आजकल टीवी, अखबारों व सोशल मीडिया पर ओएलएक्स, स्नैपडील, उबर, भारती एयरटेल, मैरिको और कोलगेट-पामोलिव इंडिया जैसे विज्ञापनों की भीड़ है। कहीं भी ये नजर आ जाते हैं। ये बड़ी कंपनियों के विज्ञापन खुद को काफी बेहतर व क्वालिटी वाला बताते है, लेकिन हाल ही में विज्ञापन उद्योग नियामक एएससीआई ने इन विज्ञापनों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। विज्ञापन उद्योग नियामक एएससीआई के मुताबिक दिसंबर में 79 विज्ञापनों में से 42 के खिलाफ गुमराह की शिकायते सही पाई गई हैं। इनका लोगों के बीच में खराब प्रभाव देखने को मिल रहा है। इन कपंनियों के विज्ञापनों के खिलाफ लोग लगातार शिकायतें कर रहे हैं।
गुमराह की शिकायतें
दिसंबर में 79 विज्ञापनों के खिलाफ गुमराह की शिकायतें आई थी। जिनमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि करीब 42 के खिलाफ शिकायतें सहीं पाई गई हैं। 42 विज्ञापनों में से आठ स्वास्थ्य खंड के विज्ञापन शामिल है। इसके अलावा नौ शैक्षणिक खंड के विज्ञापन शामिल हैं। इसके अलावा वाणिज्यिक खंड के सात, दूरसंचार और ब्राडबैंड क्षेत्र के तीन और 15 विज्ञापन अन्य दूसरे खंडो के शामिल हैं। इसके आलवा एएससीआई ने स्नैपील भारती एयरटेल, मैरिको आदि के विज्ञापन से जुड़ी शिकायतों को भी पूरी तरह से जायज ठहराया है।विज्ञापन उद्योग नियामक एएससीआई का मानना है कि कंपनियों के पास उपभोक्ताओं को गुमराह करने का कोई अधिकार नहीं है। Read more Business News http://inextlive.jagran.com/business
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