनकर रह गया है. पैसेंजर्स को बैठाने के लिए बस को बीच पुल पर रोक दिया जाता है. ऐसे में ट्रैफिक पर असर पड़ता है और पुल पर जाम लग जाता है.

प्रिंस, मानगो

मानगो पुल पर अक्सर जाम लगे होने से काफी परेशानी होती है. जाम की वजह हेवी ट्रैफिक है. पैसेंजर्स को लेने के लिए बसें पुल पर खड़ा कर दी जाती हैं. ऐसे में जाम लगना लाजिमी है.

सुनील कुमार

साकची

 
 

Broker active in rto

आरटीओ में अधिकारी इन दिनों दलालों के आतंक से परेशान हैं. दलाल इस विभाग में इस कदर हावी हैं कि इनके कारण अब यहां काम प्रभावित होने लगा है. बायोमैट्रिक डीएल बनने की शुरुआत के बाद दलालों पर अंकुश लगने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं और इनका वर्चस्व कम होने की बजाय और बढ़ गया है. इस वजह से अब अधिकारी इनको यहां से खदेड़ने की तैयारी में हैं. इसके लिए एआरटीओ ने एसएसपी को लेटर लिखकर फोर्स की मांग की है.

हद हो गई है यहां

दरअसल आरटीओ में लंबे वक्त से दलाल एक्टिव हैं. डीएल बनवाने से लेकर आरसी कटवाने व अन्य काम के लिए लोग स्टाफ से ज्यादा दलालों पर ही भरोसा करते हैं. यही वजह है कि आरटीओ के गोपनीय विभाग से लेकर बायोमैट्रिक डीएल बनने वाले रूम में जहां सिर्फ डीएल बनवाने आये लोगों को ही एंट्री की इजाजत है. वहां भी दलाल पहुंच जा रहे हैं. इनके सिर पर सवार रहने से स्मार्ट डीएल बनाने में लगे कर्मचारियों से कार्ड बनाने में गलतियां हो जा रही हैं. इस बारे में एआरटीओ प्रवर्तन आरएस यादव का कहना है कि दलालों पर लगाम लगाना आरटीओ के बस के बाहर हो गया है. ऐसे में एसएसपी से यहां फोर्स देने की रिस्वेस्ट की गई है. फोर्स में दो सिपाही तो परमानेंट मौजूद रखने को कहा गया है. अगर ये हो जाता है तो आरटीओ में दलाल कम हो जाएंगे और काम आसानी से हो सकेगा.

 
 

uptu comebacj phellowship yojna for ther colleges

रिसर्च के साथ-साथ टीचिंग को बढ़ावा देने के लिए वर्ष ख्009 में बंद की गयी टीचर्स फेलोशिप योजना को उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) ने फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है. इस फेलोशिप में रिसर्च स्कॉलर को असिस्टेंट प्रोफेसर की भांति भत्ता दिया जाएगा. इस योजना को शुरू करने के लिए टेक्निकल यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दे दी है.

क्भ्0 स्कॉलर को फायदा

टीचर्स फेलोशिप योजना को इस बार शुरू करने के लिए यूनिवर्सिटी में सम्पन्न हुई ब्0वीं एकेडमिक काउंसिल ने इस मामले पर अपनी सहमति दे दी है. यह योजना केवल सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों पर ही लागू होगी. फेलोशिप के फिर से शुरू होने से तकरीबन क्भ्0 से ज्यादा रिसर्च स्कॉलर्स को लाभ मिलेगा. इसके तहत छात्रों को रिसर्च के साथ ही पढ़ाई करने का भी अवसर दिया जाएगा.

टीचर्स की कमी होगी दूर

यूपीटीयू में टीचर्स फेलोशिप शुरू हो जाने की वजह से शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहे सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की कुछ दिक्कतें कम हो जाएंगी. इन कॉलेजों में विभिन्न कोर्सेस में पीएचडी कर रहे छात्रों को शामिल किया जाएगा, जिससे एक तो रिसर्च स्कॉलर के अंदर टीचिंग के स्किल को डेवलप करने में मदद मिलेगी. वहीं, संस्थानों की समस्याएं काफी हद तक दूर हो सकेंगी.

विज्ञापन के जरिए आवेदन

इस फेलोशिप के लिए यूनिवर्सिटी स्तर पर विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा. उसके बाद प्राप्त आवेदनों पर विचार करते हुए रिसर्च स्कॉलर का चयन किया जाएगा. चयनित स्कॉलर ही इस फेलोशिप को पाने के लिए अधिकृत होंगे. चयन के बाद इन सभी स्कॉलर को उनके काम के आधार पर भत्ता ि1दया जाएगा.

इस फेलोशिप से रिसर्च स्कॉलर को काफी मदद मिलेगी. फेलोशिप से जहां छात्रों को बेहतर शोध करने में मदद मिल सकेगी. वहीं, टीचिंग का भी अनुभव छात्रों को मिल सकेगा.

-पवन गंगवार

कुलसचिव, यूपीटीयू.

 
 

Bunkar colony will launched in lohia nagar meerut

प्राधिकरण बुनकरों के लिए एक कॉलोनी को लांच करने जा रहा है. इस कॉलोनी में अपने लिए आशियाना बनाने के साथ अपने काम को भी चला सकेंगे. इसके लिए प्राधिकरण की ओर से डिफ्रेंट कैटेगिरी के प्लॉट निकाले हैं. दस दिसंबर को ये स्कीम लांच की जाएगी. इसी दिन से इसके लिए आवेदन शुरू हो जाएंगे. प्राधिकरण के अधिकारी इस स्कीम के सफल होने के पूरे आश्वस्त हैं.

डिफरेंट कैटेगिरी के 7ख् प्लॉट

प्लॉट टाइप प्लॉट्स एरिया कॉस्ट रजिस्ट्रेशन फीस रजिस्ट्रेशन फीस आवंटन राशि

(स्क्वॉयर मीटर)(रुपए में) (रुपए में) (रिजर्व कैटेगिरी) (रुपए में)

टाइप ए फ्ख् क्0भ्.7भ् 8फ्ख्78क् 8फ्ख्78 ब्क्म्फ्9 8फ्फ्78

टाइप बी फ्ब् क्0भ् 8ख्म्87भ् 8ख्म्88 ब्क्फ्ब्ब् 8ख्म्88

टाइप सी 08 भ्0 फ्9फ्7भ्0 फ्9फ्7भ् क्9म्88 फ्9फ्7भ्

एक महीने तक चलेगा आवेदन

प्राधिकरण की इस स्कीम के लिए एक महीने तक आवेदन हो सकेगा. क्0 सितंबर से क्0 अक्टूबर तक फॉर्म खरीदकर फॉर्म जमा करने की डेट रखी गई है. फॉर्म एचडीएफसी की किसी भी ब्रांच से लिया जा सकेगा. फॉर्म की कीमत भ्00 रुपए रखी गई है.

पहले फ्लॉप हो चुकी हैं इस तरह की स्कीम

- स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री के लिए लाई गई योजना पूरी तरह से फ्लॉप हुई है. इस स्कीम में जितने लोगों को आना चाहिए था वो आए ही नहीं.

- सभी तबेलों को सिटी से बाहर करने के लिए एक योजना प्राधिकरण लेकर आया था. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. वो भी घाटे का सौदा साबित हुई.

- कैंची उद्योग को लोहियानगर में शिफ्ट करने के लिए भी योजना लाई गई थी, लेकिन फ्लॉप हो गई.

- कुछ ऐसा ही हाल गंगानगर टाउनशिप का भी हुआ. सुप्रीम कोर्ट से केस जीत जाने के बाद भी प्राधिकरण कुछ नहीं कर सका.

ऑफिशियल स्टैंड

बुनकरों के लाई गई योजना लांच करने जा रहे हैं. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है. क्0 सितंबर से फॉर्म उपलब्ध होने शुरू हो जाएंगे.

- राजेश कुमार यादव, वीसी, एमडीए

 
 

Highcourt wans to patna nagar nigam on tuesday

 एक बार फिर नगर निगम को उसकी लापरवाही के लिए हाईकोर्ट ने फटकार लगायी है. एक बार फिर से हाईकोर्ट के वकील ने कमिश्नर पर आरोप लगाया है कि इन्होंने सही तरीके से नाला की सफाई नहीं करवाई है, जिससे आज तक शहर का पानी बाहर नहीं निकल पाया है. शहर की कंडीशन ठीक नहीं है. हर तरफ गंदगी और पानी का अंबार लगा हुआ है. संप हाउस से पानी नहीं निकल पा रहा है. इस पर हाईकोर्ट के जस्टिस बीएन सिन्हा और जस्टिस पीके झा की खंडपीठ ने कहा कि बाकी राजधानी की तुलना में पटना सबसे गंदी राजधानी है. यहां चलने तक पर आफत मचा हुआ है. निगम की लापरवाही का यह नतीजा है कि कचरा और जलजमाव दोनों से पटना को दो चार होना पड़ रहा है.

अंडरग्राउंड नालों की नहीं हो रही सफाई

हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान निगम पर यह भी आरोप लगा कि अंडरग्राउंड नाला की सफाई नहीं हो पा रही है. इस वजह से हर एरिया में पानी जम जाता है और निकाल पाना मुश्किल भरा काम होता है. बोरिंग रोड सहित अधिकांश एरिया में बने अंडरग्राउंड नालों की सफाई पर निगम ध्यान नहीं देता है. इस पर हाईकोर्ट ने नगर निगम कमिश्नर को निर्देश दिया कि नालों की स्थिति ठीक करने के लिए सरकार से बात कर उसे जल्द ठीक करवाए.

हाईकोर्ट के जस्टिस देखेंगे संप हाउस

नालों की सफाई और संप हाउस की हालत का जायजा और निरीक्षण अब खुद हाईकोर्ट के जस्टिस बीएन सिन्हा और जस्टिस पीके झा करेंगे. इसके लिए शनिवार छह सितंबर सुबह सात बजे का टाइम फिक्स किया गया है. जोगीपुर संप हाउस के निरीक्षण के बाद आगे किसी भी तरह का फैसला लिया जाएगा. जलजमाव को लेकर लगातार नगर निगम पर हाईकोर्ट सख्त हो रही है और जलजमाव को दूर करने में लगातार निगम फिसड्डी साबित हो रहा है. जानकारी हो कि हर अंचल की ओर से वकीलों ने पीआईएल कर रखा है. इसके बाद हाईकोर्ट निगम कमिश्नर को बुलाकर उसकी अपडेट जानकारी ले रही है.

पब्लिक ने भी कहा, लापरवाही से गंदा बन रहा शहर

- प्रोपर टाइम पर कभी भी किसी भी एरिया में सफाई नहीं होती.

- कचरा फेंकने वालों पर कोई सख्त कानून बनाने में हैं फिसड्डी.

- करोड़ों की राशि के बाद भी कचरा प्रबंधन पर कोई काम शुरु भी नहीं हो पाया है.

- नाला, मेन होल, कैचपिट की सफाई ठीक से नहीं हो पाता है.

- निगम शहर में हो रही कंस्ट्रक्शन पर ध्यान नहीं दे रहा, इस वजह से नाला ढंकते जा रहा है.

- ट्रीटमेंट प्लांट ठीक नहीं होने और मशीन ठीक से काम नहीं करने की वजह से गंदा पानी भी शहर में ही रह जाता है.

- बारिश के पानी को दूर करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम पर कोई काम नहीं हो पाया है.

शुक्रवार तक देना होगा सेक्रेटरी से मिलकर रिपोर्ट

हाईकोर्ट ने निगम कमिश्नर को कहा कि वो गवर्नमेंट और सेक्रेटरी लेवल पर बैठकर फंड जेनरेशन और एक ऐसा प्लान लेकर आए, जिससे यह पता चले कि आने वाले सालों में पटना में जलजमाव नहीं होगा. वहीं, हाईकोर्ट के सामने निगम कमिश्नर जलजमाव वाले एरिया के तस्वीरों के साथ आए और बताया कि जिस एरिया में ड्रेनेज नहीं है, उसी एरिया में इस तरह की परेशानी दिख रही है. 

 
 

Rain wets ranchiites

मंगलवार को सुबह से शाम तक तेज बारिश ने लोगों को जमकर भिगोया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को रांची में सुबह से शाम तक क्ख् मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम विज्ञान विभाग, रांची केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक पूरे झारखंड में बारिश होने की संभावना है. इधर, मंगलवार को लगातार हुई बारिश की वजह से शहर में ट्रैफिक जाम का आलम भी देखने को मिला. वहीं, लालपुर चौक, कांके रोड, बूटी मोड़, बरियातू रोड, कर्बला चौक से सेंट जेवियर्स कॉलेज जानेवाले रोड, बहू बाजार, स्टेशन रोड में जगह-जगह पर जलजमाव भी रहा, जिससे आने-जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

टेंप्रेचर में आई गिरावट

मौसम विज्ञान विभाग, रांची केंद्र के डॉ ए वदूद ने बताया कि अगस्त में मैक्सिमम टेंप्रेचर फ्0 से फ्फ् डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले दिनों गिरकर ख्म् डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा. मंगलवार को मैक्सिमम टेंप्रेचर ख्0 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. साउथ-ईस्ट की ओर से आनेवाली हवा के कारण भी पूरे झारखंड में जल्द ही ठंड आने की संभावना है. बारिश के अच्छे अमाउंट में होने की वजह से टेंप्रेचर में फ्लैक्चुएशन भी महसूस किया जा रहा है.

मौसमी बीमारी के मरीजों की बढ़ी संख्या

मौसम में हो रहे बदलाव और अचानक हुई तेज बारिश की वजह से काफी संख्या में लोग बीमार भी हो रहे हैं. सर्दी, खांसी, वायरल फीवर की चपेट में आ रहे लोगों की तादाद भी बढ़ी है. रिम्स, सदर अस्पताल और तमाम प्राइवेट हेल्थ क्लिनिक में भी मरीजों का तांता देखने को मिल रहा है. बारिश की वजह कई जगहों पर कचरों का भी अंबार लग रहा है, जिसकी वजह से इन्फेक्शन वाली बीमारियों का भी खतरा बढ़ रहा है. मुख्य तौर पर बच्चों में होनेवाली स्किन डिजीज के केसेज भी सामने आ रहे हैं.