बच्चे देश के कर्णधार हैं. इनके डिवलपमेंट से कंट्री और
सोसाइटी का डेवलपमेंट जुड़ा है. युवा रचनाकार प्रोग्राम के जरिए बच्चों में सोसाइटी के प्रति सेंसेटिविटी व समझ की बेहतर भावना विकसित हो सकेगी. ये बातें धालभूम के एसडीओ प्रेम रंजन ने कहीं. वे सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा तुलसी भवन में आयोजित युवा रचनाकार प्रोग्राम में बोल रहे थे.
स्टोरी के इंपैक्ट की चर्चा
इस मौके पर डा. सी भाष्कर राव और जयनंदन ने स्टूडेंट्स को स्टोरी राइटिंग से जुड़े पहलूओं का विश्लेषण करते हुए इसकी मॉडर्न टेक्निक से अवगत कराया. इसके साथ ही उन्होंने आधुनिक काल की स्थिति और सोसाइटी पर स्टोरी के इंपैक्ट की चर्चा की.
197 स्टूडेंट्स ने किया पार्टिसिपेट
प्रोग्राम में 22 स्कूल्स के 197 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया. मौके पर संजय तिवारी, डॉ बच्चन पाठक सलिल, बीएम पैनाली, नंद कुमार सिंह, संजय पाठक, नीलिमा पांडेय, अशोक पाठक, सुरेश दत्त पांडेय विक्रमा सिंह सहित अन्य प्रेजेंट थे.
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कॉम्पटीटीव एग्जाम के लिए भी उपयोगी हैं इग्नू के मैरेरियल्स
इग्नू के मैटेरियल सिर्फ यहां के कोर्सेस के लिए नहीं, बल्कि कॉम्पटीटीव एग्जाम के लिए भी काफी उपयोगी हैं. काफी संख्या में स्टूडेंट्स इन एग्जाम्स के लिए इग्नू के मैटेरियल यूज कर रहे. ये बातें कहीं छत्तीसगढ़ से आए इग्नू के एसिस्टेंट रिजनल डायरेक्टर डॉ सरोज मिश्रा ने. वे संडे को को-ऑपरेटिव कॉलेज में चल रहे एनसीसी कैंप में कैडेट्स को एडरेस कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इग्नू में चल रहे 3 सौ से ज्यादा कोर्सेस पर न सिर्फ कंट्री के स्टूडेंट्स को विश्वास है बल्कि इसे मानने वालों में फॉरेन के भी काफी स्टूडेंट्स शामिल हैं. उन्होंने एनसीसी स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी डिजास्टर मैनेजमेंट, टूरिज्म, इन्वायरमेंट से जुड़े कोर्सेस के बारे में भी बताया. इस मौके पर एनसीसी बिहार-झारखंड निदेशालय के लेफ्टिनेंट कर्नल वैभव मानसिंह, रांची एनसीसी ग्रुप मुख्यालय के प्रशिक्षण अधिकारी निर्भय कुमार, कैंप कमांडेंट कर्नल आरके शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल किशोर सिंह, इग्नू केंद्र के समन्वयक डॉ. विजय कुमार पीयूष, एनबी गुरुंग आदि प्रजेंट थे.
सोसाइटी का डेवलपमेंट जुड़ा है. युवा रचनाकार प्रोग्राम के जरिए बच्चों में सोसाइटी के प्रति सेंसेटिविटी व समझ की बेहतर भावना विकसित हो सकेगी. ये बातें धालभूम के एसडीओ प्रेम रंजन ने कहीं. वे सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा तुलसी भवन में आयोजित युवा रचनाकार प्रोग्राम में बोल रहे थे.
स्टोरी के इंपैक्ट की चर्चा
इस मौके पर डा. सी भाष्कर राव और जयनंदन ने स्टूडेंट्स को स्टोरी राइटिंग से जुड़े पहलूओं का विश्लेषण करते हुए इसकी मॉडर्न टेक्निक से अवगत कराया. इसके साथ ही उन्होंने आधुनिक काल की स्थिति और सोसाइटी पर स्टोरी के इंपैक्ट की चर्चा की.
197 स्टूडेंट्स ने किया पार्टिसिपेट
प्रोग्राम में 22 स्कूल्स के 197 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया. मौके पर संजय तिवारी, डॉ बच्चन पाठक सलिल, बीएम पैनाली, नंद कुमार सिंह, संजय पाठक, नीलिमा पांडेय, अशोक पाठक, सुरेश दत्त पांडेय विक्रमा सिंह सहित अन्य प्रेजेंट थे.
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कॉम्पटीटीव एग्जाम के लिए भी उपयोगी हैं इग्नू के मैरेरियल्स
इग्नू के मैटेरियल सिर्फ यहां के कोर्सेस के लिए नहीं, बल्कि कॉम्पटीटीव एग्जाम के लिए भी काफी उपयोगी हैं. काफी संख्या में स्टूडेंट्स इन एग्जाम्स के लिए इग्नू के मैटेरियल यूज कर रहे. ये बातें कहीं छत्तीसगढ़ से आए इग्नू के एसिस्टेंट रिजनल डायरेक्टर डॉ सरोज मिश्रा ने. वे संडे को को-ऑपरेटिव कॉलेज में चल रहे एनसीसी कैंप में कैडेट्स को एडरेस कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इग्नू में चल रहे 3 सौ से ज्यादा कोर्सेस पर न सिर्फ कंट्री के स्टूडेंट्स को विश्वास है बल्कि इसे मानने वालों में फॉरेन के भी काफी स्टूडेंट्स शामिल हैं. उन्होंने एनसीसी स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी डिजास्टर मैनेजमेंट, टूरिज्म, इन्वायरमेंट से जुड़े कोर्सेस के बारे में भी बताया. इस मौके पर एनसीसी बिहार-झारखंड निदेशालय के लेफ्टिनेंट कर्नल वैभव मानसिंह, रांची एनसीसी ग्रुप मुख्यालय के प्रशिक्षण अधिकारी निर्भय कुमार, कैंप कमांडेंट कर्नल आरके शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल किशोर सिंह, इग्नू केंद्र के समन्वयक डॉ. विजय कुमार पीयूष, एनबी गुरुंग आदि प्रजेंट थे.
Source: Latest City News in Hindi
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