प्रधान मंत्री की काशी यात्रा पर दो ऐसी घटनाएं हुईं जिसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। पहली घटना बाबतपुर एयरपोर्ट पर सुबह पार्किंग एरिया में गोली चलने की तब हुई जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीएम के विमान का इंतजार कर रहे थे।
गोली एक गनर की लापरवाही से चली थी। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब डीरेका में रेल इंजन का लोकार्पण करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आइबी ने एक ऐसी सूचना दी जिससे एसपीजी समेत नगर में मौजूद सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूल गए। खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली कि किसी ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में टाइम बम लगा दिया है। हालांकि खोजबीन में कुछ नहीं मिला। हुआ यूं कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया टीम ने अपने मुखबिरों को कैंट रेलवे स्टेशन पर भी लगा रखा था। एक मुखबिर के पास खड़े दो युवक आपस में बातचीत कर रहे थे कि विश्वनाथ मंदिर में बम लगा दिया गया है। इतना सुनते ही मुखबिर ने खुफिया अधिकारियों को सूचना दी। बम की बात सामने आते ही खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया। एसएसपी और जिलाधिकारी को सूचना दी गई। प्रधानमंत्री की डीरेका में मौजूदगी के बीच बम की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
एसएसपी के आदेश पर एसपी प्रोटोकाल डीपीएन पांडेय बाबा दरबार परिसर में पहुंच गए। उधर प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए डीरेका में मौजूद बम डिस्पोजल दस्ता प्रभारी, हरिश्चंद्र तिवारी तत्काल अपनी टीम के साथ मंदिर पहुंच गए।
विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित करने व रेड जोन से सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के बाद गर्भगृह की जांच की गई। गर्भगृह के बाद मंदिर क्षेत्र का एक-एक कोना खंगाला गया। पानी टंकी, कैश बाक्स से लेकर श्रृंगार कक्ष तक की गहन जांच की गई।
अन्न क्षेत्र, अन्नपूर्णा मंदिर में भी सुरक्षाकर्मियों ने कोना-कोना छान मारा। रेड जोन का चप्पा-चप्पा तलाशने के बाद यलो जोन में सुरक्षाकर्मियों ने उन सभी दुकानदारों के यहां तलाशी कराई, जिनके यहां लॉकर की सुविधा है। दुकानदारों को आगाह किया गया कि बिना सामान की जांच किए उसे लॉकर में न रखें। साढ़े तीन बजे से लेकर देर शाम सात बजे तक तलाशी अभियान के बाद जब कुछ नहीं मिला तक सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली। हालांकि एहतियात के तौर पर रेड जोन के प्रवेश द्वार पर जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। यलो जोन में कोबरा कमांडो गश्त करने के साथ ही गलियों में मौजूद वाहनों की जांच करते रहे। सात बजे जब सुरक्षा एजेंसियों ने मंदिर परिक्षेत्र को सुरक्षित घोषित किया तब जाकर पुलिस प्रशासनिक महकमे ने राहत की सांस ली।
गोली एक गनर की लापरवाही से चली थी। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब डीरेका में रेल इंजन का लोकार्पण करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आइबी ने एक ऐसी सूचना दी जिससे एसपीजी समेत नगर में मौजूद सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूल गए। खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली कि किसी ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में टाइम बम लगा दिया है। हालांकि खोजबीन में कुछ नहीं मिला। हुआ यूं कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया टीम ने अपने मुखबिरों को कैंट रेलवे स्टेशन पर भी लगा रखा था। एक मुखबिर के पास खड़े दो युवक आपस में बातचीत कर रहे थे कि विश्वनाथ मंदिर में बम लगा दिया गया है। इतना सुनते ही मुखबिर ने खुफिया अधिकारियों को सूचना दी। बम की बात सामने आते ही खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया। एसएसपी और जिलाधिकारी को सूचना दी गई। प्रधानमंत्री की डीरेका में मौजूदगी के बीच बम की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
एसएसपी के आदेश पर एसपी प्रोटोकाल डीपीएन पांडेय बाबा दरबार परिसर में पहुंच गए। उधर प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए डीरेका में मौजूद बम डिस्पोजल दस्ता प्रभारी, हरिश्चंद्र तिवारी तत्काल अपनी टीम के साथ मंदिर पहुंच गए।
विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित करने व रेड जोन से सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के बाद गर्भगृह की जांच की गई। गर्भगृह के बाद मंदिर क्षेत्र का एक-एक कोना खंगाला गया। पानी टंकी, कैश बाक्स से लेकर श्रृंगार कक्ष तक की गहन जांच की गई।
अन्न क्षेत्र, अन्नपूर्णा मंदिर में भी सुरक्षाकर्मियों ने कोना-कोना छान मारा। रेड जोन का चप्पा-चप्पा तलाशने के बाद यलो जोन में सुरक्षाकर्मियों ने उन सभी दुकानदारों के यहां तलाशी कराई, जिनके यहां लॉकर की सुविधा है। दुकानदारों को आगाह किया गया कि बिना सामान की जांच किए उसे लॉकर में न रखें। साढ़े तीन बजे से लेकर देर शाम सात बजे तक तलाशी अभियान के बाद जब कुछ नहीं मिला तक सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली। हालांकि एहतियात के तौर पर रेड जोन के प्रवेश द्वार पर जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। यलो जोन में कोबरा कमांडो गश्त करने के साथ ही गलियों में मौजूद वाहनों की जांच करते रहे। सात बजे जब सुरक्षा एजेंसियों ने मंदिर परिक्षेत्र को सुरक्षित घोषित किया तब जाकर पुलिस प्रशासनिक महकमे ने राहत की सांस ली।
Source: Daily Horoscope 2015
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