शीतकाल में भगवान बदरी विशाल की पूजा नृसिंह मंदिर जोशीमठ में कराए जाने पर एक बार फिर से पांडुकेश्वर के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकर ग्रामीणों ने समिति का गठन कर मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है। यदि बात न बनी तो ग्रामीणों का कहना है कि वे न्यायालय की शरण लेंगे।
बामणी बदरीनाथ के ग्रामीणों ने बैठक कर हक हकूकधारी संघर्ष समिति का गठन किया है। इस समिति में पांडुकेश्वरके हक हकूकधारियों के अलावा भ्यूंडार, लामबगड़, हनुमानचट्टी के लोगों को शामिल किया गया है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीकांत भट्ट ने कहा कि प्रशासन की ओर से भगवान बदरी विशाल की शीतकालीन पूजा का विवाद नहीं सुलझाया गया है। लिहाजा जल्द ही संघर्ष समिति का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से इस मसले पर मुलाकात कर बात करेगा। यदि सीएम स्तर से भी बात नहीं बनी तो हक हकूकधारी इस मसले पर न्यायालय जाने के लिए विवश होंगे।
बामणी बदरीनाथ के ग्रामीणों ने बैठक कर हक हकूकधारी संघर्ष समिति का गठन किया है। इस समिति में पांडुकेश्वरके हक हकूकधारियों के अलावा भ्यूंडार, लामबगड़, हनुमानचट्टी के लोगों को शामिल किया गया है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीकांत भट्ट ने कहा कि प्रशासन की ओर से भगवान बदरी विशाल की शीतकालीन पूजा का विवाद नहीं सुलझाया गया है। लिहाजा जल्द ही संघर्ष समिति का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से इस मसले पर मुलाकात कर बात करेगा। यदि सीएम स्तर से भी बात नहीं बनी तो हक हकूकधारी इस मसले पर न्यायालय जाने के लिए विवश होंगे।
Source: Weekly Horoscope 2015
No comments:
Post a Comment