अर्धकुंभ से पहले हरकी पैड़ी की सूरत बदले को लेकर कवायद तेज हो गई है। मेला के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हरकी पैड़ी में प्रशासन मेले से पहले बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। जिसके मद्देनजर सीएम हरीश रावत मंगलवार को अर्धकुंभ मेला के प्रस्तावित कार्यो का निरीक्षण करेंगे। क्योंकि बदलाव को लेकर सीएम स्वयं आश्वस्त होना चाहते हैं।
अर्धकुंभ मेला के काम अब तक शुरू नहीं हुए हैं। उम्मीद की जा रही है जनवरी प्रथम सप्ताह में काम शुरू हो जाएंगे। प्रशासन के सामने अब मेले में सबसे बड़ी चुनौती हरकी पैड़ी क्षेत्र है। यहीं लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। हरकी पैड़ी का अब तक विस्तार नहीं हो पाया है। प्रशासन को सीमित क्षेत्र में ही मेला संपन्न कराना है। तीन दिन पहले भीड़ प्रबंधन को लेकर सीसीआर टावर में दो दिन की कार्यशाला हुई थी। जिसमें हरकी पैड़ी पर भीड़ नियंत्रण पर फोकस किया गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व वाली टीम ने हरकी पैड़ी क्षेत्र का निरीक्षण कर कई सुझाव दिए। इसमें हरकी पैड़ी क्षेत्र में तारों को अंडर ग्राउंड करने, सुरक्षा की दृष्टि से कूड़ेदान आदि हटाने का सुझाव दिया था। इसके साथ ही भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पैड़ी पर जाने के लिए अलग-अलग मार्ग तय करने की बात कही गई। जिसमें प्रवेश के लिए तीन मार्ग व वापसी के लिए दो मार्ग प्रस्तावित हैं। अब प्रशासन अर्धकुंभ से पहले हरकी पैड़ी पर बदलाव करना चाहता है, लेकिन मुख्यमंत्री स्वयं बदलाव से पहले सारी व्यवस्थाओं को लेकर आश्वस्त होना चाहते हैं। मंगलवार को सीएम सुबह दस बजे से ग्यारह बजे तक एक घंटे पैड़ी व आसपास के मेला क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे। सीएम के दौरे को लेकर सोमवार को प्रभारी जिलाधिकारी रंजना की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में जेएम मंगेश घिल्डियाल, जेएम मयूर दीक्षित, एडीएम प्रशासन जीवन सिंह, एसडीएम सदर बीर सिंह बुदियाल आदि मौजूद थे।लक्सर: राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किए गए हरिद्वार-लक्सर -पुरकाजी मार्ग के टू-लेन के लिए अभी लोगों को इंतजार करना होगा।
अर्धकुंभ मेला के काम अब तक शुरू नहीं हुए हैं। उम्मीद की जा रही है जनवरी प्रथम सप्ताह में काम शुरू हो जाएंगे। प्रशासन के सामने अब मेले में सबसे बड़ी चुनौती हरकी पैड़ी क्षेत्र है। यहीं लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। हरकी पैड़ी का अब तक विस्तार नहीं हो पाया है। प्रशासन को सीमित क्षेत्र में ही मेला संपन्न कराना है। तीन दिन पहले भीड़ प्रबंधन को लेकर सीसीआर टावर में दो दिन की कार्यशाला हुई थी। जिसमें हरकी पैड़ी पर भीड़ नियंत्रण पर फोकस किया गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व वाली टीम ने हरकी पैड़ी क्षेत्र का निरीक्षण कर कई सुझाव दिए। इसमें हरकी पैड़ी क्षेत्र में तारों को अंडर ग्राउंड करने, सुरक्षा की दृष्टि से कूड़ेदान आदि हटाने का सुझाव दिया था। इसके साथ ही भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पैड़ी पर जाने के लिए अलग-अलग मार्ग तय करने की बात कही गई। जिसमें प्रवेश के लिए तीन मार्ग व वापसी के लिए दो मार्ग प्रस्तावित हैं। अब प्रशासन अर्धकुंभ से पहले हरकी पैड़ी पर बदलाव करना चाहता है, लेकिन मुख्यमंत्री स्वयं बदलाव से पहले सारी व्यवस्थाओं को लेकर आश्वस्त होना चाहते हैं। मंगलवार को सीएम सुबह दस बजे से ग्यारह बजे तक एक घंटे पैड़ी व आसपास के मेला क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे। सीएम के दौरे को लेकर सोमवार को प्रभारी जिलाधिकारी रंजना की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में जेएम मंगेश घिल्डियाल, जेएम मयूर दीक्षित, एडीएम प्रशासन जीवन सिंह, एसडीएम सदर बीर सिंह बुदियाल आदि मौजूद थे।लक्सर: राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किए गए हरिद्वार-लक्सर -पुरकाजी मार्ग के टू-लेन के लिए अभी लोगों को इंतजार करना होगा।
Source: Weekly Horoscope 2015
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