क्या आप यकीन कर पाएंगे कि कानपुर में लाखों लीटर दूध की सप्लाई महज
आधा दर्जन दूधिये करते हैं.. पढ़कर आप भले ही चौंक जाएं, लेकिन सरकारी
दस्तावेजों में कुछ यही आंकड़े दर्ज हैं. इससे भी चौंकाने वाली बात यह है
कि इन आधा दर्जन दूधियों ने बीते एक माह में ही रजिस्ट्रेशन करवाया है.
कोर्ट की फटकार..
यूपी में कड़ा कानून होने के बावजूद दूध में मिलावट करके पब्लिक की
सेहत से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती. इस बात पर
सुप्रीम कोर्ट यूपी सरकार को कड़ी फटकार लगा चुकी है. यूपी सरकार ने
सुप्रीम कोर्ट में जिन भ्फ् सैम्पल्स की रिपोर्ट पेश की थी. उसमें दूध में
स्टार्च, व्हाइटनर, वॉशिंग पाउडर की मिलावट का जिक्र था. इस पर सुप्रीम
कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए यूपी सरकार को जमकर फटकारा था.
कानपुर में बस आधा दर्जन !
मुद्दा सिटी के म्0 लाख लोगों से जुड़ा था. आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने फूड
सेफ्टी एंड ड्रग अथॉरिटी (एफएसडीए) में इंक्वॉयरी की. रिपोर्टर ने पूछा
एफएसडीए चीफ डीआर मिश्रा से अब तक दूधियों के नाम पर जारी लाइसेंस के
आंकड़े मांगे. जवाब मिला कि किसी दूधिए का लाइसेंस बना ही नहीं.. इस
डायरेक्शन में एक महीने पहले से ही कवायद शुरू हुई है. इसके तहत महज आधा
दर्जन लोगों ने ही दूध बेचने के लिए लाइसेंस का आवेदन किया है.
भ् लाख लीटर खपत
शहर में दूध का कुल कंजप्शन करीब भ् लाख लीटर के आसपास है. इनमें पौने
दो लाख लीटर दूध फुटकर में बिकता है. यानि इन्हें दूधिए और चट्टे वाले
शहरवासियों तक सप्लाई करते हैं. करीब फ् लाख लीटर दूध की सप्लाई कम्पनी मेड
मिल्क से होती है. अहम बात यह है कि फुटकर सप्लाई होने वाले दूध की कोई
पकड़ नहीं है. ना ही इसमें मिलाये जाने वाले हानिकारक और खतरनाक
इंग्रेडिएंट्स. जोकि पब्लिक की जान के लिए बेहद खतरनाक होते हैं.
कैसी-कैसी मिलावट -
- स्टार्च
- व्हाइटनर
- ग्लूकोज
- शुगर
- कास्टिक सोडा
- रिफाइंड वेजीटेबल ऑयल
- वॉटर
साइड एफेक्ट्स
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार मिलावटी दूध के इस्तेमाल से सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है.
- स्किम्ड मिल्क बॉडी में दूध की न्यूट्रीशनल वैल्यू घटा देता है. दूध
में पानी मिलाने से उसका सॉलिड नो फैट (एसएनएफ) भी कम हो जाता है.
- किडनी फेल होने का खतरा रहता है.
- हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत
- दिल की धमनियां ब्लॉक होने का खतरा
- यूरिनेशन प्रॉब्लम
- अस्थमा अटैक
- लिवर और किडनी में साथ-साथ कॉम्प्लीकेशन
- प्रेगनेंट विमेन के लिए बेहद खतरनाक
- दिल के मरीजों व हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए डेंजरस
- बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक
-
सिटी में डेली दूध की डेली सप्लाई -
नमस्ते इंडिया - क्.भ्0 लाख लीटर
अमूल - म्0 हजार लीटर
मदर डेयरी - ख्0 हजार लीटर
पारस दूध - 7 हजार लीटर
पराग डेयरी - ख्भ् हजार लीटर
वैरी फ्रेश दूध - भ् हजार लीटर
फुटकर दूध वाले - 80 हजार लीटर
चट्टे वाले - 80 हजार लीटर
-
फिलहाल, हमारा फोकस तयशुदा तारीख तक लाइसेंस के आवेदन एक्सेप्ट करने की
है. अभी तक सिर्फ आधा दर्जन लोगों ने ही दूध बिक्री के लिए एप्लाई किया
है.
- डीआर मिश्रा, अभिहित अधिकारी, एफएसडीए
Source: Kanpur News in Hindi
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