Wednesday, September 10, 2014

Scam of three hundred crore land

राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी करके करीब ब्0 बीघा जमीन बेचने का आरोप पूर्व सांसद राम नारायन साहू पर लगाया गया है. जमीन की अनुमानित कीमत करीब पौने तीन सौ करोड़ रुपए है. पहले तो ग्राम समाज की जमीन फर्जी तरीके से साहू इन्वेस्टमेंट कंपनी के निदेशक ने हड़प ली और फिर इसे सरकारी संस्थाओं अौर पब्लिक को बेच दी.

पीआईएल की थी दाखिल

वी फॉर ऑल संस्था के महामंत्री अक्षय कटियार की ओर से इस संबंध में रिट पिटीशन ब्ख्फ्7 एमबी दाखिल की गई थी. उन्होंने बताया कि गाटा संख्या ख्, ख्7, ख्8, फ्क्, क्म्7, क्म्9 अलीगंज के पुरनिया में है. इस इलाके की करीब ब्0 बीघा जमीन राजस्व अभिलेखों में हेर-फेर कर हड़प ली गई. फ्क् जनवरी ख्0क्ब् को डीएम स्तर पर इसकी जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि जमीन हड़पने के आरोप सही हैं. अक्षय ने बताया कि इस धांधली की जानकारी उन्हें तब हुई जब वह लल्ला का केस साहू इन्वेस्टमेंट कंपनी के खिलाफ लड़ रहे थे. इसी भूमि से संबंधित गाटा नंबर ख् जिसे कूटरचित करके गाटा नंबर ख्/ भ् बताया गया था के संबंध में नायब तहसीलदार के आदेश पर मडि़यांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई. केवल यही नहीं जिस गाटा नंबर ख्7 को कंपनी ने गाटा नंबर ख्7/ क्, ख्7/ फ् बनाया गया था. इसका एरिया था एक लाख ख्8 हजार भ्क्8 वर्ग फीट. ख्भ् मई 9म् में इसे राम नारायन साहू की पत्‍‌नी वीरमती साहू ने मंडी परिषद को बेच दी. इसी विवाद के चलते लल्ला पर प्राण घातक हमला भी कराया गया. जिसकी एफआईआर भी मडि़याव में दर्ज है. जब इस पर भी बात नहीं बनी तो संस्था के पदाधिकारी शिवाधर द्विवेदी पर हमला कराया गया. इसकी एफआईआर भी दर्ज है. जब इन आरोपों के बारे में पूर्व सांसद राम नारायन साहू से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. 

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