इसके अलावा कई अन्य भारतीय मज़दूर और कर्मचारी भी इन इराक़ी शहरों में फंसे हुए हैं.
इराक़ में भारत के राजदूत ए अजय कुमार ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि तिकरित के एक अस्पताल में फंसी 46 भारतीय नर्सें अभी पूरी तरह सुरक्षित हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने 16 जून को एक ट्वीट कर बताया, ''भारतीय दूतावास तिकरित में रह रही 46 भारतीय नर्सों के संपर्क में है. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस के कार्यकर्ता आज उनसे मिले.''
सुरक्षा हालात
आईएसआईएस के लड़ाकों ने आठ जून को हमला कर मोसूल और तिकरित पर कब्जा कर लिया था.
इन शहरों पर फिर नियंत्रण हासिल करने के लिए सरकारी सुरक्षा बलों और आईएसआईएस के विद्रोहियों के बीच कई शहरों में लड़ाई चल रही है.
इराक़ में फंसी भारतीय नर्सों के मामले में अब तक की मुख्य बातें:
* भारत सरकार ने इराक़ के कई शहरों पर हुए ताज़ा हमले और उन पर क़ब्ज़ा करने से ख़राब हुए सुरक्षा हालात पर गहरी चिंता जताई है.
* भारत सरकार ने आईएसआईएस के लड़ाकों के कब्जे को इराक़ की सुरक्षा और अखंडता पर ख़तरा बताया है.
* इस तरह के हमलों की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में वह इराक़ की
सरकार और वहाँ के लोगों के साथ है.
* भारत ने कहा है कि उसके लिए इराक़ में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा अभी भी गंभीर चिंता का विषय है.
* भारतीय विदेश मंत्रालय ने इराक़ में रह रहे भारतीयों की सहायता के लिए 15 जून को एक एडवाइजरी जारी की.
* बग़दाद स्थित भारतीय दूतावास में 24 घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई है.
* एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से इराक़ के बिगड़ते सुरक्षा हालात को देखते हुए अगली अधिसूचना तक कहीं भी आने-जाने से बचने की सलाह दी गई है.
* भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि अगर व्यावसायिक उड़ानें सुरक्षित हों तो वो उससे इराक़ छोड़ दें.
* हिंसा प्रभावित इलाक़ों में रह रहे भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि जहाँ तक संभव हो वो घर में ही रहें. उन्हें बग़दाद स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में बने रहने की सलाह दी गई है.
इराक़ में भारत के राजदूत ए अजय कुमार ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि तिकरित के एक अस्पताल में फंसी 46 भारतीय नर्सें अभी पूरी तरह सुरक्षित हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने 16 जून को एक ट्वीट कर बताया, ''भारतीय दूतावास तिकरित में रह रही 46 भारतीय नर्सों के संपर्क में है. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस के कार्यकर्ता आज उनसे मिले.''
सुरक्षा हालात
आईएसआईएस के लड़ाकों ने आठ जून को हमला कर मोसूल और तिकरित पर कब्जा कर लिया था.
इन शहरों पर फिर नियंत्रण हासिल करने के लिए सरकारी सुरक्षा बलों और आईएसआईएस के विद्रोहियों के बीच कई शहरों में लड़ाई चल रही है.
इराक़ में फंसी भारतीय नर्सों के मामले में अब तक की मुख्य बातें:
* भारत सरकार ने इराक़ के कई शहरों पर हुए ताज़ा हमले और उन पर क़ब्ज़ा करने से ख़राब हुए सुरक्षा हालात पर गहरी चिंता जताई है.
* भारत सरकार ने आईएसआईएस के लड़ाकों के कब्जे को इराक़ की सुरक्षा और अखंडता पर ख़तरा बताया है.
* इस तरह के हमलों की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में वह इराक़ की
सरकार और वहाँ के लोगों के साथ है.
* भारत ने कहा है कि उसके लिए इराक़ में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा अभी भी गंभीर चिंता का विषय है.
* भारतीय विदेश मंत्रालय ने इराक़ में रह रहे भारतीयों की सहायता के लिए 15 जून को एक एडवाइजरी जारी की.
* बग़दाद स्थित भारतीय दूतावास में 24 घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई है.
* एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से इराक़ के बिगड़ते सुरक्षा हालात को देखते हुए अगली अधिसूचना तक कहीं भी आने-जाने से बचने की सलाह दी गई है.
* भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि अगर व्यावसायिक उड़ानें सुरक्षित हों तो वो उससे इराक़ छोड़ दें.
* हिंसा प्रभावित इलाक़ों में रह रहे भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि जहाँ तक संभव हो वो घर में ही रहें. उन्हें बग़दाद स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में बने रहने की सलाह दी गई है.
Source: Hindi News
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