Thursday, March 31, 2016

दूसरे दिन भी बस नाम का मूल्यांकन

यूपी बोर्ड के साल 2016 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया दूसरे दिन भी पटरी पर नहीं आ सकी। सेंटर्स पर परीक्षकों का आंकड़ा 50 फीसदी भी नहीं पहुंच सका। यह स्थिति तब है जबकि राजधानी में 15,21,357 कॉपियां मूल्यांकन के लिए आवंटित की गई हैं। ऐसे में परीक्षकों की कमी की वजह से कॉपियों का मूल्यांकन समय से होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। दूसरे दिन 42,822 कॉपियों का ही मूल्यांकन हो सका.

केवल 1277 परीक्षक ही पहुंचे केंद्र पर

बता दें कि राजधानी में पांच केंद्रों पर बोर्ड कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है। इसके लिए 3932 परीक्षकों की डयूटी भी लगाई गई है, लेकिन गुरुवार को 1277 परीक्षक ही ड्यूटी करने पहुंचे। अमीनाबाद इंटर कॉलेज केमूल्यांकन केंद्र पर 97 में 61 डीएचई और 348 परीक्षक पहुंच गए। यहां दोपहर डेढ़ बजे तक परीक्षकों का आना जारी रहा, जबकि नियमानुसार परीक्षकों को सुबह 10 बजे मूल्यांकन केंद्र पर उपस्थित होना चाहिए। लापरवाही का आलम यह रहा कि कई गु्रप में डीएचई न होने की वजह से शिक्षिकाएं उनका इंतजार करके चली गई। यहां परीक्षकों ने कई कमरों में पंखे न चलने की शिकायत भी दर्ज कराई।

कहीं बिजली नहीं, कहीं पानी नहीं

राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के मूल्यांकन केंद्र पर कई कमरों में बिजली न होने और पीने के पानी की व्यवस्था न होने से परीक्षक बेहाल हो गए। उन्होंने इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की। केंद्र के कमरा नंबर 29 में बिजली न होने से काफी अंधेरा था। यहां पर पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। कॉलेज के भाटिया ब्लॉक में ऊपरी तल पर भी बिजली न होने से परीक्षक गर्मी से बेहाल रहे।  Read more Lucknow http://inextlive.jagran.com/lucknow/

No comments:

Post a Comment