अजरबैजान की राजधानी बाकू से 100 किलोमीटर दूर एक ऐसा शहर है जो तेल के ऊपर
बसा हुआ है। तेल के ऊपर प्लेटफॉर्मनुमा ढांचे बनाए गए हैं। जिस पर करीब
3000 लोग रहते हैं। कई लोग इस एरिया को लैंड ऑफ फायर कहते हैं। प्राचीन
इतिहास से इतर मॉडर्न टाइम में 1870 से यहां तेल निकालने का काम शुरू हुआ।
तब इस क्षेत्र में रूस का कब्जा था। फर्स्ट वर्ल्ड वार के वक्त भी अजरबैजान
से भारी मात्रा में तेल की खपत होती थी।
तीसरी शताब्दी से कर रहा है तेल का कारोबार
इस शहर का नाम नेफ्ट डासलैरी है। रिपोर्ट्स की माने तो इस शहर में लोगों के पास हर तरह की सुविधाएं भी मौजूद हैं। इस शहर की नींव कुछ खराब हो चुके जहाजों पर रखी गई थी। लेकिन अगले कुछ सालों में ऑयल प्लेटफॉर्म पर यह शहर बसने लगा। अजरबैजान के पास तेल की अकूत संपत्ति है। यह भी माना जाता है कि यह देश तीसरी-चौथी शताब्दी से पेट्रोलियम पदार्थ का व्यापार करने लगा था। तीसरी-चौथी शताब्दी से यह देश तेल बेचने का कारोबार कर रहा है। Read more world news http://inextlive.jagran.com/international
तीसरी शताब्दी से कर रहा है तेल का कारोबार
इस शहर का नाम नेफ्ट डासलैरी है। रिपोर्ट्स की माने तो इस शहर में लोगों के पास हर तरह की सुविधाएं भी मौजूद हैं। इस शहर की नींव कुछ खराब हो चुके जहाजों पर रखी गई थी। लेकिन अगले कुछ सालों में ऑयल प्लेटफॉर्म पर यह शहर बसने लगा। अजरबैजान के पास तेल की अकूत संपत्ति है। यह भी माना जाता है कि यह देश तीसरी-चौथी शताब्दी से पेट्रोलियम पदार्थ का व्यापार करने लगा था। तीसरी-चौथी शताब्दी से यह देश तेल बेचने का कारोबार कर रहा है। Read more world news http://inextlive.jagran.com/international
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