KANPUR गुजैनी बाईपास में रोड एक्सीडेंट
में घायल युवक को टाइम से इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई. उसे हेड
इंजरी आई थी. क्08 एबुलेंस से उसे पहले बारासिरोही सीएचसी ले जाया गया वहां
से उसे उर्सला रेफर कर दिया गया. इन सब में चार घंटे गुजर चुके थे. युवक
को इलाज नहीं मिल पा रहा था. उर्सला पहुंचने पर भी उसे हैलट रेफर कर दिया
गया लेकिन उससे पहले ही वह मर गया.
आईनेक्स्ट ने सरकारी इनफ्रास्ट्रक्चर में चल रहे 'रिफरल' के खेल और
उर्सला में हेड इंजरी के इलाज को लेकर पहले ही सवाल उठाए थे, सैटरडे को
हुए इस एक्सीडेंट से इसकी एक बार फिर पुष्टि हुई. हर कोई अपनी बला दूसरे के
सिर
गुजैनी जी ब्लॉक में रहने वाला संजीव पाल सैटरडे को गुजैनी बाईपास की
तरफ जा रहा था तभी अज्ञात वाहन की टक्कर से वह घायल हो गया. पुलिस की सूचना
पर पनकी एरिया की क्08 एबुलेंस पहुंची. संजीव के भाई मान सिंह ने बताया कि
एबुलेंस वाला पास के किसी हॉस्पिटल ले जाने के बजाय पहले बारासिरोही
सीएचसी ले गया. वहां पर डॉक्टरों ने हेड इंजरी की बात कह कर संजीव को
उर्सला रेफर कर दिया. उर्सला पहुंचने तक संजीव की हालत काफी बिगड़ गई थी
लेकिन उसका इलाज तीन घंटे गुजरने के बाद भी शुरु नहीं हुआ था. उर्सला
पहुंचने पर डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए और हैलट ले जाने को कहा लेकिन वहां
पहुंचने से पहले ही संजीव की मौत हो गई.
Source: Kanpur News in Hindi
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