Thursday, June 26, 2014

District megistrate raids road transport office

'जो भाग रहा है, उसे मत छोड़ना..'दोपहर के करीब एक बजे होंगे. नीली बत्ती की एम्बेसडर कार सनसनाती हुई आरटीओ ऑफिस में आकर रुकती है. पीछे से डायल-क्00 और काकादेव थाने की पुलिस फोर्स. कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले बिजली की रफ्तार से डीएम डॉ. रोशन जैकब कार से उतरीं. सिपाहियों से कहा-जल्दी से गेट बंद करो. इतना हुआ ही था कि समझते देर न लगी कि छापा पड़ा है.. कैम्पस में अफरा-तफरी मच गई. कुछ लोगों ने मेन गेट की तरफ दौड़ लगा दी.. मगर, बात बनी नहीं. दोनों गेट बंद थे. पुलिस वालों ने दौड़ाकर कइयों को धर दबोचा.. पकड़े गए लोग कोई और नहीं बल्कि आरटीओ ऑफिस के दलाल थे. जिनकी वजह से आम आदमी महीनों आरटीओ ऑफिस के चक्कर काटता रहता है और लाइसेंस नहीं बनवा पाता. मगर, यही दलाल घूस देकर चुटकियों में लाइसेंस बनवा देते हैं.

ऑफिस के हर कोने में थे दलाल

दलालों का नेक्सेस पूरे आरटीओ कैम्पस में दिखा. एप्लीकेशन फॉर्म या बायोमेट्रिक इम्प्रेशन लेने वाली लाइन हो या स्मार्ट कार्ड और मेडिकल चेकअप वाला एरिया.. हर कोने में दलाल और उनके गुर्गे मौजूद थे. पुलिस को देखकर वो भागे, लेकिन पकड़े गए. जिस वक्त डीएम ऑफिस के फ‌र्स्ट फ्लोर पर थीं. तभी एक दलाल अपने दोस्त से बोला, मोहित एक-एक करके निकलो. वरना हम भी धर लिए जाएंगे.. हालांकि, बाहर जाते-जाते वो दोनों भी पकड़े गए. करीब डेढ़ घंटे तक चली कार्रवाई में कई संदिग्ध लोगों को पुलिस ने पकड़ा.

तुम लोग कैसे. कागज दिखाओ?

खुद को छिपाने के लिए कुछ दलाल पब्लिक के बीच जाकर खड़े हो गए. फिर भी बच न सके. डीएम ने हर किसी से वहां आने का कारण पूछा. शक हुआ तो गाड़ी के कागज और डीएल चेक करवाया. कुछ दलाल भीड़ में पीछे खड़े थे. उन्हें चुन-चुनकर पकड़वाया. इस बीच कुछ लोगों ने भागने की कोशिश करी तो डीएम ने सिपाहियों से कहा- जो भाग रहा है, उसको बिल्कुल मत छोड़ना, यह सब ईमानदार होता तो भागता नहीं..

कहीं इसमें घूस के पैसे तो नहीं!!
इससे पहले उन्होंने रिकॉर्ड रूम चेक करने के अलावा अफसरों और कर्मचारियों के केबिन में जाकर डीएम ने एक-एक दराज को खोलकर देखा कि कहीं घूसखोरी या कमीशनबाजी तो नहीं चल रही..

फौजी ने की शिकायत

छापे के दौरान पुणे में तैनात आर्मी जवान जितेन्द्र कुमार ने डीएम से एक दलाल की शिकायत की. कहा-मैडम अपने भाई वीरेन्द्र कुमार यादव का लाइसेंस बनवाने के लिए अरविंद कुमार नाम के एक व्यक्ति ने 800 रूपए लिये हैं. आठ महीने बाद भी लाइसेंस नहीं बना. आज बुलाया था लेकिन छापा पड़ा तो वो भाग गया. अब अपना मोबाइल फोन (97भ्ख्000ब्क्8) भी नहीं उठा रहा है. डीएम ने काकादेव एसओ से फोन को सर्विलांस पर लगाकर दलाल को पकड़ने के आदेश दिए. ..

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